Peak XV और Tiger Global समर्थित फिनटेक कंपनी Progcap ने बीते दो वित्तीय वर्षों में 5X से अधिक वृद्धि दर्ज की है। FY22 में मात्र 26 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने वाली इस कंपनी ने FY24 में 139 करोड़ रुपये का ऑपरेशनल रेवेन्यू हासिल कर लिया। इसके साथ ही, Progcap ने अपने घाटे को भी घटाने में सफलता पाई है।
Progcap के विकास की प्रमुख बातें
✅ FY22 में 26 करोड़ रुपये का राजस्व, FY24 में बढ़कर 139 करोड़ रुपये हुआ।
✅ FY23 में 71 करोड़ रुपये के मुकाबले FY24 में ऑपरेशनल रेवेन्यू लगभग दोगुना हुआ।
✅ कंपनी का कुल राजस्व (ऑपरेशनल और अन्य आय मिलाकर) FY24 में 159 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
✅ अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करते हुए घाटे को 6% तक घटाया।
✅ फिनटेक सेक्टर में तेजी से विस्तार, MSME सेक्टर के लिए डिजिटल वित्तीय सेवाओं को बढ़ावा दिया।
Progcap राजस्व और आय स्रोतों का विस्तृत विश्लेषण
Progcap का मुख्य व्यवसाय छोटे और सूक्ष्म व्यवसायों (MSMEs) को डिजिटल वित्तीय सहायता प्रदान करना है। कंपनी सप्लाई चेन फाइनेंसिंग को डिजिटाइज़ करने और अंतिम मील खुदरा विक्रेताओं को कर्ज की पहुंच देने में मदद करती है।
📌 FY24 में, कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 139 करोड़ रुपये था, जो पूरी तरह से इन फाइनेंसिंग सेवाओं से आया।
📌 Progcap ने अपनी अतिरिक्त आय में भी वृद्धि की, जिसमें शामिल हैं:
- ब्याज से अर्जित आय और मौजूदा निवेशों से प्राप्त लाभ = 20 करोड़ रुपये
- इस तरह, कंपनी का कुल राजस्व FY24 में बढ़कर 159 करोड़ रुपये हो गया, जो FY23 में 102 करोड़ रुपये था।
Progcap का खर्च और प्रमुख लागतें
किसी भी स्टार्टअप के लिए वृद्धि के साथ-साथ लागत प्रबंधन भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। Progcap ने अपने ऑपरेशन को बढ़ाया, जिससे कंपनी के खर्चों में भी वृद्धि हुई।
📌 FY24 में कंपनी का कुल खर्च 203 करोड़ रुपये था, जो FY23 के 149 करोड़ रुपये से 36% अधिक था।
📌 सबसे बड़ा खर्च कर्मचारियों की सैलरी और लाभ (Employee Benefits) का रहा, जो कुल खर्च का 61% था।
📌 इस लागत में 15% की बढ़ोतरी हुई और FY24 में यह बढ़कर 124 करोड़ रुपये हो गई।
📌 वित्तीय लागत (Finance Cost) में भी भारी वृद्धि देखी गई, जो FY23 के मात्र 1 करोड़ रुपये से बढ़कर FY24 में 22.5 करोड़ रुपये हो गई।
📌 अन्य महत्वपूर्ण खर्चों में शामिल हैं:
- कलेक्शन डेफिशिएंसी चार्ज (Collection Deficiency Charges): 9.5 करोड़ रुपये
- यात्रा खर्च (Travel Expenses): 6 करोड़ रुपये
- अन्य विविध खर्च (Miscellaneous Costs)
Progcap के घाटे में सुधार
Progcap ने अपने घाटे को नियंत्रित करने में उल्लेखनीय सफलता पाई है।
📌 FY23 में कंपनी का घाटा 49 करोड़ रुपये था, जो FY24 में घटकर 46 करोड़ रुपये हो गया।
📌 इसका EBITDA मार्जिन -11.32% और ROCE (Return on Capital Employed) -2.96% रहा।
📌 ऑपरेशनल लागत नियंत्रण और राजस्व वृद्धि के चलते, कंपनी ने FY24 में प्रति 1 रुपये की ऑपरेटिंग आय अर्जित करने के लिए 1.46 रुपये खर्च किए।
Progcap की ग्रोथ रणनीति और भविष्य की योजनाएं
Progcap ने अपनी MSME-केंद्रित डिजिटल वित्तीय सेवाओं के जरिए तेजी से विस्तार किया है।
📌 सप्लाई चेन फाइनेंसिंग को और मजबूत करने के लिए नए इनोवेशन किए जा रहे हैं।
📌 भारत के छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए फंडिंग की आसान पहुंच बनाने पर फोकस किया जा रहा है।
📌 डिजिटल लेंडिंग और डेटा-संचालित वित्तीय समाधानों के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने की योजना है।
📌 कंपनी के लक्ष्य में निवेशकों से अतिरिक्त फंडिंग प्राप्त करना और अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक स्केलेबल बनाना शामिल है।
Progcap का फिनटेक सेक्टर में प्रभाव
भारत में फिनटेक और डिजिटल लेंडिंग सेक्टर में तेजी से उभरती कंपनियों में Progcap का नाम महत्वपूर्ण बन चुका है।
📌 MSME सेक्टर को डिजिटल ऋण सुविधा देने में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
📌 छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) को बढ़ावा दे रही है।
📌 कंपनी की रणनीति वित्तीय सेवाओं को सरल, तेज़ और सुलभ बनाना है।
निष्कर्ष: क्या Progcap भारत की अगली बड़ी फिनटेक सफलता होगी?
Progcap की वित्तीय प्रगति और बिजनेस मॉडल को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि कंपनी सही दिशा में आगे बढ़ रही है।
✅ पिछले 2 वर्षों में 5 गुना वृद्धि हासिल करना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
✅ कंपनी ने घाटे को नियंत्रित किया और अपने वित्तीय प्रदर्शन को बेहतर बनाया।
✅ MSME के लिए डिजिटल फाइनेंसिंग और सप्लाई चेन फंडिंग में नई संभावनाएं बना रही है।
✅ आने वाले वर्षों में यह भारत के टॉप फिनटेक स्टार्टअप्स में अपनी जगह बना सकती है।
🚀 Progcap की वृद्धि यह दर्शाती है कि भारत में MSME फाइनेंसिंग में डिजिटल इनोवेशन की जबरदस्त संभावनाएं हैं, और कंपनी इस क्षेत्र में लीडर बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है!
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