💰 Mosaic Wellness ने जुटाए ₹175 करोड़

Mosaic Wellness

डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म Mosaic Wellness ने अपने नवीनतम फंडिंग राउंड में ₹175 करोड़ (लगभग $20 मिलियन) जुटाए हैं। इस निवेश का नेतृत्व Think Investment ने किया है। Mosaic Wellness, जो कि Man Matters, Boywise, और Little Joys जैसे लोकप्रिय ब्रांड्स का संचालन करती है, इस ताजा पूंजी से अपने विस्तार और ग्रोथ की योजनाओं को गति देगी।


🏛️ Mosaic Wellness विशेष प्रस्ताव पास, ₹1,07,500 की कीमत पर शेयर जारी

कंपनी की रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, Mosaic Wellness के बोर्ड ने एक विशेष प्रस्ताव पास किया है जिसके तहत 16,279 अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय प्रेफरेंस शेयर्स (CCPS) ₹1,07,500 प्रति शेयर की दर से जारी किए गए हैं। यह शेयर इश्यू Registrar of Companies (RoC) में दर्ज फाइलिंग के अनुसार ₹175 करोड़ की कुल फंडिंग के लिए जारी किए गए।


📊 फंडिंग के बाद वैल्यूएशन पहुंची $400 मिलियन

Entrackr की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फंडिंग राउंड के बाद Mosaic Wellness की पोस्ट-मनी वैल्यूएशन लगभग $400 मिलियन पहुंच गई है। इस लेन-देन के बाद Think Investment की कंपनी में हिस्सेदारी 5.04% हो जाएगी।


👩‍⚕️ Mosaic Wellness: एक डिजिटल-फर्स्ट हेल्थकेयर ब्रांड

Mosaic Wellness की शुरुआत 2020 में रेवंत भाटे और ध्यानेश शाह द्वारा की गई थी। यह एक डिजिटल-फर्स्ट कंज्यूमर हेल्थ प्लेटफॉर्म है जो पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए तीन अलग-अलग ब्रांड्स का संचालन करता है:

  • Man Matters: पुरुषों के लिए डर्मा, यौन स्वास्थ्य, पोषण और हाइजीन से संबंधित समाधान।
  • Boywise: किशोर लड़कों के लिए हेल्थ और वेलनेस उत्पाद।
  • Little Joys: बच्चों के लिए पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी प्रोडक्ट्स की रेंज।

📈 फाइनेंशियल प्रदर्शन में जबरदस्त ग्रोथ

Mosaic Wellness ने वित्त वर्ष FY24 (मार्च 2024 समाप्त) में ₹333 करोड़ का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल FY23 के ₹206 करोड़ से 61.7% अधिक है। इस दौरान कंपनी ने अपने घाटे में भी 37.1% की कमी की है, जो FY24 में ₹39 करोड़ रहा, जबकि FY23 में यह ₹62 करोड़ था।

इस तरह Mosaic ने अपने विकास और मुनाफे दोनों क्षेत्रों में सुदृढ़ता दिखाई है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।


📚 अब तक जुटाई गई कुल फंडिंग $65 मिलियन पार

इस नए निवेश के साथ Mosaic Wellness अब तक $65 मिलियन से अधिक की कुल फंडिंग जुटा चुकी है। कंपनी ने 2021 में Peak XV Partners (पूर्व में Sequoia India) के नेतृत्व में $24 मिलियन का Series A राउंड उठाया था। इस राउंड में Elevation Capital और Matrix Partners India जैसे मौजूदा निवेशकों ने भी भाग लिया था।

TheKredible के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में Elevation Capital कंपनी का सबसे बड़ा बाहरी निवेशक है, इसके बाद Peak XV और Matrix Partners का स्थान है।


🧬 क्या बनाता है Mosaic Wellness को खास?

Mosaic Wellness एक tech-enabled healthcare ब्रांड है जो भारतीय उपभोक्ताओं की हेल्थ वेलनेस जरूरतों को डिजिटल तरीके से पूरा करता है। इस प्लेटफ़ॉर्म पर यूजर्स को एक्सपर्ट डॉक्टर कंसल्टेशन, कस्टमाइज़्ड ट्रीटमेंट प्लान्स, और सब्सक्रिप्शन आधारित प्रोडक्ट्स का लाभ मिलता है।

Man Matters ब्रांड ने खासकर पुरुषों के यौन स्वास्थ्य और हेयर लॉस जैसे टैबू विषयों पर खुलकर बात करके एक मजबूत बाजार खड़ा किया है।


🌐 बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा

Mosaic Wellness का मुकाबला Plum, Tata 1mg, HealthKart, और Be Bodywise जैसे डिजिटल हेल्थ स्टार्टअप्स से है। लेकिन अपनी ब्रांड डाइवर्सिटी, स्मार्ट कंज्यूमर अप्रोच, और लैंगिक-विशिष्ट समाधानों के चलते Mosaic ने एक अलग पहचान बनाई है।


🔮 आगे की योजना और संभावनाएं

इस फंडिंग के बाद Mosaic Wellness अब नए प्रोडक्ट लॉन्च, मार्केट विस्तार, और डिजिटल ब्रांड बिल्डिंग पर फोकस करेगा। कंपनी का लक्ष्य न सिर्फ हेल्थ केयर को कस्टमाइज़ और कंज्यूमर-फ्रेंडली बनाना है, बल्कि इसे डिजिटल टचपॉइंट्स के माध्यम से हर घर तक पहुंचाना भी है।

Mosaic अब हेल्थकेयर के क्षेत्र में एक मजबूत और भरोसेमंद ब्रांड बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।


📌 लेखक: FundingRaised टीम
📆 प्रकाशन तिथि: 10 अप्रैल 2025
🔗 स्रोत: FundingRaised.in

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💸 Eloelo ने जुटाए ₹114.3 करोड़: Series B राउंड में Play Ventures

Eloelo

भारत की लाइव सोशल एंटरटेनमेंट स्टार्टअप Eloelo ने अपने Series B फंडिंग राउंड में $13.5 मिलियन (₹114.3 करोड़) जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Play Ventures ने किया, जिसमें कई बड़े निवेशकों ने भाग लिया जैसे Kalaari Capital, MIXI Investments, Gameskraft Technologies, Griffin Gaming Partners, Waterbridge Ventures, Courtside Ventures और Rocket Capital


🌍 Eloelo नई मार्केट्स में विस्तार और AI इनोवेशन पर फोकस

Eloelo ने बताया कि वह इस फंडिंग का इस्तेमाल नई मार्केट्स में विस्तार, AI टूल्स में निवेश, और प्रोडक्ट फीचर्स को बेहतर बनाने में करेगा। साथ ही, कंपनी ने घोषणा की है कि वह 2025 के अंत तक $60 मिलियन के एनुअल रेवेन्यू रन रेट का लक्ष्य बना रही है।

Eloelo अब अंतरराष्ट्रीय विस्तार पर भी विचार कर रही है, खासकर भारतीय प्रवासी बाजारों में। इससे कंपनी को ग्लोबल लेवल पर उपयोगकर्ता जोड़ने में मदद मिलेगी।


🎤 क्या है Eloelo?

Eloelo, जो जुलाई 2020 में सौरभ पांडे द्वारा शुरू किया गया था, एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो क्रिएटर्स को वीडियो और ऑडियो लाइवस्ट्रीम होस्ट करने की सुविधा देता है। खास बात यह है कि ये सभी सेवाएं कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हैं, जिससे यह टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी लोकप्रिय हो रही है।

प्लेटफ़ॉर्म पर क्रिएटर्स को माइक्रोपेमेंट्स और वर्चुअल गिफ्टिंग के ज़रिए मोनेटाइज़ करने का मौका मिलता है।


📈 रेवेन्यू और यूज़र बेस में जबरदस्त उछाल

Eloelo ने मई 2024 से मोनेटाइज़ेशन शुरू किया है और वर्तमान में इसका $23 मिलियन (₹200 करोड़) का एनुअल रेवेन्यू रन रेट है। प्लेटफ़ॉर्म पर 1.5 मिलियन से अधिक पेइंग यूज़र्स हैं।

कंपनी का दावा है कि उसके पास 90 मिलियन से ज्यादा यूज़र बेस है और इस समय 20,000 से ज्यादा क्रिएटर्स Eloelo से जुड़े हैं।


📊 फाइनेंशियल बैकग्राउंड और घाटा

हालांकि Eloelo ने अब कमाई शुरू की है, लेकिन FY24 (मार्च 2024 तक) के आंकड़ों के अनुसार कंपनी प्री-रेवेन्यू स्टेज में ही थी। इस दौरान कंपनी का घाटा ₹99 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2X से अधिक है।

यह फिगर दिखाता है कि Eloelo ने यूज़र ग्रोथ और ब्रांड बिल्डिंग के लिए बड़े पैमाने पर खर्च किया है, लेकिन अब कंपनी रेवेन्यू जेनरेशन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।


🗣️ 8 भाषाओं में सेवा, गेमिंग और सोशल एंगेजमेंट का अनोखा कॉम्बो

Eloelo एकमात्र ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो एक साथ लाइव स्ट्रीमिंग, गेमिंग और सोशल इंटरैक्शन को जोड़ता है। प्लेटफ़ॉर्म पर क्रिएटर्स द्वारा तमाशा, अंताक्षरी, क्विज़ और अन्य गेम्स आयोजित किए जाते हैं, जिससे यूज़र्स को मज़ेदार और इंटरेक्टिव अनुभव मिलता है।

कंपनी वर्तमान में 8 भाषाओं में अपनी सेवाएं देती है, जिससे यह क्षेत्रीय यूज़र्स के लिए भी सुलभ और रुचिकर बन गया है।


🤝 प्रतिस्पर्धा और बाज़ार में Eloelo की स्थिति

Eloelo का मुकाबला कई स्टार्टअप्स से है। इसमें ShareChat, Frnd, Lokal जैसे प्लेटफ़ॉर्म प्रमुख हैं जो सोशल एंगेजमेंट पर ध्यान दे रहे हैं। वहीं Loco, Rooter, Turnip जैसे प्लेटफ़ॉर्म गेमिंग सेगमेंट में अग्रणी हैं।

इसके अलावा Chingari, Bolo Live, और ShareChat जैसे प्लेयर्स भी अब लाइव और कैज़ुअल गेमिंग में कदम रख रहे हैं ताकि यूज़र एंगेजमेंट को बढ़ाया जा सके।


🔮 भविष्य की योजना और उम्मीदें

Eloelo का फोकस अब सतत विकास और स्केलेबिलिटी पर है। कंपनी का उद्देश्य है कि वह आने वाले वर्षों में न सिर्फ भारत बल्कि ग्लोबल लेवल पर भी लाइव सोशल इंटरटेनमेंट की दुनिया में अपनी जगह बनाए।

अगर Eloelo अपने इनोवेटिव फीचर्स और कम्युनिटी ड्रिवन अप्रोच को जारी रखती है, तो इसमें भारत का अगला बड़ा सोशल एंटरटेनमेंट ब्रांड बनने की पूरी क्षमता है।


📝 लेखक: FundingRaised टीम
📅 प्रकाशित तिथि: 10 अप्रैल 2025
🔗 स्रोत: FundingRaised.in

Read more :🏠 IPO की राह पर Urban Company, ₹528 करोड़ जुटाने को मिली शेयरधारकों की मंजूरी!

🏠 IPO की राह पर Urban Company, ₹528 करोड़ जुटाने को मिली शेयरधारकों की मंजूरी!

Urban Company

📈 IPO लॉन्च से पहले बड़ा कदम

घरेलू सेवाओं की अग्रणी ऑनलाइन मार्केटप्लेस Urban Company को ₹528 करोड़ (करीब $60.6 मिलियन) की प्राथमिक पूंजी (Primary Capital) जुटाने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिल चुकी है।

यह राशि कंपनी के आगामी IPO (Initial Public Offering) से पहले जुटाई जा रही है। कंपनी ने विशेष प्रस्ताव (Special Resolution) पारित करते हुए इस पूंजी जुटाव को मंजूरी दी है, जिसकी जानकारी कंपनी की रेगुलेटरी फाइलिंग में दी गई है।


🔄 Urban Company प्राइवेट से पब्लिक में बदला स्टेटस

यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब Urban Company ने खुद को एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल लिया है। कंपनी का नाम अब “Urbanclap Technologies India Limited” हो गया है, जो पहले “Urbancalp Technologies India Private Limited” था।

📰 Entrackr की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में फरवरी 2025 में इस बदलाव की जानकारी दी गई थी।


📑 जल्द ही SEBI के पास दाखिल होगा DRHP

सूत्रों के अनुसार, Abhiraj Bhal के नेतृत्व वाली कंपनी जल्द ही SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के पास अपना Draft Red Herring Prospectus (DRHP) दाखिल करेगी। यह दस्तावेज IPO से पहले का एक महत्वपूर्ण कदम होता है।


💰 अब तक जुटाई गई कुल फंडिंग

Urban Company अब तक कुल $450 मिलियन से अधिक की फंडिंग उठा चुकी है। इनमें शामिल हैं:

  • 💸 $255 मिलियन की Series F फंडिंग (2021)
  • 💸 $63 मिलियन की सेकेंडरी फंडिंग (2023), जिसमें कंपनी का वैल्यूएशन $2.2 बिलियन रहा

📊 TheKredible की रिपोर्ट के अनुसार:

  • 🏆 सबसे बड़ा बाहरी स्टेकहोल्डर है Accel
  • इसके बाद हैं VY Capital और Elevation Capital

🧰 Urban Company करता क्या है?

Urban Company एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो घरेलू सेवाएं (Home Services) प्रदान करता है। यह 55,000 से अधिक प्रोफेशनल्स को ग्राहकों से जोड़ता है, जिससे दोनों के लिए सेवाएं आसान और भरोसेमंद हो जाती हैं।

🛠️ कंपनी जिन सेवाओं में काम करती है, वे हैं:

  • सफाई (Cleaning)
  • मरम्मत (Repair)
  • पेंटिंग
  • पेस्ट कंट्रोल
  • ब्यूटी और ग्रूमिंग
  • घरेलू देखभाल (Home Maintenance)

📍 Urban Company भारत, UAE और सिंगापुर समेत 60 से अधिक शहरों में कार्यरत है।


📊 वित्तीय प्रदर्शन (FY24)

गुरुग्राम स्थित Urban Company ने मार्च 2024 में समाप्त वित्तीय वर्ष (FY24) में शानदार प्रदर्शन किया:

  • 💹 ऑपरेटिंग रेवेन्यू: ₹827 करोड़ — 30% की सालाना वृद्धि
  • 📉 घाटा (Loss): ₹93 करोड़ — 70% की कटौती

➡️ यह आंकड़े दर्शाते हैं कि कंपनी न केवल ग्रो कर रही है, बल्कि अपने घाटे को भी तेजी से कंट्रोल कर रही है।


🎯 IPO से क्या होगा हासिल?

IPO के जरिए Urban Company को निम्नलिखित लाभ होंगे:

  • 📥 पूंजी जुटाना: बिज़नेस विस्तार और टेक्नोलॉजी में निवेश के लिए
  • 🌐 ब्रांड वैल्यू बढ़ाना: पब्लिक लिस्टिंग से ट्रस्ट बढ़ेगा
  • 📈 निवेशकों को एग्ज़िट अवसर: पुराने निवेशकों को शेयर बेचने का मौका
  • 🤝 कर्मचारियों को ESOP बेनिफिट्स: कंपनी के शेयर खरीदने व बेचने का विकल्प

🌟 बाजार में मजबूत स्थिति

Urban Company भारत के होम सर्विस मार्केट में अग्रणी कंपनी है। इसके पास:

  • ✅ प्रोफेशनल्स की मजबूत टीम
  • ✅ टेक-सक्षम प्लेटफॉर्म
  • ✅ ग्राहक संतुष्टि पर फोकस
  • ✅ तीन देशों में उपस्थिति

यह सभी बातें इसे एक मजबूत IPO उम्मीदवार बनाती हैं।


🤔 क्या कहता है बाजार?

📣 निवेशक और मार्केट एक्सपर्ट्स Urban Company के IPO को लेकर आशावान हैं।

  • इसमें टेक और सर्विस सेक्टर का मेल है
  • Post-Covid दौर में होम सर्विस की मांग तेजी से बढ़ी है
  • कंपनी की पैनी ग्रोथ और घाटे में गिरावट ने भरोसा और मजबूत किया है

🧠 निष्कर्ष

Urban Company का IPO लॉन्च भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है।

🏆 यह ना केवल निवेशकों को आकर्षित करेगा, बल्कि भारत के घरेलू सेवा सेक्टर को और अधिक औपचारिक और संगठित बनाने में मदद करेगा।

📊 ₹528 करोड़ की मंजूरी इसके भविष्य की योजनाओं और विस्तार के लिए एक ठोस शुरुआत है।


📣 आपकी राय?

क्या आप Urban Company की सेवाएं लेते हैं? क्या आप इसके IPO में निवेश करने की सोच रहे हैं?

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Read more :🎓 Seekho OTT को मिलेगा $30 मिलियन का नया निवेश

🎓 Seekho OTT को मिलेगा $30 मिलियन का नया निवेश

Seekho

💼 2024 के बाद अब 2025 में Seekho को मिलेगा बड़ा फंडिंग राउंड

शॉर्ट-फॉर्म लर्निंग वीडियो पर फोकस करने वाला एजुकेशन आधारित ओटीटी प्लेटफॉर्म Seekho एक और बड़े निवेश राउंड की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार, कंपनी को जल्द ही $25-30 मिलियन (करीब ₹210-250 करोड़) की नई फंडिंग मिलने वाली है।

🚀 यह खबर Entrackr की एक रिपोर्ट में सामने आई है, जिसमें बताया गया है कि अमेरिकी वेंचर कैपिटल फर्म Bessemer Venture Partners इस राउंड को लीड कर रही है, और साथ में मौजूदा निवेशक जैसे Lightspeed और Elevation Capital भी भाग लेंगे।


🔁 Seekho पिछली फंडिंग और अब तक की ग्रोथ

Seekho ने दिसंबर 2024 में ही $8 मिलियन जुटाए थे। अब नए निवेश की चर्चाएं इस बात को दर्शाती हैं कि कंपनी ने हाल के महीनों में उपयोगकर्ता जुड़ाव (user engagement) और राजस्व वृद्धि (revenue growth) में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

🌱 अब तक Seekho ने कुल $11 मिलियन की फंडिंग उठाई है, जिसमें शामिल हैं:

  • 🎯 Lightspeed
  • 🎯 Elevation Capital
  • 🎯 PointOne Capital
  • 🎯 Sprout Investment
  • 🎯 AngelList
  • 🧠 Angel Investors: गौरव मुंजाल, अनुपम मित्तल, आलोक मित्तल, हेमंत गोतेटी, ज़ीशान हयात आदि

👨‍🏫 Seekho क्या करता है?

2020 में स्थापित इस बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप की स्थापना रोहित चौधरी, कीर्तय अग्रवाल और यश बनवानी ने की थी।

Seekho एक ऐसा OTT प्लेटफॉर्म है जो युवाओं को शॉर्ट-टर्म स्किल्स सिखाने के लिए छोटे और आकर्षक वीडियो कोर्सेज प्रदान करता है।

🎯 प्लेटफॉर्म के प्रमुख कोर्सेस में शामिल हैं:

  • पेरेंटिंग (Parenting)
  • स्टॉक ट्रेडिंग
  • इंस्टाग्राम ग्रोथ
  • करियर और शिक्षा से जुड़े कोर्सेस

📱 वीडियो की लंबाई आमतौर पर 2 से 5 मिनट की होती है, जिससे Gen Z और मिलेनियल्स के बीच इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।


🌍 टियर-II और टियर-III शहरों में गहरी पकड़

Seekho का मुख्य फोकस भारत के टियर-II और टियर-III शहरों पर है, जहाँ आज भी डिजिटल लर्निंग के बड़े अवसर हैं।

🔎 छोटे शहरों में कम लागत, उच्च जुड़ाव और लोकल लैंग्वेज कंटेंट Seekho को अलग बनाता है।

यह प्लेटफॉर्म पढ़ाई के पारंपरिक तरीकों से अलग है और तेजी से सीखने के लिए वीडियो कंटेंट का इस्तेमाल करता है, जो खासकर युवा पीढ़ी को पसंद आ रहा है।


📊 कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

सूत्रों के अनुसार, Seekho का Annual Recurring Revenue (ARR) अब $45-50 मिलियन तक पहुँच चुका है।

💸 मासिक रेवेन्यू: ₹35-40 करोड़
📈 वर्तमान वैल्यूएशन (post-money): लगभग $120-130 मिलियन

📅 FY24 में कंपनी का रेवेन्यू ₹11.5 करोड़ रहा, जबकि नुकसान ₹4.6 करोड़ दर्ज किया गया।

हालांकि घाटा है, लेकिन तेजी से बढ़ती ARR दर्शाती है कि कंपनी अब स्थायित्व और लाभ की ओर बढ़ रही है।


🔮 निवेशकों की दिलचस्पी क्यों बढ़ रही है?

💡 Seekho ने न सिर्फ एक मजबूत प्रोडक्ट-मार्केट फिट हासिल किया है, बल्कि भारत के एजुकेशन स्पेस में जो खालीपन (white space) है, उसे भी सफलतापूर्वक भरा है।

✍️ पिछले कुछ समय से एजुकेशन स्टार्टअप्स में मंदी देखी गई है, लेकिन Seekho जैसे मॉडल इस सेक्टर को फिर से रोमांचक बना रहे हैं।

🎬 शॉर्ट वीडियो फॉर्मेट युवाओं को पढ़ाई का नया तरीका दे रहा है, जो बोरिंग और लंबे वीडियो या किताबों से बेहतर अनुभव देता है।


🤝 आगे की रणनीति

Seekho का अगला फोकस निम्न क्षेत्रों पर रहेगा:

  • 📲 नई कैटेगरीज़ में कंटेंट लॉन्च करना
  • 🌐 और अधिक भाषाओं में विस्तार
  • 🎥 शॉर्ट वीडियो के नए फॉर्मेट लाना
  • 🧑‍💻 B2B सेगमेंट में संभावनाएं तलाशना

🧠 निष्कर्ष: एजुकेशन और एंटरटेनमेंट का परफेक्ट मिक्स

Seekho का यह मॉडल बताता है कि कैसे एजुकेशन को भी OTT की तरह एंटरटेनिंग बनाया जा सकता है।

🎯 Tier-II और Tier-III शहरों में मौजूद विशाल यूजरबेस, कम खर्च में स्किल डेवेलपमेंट, और तेज़ रेवेन्यू ग्रोथ इसे एक वैल्यूएबल एजुकेशन स्टार्टअप बनाते हैं।

Bessemer जैसे बड़े निवेशकों की दिलचस्पी भी इस बात का प्रमाण है कि Seekho का भविष्य उज्जवल है।


🗣️ आप क्या सोचते हैं?

क्या आपने कभी Seekho प्लेटफॉर्म इस्तेमाल किया है? आपको शॉर्ट वीडियो के ज़रिए लर्निंग करना कैसा लगता है?

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Read more :🎧 Bose ने Noise में फिर किया ₹172 करोड़ का निवेश

🎧 Bose ने Noise में फिर किया ₹172 करोड़ का निवेश

Bose

🔁 Bose और Noise की पार्टनरशिप को मिला नया बूस्ट

Bose  Corporation ने एक बार फिर भारत के तेजी से बढ़ते वियरेबल्स और हियरेबल्स बाज़ार में अपनी रुचि दिखाते हुए, भारतीय गैजेट ब्रांड Noise में ₹172 करोड़ (करीब $20 मिलियन) का निवेश किया है।

यह Bose का Noise में दूसरा निवेश है, जिसने 2023 में पहली बार रणनीतिक रूप से कंपनी में हिस्सेदारी ली थी।


📜 Bose क्या है डील की डिटेल?

Noise ने अपने बोर्ड मीटिंग में एक स्पेशल रिज़ॉल्यूशन पास करते हुए 4,915 कंपल्सरी कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (CCDs) जारी करने का फैसला किया।

💰 प्रत्येक CCD की कीमत: ₹3,45,833
📊 कुल राशि: ₹172 करोड़ या $20 मिलियन

इन डिबेंचर्स पर सिर्फ 0.001% का नोमिनल ब्याज लगेगा और इन्हें भविष्य में कंपनी के इक्विटी शेयर्स में कन्वर्ट किया जाएगा।


🧾 इस निवेश का उपयोग कहाँ होगा?

Noise ने कहा है कि यह पूंजी कंपनी के कई पहलुओं को मजबूत करने में काम आएगी:

  • 🏭 ऑपरेशनल खर्चों को पूरा करना
  • 📈 ब्रांड एक्सपेंशन और वीजिबिलिटी को बढ़ाना
  • 💼 वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करना
  • 🔧 अन्य व्यापारिक गतिविधियों में समर्थन देना

Bose का यह लेटेस्ट निवेश एक Flat Round के रूप में सामने आया है, जिसमें कंपनी का मूल्यांकन अब $470 मिलियन हो गया है — जोकि इसके सीरीज़ A वैल्यूएशन $460 मिलियन से थोड़ा अधिक है।


🌍 Bose ही क्यों?

यह जानना दिलचस्प है कि आज तक Noise में Bose  ही एकमात्र बाहरी निवेशक है। इससे यह साफ झलकता है कि Bose को Noise की बिज़नेस स्ट्रैटेजी, ग्रोथ और मार्केट पोटेंशियल पर पूरा भरोसा है।


🛍️ Noise क्या करता है?

Noise एक भारतीय कंज्यूमर टेक्नोलॉजी ब्रांड है जो प्रमुख रूप से इन प्रोडक्ट्स की बिक्री करता है:

  • ⌚ स्मार्टवॉच
  • 🎧 वायरलेस ईयरफोन्स
  • 🔊 ब्लूटूथ स्पीकर्स

यह प्रोडक्ट्स ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स और अपने ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए बेचे जाते हैं।

📈 कंपनी का दावा है कि यह भारत के स्मार्टवॉच सेगमेंट में सबसे आगे है।


🔊 “Sound by Bose” के साथ नया प्रोडक्ट लॉन्च

Bose के इस नए निवेश से कुछ समय पहले ही Noise ने एक नया प्रोडक्ट लॉन्च किया है जो कि “Sound by Bose” टेक्नोलॉजी से लैस है।

यह साझेदारी Noise के लिए एक बड़ी तकनीकी और ब्रांडिंग उपलब्धि मानी जा रही है, जिससे यूज़र्स को एक प्रीमियम ऑडियो अनुभव मिल रहा है।


💹 Noise की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

Noise ने FY24 (मार्च 2024 को समाप्त वर्ष) में शानदार परफॉर्मेंस दी है:

  • 📊 रेवेन्यू: ₹1,431 करोड़
  • 💰 EBITDA लेवल पर मुनाफा: कंपनी ने प्रॉफिटेबल ग्रोथ दर्ज की है

यह आंकड़े दिखाते हैं कि कंपनी सिर्फ रेवेन्यू नहीं, बल्कि मुनाफे के मामले में भी आगे बढ़ रही है, जो निवेशकों के लिए बेहद पॉजिटिव संकेत है।


⚔️ बाजार में मुकाबला: boAt भी रेस में

Noise को बाजार में चुनौती मिल रही है अन्य भारतीय टेक ब्रांड्स से, विशेष रूप से boAt से।

boAt ने हाल ही में Securities Exchange Board of India (SEBI) के पास अपना DRHP फाइल किया है। यह कंपनी भी IPO की तैयारी कर रही है।

boAt की FY24 की रिपोर्ट के अनुसार:

  • 📈 रेवेन्यू: ₹3,122 करोड़
  • 📉 घाटा: ₹53.5 करोड़ (जो पिछले साल की तुलना में 45% कम है)

इससे साफ है कि भारतीय कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट में अब प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा तेज हो चुकी है।


🔮 आगे क्या?

Noise का अगला लक्ष्य होगा:

  • नए प्रोडक्ट्स की रेंज को लॉन्च करना
  • इंटरनेशनल मार्केट में एंट्री
  • ब्रांड वेल्यू को और मजबूत करना

💼 Bose के दोहराए गए निवेश से कंपनी को न सिर्फ फंडिंग मिली है, बल्कि एक ग्लोबल ब्रांड की रणनीतिक साझेदारी का लाभ भी मिल रहा है।


🧠 निष्कर्ष: ‘Made in India’ टेक ब्रांड्स की ग्लोबल उड़ान

Noise का यह सफर दिखाता है कि आज भारतीय ब्रांड्स ग्लोबल इन्वेस्टर्स का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। Bose जैसे ब्रांड का बार-बार निवेश करना इस बात का प्रमाण है कि भारतीय उपभोक्ताओं की पसंद और टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स की क्षमता अब विश्वस्तर पर पहचान बना रही है।


📢 आपके विचार?

आप क्या सोचते हैं Bose और Noise की इस साझेदारी के बारे में? क्या आपने “Sound by Bose” वाला कोई डिवाइस इस्तेमाल किया है?

👇 कमेंट करें और हमें बताएं!

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Read more :🙏 डिजिटल आध्यात्मिक प्लेटफॉर्म Bhagva ने जुटाए $1 मिलियन

🙏 डिजिटल आध्यात्मिक प्लेटफॉर्म Bhagva ने जुटाए $1 मिलियन

Bhagva

💸 किसने किया निवेश और कितना?

Bhagva, एक तेजी से उभरता हुआ डिजिटल आध्यात्मिक प्लेटफॉर्म, ने हाल ही में प्री-सीरीज़ A फंडिंग राउंड में $1 मिलियन (करीब ₹8.3 करोड़) जुटाए हैं।

इस निवेश में सबसे अहम नाम रहा ऑस्ट्रेलिया के हाई-नेट-वर्थ निवेशक प्रदीप नैण (Pradeep Nain) का, जिन्होंने अन्य निवेशकों के साथ मिलकर इस भारतीय स्टार्टअप में विश्वास जताया है।


🧠 Bhagva फंडिंग का मकसद क्या है?

Bhagva ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि यह फंडिंग उनके तकनीकी इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और ऑपरेशनल कैपेबिलिटी को और बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल की जाएगी।

🔧 इसका सीधा असर यूजर्स के अनुभव पर पड़ेगा — ऐप और वेबसाइट पर स्मूद, सुलभ और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अनुभव सुनिश्चित किया जाएगा।


👩‍💻 कंपनी की शुरुआत और विज़न

Bhagva की स्थापना 2022 में जगृति मोटवानी (Jagriti Motwani) ने की थी।
उनका मकसद था कि आधुनिक टेक्नोलॉजी के ज़रिए भारतीय परंपराओं और आध्यात्मिकता को लोगों तक पहुँचाया जाए।

📲 प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को मिलती हैं:

  • ऑनलाइन पूजा और पंडित बुकिंग सेवाएं
  • 📅 डेली पंचांग और राशिफल
  • 🔔 जाप, हवन और अन्य धार्मिक सेवाएं
  • 🛍️ पूजा सामग्री की खरीदारी के विकल्प

🧘‍♂️ हर उम्र के लिए सुलभ और सहज

Bhagva का मोबाइल ऐप और वेबसाइट दोनों ही यूज़र-फ्रेंडली इंटरफेस से लैस हैं, जिससे यह सेवा हर उम्र के लोगों के लिए आसान और सुविधाजनक हो जाती है।

👵 बुज़ुर्गों के लिए आसान भाषा और क्लियर नेविगेशन
👶 युवाओं और बच्चों के लिए स्मार्ट फीचर्स और डिज़ाइन


👩‍🔧 महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में कदम

Bhagva सिर्फ आध्यात्मिकता नहीं, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने की दिशा में भी काम कर रहा है।

🎓 कंपनी महिलाओं को पूजा से जुड़ी चीज़ें बनाना सिखाती है, जैसे:

  • अगरबत्ती (Incense sticks)
  • सोलर दीये
  • धार्मिक कलाकृतियाँ

🔄 इसके जरिए वे आर्थिक स्वतंत्रता और सांस्कृतिक भागीदारी पा रही हैं।


🔮 रोज़मर्रा की आध्यात्मिक ज़रूरतों का समाधान

Bhagva का दावा है कि उसका ऐप और वेबसाइट लाखों लोगों के लिए रोज़मर्रा की आध्यात्मिक ज़रूरतों का डिजिटल समाधान है।

🕉️ इसकी सेवाओं में शामिल हैं:

  • डिजिटल पूजा (Digital Pooja)
  • ऑनलाइन / ऑफलाइन पूजा
  • 📿 जाप, मंत्र, यज्ञ सेवाएं
  • 🗓️ पंचांग और ज्योतिष
  • 🛍️ पूजा शॉप — सभी सामग्री एक ही जगह

Bhagva का उद्देश्य है कि आधुनिक तकनीक और परंपरा का संतुलन बनाकर लोगों को धर्म से जोड़ा जाए।


🧘‍♀️ कैसे बदल रहा है धार्मिक सेवाओं का डिजिटल चेहरा?

COVID-19 के बाद भारत में डिजिटल पूजा सेवाओं की डिमांड तेजी से बढ़ी है।
Bhagva जैसे प्लेटफॉर्म इस जरूरत को समझते हुए लोगों के लिए घर बैठे पूजा और धार्मिक अनुभवों को सुलभ बना रहे हैं

⛅ अब पंडित ढूंढ़ना, पूजा की तैयारी करना या शुभ मुहूर्त निकालना – सब कुछ बस एक क्लिक दूर है।


🔁 किन कंपनियों से है मुकाबला?

Bhagva का मुकाबला इस सेगमेंट की कई दूसरी प्रमुख कंपनियों से है, जैसे:

  • Astrotalk
  • AppsForBharat
  • Vama.app
  • DevDham
  • Utsav
  • InstaAstro
  • Japam
  • Temple Connect
  • Rgyan

⚔️ लेकिन Bhagva की खासियत यह है कि यह यूज़र एक्सपीरियंस के साथ-साथ सामाजिक असर पर भी फोकस करता है — यही इसे भीड़ से अलग बनाता है।


📊 स्टार्टअप इकोसिस्टम में आध्यात्मिक ऐप्स की बढ़ती डिमांड

भारत जैसे देश में, जहाँ धर्म और संस्कृति जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, वहां इस तरह के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की डिमांड लगातार बढ़ रही है।

📈 निवेशकों का ध्यान अब केवल ई-कॉमर्स या फिनटेक से हटकर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्टार्टअप्स की ओर भी बढ़ रहा है।

Bhagva को मिला $1 मिलियन का यह निवेश इसी ट्रेंड का प्रमाण है।


🔍 निष्कर्ष: आधुनिक युग की आस्था की नयी परिभाषा

Bhagva जैसे प्लेटफॉर्म यह दिखा रहे हैं कि परंपरा और तकनीक एक साथ चल सकते हैं
इस फंडिंग से न केवल कंपनी को फायदा होगा, बल्कि लाखों भारतीयों को भक्ति और आत्मिक जुड़ाव का डिजिटल अनुभव भी मिलेगा।


💬 आपकी क्या राय है?

क्या आप डिजिटल पूजा सेवाओं का उपयोग करते हैं?
👇 कमेंट में जरूर बताएं कि आपको Bhagva का कॉन्सेप्ट कैसा लगा।

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Read more :TBO Tek के शेयर में जबरदस्त तेजी की उम्मीद – JM Financial ने दिया ₹1,400 का टारगेट

TBO Tek के शेयर में जबरदस्त तेजी की उम्मीद – JM Financial ने दिया ₹1,400 का टारगेट

TBO Tek

🧾 क्या है मामला?

TBO Tek एक तेजी से बढ़ती टेक्नोलॉजी कंपनी है जो ट्रैवल बुकिंग सेक्टर में काम करती है। हाल ही में JM Financial Institutional Securities ने इस कंपनी पर अपना भरोसा दोहराया है और इसके शेयर को “Buy” रेटिंग दी है। इस रिपोर्ट में शेयर का टारगेट प्राइस ₹1,400 बताया गया है, जो कि इसके मौजूदा प्राइस ₹1,065 से 31.5% ज्यादा है।

यह रेटिंग निवेशकों को यह इशारा देती है कि आने वाले समय में TBO Tek के शेयर में अच्छी ग्रोथ देखी जा सकती है।


📚 “Buy Rating” का मतलब क्या होता है?

जब किसी ब्रोकरेज या रिसर्च फर्म द्वारा किसी कंपनी के स्टॉक को “Buy” रेटिंग दी जाती है, तो इसका मतलब होता है कि कंपनी के बिजनेस मॉडल, ग्रोथ पोटेंशियल और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस पर उन्हें पूरा भरोसा है।

JM Financial की रिपोर्ट यही दिखा रही है कि आने वाले क्वार्टर्स में TBO Tek का बिजनेस काफी बेहतर प्रदर्शन कर सकता है, जिससे इसके शेयर की कीमत बढ़ सकती है।


💹 TBO Tek रेवेन्यू में अनुमानित ग्रोथ – Q4 FY25 में ₹464.5 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद

JM Financial के विश्लेषण के अनुसार, TBO Tek की ऑपरेशनल रेवेन्यू Q4 FY25 में ₹464.5 करोड़ हो सकती है। पिछले साल की इसी अवधि (Q4 FY24) में यह ₹369.1 करोड़ थी।

👉 यानी कंपनी को 25.8% सालाना ग्रोथ मिलने की संभावना है, जो किसी भी मिड-कैप कंपनी के लिए बेहतरीन आंकड़ा है।


🏨 Hotel और Package बुकिंग से सबसे ज्यादा कमाई

TBO Tek का रेवेन्यू ज्यादातर Hotel और Holiday Package बुकिंग्स से आता है।

JM Financial के अनुसार, इस सेगमेंट से:

  • ₹365.9 करोड़ की कमाई होगी (Q4 FY25)
  • जो पिछले क्वार्टर ₹271.8 करोड़ थी
  • यह ग्रोथ 34.6% YoY के बराबर है
  • कुल रेवेन्यू में इसका हिस्सा 78.7% है

इसके अलावा:

✈️ एयर टिकटिंग से ₹86.9 करोड़
📦 अन्य सेवाओं से ₹11.6 करोड़ की आय की उम्मीद है।


📈 Gross Profit Margin में इज़ाफा

कंपनी के मार्जिन में भी सुधार देखा जा रहा है।

FY25 की चौथी तिमाही में TBO Tek का Gross Profit Margin (GPM) बढ़कर 70.3% होने की उम्मीद है, जो Q4 FY24 में 68% था।

यह दिखाता है कि कंपनी न केवल रेवेन्यू बढ़ा रही है, बल्कि खर्चों को कंट्रोल कर मुनाफे को भी बढ़ा रही है।


💰 मुनाफा स्थिर लेकिन सकारात्मक

Profit After Tax (PAT) की बात करें तो Q4 FY25 में कंपनी का मुनाफा ₹47.2 करोड़ तक पहुंच सकता है, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा ₹46.6 करोड़ था।

यानी सालाना ग्रोथ 1.28% की रहने की संभावना है।

हालांकि ग्रोथ मामूली है, लेकिन इसका स्थिर रहना कंपनी की फाइनेंशियल स्ट्रेंथ को दर्शाता है।


📅 पूरे वित्त वर्ष FY25 का परफॉर्मेंस

पूरा वित्त वर्ष 2024-25 भी TBO Tek के लिए काफी अच्छा रहा है:

  • 📊 कुल रेवेन्यू: ₹1,755.8 करोड़
  • 💸 कुल प्रॉफिट (PAT): ₹214.5 करोड़

यह आंकड़े कंपनी की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ और स्थिरता का प्रमाण हैं।


📉 शेयर प्राइस का उतार-चढ़ाव और मौजूदा स्थिति

TBO Tek का शेयर 8 अप्रैल 2025 को ₹1,065.5 पर बंद हुआ।
मजेदार बात यह है कि ठीक एक दिन पहले यानी 7 अप्रैल को इसने अपना 52-सप्ताह का सबसे निचला स्तर छुआ था।

इसके बावजूद, JM Financial का टारगेट ₹1,400 यह दिखाता है कि शेयर में दम है और निवेशकों को लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।


🧠 निवेशकों के लिए क्या है रणनीति?

अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं और किसी ऐसे स्टॉक की तलाश में हैं जो:

✅ मजबूत बिजनेस मॉडल रखता हो
✅ टेक्नोलॉजी-बेस्ड हो
✅ तेजी से ग्रो कर रहा हो
✅ और ब्रोकरेज की पॉजिटिव रेटिंग पा चुका हो

…तो TBO Tek एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।


💬 निष्कर्ष: क्या निवेश का समय है?

TBO Tek की फाइनेंशियल ग्रोथ, ऑपरेशनल स्ट्रेंथ और इंडस्ट्री में पोजीशन इसे एक promising कंपनी बनाती है।

JM Financial जैसी बड़ी फर्म की “Buy” रेटिंग इसके प्रति भरोसे को और भी मजबूत करती है।

📌 यदि आप ऐसे शेयर में निवेश करना चाहते हैं जिसमें रिस्क कम हो और ग्रोथ की संभावना ज्यादा — तो TBO Tek पर ध्यान देना चाहिए।


🗣️ आपकी राय?

क्या आप TBO Tek के शेयर में निवेश करेंगे?
👇 नीचे कमेंट करें और शेयर करें अपनी राय।
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Read more :🎮 Eloelo 5 साल में 80 मिलियन यूज़र्स, लेकिन अब तक Zero कमाई

🎮 Eloelo 5 साल में 80 मिलियन यूज़र्स, लेकिन अब तक Zero कमाई

Eloelo

भारत में डिजिटल एंटरटेनमेंट का क्रेज़ तेज़ी से बढ़ रहा है, और इसी लहर पर सवार है बेंगलुरु बेस्ड स्टार्टअप Eloelo। ये एक ऐसा अनोखा प्लेटफॉर्म है जो भारतीय पारंपरिक गेम्स जैसे तंबोला, अंताक्षरी और म्यूजिकल चेयर्स को लाइव गेमिंग फॉर्मेट में बदलकर क्रिएटर्स और फैंस को जोड़ता है।

पर सवाल ये है — जब 5 साल में भी एक पैसा रेवेन्यू नहीं आया, तो VCs इसमें करोड़ों क्यों झोंक रहे हैं? 🤔


💸Eloelo 50 मिलियन डॉलर की जबरदस्त फंडिंग

Play Ventures, Westbridge और Kalaari Capital जैसे दिग्गज निवेशकों ने Eloelo में मिलाकर अब तक $50 मिलियन (₹415 करोड़) का निवेश किया है।
हाल की एक फंडिंग राउंड में कंपनी को $13 मिलियन मिले।

👉 यह सब दर्शाता है कि Eloelo में निवेशकों को एक लंबी रेस का घोड़ा नजर आ रहा है।


📉 FY24 तक कोई ऑपरेटिंग कमाई नहीं, सिर्फ ब्याज से ₹5 करोड़

Eloelo ने वित्त वर्ष 2024 (FY24) तक कोई ऑपरेटिंग रेवेन्यू दर्ज नहीं किया।
हालांकि, कंपनी को Fixed Deposit के ब्याज से ₹5 करोड़ की आमदनी ज़रूर हुई।

यानी कंपनी ने अब तक कमाई शुरू नहीं की है, फिर भी फंडिंग मिलती रही।


📣 मार्केटिंग में पैसा बहाया, यूज़र्स को जोड़े रखा

Eloelo ने FY24 में ₹104 करोड़ खर्च किए, जो FY23 के ₹45 करोड़ से 2.3 गुना ज्यादा है।

सबसे बड़ा खर्च:
🟢 Marketing & Promotions – ₹40 करोड़
🟢 FY23 में था ₹17 करोड़
🟢 कुल खर्चों का 38.5% हिस्सा सिर्फ प्रचार-प्रसार पर


👨‍💻 Team, Creators और Tech पर भी खर्च

कंपनी के अन्य बड़े खर्च इस प्रकार रहे:

  • 👩‍💼 Employees की सैलरी व बेनिफिट्स – ₹24 करोड़ (2.4X बढ़ोतरी)
  • 🎥 Content Creators को भुगतान – ₹14 करोड़
  • 💻 Technology & Product Development – ₹14 करोड़ (कुल खर्च का 13%)
  • 🏢 अन्य खर्चे (ऑफिस, सर्वर, कस्टमर सपोर्ट आदि) – ₹12 करोड़

😓 घाटा भी 2.3 गुना बढ़कर ₹99 करोड़

FY24 में Eloelo को ₹99 करोड़ का नेट लॉस हुआ, जो पिछले साल की तुलना में 2.3 गुना अधिक है।

💰 हालांकि, कंपनी के पास अब भी ₹166 करोड़ के current assets हैं, जिसमें ₹149 करोड़ की कैश और बैंक बैलेंस शामिल है। यानी खर्च करने के लिए अभी भी अच्छा खासा पैसा है।


🧑‍💼 फाउंडर्स में निवेशकों को पूरा भरोसा

Eloelo की स्थापना सौरभ पांडे और अक्षय दुबे ने की थी।
दोनों मिलाकर कंपनी में 20% हिस्सेदारी रखते हैं।

निवेशकों को इन दोनों फाउंडर्स की passion, vision और charisma पर पूरा भरोसा है।


🧐 कमाई कब और कैसे शुरू होगी?

Eloelo का सबसे बड़ा चैलेंज है — Monetization यानी कमाई की शुरुआत।

📢 अगर ये Ads से कमाना चाहता है, तो ब्रांड्स के साथ डील्स जल्द करनी होंगी।
💸 अगर Paying Users चाहिए, तो features के लिए चार्ज करना ही होगा — इससे पहले कि फ्री सर्विस देना आदत बन जाए।

कंपनी के दावे के अनुसार:

  • 👥 80 मिलियन यूज़र्स
  • 🎙️ 1.5 लाख से ज़्यादा क्रिएटर्स

इतने बड़े user base के बावजूद कमाई ना होना थोड़ा चौंकाता है।


🧨 VCs का All or Nothing दांव

Eloelo उन चुनिंदा स्टार्टअप्स में है जहां VCs ने रेवेन्यू नहीं, बल्कि idea और energy पर दांव लगाया है।

“अगर ये प्लेटफॉर्म चल निकला, तो आग की तरह फैलेगा। और अगर नहीं चला, तो एक दर्दनाक अंत भी हो सकता है।”

फ़िलहाल Eloelo के burn rate से कई stakeholders को फायदा हो रहा है, लेकिन लंबी उम्र के लिए कंपनी को अब कमाई शुरू करनी ही होगी।


🔍 निष्कर्ष: अगला बड़ा धमाका या सिर्फ एक महंगा सपना?

Eloelo ने प्रोडक्ट, यूजर्स और क्रिएटर्स की बड़ी टीम तो बना ली है — अब बारी है revenue stream सेट करने की।

अगर Eloelo आने वाले महीनों में monetize करने की दिशा में ठोस कदम उठाता है, तो ये भारत का अगला “Live Entertainment Super App” बन सकता है।

वरना, यह भी उन स्टार्टअप्स की लिस्ट में शामिल हो सकता है जो बड़ी उम्मीदों के साथ आए, लेकिन बिना कमाई के गायब हो गए।


आपकी राय क्या है? क्या Eloelo भारत का अगला बड़ा सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म बन पाएगा? 💭

Read more :Ecom Express को ₹1,407 करोड़ में अधिग्रहित किया

Ecom Express को ₹1,407 करोड़ में अधिग्रहित किया

Ecom Express

भारत की लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में एक बड़ा मोड़ तब आया जब Delhivery ने हाल ही में Ecom Express को ₹1,407 करोड़ में अधिग्रहित कर लिया। हालांकि यह डील एक सामान्य अधिग्रहण की तरह लग सकती है, लेकिन आंकड़ों की गहराई से जांच करने पर यह एक डिस्ट्रेस सेल (Distress Sale) जैसी प्रतीत होती है। Ecom Express की गिरती हुई आमदनी, बढ़ते हुए नुकसान, और ग्रोथ में तीन वर्षों से ठहराव ने इसकी वैल्यूएशन पर सीधा असर डाला।


📉 Ecom Express गिरती आमदनी और बढ़ता घाटा: FY25 के शुरुआती 9 महीनों का हाल

Ecom Express ने FY25 की पहली तीन तिमाहियों (मार्च से दिसंबर 2024) में ₹1,912 करोड़ का ऑपरेशनल रेवेन्यू दर्ज किया। तुलना करें तो पूरे FY24 में कंपनी का रेवेन्यू ₹2,653 करोड़ था। इस ट्रेंड को देखते हुए FY25 के अंत तक कंपनी का टर्नओवर ₹2,500 करोड़ या उससे भी कम रह सकता है, खासकर डील के समय में लगने वाली ऊर्जा और संसाधनों को देखते हुए।

इस गिरती आमदनी के साथ-साथ कंपनी के नुकसान में तेज़ उछाल देखने को मिला। FY24 में जहां कंपनी का नेट लॉस ₹249 करोड़ था, वहीं FY25 के शुरुआती 9 महीनों में यह बढ़कर ₹398 करोड़ हो गया। हालांकि, एडजस्टेड EBITDA घाटा ₹104 करोड़ रहा, जो कि लागत नियंत्रण की कोशिशों का संकेत देता है।


📦 ऑपरेशंस का विस्तार, लेकिन ऑर्डर में गिरावट

Ecom Express ने अपने नेटवर्क का बड़ा विस्तार किया है — कंपनी भारत के 2,700 से ज्यादा शहरों और 27,000 पिन कोड्स में लॉजिस्टिक्स सेवाएं देती है। इसके पास 50,000 से अधिक कर्मचारी और 3,000 से ज्यादा सुविधाएं हैं। फिर भी, ग्रोथ की रफ्तार कम होती दिखी।

  • FY25 की पहली तीन तिमाहियों में 40.5 मिलियन डिलीवरी ऑर्डर पूरे किए गए,
  • जबकि पूरे FY24 में यह आंकड़ा 51.4 मिलियन था।

कूरियर सेवाओं से FY25 के पहले 9 महीनों में कंपनी ने ₹2,349 करोड़ और वेयरहाउसिंग से ₹260 करोड़ की कमाई की।


🧾 फंडिंग और शेयरहोल्डिंग स्ट्रक्चर

Ecom Express ने अपने सफर में अब तक $290 मिलियन (₹2,400+ करोड़) से अधिक की फंडिंग जुटाई है। DRHP (Draft Red Herring Prospectus) के अनुसार:

  • Partners Group सबसे बड़ा शेयरहोल्डर था (49.76%)
  • इसके बाद Warburg Pincus (27.13%) और
  • British International Investment (BII) (10.03%) प्रमुख निवेशक थे।

फिर भी, इन बड़े निवेशकों के बावजूद कंपनी सतत लाभप्रदता नहीं बना सकी, जो अंततः डिस्ट्रेस वैल्यू पर बिक्री की एक वजह बनी।


🏗️ लॉजिस्टिक्स बिज़नेस की चुनौतियाँ

लॉजिस्टिक्स सेक्टर अपने आप में एक मैन-पॉवर इंटेंसिव बिज़नेस है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां:

  • स्थिरता और कर्मचारी स्थायित्व जरूरी होता है,
  • जबकि फूड डिलीवरी जैसी कंपनियाँ उच्च कर्मचारी ट्रांज़िशन के साथ भी काम कर सकती हैं।

Ecom Express की कहानी भी कुछ ऐसी ही रही — जब तक मजबूत सेकेंड-टियर लीडरशिप टीम नहीं बनी थी, तब तक संस्थापक ही हर रोज़ के ऑपरेशनों में उलझे रहते थे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में कंपनी ने एक सशक्त नेतृत्व टीम बनाई, जो कंपनी को ऑपरेशनल रूप से संभाल रही थी।


👥 संस्थापकों की भूमिका और परिपक्वता का असर

Ecom Express की स्थापना 2012 में चार पूर्व Blue Dart अधिकारियों द्वारा की गई थी। हालांकि इनमें से दो संस्थापकों का निधन हो चुका है, जबकि बचे हुए दो — मंजू धवन और के. सत्यनारायण — अब 35+ वर्षों के अनुभव के साथ परिपक्व हो चुके हैं।

संभव है कि:

  • संस्थापकों के लिए यह एक संतोषजनक निष्कर्ष रहा हो,
  • और एक साहसी उद्यमशील यात्रा का सफल अंत हो।

13 वर्षों में कंपनी ने भारत की सबसे चर्चित लॉजिस्टिक्स कंपनियों में जगह बनाई — यह एक उपलब्धि है जिसे नकारा नहीं जा सकता।


🏁 क्या Delhivery Ecom Express को नई दिशा दे पाएगी?

अब जब Ecom Express, Delhivery का हिस्सा बन चुकी है, तो सबसे बड़ा सवाल है — क्या Delhivery इसे नए मुकाम तक पहुंचा पाएगी?

Delhivery के पास पहले से ही:

  • मजबूत टेक्नोलॉजी बैकबोन है
  • बेहतर फंडिंग और निवेशकों का समर्थन है
  • और तेज़ी से विस्तार करने की क्षमता है

Ecom Express के इन्फ्रास्ट्रक्चर, ग्राहक नेटवर्क और मैनपावर के साथ मिलकर यह डील एक बड़ा लॉजिस्टिक्स पावरहाउस बना सकती है — बशर्ते दोनों कंपनियाँ मिलकर सिंक्रोनाइज़ेशन में काम करें।


🔍 निष्कर्ष: एक युग का अंत, दूसरे की शुरुआत

Ecom Express की यह डील लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री के बदलते समीकरणों की ओर इशारा करती है। जहां एक ओर स्टार्टअप्स को तेज़ ग्रोथ और स्केलेबिलिटी की ज़रूरत होती है, वहीं दूसरी ओर स्थिरता और लागत नियंत्रण लंबे समय तक टिकने के लिए जरूरी हैं।

Ecom Express की यात्रा भले ही स्वतंत्र रूप से खत्म हुई हो, लेकिन इसके 13 वर्षों की मेहनत, नेटवर्क, और ब्रांड वैल्यू अब Delhivery के पास है — जो इसे नई ऊँचाइयों तक ले जा सकती है।


📌 क्या आप मानते हैं कि Delhivery के साथ Ecom Express और बेहतर प्रदर्शन कर पाएगी? अपने विचार नीचे कमेंट करें।

Read more :Sadbhav Future Tech’s को मिला ₹36 करोड़ का प्री-IPO निवेश,

Sadbhav Future Tech’s को मिला ₹36 करोड़ का प्री-IPO निवेश,

Sadbhav

भारत के नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में एक महत्वपूर्ण क़दम उठाते हुए, Chanakya Opportunities Fund ने Sadbhav  Future Tech के ₹36 करोड़ (लगभग $4.19 मिलियन) के प्री-IPO फंडिंग राउंड में निवेश किया है। यह निवेश फंड की ग्रीन और क्लीन एनर्जी स्पेस में बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है।

यह फंडिंग ऐसे समय पर आई है जब भारत की सरकार और निजी कंपनियाँ, दोनों, सस्टेनेबल एनर्जी की ओर तेज़ी से कदम बढ़ा रही हैं, खासकर सोलर टेक्नोलॉजी के ज़रिए ग्रामीण भारत को सशक्त बनाने के लिए।


☀️ Sadbhav  Future Tech का मिशन: हर किसान के लिए स्वच्छ ऊर्जा

Sadbhav  Future Tech, जिसकी स्थापना वर्ष 2020 में हुई थी, भारत की अग्रणी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक बनकर उभर रही है। कंपनी की अगुवाई Bhupender Singh, Nilesh Jain और Saikat Roy कर रहे हैं।

Sadbhav का उद्देश्य है सोलर टेक्नोलॉजी के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा को अधिक कुशल और सुलभ बनाना। अब तक कंपनी ने:

  • 50,000 से अधिक सोलर पंप इंस्टॉल किए हैं।
  • रूफटॉप और लार्ज-स्केल सोलर सिस्टम्स की सेवाएं दी हैं।
  • अगले 10 वर्षों में 10 लाख किसानों की ज़िंदगी में बदलाव लाने का लक्ष्य रखा है।

🏞️ सरकारी योजनाओं से जुड़ाव: पीएम-कुसुम योजना का समर्थन

Sadbhav Future Tech, भारत सरकार की प्रमुख योजना — PM-KUSUM (प्रधानमंत्री कुसुम योजना) — का सक्रिय समर्थन करती है। यह योजना किसानों को डीज़ल पर निर्भरता से हटाकर सोलर एनर्जी की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है।

PM-KUSUM योजना के लाभ:

  • डीज़ल खर्च में भारी कटौती
  • किसानों की आय में वृद्धि
  • पर्यावरण के प्रति योगदान

Sadbhav Future Tech इस योजना के अंतर्गत महाराष्ट्र, असम, राजस्थान जैसे कई राज्यों में काम कर रही है और देश के अन्य हिस्सों में भी विस्तार की योजना बना रही है।


💸 Chanakya Opportunities Fund की रणनीति और रुचि

Chanakya Opportunities Fund ने अब तक नवीकरणीय ऊर्जा सेक्टर में ₹18 करोड़ से अधिक का निवेश किया है। Sadbhav में हालिया निवेश इसी रणनीतिक विस्तार का हिस्सा है।

फंड की रणनीतिक प्राथमिकताएँ:

  • स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा में दीर्घकालिक निवेश
  • सामाजिक प्रभाव (Social Impact) के साथ मुनाफा
  • ग्रामीण भारत में टेक्नोलॉजी आधारित समाधान

🚀 प्री-IPO निवेश: क्या Sadbhav की लिस्टिंग जल्द देखने को मिलेगी?

Sadbhav Future Tech की यह फंडिंग प्री-IPO चरण की है, जो यह संकेत देती है कि कंपनी निकट भविष्य में IPO (Initial Public Offering) लाने की तैयारी में है। अगर ऐसा होता है, तो यह भारत के रिन्यूएबल एनर्जी स्टार्टअप ईकोसिस्टम के लिए एक बड़ा मोमेंट हो सकता है।

फंडिंग से मिलने वाले कैपिटल का उपयोग कंपनी निम्नलिखित कार्यों में करेगी:

  • सोलर इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार
  • टेक्नोलॉजी में नवाचार
  • ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूदगी मजबूत करना
  • अनुसंधान और विकास (R&D)

📈 क्लीन एनर्जी स्पेस में बढ़ती प्रतिस्पर्धा

भारत में सोलर और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में अब तेज़ी से प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। बाजार में मौजूद प्रमुख खिलाड़ी जैसे:

  • Tata Power Solar
  • Adani Solar
  • Loom Solar
  • Fourth Partner Energy

Sadbhav Future Tech को इन कंपनियों के बीच खुद को एक “फार्मर-फर्स्ट, टेक्नोलॉजी-ड्रिवन” ब्रांड के रूप में स्थापित करना है।

हालाँकि, कंपनी की ग्रामीण फोकस्ड अप्रोच, सरकारी साझेदारी, और कम लागत में उच्च इफिशिएंसी देने वाली टेक्नोलॉजी इसे एक अनूठा स्थान दिला सकती है।


🌱 भारत के ग्रामीण किसानों के लिए सोलर समाधान

Sadbhav Future Tech की रणनीति मुख्य रूप से भारतीय किसानों की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। कंपनी का कहना है कि सोलर पंप के ज़रिए:

  • सिंचाई की लागत कम होती है
  • डीज़ल की निर्भरता घटती है
  • लंबे समय तक चलने वाली ऊर्जा मिलती है

ऐसे समाधानों की देशभर में भारी मांग है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां बिजली की पहुंच सीमित है


🔍 निष्कर्ष: टिकाऊ ऊर्जा का भविष्य और Sadbhav की भूमिका

Sadbhav Future Tech ने सिर्फ चार साल में ही जो मुकाम हासिल किया है, वह काबिल-ए-तारीफ है। कंपनी के मॉडल में तकनीक, प्रभाव, और प्रभावी क्रियान्वयन का बेहतरीन संतुलन देखने को मिलता है।

Chanakya Opportunities Fund का इस कंपनी में निवेश इस बात का संकेत है कि भारत की ग्रीन एनर्जी क्रांति अब और तेज़ होने वाली है।

यदि Sadbhav इसी गति से आगे बढ़ता रहा, तो यह आने वाले वर्षों में भारत के सबसे प्रभावशाली क्लीनटेक कंपनियों में से एक बन सकता है — जो न सिर्फ पर्यावरण बल्कि किसानों की आजीविका में भी बदलाव लाने की क्षमता रखती है।


📌 क्या आपको लगता है कि Sadbhav Future Tech भारत की अगली बड़ी सोलर कंपनी बन सकती है? अपने विचार नीचे ज़रूर साझा करें

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