बैकपैकर हॉस्टल चेनThe Hosteller ने सीरीज ए फंडिंग राउंड में 48 करोड़ रुपये (लगभग 5.7 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व मौजूदा निवेशक V3 Ventures ने किया, जिसमें ऋण और इक्विटी दोनों का मिश्रण है।
इस फंडिंग राउंड में V3 Ventures ने 32 करोड़ रुपये इक्विटी के रूप में और Blacksoil ने 16 करोड़ रुपये वेंचर डेब्ट के रूप में निवेश किए। इस नई फंडिंग से द होस्टेलर की वैल्यूएशन लगभग 200 करोड़ रुपये (लगभग 25 मिलियन डॉलर) हो गई है। कंपनी इस पूंजी का उपयोग भारत भर में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए करेगी, खासकर लोकप्रिय शहरों जैसे ऋषिकेश, मनाली, बेंगलुरु और दिल्ली में विस्तार करने के लिए, साथ ही नए यात्रा स्थलों की खोज में भी यह निवेश उपयोगी होगा।
the Hosteller: किफायती और अनुभवात्मक आवास
The Hosteller की स्थापना 2014 में की गई थी और यह कंपनी विशेष रूप से बैकपैकर्स के लिए हॉस्टल चेन संचालित करती है। कंपनी का उद्देश्य किफायती और गुणवत्तापूर्ण आवास के साथ-साथ यात्रियों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करना है। द होस्टेलर वर्तमान में पूरे भारत में 50 से अधिक हॉस्टल्स का संचालन कर रही है, जो यात्रियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इसके हॉस्टल्स का डिज़ाइन और सेवाएँ यात्रा प्रेमियों के बीच उनके प्रवास को एक नए तरह का अनुभव देने के लिए बनाए गए हैं।
कंपनी की आय और आगामी योजनाएँ
The Hosteller ने पिछले वित्तीय वर्ष में, जो मार्च 2024 में समाप्त हुआ, 55 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है और इस दौरान कंपनी ने 4 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ भी कमाया। कंपनी इस साल 75 नई प्रॉपर्टीज जोड़ने की योजना बना रही है, जिससे इसे और अधिक यात्रियों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
फंडिंग का उद्देश्य: अधिक स्थानों पर पहुंच
भारत में पर्यटन उद्योग की बढ़ती मांग के चलते, द होस्टेलर अब अपने हॉस्टल्स की संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। नए निवेश के साथ, कंपनी उन शहरों और स्थानों में अपनी उपस्थिति को मजबूत करना चाहती है, जहां बैकपैकर और युवा यात्री अक्सर आते हैं। कंपनी का मानना है कि लोकप्रिय यात्रा स्थलों में उसकी उपस्थिति बढ़ने से यात्रियों को किफायती और गुणवत्ता-युक्त आवास का विकल्प मिलेगा। इसके साथ ही, कंपनी भारत के अन्य शहरों और पर्यटन स्थलों में भी अपने हॉस्टल्स स्थापित करने की योजना बना रही है।
बैकपैकिंग कल्चर को बढ़ावा देना
द होस्टेलर का उद्देश्य न केवल किफायती आवास प्रदान करना है, बल्कि यात्रियों को एक समुदाय जैसा अनुभव देना है। इसके हॉस्टल्स में यात्रियों के लिए सांस्कृतिक गतिविधियाँ, घूमने की योजनाएँ और अन्य समुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो उन्हें स्थानीय संस्कृति को बेहतर तरीके से जानने का मौका देते हैं। कंपनी का मानना है कि इन गतिविधियों से यात्रियों को अलग-अलग पृष्ठभूमियों और स्थानों के लोगों से मिलने और उनसे सीखने का मौका मिलता है।
भारत में हॉस्टल संस्कृति का भविष्य
भारत में यात्रा और पर्यटन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, और इसके साथ ही, हॉस्टल चेन की मांग में भी वृद्धि हो रही है। खासकर युवा यात्रियों के बीच किफायती और अनुभवात्मक प्रवास की मांग बढ़ रही है, जिससे हॉस्टल्स की लोकप्रियता भी बढ़ रही है। द होस्टेलर इस प्रवृत्ति को समझते हुए अपनी सेवाओं को उच्च स्तर पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे इसे भारत में हॉस्टल संस्कृति को बढ़ावा देने में भी योगदान मिलेगा।
नए निवेश से संभावनाएं और चुनौतियाँ
हालांकि द होस्टेलर के लिए यह निवेश विस्तार के लिहाज से एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन इसके साथ ही कई चुनौतियाँ भी हैं। भारत में विभिन्न स्थानों पर नए हॉस्टल्स की स्थापना करना और स्थानीय संस्कृति के अनुसार सुविधाएँ प्रदान करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है। साथ ही, कंपनी को उच्च गुणवत्ता वाली सेवा बनाए रखने और यात्री अनुभव को निरंतर सुधारते रहने की आवश्यकता होगी। कंपनी को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उसकी सेवाएँ सभी जगह एक समान उच्च मानक पर हों, जिससे यात्रियों को हर स्थान पर एक समान अनुभव मिल सके।
निष्कर्ष
द होस्टेलर का यह नया फंडिंग राउंड न केवल कंपनी के विस्तार की योजनाओं को गति देगा, बल्कि भारतीय यात्रियों को किफायती और गुणवत्ता-युक्त प्रवास का विकल्प भी देगा। इस निवेश के साथ, द होस्टेलर भारत में यात्रा और हॉस्टल उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है, और कंपनी का लक्ष्य भविष्य में भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों में अपनी उपस्थिति को बढ़ाना है।
Read More : भारत में ऑनलाइन ज्योतिष की बढ़ती मांग में AstroTalk का योगदान