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PharmEasy

API Holdings के कड़े कदमों से घाटे में कमी
PharmEasy की पैरेंट कंपनी, API Holdings ने वित्त वर्ष 2024 (FY24) में महत्वपूर्ण लागत-कटौती उपाय लागू किए, जिसके चलते कंपनी ने अपने घाटे को 50% से अधिक घटा दिया। हालांकि, इन कदमों के कारण कंपनी का राजस्व लगभग 15% कम हो गया।

PharmEasy राजस्व में 15% की गिरावट
PharmEasy का ऑपरेटिंग राजस्व FY24 में ₹5,664 करोड़ पर आ गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष ₹6,644 करोड़ था। यह 14.8% की गिरावट दर्शाता है। कंपनी मुख्य रूप से फार्मास्युटिकल और कॉस्मेटिक उत्पादों की बिक्री और डायग्नोस्टिक सेवाओं, टेली-कंसल्टेशन, डिलीवरी और वेयरहाउसिंग जैसी सेवाओं से आय करती है।

प्रमुख राजस्व स्रोत
PharmEasy ने अपने ऑपरेटिंग राजस्व का 88% फार्मास्युटिकल और कॉस्मेटिक उत्पादों की बिक्री से अर्जित किया। बाकी राजस्व डायग्नोस्टिक सेवाओं, टेली-कंसल्टिंग, डिलीवरी, वेयरहाउसिंग, और पैथोलॉजिकल टेस्ट के लिए कमीशन कमाने जैसी सेवाओं से आया।

इसके अलावा, कंपनी ने ₹94.6 करोड़ की गैर-ऑपरेटिंग आय अर्जित की। इसमें ब्याज और एसेट्स पर लाभ शामिल हैं। इस आय ने कुल राजस्व को ₹5,758 करोड़ तक पहुंचा दिया।


खर्चों में कटौती के प्रयास
PharmEasy ने अपने खर्चों में भी महत्वपूर्ण कटौती की। सामग्री की लागत कंपनी के कुल खर्च का सबसे बड़ा हिस्सा रही, जो 67.3% था। यह लागत FY24 में 14.8% घटकर ₹4,880.3 करोड़ पर आ गई।

वित्तीय लागत में वृद्धि
हालांकि, वित्तीय लागत (फाइनेंस कॉस्ट) में 9.4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह ₹727.9 करोड़ हो गई। इसके अलावा, कंपनी ने FY24 में कर्मचारी लाभ (Employee Benefits) पर ₹699.3 करोड़ खर्च किए, जिसमें से ₹221.8 करोड़ ESOP (Employee Stock Ownership Plan) की लागत थी।


कंपनी की मौजूदा स्थिति
मुंबई स्थित PharmEasy को हाल के वर्षों में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। FY24 में राजस्व की गिरावट और कड़े कदम उठाने के बावजूद, घाटे में कमी कंपनी के लिए सकारात्मक संकेत है। यह दर्शाता है कि कंपनी अपने खर्चों को नियंत्रित करने और व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है।

PharmEasy की सेवाएं
PharmEasy न केवल उत्पाद बेचती है बल्कि डायग्नोस्टिक सेवाएं, टेली-कंसल्टेशन, और पैथोलॉजिकल टेस्ट जैसी सुविधाएं भी प्रदान करती है। ये सेवाएं कंपनी के पोर्टफोलियो को व्यापक बनाती हैं और ग्राहकों को वन-स्टॉप समाधान प्रदान करती हैं।


भविष्य की चुनौतियां और संभावनाएं
PharmEasy की FY24 की प्रदर्शन रिपोर्ट यह दिखाती है कि कंपनी को अपने ऑपरेटिंग राजस्व को पुनः बढ़ाने के लिए ठोस रणनीतियों की आवश्यकता है। इसके साथ ही, मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और कस्टमर रिटेंशन भी बड़ी चुनौतियां हो सकती हैं।

डिजिटल हेल्थकेयर का उभरता बाजार
भारत में डिजिटल हेल्थकेयर सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। PharmEasy के पास इस क्षेत्र में अपनी सेवाओं और टेक्नोलॉजी का लाभ उठाने का अवसर है। इसके लिए कंपनी को अपने ग्राहक आधार को मजबूत करना होगा और अधिक प्रभावी मार्केटिंग रणनीतियां अपनानी होंगी।

निष्कर्ष
PharmEasy ने FY24 में घाटे में कमी लाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन राजस्व में गिरावट इसकी प्रमुख चिंता बनी हुई है। कंपनी के लिए यह समय है कि वह अपने खर्चों को नियंत्रित रखते हुए ग्राहकों को आकर्षित करने और बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करे। भारत में डिजिटल हेल्थकेयर का उभरता हुआ बाजार PharmEasy के लिए आगे बढ़ने का एक बड़ा अवसर हो सकता है।

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