भारत के B2B डिजिटल पेमेंट्स इकोसिस्टम में तेजी से उभर रही फिनटेक कंपनी Rupifi ने $144 मिलियन (₹1,215 करोड़) की फंडिंग जुटाई है। यह कंपनी की अब तक की सबसे बड़ी फंडिंग राउंड है और तीन वर्षों में पहला बड़ा निवेश भी। इस दौर में कंपनी के मौजूदा निवेशक Quona Capital और Tiger Global ने भाग लिया है।
Rupifi फंडिंग डिटेल्स: 66,427 शेयरों की बिक्री
Rupifi के बोर्ड ने ₹1,82,818 प्रति शेयर की कीमत पर 66,427 अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय प्रिफरेंस शेयर (Compulsory Convertible Preference Shares – CCPS) जारी करने के लिए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया है। कंपनी ने यह जानकारी कॉर्पोरेट मामलों के रजिस्ट्रार (RoC) में दायर अपनी नियामक फाइलिंग में साझा की है।
💰 यह फंडिंग कंपनी की व्यवसायिक गतिविधियों को सपोर्ट करने और पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इस्तेमाल की जाएगी।
कंपनी का परिचय और बिजनेस मॉडल
Rupifi की स्थापना 2020 में हुई थी और यह माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) को डिजिटल B2B प्लेटफॉर्म्स और मार्केटप्लेस पर मल्टी-लेंडर एक्सेस प्रदान करता है।
👉 यह iSpirt के Open Credit Enablement Network (OCEN) के समान कार्य करता है और MSMEs को आसान लोन उपलब्ध कराता है।
🔹 प्रमुख सेवाएं:
1️⃣ लाइन ऑफ क्रेडिट (Line of Credit) – MSMEs को लचीले लोन विकल्प देता है।
2️⃣ इनवॉइस फाइनेंसिंग (Invoice Financing) – छोटे व्यवसायों को उनकी बिक्री पर अग्रिम पूंजी मिलती है।
3️⃣ तेज और डिजिटल लोन प्रोसेसिंग – स्मार्ट अंडरराइटिंग सिस्टम की मदद से बैंकों, NBFCs और सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए लोन प्रोसेसिंग को आसान बनाता है।
अब तक मिली कुल फंडिंग
💵 अब तक, Rupifi ने कुल $35 मिलियन से अधिक फंडिंग जुटाई है।
📌 2022 में, कंपनी ने $25 मिलियन की सीरीज़ A फंडिंग जुटाई थी, जिसका नेतृत्व Tiger Global और Bessemer Venture Partners ने किया था।
🔹 वर्तमान में कंपनी में Quona Capital सबसे बड़ा बाहरी निवेशक है, उसके बाद Tiger Global और Bessemer Venture Partners प्रमुख निवेशक हैं।
वित्तीय प्रदर्शन: FY24 में घाटे में कमी
📊 Rupifi के लिए FY24 एक स्थिर वित्तीय वर्ष रहा।
✅ राजस्व (Revenue):
- FY24 में कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹33.74 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग स्थिर है।
- हालांकि, कंपनी ने अपने घाटे को 22.8% तक कम कर लिया।
✅ घाटा (Losses):
- FY23 में कंपनी का घाटा ₹79.8 करोड़ था, जो FY24 में घटकर ₹61.6 करोड़ रह गया।
- यह बताता है कि कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति सुधारने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
B2B फिनटेक मार्केट में Rupifi का स्थान
Rupifi का फोकस भारत के MSME सेक्टर को डिजिटल क्रेडिट और फाइनेंसिंग में मदद करने पर है। देश में 6 करोड़ से अधिक MSMEs हैं, लेकिन इनमें से बहुत से बिजनेस को पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम से क्रेडिट प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
💡 Rupifi कैसे मदद कर रहा है?
🔹 तेजी से लोन अप्रूवल और डिजिटल प्रोसेसिंग
🔹 B2B प्लेटफॉर्म्स के साथ इंटीग्रेशन
🔹 छोटे व्यापारियों के लिए लचीले फाइनेंसिंग ऑप्शन
📌 भारत में डिजिटल लोन और पेमेंट सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। छोटे व्यवसायों के लिए UPI, BNPL (Buy Now, Pay Later), और डिजिटल क्रेडिट स्कीम्स का विस्तार हो रहा है, जिससे Rupifi जैसी कंपनियों को फायदा हो सकता है।
Rupifi की भविष्य की योजनाएं
🚀 इस नई फंडिंग से कंपनी को किन क्षेत्रों में फायदा होगा?
1️⃣ MSME क्रेडिट को और मजबूत बनाना:
- कंपनी छोटे व्यापारियों के लिए अधिक इनोवेटिव और किफायती क्रेडिट उत्पाद पेश कर सकती है।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और NBFCs के साथ नए साझेदारी कर सकती है।
2️⃣ व्यापार विस्तार:
- कंपनी का लक्ष्य अपने डिजिटल पेमेंट्स और लोन उत्पादों को भारत के ग्रामीण और छोटे शहरों में अधिक MSMEs तक पहुंचाना है।
3️⃣ AI और स्मार्ट अंडरराइटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल:
- बेहतर डेटा एनालिटिक्स और AI-आधारित लेंडिंग मॉडल विकसित करने पर ध्यान दिया जाएगा।
निष्कर्ष
📌 Rupifi ने $144 मिलियन (₹1,215 करोड़) की फंडिंग जुटाकर MSME डिजिटल लेंडिंग सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
📈 कंपनी का ध्यान अपने फाइनेंसिंग मॉडल को और अधिक MSMEs तक पहुंचाने और डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम को बेहतर बनाने पर है।
💡 भारत में डिजिटल लोन और MSME क्रेडिट सेक्टर में तेजी से ग्रोथ हो रही है, जिससे Rupifi जैसी कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं हैं।
🚀 आने वाले समय में, यह फंडिंग कंपनी को अधिक MSMEs तक अपनी सेवाएं पहुंचाने और भारतीय फिनटेक इकोसिस्टम में और मजबूती लाने में मदद करेगी।
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