titan capital Winners Fund, जिसे स्नैपडील के सह-संस्थापक कुनाल बहल और रोहित बंसल का समर्थन प्राप्त है, ने अपने अंतिम समापन पर 333 करोड़ रुपये (लगभग $40 मिलियन) जुटाए हैं।
इससे पहले, अगस्त 2024 में, फंड ने अपने प्रारंभिक लक्ष्य 200 करोड़ रुपये को प्राप्त कर लिया था और अब ग्रीन-शू विकल्प का उपयोग करके अतिरिक्त प्रतिबद्धताओं को स्वीकार करने का निर्णय लिया है। यह राशि कंपनी के मौजूदा पोर्टफोलियो कंपनियों में बाद के चरणों में निवेश की जाएगी, कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा।
2011 से अब तक 250 से अधिक कंपनियों का समर्थन
2011 से, titan capital Winners Fund,ने 250 से अधिक कंपनियों का समर्थन किया है। कुछ प्रमुख सीड निवेशों में अर्बन कंपनी, मामा अर्थ, ऑफ़बिजनेस, रेजरपे, यूनिकॉमर्स, और ओला कैब्स शामिल हैं।
अगस्त में 200 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त किया
अगस्त में, टाइटन कैपिटल के विनर्स फंड ने 200 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त किया था। इस फंड के माध्यम से, कंपनी ने अर्बन कंपनी, मामा अर्थ, ओला, और क्रेडजेनिक्स जैसी कंपनियों से महत्वपूर्ण निकास किए।
टाइटन कैपिटल का अर्बन कंपनी में शुरुआती 57 लाख रुपये का निवेश 111 करोड़ रुपये के पूर्ण निकास में परिणत हुआ। ओला में, प्रारंभिक $60,000 का निवेश काफी बढ़ गया, और दोनों ने 2021 में कंपनी के $7.3 बिलियन के उच्चतम मूल्यांकन पर पूरी तरह से निकास किया।
इंदिकॉर्न्स: नए और लाभकारी स्टार्टअप्स की सूची
हाल ही में, टाइटन कैपिटल ने इंदिकॉर्न्स नामक एक नया सूचकांक लॉन्च किया, जो 100 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व वाले लाभकारी स्टार्टअप्स को उजागर करता है। इस सूची में शामिल स्टार्टअप्स में ग्रो, इन्फ्रा.मार्केट, इंडिफी, कंफर्मटीकेटी, कैशई, फाइबे, एवरेस्ट फ्लीट, फाइंड, इंडीक्यूब, करजा, लेंडिंगकार्ट, ऑक्सिजो, और नोडविन शामिल हैं।
titan capital Winners Fund, और भविष्य की योजनाएं
टाइटन कैपिटल की निवेश रणनीति ने उसे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। कंपनी न केवल शुरुआती चरण के निवेशों पर ध्यान केंद्रित करती है, बल्कि अपने पोर्टफोलियो में बाद के चरणों में भी निवेश करना जारी रखती है। यह दृष्टिकोण कंपनी को अपने पोर्टफोलियो कंपनियों के विकास को समर्थन देने और उनके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
टाइटन कैपिटल का यह कदम न केवल भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह दर्शाता है कि भारतीय निवेशक अब जोखिम लेने के लिए अधिक तैयार हैं और वे संभावित उच्च रिटर्न की तलाश में हैं।
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संदेश
टाइटन कैपिटल का यह नया फंड निवेशकों को एक महत्वपूर्ण संदेश देता है: भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश के लिए अब एक बेहतर समय है। कंपनी का इंदिकॉर्न्स सूचकांक यह भी दर्शाता है कि भारत में कई स्टार्टअप्स अब लाभकारी हो रहे हैं और बड़े पैमाने पर राजस्व उत्पन्न कर रहे हैं।
निष्कर्ष
टाइटन कैपिटल विनर्स फंड का 333 करोड़ रुपये जुटाना न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना है। यह दिखाता है कि भारतीय स्टार्टअप्स में अब भी बड़ी संभावनाएं हैं और वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हैं। कुनाल बहल और रोहित बंसल की दृष्टि और उनके निवेश के अनुभव ने टाइटन कैपिटल को एक प्रमुख निवेशक के रूप में स्थापित किया है, जो भविष्य में भी नए और उभरते हुए स्टार्टअप्स को समर्थन देता रहेगा।
भारतीय स्टार्टअप्स के लिए यह समय अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और टाइटन कैपिटल का यह कदम इस बात का प्रमाण है कि भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है।
भविष्य की संभावनाएं
आने वाले समय में, टाइटन कैपिटल के निवेश और उनके द्वारा समर्थित स्टार्टअप्स पर नजर रखना दिलचस्प होगा। कंपनी की रणनीति और उनकी सफलताएं निश्चित रूप से अन्य निवेशकों और उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।
इस प्रकार, टाइटन कैपिटल का यह नया फंड न केवल कंपनी के लिए बल्कि पूरे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
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