भारत की प्रमुख फूडटेक और क्विक कॉमर्स कंपनी Zomato ने ₹8,500 करोड़ जुटाने के लिए Qualified Institutional Placement (QIP) के माध्यम से शेयरधारकों की मंजूरी प्राप्त कर ली है। यह फंडरेज Swiggy के आगामी IPO और अन्य प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मुकाबले अपनी स्थिति मजबूत करने की दिशा में उठाया गया कदम है।
फंडरेज की प्रक्रिया और उद्देश्य
निवेश बैंक की नियुक्ति:
Zomato ने इस नई QIP प्रक्रिया के लिए निवेश बैंक Morgan Stanley को नियुक्त किया है।
कैसे होगा फंडरेज?
- कंपनी यह फंड योग्य संस्थागत निवेशकों (Qualified Institutional Investors) से इक्विटी शेयर जारी करके जुटाएगी।
- इस कदम की जानकारी Zomato ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी।
लक्ष्य:
- इस धनराशि का उपयोग Zomato की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और Swiggy, Zepto जैसे प्रतिस्पर्धियों के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
प्रतिस्पर्धा पर प्रभाव
Swiggy की IPO तैयारी:
- Swiggy ने अपने IPO के माध्यम से ₹4,500 करोड़ जुटाए हैं, जिससे कंपनी के पास पर्याप्त धन है।
Zepto की फंडिंग:
- Zepto ने हाल ही में ₹3,000 करोड़ की फंडिंग जुटाई है, जिससे वह क्विक कॉमर्स स्पेस में मजबूत स्थिति में है।
Zomato का उद्देश्य:
Zomato का यह फंडरेज सीधे तौर पर अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने और वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने के लिए है, ताकि यह अपने प्रतिस्पर्धियों के खिलाफ प्रभावी रूप से मुकाबला कर सके।
कर्मचारियों के लिए ESOP योजनाएं
ESOP प्लान का विस्तार:
Zomato ने कर्मचारियों को प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न ESOP योजनाओं को मंजूरी दी है:
- Zomato Employee Stock Option Plan 2018
- Zomato Employee Stock Option Plan 2021
- Zomato Employee Stock Option Plan 2022
- Zomato Employee Stock Option Plan 2024
ब्याज-मुक्त ऋण:
- कंपनी ने Foodie Bay Employees ESOP Trust को बिना ब्याज के ऋण देने की भी मंजूरी दी है, ताकि ये योजनाएं लागू की जा सकें।
कर्मचारियों के लिए लाभ:
इन योजनाओं से कर्मचारियों को कंपनी के साथ जुड़ाव और उनके प्रदर्शन में सुधार का मौका मिलेगा।
वित्तीय प्रदर्शन में सुधार
राजस्व में वृद्धि:
- FY25 की दूसरी तिमाही (Q2) में Zomato ने ₹4,799 करोड़ की परिचालन आय दर्ज की, जो FY24 की इसी तिमाही में ₹2,848 करोड़ थी।
- यह 68.5% की तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि को दर्शाता है।
लाभ में उछाल:
- Zomato ने Q2 FY25 में ₹176 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.8 गुना अधिक है।
मजबूत वित्तीय स्थिति:
- कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में यह सुधार इसे बाजार में बेहतर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएगा।
Zomato की बाजार रणनीति
क्विक कॉमर्स स्पेस पर ध्यान:
Zomato अपने फूड डिलीवरी व्यवसाय के अलावा Blinkit और अन्य क्विक कॉमर्स सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
टेक्नोलॉजी और इनोवेशन:
- कंपनी की रणनीति तकनीकी नवाचार और उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने पर आधारित है।
- डिजिटल भुगतान और उपभोक्ता डेटा का बेहतर उपयोग Zomato को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
ग्राहक जुड़ाव:
- Zomato का लक्ष्य ग्राहकों के साथ बेहतर जुड़ाव और उनकी जरूरतों को समझकर उन्हें कुशल सेवाएं प्रदान करना है।
भारतीय फूडटेक उद्योग में Zomato का प्रभाव
नेतृत्व की स्थिति:
Zomato भारतीय फूडटेक उद्योग में अग्रणी है और इसका विस्तार इसे बाजार में अन्य कंपनियों से आगे बनाए रखने में मदद करेगा।
प्रतिस्पर्धा में मजबूती:
- ₹8,500 करोड़ का यह फंड Zomato को प्रतिस्पर्धा में मजबूती प्रदान करेगा।
- Swiggy और Zepto जैसे प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबले के लिए कंपनी के पास पर्याप्त संसाधन होंगे।
निवेशकों का विश्वास:
- फंडरेज के जरिए Zomato ने निवेशकों का विश्वास मजबूत किया है, जो कंपनी के दीर्घकालिक विकास को समर्थन देगा।
निष्कर्ष
Zomato का ₹8,500 करोड़ का फंडरेज न केवल इसकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि Swiggy और Zepto जैसे बड़े खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा में इसे बढ़त भी देगा। कंपनी की राजस्व वृद्धि और लाभप्रदता में सुधार इसके मजबूत प्रबंधन और बाजार रणनीति का प्रमाण है।
आने वाले समय में, Zomato की फोकस्ड रणनीतियां और कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन योजनाएं इसे फूडटेक और क्विक कॉमर्स स्पेस में और अधिक प्रभावी बनाएंगी। भारतीय फूडटेक उद्योग में Zomato का यह कदम एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
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