AI infrastructure startup Pipeshift ने जुटाए $2.5 मिलियन

Pipeshift

AI इंफ्रास्ट्रक्चर स्टार्टअप Pipeshift ने अपने सीड फंडिंग राउंड में $2.5 मिलियन (करीब ₹20.5 करोड़) जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Y Combinator और SenseAI Ventures ने किया, जिसमें Arka Venture Labs, Good News Ventures, Nivesha Ventures, Astir VC, GradCapital, और MyAsiaVC ने भी भाग लिया।

Pipeshift सिलिकॉन वैली के अनुभवी एंजल निवेशकों की भागीदारी

इस फंडिंग राउंड में सिलिकॉन वैली के अनुभवी एंजल निवेशकों ने भी हिस्सा लिया। इनमें शामिल हैं:

  • कुलवीर टागर (CEO, Zeus)
  • उमुर कूबुकु (CEO, Ubicloud और पूर्व Azure PostgreSQL प्रमुख)
  • कृष्णा मेहरा (Meta के पूर्व इंजीनियरिंग हेड और Capillary Technologies के सह-संस्थापक)

Pipeshift: अगली पीढ़ी का AI इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म

Pipeshift एक नेक्स्ट-जनरेशन प्लेटफ़ॉर्म-एज़-अ-सर्विस (PaaS) लॉन्च कर रहा है, जो इंजीनियरिंग टीमों को किसी भी इंफ्रास्ट्रक्चर (क्लाउड या ऑन-प्रिमाइसेस) पर AI वर्कलोड को प्रबंधित करने में सक्षम बनाता है।

Pipeshift की खासियतें

  • यह प्लेटफ़ॉर्म इंजीनियरिंग टीमों को बेहतर गति और नियंत्रण प्रदान करता है।
  • पारंपरिक GPU ब्रोकर्स के विपरीत, Pipeshift एक कस्टमाइजेबल और फ्लेक्सिबल इंफ्रास्ट्रक्चर समाधान प्रदान करता है।
  • कंपनी का एंड-टू-एंड MLOps स्टैक एंटरप्राइजेज को ओपन-सोर्स जनरेटिव AI (GenAI) मॉडल्स को ट्रेन, डिप्लॉय और स्केल करने की सुविधा देता है।

सपोर्टेड मॉडल्स

Pipeshift प्लेटफॉर्म विभिन्न प्रकार के मॉडल्स को सपोर्ट करता है:

  • LLMs (Large Language Models)
  • विज़न मॉडल्स
  • ऑडियो मॉडल्स
  • इमेज मॉडल्स

यह किसी भी क्लाउड या ऑन-प्रिमाइसेस GPU पर इन मॉडल्स को स्केल करने में सक्षम बनाता है।


Pipeshift का अनोखा दृष्टिकोण

पारंपरिक समाधानों से अलग

Pipeshift उन कंपनियों के लिए एक बेहतर विकल्प है, जो पारंपरिक GPU ब्रोकर्स की सीमाओं से आगे बढ़कर अपने AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर अधिक नियंत्रण चाहती हैं।

  • अधिकांश GPU ब्रोकर्स “वन-साइज़-फिट्स-ऑल” समाधान प्रदान करते हैं।
  • Pipeshift कस्टमाइजेशन और फ्लेक्सिबिलिटी को प्राथमिकता देता है, जिससे यह एंटरप्राइज़ेज़ की आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से पूरा करता है।

AI वर्कलोड्स के लिए अनुकूलित

Pipeshift ने अपने प्लेटफ़ॉर्म को इस तरह डिज़ाइन किया है कि यह AI वर्कलोड्स को कुशलतापूर्वक प्रबंधित कर सके।

  • इसके प्लग-एंड-प्ले मॉडल्स उपयोगकर्ताओं को AI संचालन को तेजी से लागू करने में मदद करते हैं।
  • क्लाउड और ऑन-प्रिमाइसेस इंफ्रास्ट्रक्चर के बीच आसानी से वर्कलोड्स को शिफ्ट करने की क्षमता इसे खास बनाती है।

फंडिंग का उद्देश्य

Pipeshift ने कहा कि इस फंडिंग का उपयोग कई महत्वपूर्ण उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  1. प्रोडक्ट डेवलपमेंट में तेजी लाना
    • प्लेटफ़ॉर्म की कार्यक्षमता को और अधिक मजबूत बनाने के लिए निवेश।
  2. टीम का विस्तार
    • इंजीनियरिंग और सेल्स टीमों का विस्तार करना।
  3. ग्लोबल मार्केट एक्सपेंशन
    • अंतरराष्ट्रीय बाजार, विशेष रूप से उत्तरी अमेरिका और एशिया-पैसिफिक (APAC) में अपने प्लेटफ़ॉर्म की पहुंच बढ़ाना।
  4. नई तकनीकों का एकीकरण
    • AI और MLOps में नवीनतम तकनीकों को अपने प्लेटफ़ॉर्म में शामिल करना।

AI इंफ्रास्ट्रक्चर में Pipeshift की भूमिका

AI का बढ़ता उपयोग

AI आज हर क्षेत्र में क्रांति ला रहा है, लेकिन इसकी तैनाती और प्रबंधन में जटिलताएं अब भी बड़ी चुनौती बनी हुई हैं।

  • AI मॉडल्स को स्केल करने और तैयार करने के लिए कुशल प्लेटफ़ॉर्म्स की आवश्यकता है।
  • Pipeshift इस आवश्यकता को पूरा करते हुए एंटरप्राइजेज को सशक्त बनाता है।

एंटरप्राइज़ AI के लिए Pipeshift का महत्व

Pipeshift के प्लेटफ़ॉर्म से एंटरप्राइज़ेज को निम्नलिखित लाभ होते हैं:

  • बेहतर ऑपरेशनल एफिशिएंसी।
  • AI मॉडल्स की तेज़ डिप्लॉयमेंट।
  • क्लाउड और ऑन-प्रिमाइसेस इंफ्रास्ट्रक्चर के बीच लचीलापन।

AI और MLOps में Pipeshift का भविष्य

तेजी से बढ़ता बाजार

AI इंफ्रास्ट्रक्चर और MLOps बाजार आने वाले वर्षों में तेज़ी से बढ़ने की उम्मीद है।

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर वैश्विक खर्च 2025 तक $50 बिलियन को पार कर सकता है।
  • Pipeshift इस बाजार में अपनी मजबूत स्थिति बनाने के लिए तैयार है।

Pipeshift की दीर्घकालिक रणनीति

Pipeshift ने न केवल एक मजबूत प्लेटफ़ॉर्म तैयार किया है, बल्कि यह भविष्य में AI संचालन के लिए एक इकोसिस्टम बनाने की योजना भी बना रहा है।

  • कंपनी का ध्यान उच्च गुणवत्ता और ग्राहक-केंद्रित समाधानों पर है।

निष्कर्ष: Pipeshift का वादा

Pipeshift ने अपनी अनूठी तकनीक और दृष्टिकोण के माध्यम से AI इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की शुरुआत की है।

  • इस सीड फंडिंग राउंड से जुटाई गई राशि कंपनी को न केवल अपने उत्पादों और सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगी, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर विस्तार करने में भी सक्षम बनाएगी।
  • Pipeshift का लक्ष्य है कि वह एंटरप्राइज़ेज़ के लिए AI संचालन को अधिक कुशल, प्रभावी और लचीला बनाए।

AI इंफ्रास्ट्रक्चर और MLOps के क्षेत्र में Pipeshift के नवाचार इसे इस क्षेत्र का एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की दिशा में ले जा रहे हैं।

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Spinny

भारत के अग्रणी सेकंड-हैंड कार प्लेटफॉर्म Spinny ने तीन वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक नई फंडिंग राउंड की तैयारी शुरू कर दी है। Tiger Global द्वारा समर्थित इस कंपनी के मौजूदा निवेशकों के साथ बातचीत जारी है, जिसमें Spinny लगभग $120 मिलियन (करीब ₹990 करोड़) जुटा सकती है।

Spinny मौजूदा निवेशकों के साथ बातचीत

इस फंडिंग राउंड में Elevation Capital, Abu Dhabi Growth Fund, General Catalyst, और Accel जैसे मौजूदा निवेशक भाग ले सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, बातचीत अभी शुरुआती चरण में है और इसे अमलीजामा पहनने में लगभग एक तिमाही का समय लग सकता है।

स्थिर वैल्यूएशन पर फंडिंग

अगर यह फंडिंग राउंड सफल होता है, तो Spinny 2021 के बाद से नई फंडिंग जुटाने वाला पहला सेकंड-हैंड कार प्लेटफॉर्म बन जाएगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि इस संभावित राउंड में कंपनी की वैल्यूएशन स्थिर रहेगी।


Spinny की बाजार में मजबूत स्थिति

Spinny ने भारत के सेकंड-हैंड कार रिटेल मार्केट में खुद को एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर लिया है।

डिमांड-फर्स्ट ट्रांजैक्शन मॉडल

Spinny ने अपने “डिमांड-फर्स्ट ट्रांजैक्शन मॉडल” के जरिए बाजार की मांग को समझते हुए ग्राहकों के अनुभव को प्राथमिकता दी है।

  • कम कस्टमर एक्विजिशन कॉस्ट:
    Spinny ने उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए न्यूनतम लागत के साथ अपने मॉडल को प्रभावी बनाया है।
  • बेहतर ग्रॉस मार्जिन:
    Spinny का मार्जिन अन्य प्लेटफॉर्म्स की तुलना में बेहतर है, जिससे इसकी बाजार पकड़ मजबूत हुई है।

लीडरशिप की स्थिति

बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, Spinny अपने प्रतिस्पर्धियों से काफी आगे है और सेकंड-हैंड कारों की खरीद-बिक्री में एक विश्वसनीय ब्रांड बनकर उभरी है।


Spinny के नए वर्टिकल्स का विस्तार

Spinny ने सेकंड-हैंड कारों के पारंपरिक मॉडल से आगे बढ़ते हुए कुछ नए वर्टिकल्स पर ध्यान केंद्रित किया है।

ऑक्शन-बेस्ड मॉडल

Spinny अब डीलर्स के लिए ऑक्शन-बेस्ड वर्टिकल्स पर काम कर रहा है।

  • यह मॉडल डीलर्स को तेजी से और कुशलतापूर्वक वाहन खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करता है।

कार फाइनेंसिंग बिजनेस

Spinny अपने कार फाइनेंसिंग बिजनेस को भी बड़े स्तर पर बढ़ा रहा है।

  • नई फंडिंग का उपयोग:
    संभावित फंडिंग का बड़ा हिस्सा इस बिजनेस को बढ़ाने में लगाया जाएगा, जिससे ग्राहकों को आसान वित्तीय सहायता मिल सके।

Spinny का सफर और बाजार में प्रभाव

Spinny की स्थापना गुरुग्राम में हुई थी और यह धीरे-धीरे भारत के सेकंड-हैंड कार बाजार में अग्रणी बन गया।

Spinny का मॉडल:

  • Spinny प्लेटफॉर्म पर ग्राहक सेकंड-हैंड कारों की विस्तृत रेंज से चुन सकते हैं।
  • यह प्लेटफॉर्म खरीदारी के साथ-साथ बिक्री और फाइनेंसिंग में भी मदद करता है।
  • गुणवत्ता और पारदर्शिता के कारण Spinny उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय हुआ है।

बाजार की चुनौतियां और Spinny का समाधान:

  • भारतीय सेकंड-हैंड कार बाजार अत्यधिक असंगठित है।
  • Spinny ने पारदर्शिता और तकनीकी नवाचार के जरिए इन समस्याओं का समाधान किया है।

फंडिंग का उद्देश्य और संभावित उपयोग

Spinny की यह नई फंडिंग न केवल इसके मौजूदा वर्टिकल्स को बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि इसके बाजार विस्तार के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी।

लेंडिंग बिजनेस में वृद्धि

Spinny ने अपने लेंडिंग बिजनेस को प्राथमिकता दी है, और इस क्षेत्र में नई फंडिंग का बड़ा हिस्सा निवेश किया जाएगा।

  • ग्राहकों को वाहन खरीदने के लिए फाइनेंसिंग विकल्प उपलब्ध कराना Spinny के विस्तार की प्रमुख रणनीति है।

तकनीकी विकास और मार्केटिंग

  • Spinny अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक यूजर-फ्रेंडली बनाने के लिए तकनीकी विकास पर भी निवेश करेगा।
  • मार्केटिंग अभियानों के माध्यम से यह नए ग्राहकों को आकर्षित करने की योजना बना रहा है।

भारत का सेकंड-हैंड कार बाजार और Spinny की भूमिका

बाजार की संभावनाएं

भारत का सेकंड-हैंड कार बाजार तेज गति से बढ़ रहा है।

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, 2025 तक यह बाजार ₹2 लाख करोड़ को पार कर सकता है।
  • ग्राहकों की बदलती प्राथमिकताओं और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के कारण यह सेक्टर और मजबूत हो रहा है।

Spinny की रणनीति

Spinny ने तकनीकी नवाचार और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ इस बाजार में अपनी खास पहचान बनाई है।

  • यह कंपनी “विश्वसनीयता और गुणवत्ता” पर जोर देते हुए ग्राहकों को एक बेहतर अनुभव प्रदान करती है।

निष्कर्ष: Spinny का उज्ज्वल भविष्य

Spinny ने अपने डिमांड-फर्स्ट मॉडल, मजबूत वर्टिकल्स, और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से भारत के सेकंड-हैंड कार बाजार में अग्रणी स्थान हासिल किया है।
नई फंडिंग से न केवल Spinny अपने मौजूदा वर्टिकल्स को मजबूत करेगा, बल्कि यह कंपनी को नए बाजारों में विस्तार करने और तकनीकी नवाचार करने में भी सक्षम बनाएगा।

Spinny की यह फंडिंग राउंड भारत के सेकंड-हैंड कार बाजार को एक नई दिशा देने की क्षमता रखती है, और यह कंपनी आने वाले वर्षों में उद्योग में और अधिक सफलता हासिल करने की उम्मीद कर रही है।

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Industrial robotics company Ati Motors ने सीरीज B राउंड में जुटाए $20 मिलियन

Ati Motors

Ati Motors, एक अग्रणी इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स कंपनी, ने हाल ही में अपने सीरीज B फंडिंग राउंड में $20 मिलियन (लगभग ₹165 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Walden Catalyst Ventures (WCV) और NGP Capital (NGP) ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशकों True Ventures, Exfinity Venture Partners, Athera Venture Partners, और Blume Ventures ने भी भाग लिया।

Ati Motors पिछली फंडिंग और निवेश का सफर

Ati Motors ने इससे पहले जुलाई 2023 में सीरीज A फंडिंग राउंड में $10.85 मिलियन जुटाए थे, जिसका नेतृत्व True Ventures ने किया था।
2021 में, कंपनी ने Blume Ventures, Exfinity Venture Partners, और MFV Partners के नेतृत्व में प्री-सीरीज A फंडिंग में $3.5 मिलियन जुटाए थे।


फंडिंग का उपयोग: विकास और विस्तार पर जोर

Ati Motors इस ताजा फंडिंग का उपयोग अपनी उत्पाद विकास प्रक्रिया को तेज करने, उत्तर अमेरिका और एशिया-प्रशांत (APAC) क्षेत्र में अपनी बाजार उपस्थिति को बढ़ाने, और इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए करेगी।

कंपनी के हालिया प्रयास

  • मेक्सिको में संचालन शुरू किया: कंपनी ने हाल ही में मेक्सिको में अपने संचालन की शुरुआत की है।
  • डेट्रॉयट में मुख्यालय का विस्तार: Ati Motors अपने उत्तरी अमेरिकी मुख्यालय को डेट्रॉयट, मिशिगन में विस्तार कर रही है।
  • ग्लोबल उपस्थिति: कंपनी की उपस्थिति अमेरिका, भारत, और दक्षिण-पूर्व एशिया के प्रमुख बाजारों में भी मजबूत हो रही है।

Ati Motors का परिचय: ऑटोमेशन में अग्रणी

Ati Motors ऐसी स्वायत्त (autonomous) मोबाइल रोबोट्स का विकास करती है जो वेयरहाउसिंग, लॉजिस्टिक्स, और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में उत्पादकता को बढ़ाने और संचालन को सुगम बनाने का काम करते हैं।

प्रमुख ग्राहक

कंपनी के मुख्य ग्राहकों में Bosch, TVS Motors, CEAT, और Hyundai जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं।
Ati Motors भारत और अमेरिका के ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान करती है और अपनी तकनीक से ऑपरेशंस को कुशल और लागत-प्रभावी बना रही है।


Ati Motors की स्वायत्त तकनीक: औद्योगिक क्रांति का भविष्य

Ati Motors की रोबोटिक्स तकनीक विशेष रूप से औद्योगिक कार्यों को स्वचालित (automate) करने और प्रक्रियाओं को अधिक कुशल बनाने पर केंद्रित है।

मुख्य उत्पाद और समाधान

  1. स्वायत्त मोबाइल रोबोट्स:
    कंपनी के रोबोट्स वेयरहाउसिंग और मैन्युफैक्चरिंग में सामग्री परिवहन (material handling) को अनुकूलित करते हैं।
  2. लॉजिस्टिक्स समाधान:
    इन रोबोट्स का उपयोग लॉजिस्टिक्स कंपनियों द्वारा तेज और कुशल वितरण सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।
  3. मैन्युफैक्चरिंग ऑटोमेशन:
    ये रोबोट्स उत्पादन प्रक्रियाओं को स्वचालित करते हैं, जिससे उत्पादकता बढ़ती है और मानव श्रम का उपयोग कम होता है।

ग्लोबल मार्केट में Ati Motors का विस्तार

उत्तर अमेरिकी बाजार में मजबूती:

  • डेट्रॉयट, मिशिगन: यह शहर कंपनी के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ऑटोमोटिव और मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों का केंद्र है।
  • मेक्सिको में नई शुरुआत: मेक्सिको में संचालन शुरू करके कंपनी ने अपने ग्राहक आधार को और विस्तारित किया है।

एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उपस्थिति:

  • भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया: कंपनी इस क्षेत्र में वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स के बढ़ते बाजार की जरूरतों को पूरा कर रही है।

फंडिंग से कंपनी को कैसे मिलेगा लाभ?

Ati Motors की यह नई फंडिंग कंपनी को न केवल उत्पादों को और उन्नत बनाने में मदद करेगी, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में भी सक्षम बनाएगी।

उत्पाद विकास:

Ati Motors अपने रोबोट्स की दक्षता और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करेगी।

बाजार विस्तार:

  • उत्तरी अमेरिका, एशिया-प्रशांत, और अन्य वैश्विक बाजारों में कंपनी की उपस्थिति को और मजबूत किया जाएगा।
  • स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कंपनी के संचालन का विस्तार किया जाएगा।

सेल्स और मार्केटिंग में निवेश:

Ati Motors अपनी बिक्री और विपणन रणनीतियों को मजबूत करेगी, जिससे इसे नए ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।


इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन का भविष्य

औद्योगिक रोबोटिक्स और ऑटोमेशन का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। Ati Motors जैसी कंपनियां इस क्रांति में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।

वैश्विक औद्योगिक रोबोटिक्स बाजार:

  • रिपोर्ट्स के अनुसार, औद्योगिक रोबोटिक्स का वैश्विक बाजार 2025 तक $80 बिलियन को पार कर सकता है।
  • इस बढ़ते बाजार में, स्वायत्त मोबाइल रोबोट्स की मांग में भी तेजी से वृद्धि हो रही है।

Ati Motors का योगदान:

  • स्वायत्त रोबोटिक्स के क्षेत्र में नवाचार करते हुए, कंपनी औद्योगिक प्रक्रियाओं को अधिक कुशल, लागत प्रभावी, और पर्यावरण के अनुकूल बना रही है।
  • यह “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” जैसे सरकारी अभियानों के उद्देश्यों को भी समर्थन देता है।

निष्कर्ष: वैश्विक सफलता की ओर अग्रसर Ati Motors

Ati Motors ने अपने सीरीज B फंडिंग राउंड में $20 मिलियन जुटाकर अपनी विकास यात्रा को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।

कंपनी का लक्ष्य न केवल वैश्विक बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत करना है, बल्कि औद्योगिक रोबोटिक्स के क्षेत्र में नवाचार के माध्यम से उद्योगों को स्वचालन (automation) के नए युग में प्रवेश करने में मदद करना है।

Ati Motors का विजन: “हमारा उद्देश्य है कि हम तकनीक और नवाचार के माध्यम से औद्योगिक प्रक्रियाओं को सरल और कुशल बनाएं, और एक स्वायत्त भविष्य की नींव रखें।”

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Ultrahuman Wearable tech startup ने FY24 में तीन गुना वृद्धि दर्ज की

Ultrahuman

Ultrahuman, एक वियरेबल टेक्नोलॉजी स्टार्टअप, ने वित्त वर्ष 2024 (FY24) में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने राजस्व को तीन गुना बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये से अधिक कर दिया। इसके साथ ही, दीपिंदर गोयल समर्थित इस स्टार्टअप ने अपने घाटे को 45% तक कम करने में भी सफलता हासिल की।

वित्तीय प्रदर्शन:Ultrahuman FY23 से FY24 तक की छलांग

Ultrahuman का कुल राजस्व FY23 के 30 करोड़ रुपये से बढ़कर FY24 में 107 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी के वित्तीय आंकड़े रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) से प्राप्त किए गए हैं।

इस प्रदर्शन ने न केवल कंपनी की बाजार में उपस्थिति को मजबूत किया, बल्कि इसकी संचालन दक्षता में भी सुधार दिखाया।


अल्ट्राह्यूमन: स्वास्थ्य और तकनीक का अनोखा मेल

अल्ट्राह्यूमन एक सेल्फ-क्वांटिफिकेशन प्लेटफॉर्म है, जो वियरेबल टेक्नोलॉजी के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को अपने स्वास्थ्य को समझने और ट्रैक करने में मदद करता है।

प्रमुख उत्पाद

  1. रिंग एयर (Ring Air):
    एक स्मार्ट रिंग जो उपयोगकर्ताओं को उनके स्वास्थ्य संबंधी डेटा जैसे नींद, गतिविधि और स्ट्रेस का ट्रैक रखने में मदद करती है।
  2. M1 लाइव (Glucose Monitoring Wearable):
    यह ग्लूकोज मॉनिटरिंग वियरेबल डिवाइस उपयोगकर्ताओं को उनके रक्त शर्करा के स्तर को रियल टाइम में ट्रैक करने की सुविधा देता है।
  3. ब्लड विजन (Blood Vision):
    यह ब्लड टेस्टिंग उत्पाद रक्त से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान करता है और स्वास्थ्य सुधार के लिए व्यक्तिगत सलाह देता है।

CES 2025 में रियर स्मार्ट रिंग कलेक्शन का लॉन्च

अल्ट्राह्यूमन ने हाल ही में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो (CES) 2025 में अपनी लग्ज़री रियर स्मार्ट रिंग कलेक्शन लॉन्च की।

विशेषताएं:

  • 18 कैरेट गोल्ड और प्लेटिनम से बनी इन रिंग्स की कीमत $2,200 तक है, जो इन्हें दुनिया की सबसे महंगी स्मार्ट रिंग्स में से एक बनाती है।
  • यह कलेक्शन न केवल तकनीकी उन्नति का प्रतीक है, बल्कि इसे पहनने वालों के लिए एक स्टाइल स्टेटमेंट भी बनाता है।

FY24 में राजस्व और घाटे में सुधार

राजस्व वृद्धि:

FY24 में कंपनी का कुल राजस्व 107 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में तीन गुना अधिक है।

घाटे में कमी:

संचालन लागत को नियंत्रित करके और नए राजस्व स्रोत जोड़कर, अल्ट्राह्यूमन ने अपने घाटे को 45% तक कम कर लिया।


अल्ट्राह्यूमन की अनूठी बाजार रणनीति

अल्ट्राह्यूमन ने स्वास्थ्य और वियरेबल टेक्नोलॉजी को मिलाकर एक ऐसा बाजार खड़ा किया है, जो उपभोक्ताओं को बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन में मदद करता है।

तकनीकी नवाचार:

कंपनी ने अपने उत्पादों में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया है, जो उपयोगकर्ताओं को उनके स्वास्थ्य को समझने और सुधारने में मदद करती है।

उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण:

अल्ट्राह्यूमन ने भारतीय उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रोडक्ट्स तैयार किए हैं, जैसे कि रियल टाइम ग्लूकोज मॉनिटरिंग और रक्त परीक्षण समाधान।


स्वास्थ्य और वियरेबल टेक्नोलॉजी का बढ़ता बाजार

भारत में अवसर:

  • वियरेबल टेक्नोलॉजी बाजार भारत में तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें स्वास्थ्य-केंद्रित उत्पादों की मांग सबसे अधिक है।
  • कोविड-19 महामारी के बाद, लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक जागरूक हो गए हैं, और यह वियरेबल टेक उत्पादों की मांग को और बढ़ावा दे रहा है।

वैश्विक प्रतिस्पर्धा में स्थान:

अल्ट्राह्यूमन के प्रीमियम उत्पाद, जैसे कि रियर स्मार्ट रिंग कलेक्शन, इसे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी एक मजबूत स्थान प्रदान करते हैं।


भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं

अल्ट्राह्यूमन की योजना न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहुंच बढ़ाने की है।

नवाचार पर ध्यान:

  • कंपनी लगातार नए उत्पादों और सुविधाओं पर काम कर रही है।
  • स्वास्थ्य डेटा को और अधिक सटीक और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) तकनीक का उपयोग कर रही है।

वैश्विक विस्तार:

  • कंपनी की नजर अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर है, जहां यह अपनी तकनीकी विशेषज्ञता और नवाचार के बल पर नए ग्राहकों को आकर्षित करना चाहती है।

उपभोक्ताओं के लिए अल्ट्राह्यूमन का महत्व

अल्ट्राह्यूमन का उद्देश्य है कि लोग अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण प्राप्त करें और इसे बेहतर बनाने के लिए स्मार्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग करें।

  • व्यक्तिगत स्वास्थ्य सुधार:
    इसके उत्पाद उपयोगकर्ताओं को उनके स्वास्थ्य के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं, जिससे वे बेहतर निर्णय ले सकते हैं।
  • सटीक और रियल टाइम डेटा:
    अल्ट्राह्यूमन के वियरेबल्स स्वास्थ्य डेटा को सटीकता और वास्तविक समय में प्रदान करते हैं, जो पारंपरिक तरीकों की तुलना में कहीं बेहतर है।

निष्कर्ष

अल्ट्राह्यूमन ने FY24 में राजस्व और घाटे दोनों में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है। यह कंपनी न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी वियरेबल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी बनने की राह पर है।

अल्ट्राह्यूमन का संदेश: “हमारा लक्ष्य है कि हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए स्मार्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग करे और एक स्वस्थ जीवन जीए।”

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Dream Aerospace 3 करोड़ रुपये की प्री-सीड फंडिंग जुटाई,

Dream Aerospace

Dream Aerospace, एक एयरोस्पेस और डिफेंस स्टार्टअप, ने इंफ्लेक्शन पॉइंट वेंचर्स (IPV) की अगुवाई में 3 करोड़ रुपये की प्री-सीड फंडिंग जुटाई है। इस निवेश का उपयोग कंपनी के ATOM थ्रस्टर के विकास को तेज करने, प्रोपल्शन सिस्टम की वैधता सुनिश्चित करने, और एक इन-हाउस हाई-एल्टीट्यूड टेस्ट फैसिलिटी स्थापित करने के लिए किया जाएगा।


Dream-Aerospace स्टार्टअप का उद्देश्य और दृष्टिकोण

Dream Aerospace की स्थापना 2022 में हरीकृष्णन केजे और रोगिथ एस द्वारा की गई थी। यह स्टार्टअप उपग्रह प्रोपल्शन सिस्टम्स को सशक्त बनाने के लिए उच्च प्रदर्शन, किफायती और स्केलेबल समाधान प्रदान करता है। कंपनी का मुख्य उद्देश्य भारत के “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियानों के साथ तालमेल बिठाते हुए घरेलू प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है।

ATOM थ्रस्टर: अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी

ड्रीम एयरोस्पेस का ATOM थ्रस्टर सैटेलाइट ऑपरेशंस और स्पेस मिशन्स को बेहतर बनाने के लिए एक कस्टमाइज़ेबल, किफायती, और कुशल समाधान है। यह थ्रस्टर पर्यावरण के अनुकूल और उन्नत प्रौद्योगिकी से लैस है, जो अंतरराष्ट्रीय विकल्पों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन प्रदान करता है।

  • पर्यावरण के प्रति जागरूकता:
    ड्रीम एयरोस्पेस के प्रोपल्शन सिस्टम्स पर्यावरण के अनुकूल होते हैं, जो भविष्य की एयरोस्पेस तकनीक के लिए टिकाऊ समाधान पेश करते हैं।
  • सुरक्षा में सुधार:
    कंपनी ने ग्राउंड पर्सनल के लिए ईंधन हैंडलिंग प्रक्रिया को सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक बनाने पर भी जोर दिया है।

भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र में योगदान

ड्रीम एयरोस्पेस ने भारत के एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में एक नई दिशा प्रदान की है।

  1. मिशन की विविध आवश्यकताओं के लिए समाधान:
    कंपनी के समाधान को विभिन्न सैटेलाइट मिशन्स के लिए अनुकूलित किया जा सकता है।
  2. घरेलू उत्पादन क्षमता:
    वर्तमान में कंपनी उत्पादन की आउटसोर्सिंग कर रही है, लेकिन भविष्य में यह 40-50 थ्रस्टर्स की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ इन-हाउस उत्पादन स्थापित करने की योजना बना रही है।
  3. व्यावसायिक और रक्षा अनुप्रयोगों में उपयोग:
    ड्रीम एयरोस्पेस ने व्यावसायिक और रक्षा दोनों क्षेत्रों में उपयोग के लिए अपने उत्पादों को डिज़ाइन किया है।

ड्रीम एयरोस्पेस का प्रतिस्पर्धात्मक लाभ

ड्रीम एयरोस्पेस अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर और सस्ता समाधान प्रदान करता है।

  • कम लागत:
    अंतरराष्ट्रीय विकल्पों की तुलना में ड्रीम एयरोस्पेस के थ्रस्टर्स की लागत काफी कम है।
  • बेहतर प्रदर्शन:
    कंपनी का दावा है कि उनके प्रोपल्शन सिस्टम्स प्रदर्शन के मामले में कहीं अधिक उन्नत हैं।
  • भारतीय तकनीक का उपयोग:
    100% स्वदेशी तकनीक का उपयोग करते हुए, ड्रीम एयरोस्पेस भारत को वैश्विक एयरोस्पेस उद्योग में एक अग्रणी स्थान पर पहुंचाने की दिशा में काम कर रहा है।

फंडिंग का उपयोग: विकास और विस्तार पर जोर

ड्रीम एयरोस्पेस ने फंडिंग का उपयोग तीन प्रमुख क्षेत्रों में करने की योजना बनाई है:

  1. ATOM थ्रस्टर का विकास:
    फंड का मुख्य हिस्सा ATOM थ्रस्टर के विकास को तेज करने में लगाया जाएगा।
  2. प्रोपल्शन सिस्टम की वैधता सुनिश्चित करना:
    कंपनी प्रोपल्शन सिस्टम की प्रभावशीलता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण करेगी।
  3. हाई-एल्टीट्यूड टेस्ट फैसिलिटी:
    इन-हाउस टेस्ट फैसिलिटी स्थापित कर कंपनी उत्पादन और परीक्षण को अधिक प्रभावी और कुशल बनाएगी।

एयरोस्पेस में भारत की बढ़ती भूमिका

भारत का एयरोस्पेस क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ रहा है।

  • इसरो और निजी क्षेत्र का सहयोग:
    भारत का अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और निजी क्षेत्र साथ मिलकर देश को वैश्विक अंतरिक्ष उद्योग में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार कर रहे हैं।
  • नए स्टार्टअप्स का उदय:
    ड्रीम एयरोस्पेस जैसे स्टार्टअप्स भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

“मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” के साथ तालमेल

ड्रीम एयरोस्पेस ने अपने उत्पादों और प्रौद्योगिकी में भारत के “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियानों को केंद्र में रखा है।

  • स्वदेशी तकनीक का उपयोग:
    कंपनी 100% स्वदेशी तकनीक पर काम कर रही है, जो भारत को अंतरराष्ट्रीय बाजार में आत्मनिर्भर बना रहा है।
  • नौकरी के अवसर:
    इन-हाउस उत्पादन और टेस्ट फैसिलिटी स्थापित करने के साथ ही ड्रीम एयरोस्पेस स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहा है।

ड्रीम एयरोस्पेस का भविष्य और दृष्टिकोण

ड्रीम एयरोस्पेस का लक्ष्य न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में एक मजबूत पहचान बनाना है।

  • वैश्विक विस्तार:
    कंपनी अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी ले जाने की योजना बना रही है।
  • नवाचार पर ध्यान:
    ड्रीम एयरोस्पेस उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकी के साथ नवाचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

निष्कर्ष

ड्रीम एयरोस्पेस ने भारत के एयरोस्पेस और डिफेंस क्षेत्र में एक नई शुरुआत की है। अपनी उन्नत प्रौद्योगिकी, स्वदेशी उत्पादन, और पर्यावरण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण के साथ, यह स्टार्टअप भारत को वैश्विक एयरोस्पेस उद्योग में एक महत्वपूर्ण स्थान पर स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है।

ड्रीम एयरोस्पेस का मिशन: “उपग्रह प्रौद्योगिकी को किफायती, कुशल और टिकाऊ बनाना, और भारत को एयरोस्पेस क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना।”

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Eximius Ventures ने लॉन्च किया अपना दूसरा फंड, $30 मिलियन के कॉर्पस का लक्ष्य

Eximius Ventures

Eximius Ventures, एक प्री-सीड फोकस्ड वेंचर कैपिटल (VC) फर्म, ने अपने दूसरे फंड की घोषणा की है। इस फंड का उद्देश्य $30 मिलियन का कॉर्पस जुटाना है, जो भारत में स्टार्टअप्स के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है।


Fund II: इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम

Eximius Ventures का दूसरा फंड 25-30 कंपनियों में निवेश करने की योजना बना रहा है। ये निवेश मुख्यतः निम्नलिखित क्षेत्रों में केंद्रित होंगे:

  1. फिनटेक (Fintech)
  2. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)/सॉफ्टवेयर-एज़-ए-सर्विस (SaaS)
  3. फ्रंटियर टेक्नोलॉजी
  4. कंज़्यूमर टेक

निवेश की रणनीति

  • प्रारंभिक निवेश: प्रत्येक कंपनी में शुरुआती निवेश $500K (लगभग ₹4 करोड़) का होगा।
  • फॉलो-ऑन निवेश: फंड का आधा हिस्सा उच्च संभावनाओं वाली पोर्टफोलियो कंपनियों को और अधिक सहयोग देने के लिए आरक्षित किया जाएगा।

पहले चार निवेश: Eximius Ventures की नई शुरुआत

Eximius Ventures ने बताया कि Fund II के तहत अब तक कंज़्यूमर टेक और AI/SaaS क्षेत्रों में चार कंपनियों में निवेश किया गया है। ये निवेश अन्य संस्थागत निवेशकों के साथ मिलकर या Eximius के नेतृत्व में किए गए हैं।

भारत के इनोवेशन इकोसिस्टम को बढ़ावा

Eximius Ventures भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में प्री-सीड स्तर पर निवेश को प्राथमिकता दे रहा है। फर्म का मानना है कि यह फंड उन संस्थापकों की मदद करेगा जो अपने शुरुआती संस्थागत पूंजी की तलाश में हैं और उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धी बाजार में सफलता पाने में सक्षम बनाएगा।


Eximius Ventures का उद्देश्य और दृष्टिकोण

  • नवाचार को गति देना: Eximius का उद्देश्य भारत में इनोवेशन को बढ़ावा देना और स्टार्टअप्स के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म तैयार करना है।
  • संस्थापकों के साथ दीर्घकालिक साझेदारी: यह फर्म ऐसे संस्थापकों के साथ दीर्घकालिक साझेदारी बनाने की योजना बना रही है जो बड़े विज़न के साथ अपने स्टार्टअप्स को आगे बढ़ाना चाहते हैं।

Eximius का पहला फंड: सफलता की नींव

Eximius Ventures ने 2021 में अपना पहला फंड लॉन्च किया था, जो $10 मिलियन का था। इस फंड के माध्यम से कंपनी ने कई प्री-सीड स्टार्टअप्स को समर्थन दिया और भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक पहचान बनाई।


Fund II: निवेशकों का मिश्रण

दूसरे फंड के लिए Eximius Ventures पूंजी जुटाने के लिए एक विविध निवेशक आधार पर निर्भर करेगा। इसमें शामिल हैं:

  1. हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs): उच्च संपत्ति वाले व्यक्तिगत निवेशक।
  2. फाउंडर-इन्वेस्टर्स: अनुभवी उद्यमी जो अन्य स्टार्टअप्स में निवेश करना चाहते हैं।
  3. फैमिली ऑफिसेज: परिवार द्वारा संचालित निवेश संस्थाएँ।
  4. ग्लोबल जापानी कॉर्पोरेट वेंचर कंपनियाँ (CVCs): जापान की प्रमुख कॉरपोरेट संस्थाएँ।

भारत में प्री-सीड स्टार्टअप्स का महत्व

प्री-सीड स्टेज किसी भी स्टार्टअप के लिए एक महत्वपूर्ण चरण होता है, जहां संस्थापक अपनी योजनाओं को आकार देने और शुरुआती फंडिंग प्राप्त करने की कोशिश करते हैं। Eximius Ventures जैसे वेंचर कैपिटल फंड इस अंतर को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

  1. आरंभिक चरण में सहायता:
    • यह फंड उन संस्थापकों को पूंजी प्रदान करेगा, जिन्हें अपने आइडिया को प्रोटोटाइप या शुरुआती प्रोडक्ट में बदलने के लिए धन की आवश्यकता होती है।
  2. वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना:
    • Eximius का उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप्स को इतना सक्षम बनाना है कि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।

भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम का विकास

भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विकसित हुआ है।

  • 2023 में भारत: दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन गया।
  • फिनटेक और SaaS में उछाल: ये दोनों क्षेत्र भारतीय स्टार्टअप्स के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
  • प्री-सीड इन्वेस्टमेंट की आवश्यकता: शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स के लिए वेंचर कैपिटल फंडिंग एक मजबूत सहायक प्रणाली बन रही है।

Eximius Ventures: एक भरोसेमंद नाम

Eximius ने अपने पहले फंड के माध्यम से भारतीय संस्थापकों में विश्वास पैदा किया है।

  1. प्रारंभिक समर्थन:
    • पहले फंड से कई स्टार्टअप्स को शुरुआती समर्थन मिला।
  2. गहरी भागीदारी:
    • संस्थापकों के साथ गहराई से काम करने और उनकी यात्रा को समझने की फर्म की प्रतिबद्धता ने इसे एक भरोसेमंद नाम बनाया है।

Eximius का भविष्य: इनोवेशन को नई दिशा

Eximius Ventures का दूसरा फंड भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आया है। इसके माध्यम से:

  • प्री-सीड स्टार्टअप्स को शुरुआती पूंजी मिलेगी।
  • भारत के इनोवेशन इकोसिस्टम को वैश्विक स्तर पर मजबूती मिलेगी।
  • नए क्षेत्रों में निवेश के अवसर खुलेंगे।

निष्कर्ष

Eximius Ventures का दूसरा फंड भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह फंड न केवल पूंजी प्रदान करेगा, बल्कि संस्थापकों को सही दिशा में मार्गदर्शन भी देगा।

Eximius Ventures का दृष्टिकोण: “भारत के उभरते हुए स्टार्टअप्स के लिए एक मजबूत आधार तैयार करना और उन्हें वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना।”

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VuNet Systems ने सीरीज B फंडिंग राउंड में जुटाए ₹60 करोड़

VuNet

बिज़नेस जर्नी ऑब्ज़रवेबिलिटी प्रोवाइडर VuNet Systems ने अपने सीरीज B फंडिंग राउंड में ₹60 करोड़ (लगभग $6.94 मिलियन) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Pravega Ventures ने किया, जिसमें Kotak Securities और मौजूदा निवेशक जैसे Mela Ventures, Athera Venture Partners, Dallas Venture Capital, और TVS Capital Funds ने भाग लिया।

पिछले फंडिंग राउंड्स

VuNet Systems ने इससे पहले अपने मौजूदा निवेशकों से $7.03 मिलियन जुटाए थे।


VuNet Systems फंड का उपयोग और कंपनी की योजनाएँ

नवीनतम फंडिंग से VuNet Systemsनिम्नलिखित क्षेत्रों में अपने प्रयास तेज करेगा:

  1. वैश्विक विस्तार:
    • अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार कर कंपनी अपनी सेवाओं को वैश्विक स्तर पर पहुंचाना चाहती है।
  2. भारत में ग्रोथ को बढ़ावा:
    • भारतीय बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत करना।
  3. प्रोडक्ट स्टैक में सुधार:
    • अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को और अधिक उन्नत और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाना।
  4. सेल्स और मार्केटिंग को बढ़ावा:
    • ब्रांड की पहुंच और बिक्री रणनीतियों को मजबूत करना।

VuNet Systems: एक परिचय

VuNet Systems की स्थापना 2014 में अश्विन रामचंद्रन, भरत जोशी, और जितेश कवीतिल ने की थी। यह प्लेटफॉर्म फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स को उनके आईटी ऑपरेशन्स और कस्टमर जर्नी की निगरानी और अनुकूलन करने में मदद करता है।

कंपनी का उद्देश्य व्यावसायिक प्रक्रियाओं में गहराई से ऑब्ज़रवेबिलिटी प्रदान करना है, जिससे विफलताओं को कम किया जा सके और ग्राहकों को बेहतर अनुभव मिल सके।


VuNet की सेवाएँ और समाधान

VuNet Systems विभिन्न ऑब्ज़रवेबिलिटी सेवाएँ प्रदान करता है, जिनका उपयोग फाइनेंशियल और अन्य क्षेत्रों में किया जा सकता है।

1. बिज़नेस जर्नी ऑब्ज़रवेबिलिटी:

  • यह कंपनियों को उनके व्यापारिक प्रक्रियाओं और ग्राहकों की यात्रा को समझने और प्रबंधित करने में मदद करता है।

2. एप्लिकेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर ऑब्ज़रवेबिलिटी:

  • कंपनी की सेवाएँ एप्लिकेशन और आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर में हो रहे परिवर्तनों पर गहन नजर रखने की सुविधा देती हैं।

3. लॉग एनालिटिक्स:

  • डेटा लॉग का विश्लेषण कर कंपनियों को उनकी प्रक्रियाओं में सुधार के उपाय सुझाए जाते हैं।

4. स्पेशलाइज़्ड ऑब्ज़रवेबिलिटी सॉल्यूशंस:

  • बिल पेमेंट ऑब्ज़रवेबिलिटी
  • बैंकिंग ऑब्ज़रवेबिलिटी
  • क्रेडिट कार्ड ऑनबोर्डिंग
  • ट्रेडिंग सिस्टम्स ऑब्ज़रवेबिलिटी

VuNet का योगदान: फाइनेंशियल सेक्टर में बदलाव

VuNet का प्लेटफॉर्म मुख्य रूप से फाइनेंशियल सेक्टर में बदलाव लाने पर केंद्रित है।

  1. ग्राहक अनुभव में सुधार:
    • VuNet का उद्देश्य है कि ग्राहकों को तेज़, विश्वसनीय और सुरक्षित सेवाएँ प्रदान की जाएँ।
  2. विफलताओं में कमी:
    • जटिल आईटी प्रक्रियाओं को आसानी से ट्रैक और प्रबंधित कर, फाइनेंशियल संस्थानों में विफलताओं को कम किया जा सकता है।
  3. डेटा-ड्रिवन निर्णय:
    • VuNet के एनालिटिक्स टूल्स संस्थानों को डेटा के आधार पर बेहतर निर्णय लेने में मदद करते हैं।

फाउंडर्स का दृष्टिकोण

VuNet Systems के सह-संस्थापक अश्विन रामचंद्रन ने कहा:
“हमारा लक्ष्य ग्राहकों के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म प्रदान करना है, जो न केवल उनकी तकनीकी प्रक्रियाओं की निगरानी करे, बल्कि उनकी समस्याओं को भी वास्तविक समय में हल करने में मदद करे। ताजा फंडिंग से हमें वैश्विक बाजारों में विस्तार करने और अपने प्रोडक्ट्स को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।”


बिज़नेस ऑब्ज़रवेबिलिटी का महत्व

आज के दौर में, व्यापारिक प्रक्रियाओं की जटिलता बढ़ रही है। इस जटिलता को समझने और सही दिशा में कदम उठाने के लिए ऑब्ज़रवेबिलिटी प्लेटफॉर्म का उपयोग अनिवार्य हो गया है।

  1. रियल-टाइम मॉनिटरिंग:
    • VuNet जैसे प्लेटफॉर्म व्यवसायों को रियल-टाइम में उनकी प्रक्रियाओं को ट्रैक करने की सुविधा देते हैं।
  2. डेटा का प्रभावी उपयोग:
    • लॉग एनालिटिक्स और ऑब्ज़रवेबिलिटी टूल्स के माध्यम से कंपनियाँ डेटा को बेहतर ढंग से उपयोग कर सकती हैं।

भारतीय टेक्नोलॉजी उद्योग का विकास और VuNet का स्थान

भारतीय आईटी और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी उद्योग तेजी से विकसित हो रहे हैं।

  • 2025 तक टेक्नोलॉजी सेक्टर का विस्तार:
    अनुमान है कि भारतीय आईटी सेक्टर का मूल्य $350 बिलियन तक पहुँच सकता है।
  • VuNet की भूमिका:
    VuNet जैसे प्लेटफॉर्म, जो ऑब्ज़रवेबिलिटी और डेटा एनालिटिक्स में विशेषज्ञ हैं, इस विकास का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं।

VuNet Systems का भविष्य

VuNet Systems के पास एक मजबूत फंडिंग बैकअप और टेक्नोलॉजी में विशेषज्ञता है। आने वाले समय में, कंपनी:

  1. वैश्विक स्तर पर विस्तार करेगी।
  2. और अधिक समाधान विकसित करेगी।
  3. फाइनेंशियल और अन्य क्षेत्रों में गहरी पैठ बनाएगी।

निष्कर्ष

VuNet Systems न केवल फाइनेंशियल संस्थानों के लिए समाधान प्रदान कर रहा है, बल्कि व्यापारिक प्रक्रियाओं को अधिक पारदर्शी और कुशल बना रहा है। ताजा फंडिंग के साथ, कंपनी का लक्ष्य भारतीय और वैश्विक बाजारों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करना है।

VuNet का विजन: “प्रत्येक व्यवसाय को उसकी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और कुशलता प्रदान करना, ताकि वे अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएँ दे सकें।”

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Landeed संपत्ति शीर्षक खोज प्लेटफॉर्म ने सीरीज X राउंड में जुटाए $5 मिलियन

Landeed

संपत्ति शीर्षक खोज इंजन प्लेटफॉर्म Landeed ने अपने सीरीज X फंडिंग राउंड में $5 मिलियन (₹40 करोड़) जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व 10x Founders Fund ने किया, जिसमें ओलिवर जंग, पैराडाइम शिफ्ट, पायनियर फंड, और अन्य प्रमुख निवेशकों ने भाग लिया।

Landeed पिछले फंडिंग राउंड्स और निवेशक

Landeed ने इससे पहले कई फंडिंग राउंड्स में निवेश प्राप्त किया है:

  1. जून 2022:
    • Landeed ने पैराडाइम शिफ्ट वीसी के नेतृत्व में एक रणनीतिक फाइनेंसिंग राउंड में अज्ञात राशि जुटाई थी।
  2. जनवरी 2023:
    • कंपनी ने Y Combinator, Draper Associates, और Bayhouse Capital के नेतृत्व में $8.3 मिलियन (₹68 करोड़) का सीड राउंड फंडिंग प्राप्त की।

फंड का उपयोग और भविष्य की योजनाएँ

नवीनतम फंडिंग से Landeed अपने प्लेटफॉर्म को और मजबूत करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) क्षमताओं को उन्नत करेगा।

  • AI/ML तकनीक का विकास:
    कंपनी का लक्ष्य है कि संपत्ति शीर्षक खोज प्रक्रिया को और तेज़, सटीक, और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाया जाए।
  • उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाना:
    Landeed अपनी सेवाओं को विस्तृत करने के साथ-साथ अधिक पारदर्शिता और भरोसेमंद डेटा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

Landeed: कैसे करता है यह काम?

Landeed, 2022 में संजय मंडावा, ज़े जे लिन, और जोनाथन रिचर्ड्स द्वारा स्थापित, एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो संपत्ति शीर्षक खोजने और भूमि दस्तावेज़ प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाता है।

  • संपत्ति शीर्षक खोज:
    यह प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को एक नाममात्र शुल्क पर संपत्ति शीर्षक खोजने की सुविधा प्रदान करता है।
  • महत्वपूर्ण डेटा तक त्वरित पहुंच:
    • सेल डीड्स (Sale Deeds): संपत्ति बिक्री के लिए आवश्यक दस्तावेज़।
    • एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate): यह सुनिश्चित करता है कि संपत्ति किसी कानूनी या वित्तीय विवाद में नहीं है।
  • तेज़ और प्रभावी सेवा:
    Landeed का दावा है कि इसकी सेवा पारंपरिक तरीकों की तुलना में 10 गुना तेज़ है।

Landeed की सेवाएँ: क्यों है यह खास?

  1. बहु-स्तरीय खोज प्रक्रिया का सरलीकरण:
    • Landeed विभिन्न स्रोतों से डेटा एकत्र करता है, जो संपत्ति मालिकों और खरीदारों को सही निर्णय लेने में मदद करता है।
  2. किफायती और सुलभ समाधान:
    • प्लेटफॉर्म की सेवाएँ किफायती शुल्क पर उपलब्ध हैं, जिससे अधिक से अधिक उपयोगकर्ता इसका लाभ उठा सकते हैं।
  3. पारदर्शिता और सुरक्षा:
    • उपयोगकर्ताओं को उनकी संपत्ति से जुड़े सभी आवश्यक दस्तावेज़ और प्रमाण पत्र एक ही स्थान पर प्रदान किए जाते हैं।

रियल एस्टेट बाजार में Landeed का योगदान

भारत का रियल एस्टेट बाजार तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन संपत्ति से जुड़े दस्तावेज़ों और कानूनी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता की कमी एक बड़ी चुनौती है।

  • संपत्ति विवाद:
    संपत्ति विवाद भारत में एक बड़ी समस्या है, और Landeed जैसे प्लेटफॉर्म इन समस्याओं को हल करने में मदद कर सकते हैं।
  • डिजिटलीकरण:
    Landeed, डिजिटल तकनीक का उपयोग करके रियल एस्टेट प्रक्रिया को आधुनिक और कुशल बना रहा है।

फाउंडर्स का विजन और दृष्टिकोण

Landeed के सह-संस्थापक संजय मंडावा ने कहा,
“हमारी प्राथमिकता संपत्ति शीर्षक खोजने की प्रक्रिया को सरल, तेज़ और सुरक्षित बनाना है। नवीनतम फंडिंग हमें AI और ML तकनीक को लागू करने और उपयोगकर्ता अनुभव को अगले स्तर तक ले जाने में मदद करेगी।”


भारतीय रियल एस्टेट बाजार का भविष्य और संभावनाएँ

रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत का रियल एस्टेट बाजार 2025 तक $1 ट्रिलियन तक पहुँच सकता है।

  • डिजिटल समाधानों की बढ़ती माँग:
    रियल एस्टेट में डिजिटल प्लेटफॉर्म और सेवाओं की बढ़ती माँग Landeed जैसे स्टार्टअप्स के लिए बड़े अवसर पैदा कर रही है।
  • सरकारी नीतियाँ और पहल:
    सरकार की ‘डिजिटल इंडिया’ और रियल एस्टेट सेक्टर को पारदर्शी बनाने की नीतियाँ, Landeed जैसी कंपनियों के लिए लाभकारी साबित हो रही हैं।

Landeed का प्रतिस्पर्धात्मक लाभ

  1. तेज़ सेवाएँ:
    • पारंपरिक तरीकों की तुलना में 10 गुना तेज़।
  2. उन्नत तकनीक:
    • AI और ML का उपयोग, जो इसे प्रतिस्पर्धा में आगे रखता है।
  3. किफायती समाधान:
    • सस्ती सेवाएँ, जो सभी उपयोगकर्ताओं के लिए सुलभ हैं।

निष्कर्ष

Landeed, संपत्ति शीर्षक खोज को सरल और तेज़ बनाने के लिए तकनीक का उपयोग कर, रियल एस्टेट उद्योग में एक क्रांति ला रहा है। ताजा फंडिंग के साथ, कंपनी अपने प्लेटफॉर्म को और उन्नत बनाने और अधिक उपयोगकर्ताओं तक पहुँचने के लिए तैयार है।

भारतीय रियल एस्टेट बाजार की बढ़ती माँग और डिजिटल समाधानों की आवश्यकता को देखते हुए, Landeed के पास भविष्य में और अधिक सफलताएँ हासिल करने की क्षमता है। यह प्लेटफॉर्म न केवल उपयोगकर्ताओं के लिए प्रक्रिया को सरल बना रहा है, बल्कि रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता और विश्वास को भी बढ़ावा दे रहा है।

Landeed का लक्ष्य: “प्रत्येक भारतीय को अपनी संपत्ति से जुड़े दस्तावेज़ों और जानकारियों तक त्वरित और आसान पहुँच प्रदान करना।”

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MakeO वित्तीय वर्ष 2024 में नुकसान घटाने और स्थिर राजस्व पर फोकस

makeO

भारत के प्रमुख डेंटल और स्किनकेयर समाधान प्रदाता, makeO ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में राजस्व को स्थिर रखते हुए अपने घाटे को 32% तक कम करने में सफलता हासिल की। Toothsi और Skinnsi ब्रांड की मूल कंपनी MakeO ने वित्तीय वर्ष के दौरान अपने संचालन में सुधार करते हुए नई ऊंचाइयों की ओर कदम बढ़ाए।


makeO राजस्व में स्थिर वृद्धि

FY24 में, makeO का परिचालन राजस्व 6.5% बढ़कर ₹179 करोड़ हो गया, जो FY23 में ₹168 करोड़ था। यह वृद्धि कंपनी की सेवाओं और उत्पादों के व्यापक उपयोग को दर्शाती है।

  • Toothsi का योगदान:
    MakeO के राजस्व का सबसे बड़ा हिस्सा टूथ एलाइनर्स की बिक्री से आया, जो कुल राजस्व का 69.2% रहा। FY24 में, टूथ एलाइनर्स से आय ₹124 करोड़ रही, जो 7% की वृद्धि है।
  • Skinnsi का योगदान:
    Skinnsi ब्रांड, जो त्वचा और बालों के उपचार जैसे लेज़र हेयर रिडक्शन, हाइड्रा फेशियल, एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट, एक्ने ट्रीटमेंट, और डर्मा फेशियल सेवाएँ प्रदान करता है, शेष राजस्व का हिस्सा रहा।

खर्चों में कटौती का असर

कंपनी ने FY24 में अपने कुल खर्च को घटाकर ₹332 करोड़ किया, जो FY23 में ₹395 करोड़ था।

  1. कर्मचारी लाभ:
    • कर्मचारी लाभ FY24 में कंपनी के कुल खर्च का 36% रहा।
  2. सलाहकार शुल्क:
    • सलाहकार शुल्क में 57% की कमी करते हुए इसे ₹26 करोड़ पर लाया गया।
  3. मार्केटिंग लागत:
    • FY24 में मार्केटिंग खर्च ₹69 करोड़ रहा, जो FY23 की तुलना में 24% कम है।
  4. अन्य खर्च:
    • सॉफ़्टवेयर, भुगतान गेटवे, किराया, कानूनी, यात्रा, और अन्य खर्चों को मिलाकर कंपनी का कुल व्यय ₹332 करोड़ रहा।

नुकसान में कमी और वित्तीय संकेतक

घाटे में कमी कंपनी के संचालन में सुधार और खर्चों को नियंत्रित करने का परिणाम है।

  • FY24 में कंपनी का घाटा 31.8% घटकर ₹150 करोड़ हो गया, जो FY23 में ₹220 करोड़ था।
  • ROCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉइड):
    कंपनी का ROCE -77.3% पर दर्ज किया गया।
  • EBITDA मार्जिन:
    EBITDA मार्जिन -66.12% रहा।
  • खर्च-से-आय अनुपात:
    यह अनुपात FY24 में ₹1.85 दर्ज किया गया।

कंपनी की वित्तीय स्थिति

  • FY24 के अंत तक, MakeO की कुल संपत्ति ₹153 करोड़ थी।
  • इसमें से ₹93 करोड़ नकद और बैंक बैलेंस में थे, जो कंपनी की नकदी प्रवाह प्रबंधन क्षमताओं को दर्शाता है।

MakeO की यात्रा और विकास

MakeO की स्थापना 2018 में अर्पी मेहता शाह, प्रवीन शेट्टी, मंजुल जैन, और अनिरुद्ध काल ने की थी।

  • शुरुआत:
    कंपनी ने शुरुआत Toothsi ब्रांड के तहत टूथ एलाइनर सेवाओं से की।
  • विस्तार:
    बाद में, कंपनी ने Skinnsi जैसे ब्रांड को जोड़कर त्वचा और बालों के उपचार सेवाएँ प्रदान कीं।

कंपनी ने एक व्यापक सेवा मंच तैयार किया है जो डेंटल, स्किन और हेयर ट्रीटमेंट के समाधान प्रदान करता है। यह प्लेटफ़ॉर्म ग्राहकों को उच्च-गुणवत्ता वाली सेवाएँ और उत्पाद प्रदान करने पर केंद्रित है।


भविष्य की योजनाएँ

FY24 में अपने घाटे को घटाने और राजस्व को स्थिर बनाए रखने के बाद, MakeO का फोकस अब आगे की वृद्धि और नवाचार पर है।

  • नवाचार में निवेश:
    कंपनी नए उत्पादों और सेवाओं को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
  • विस्तार:
    कंपनी अपने बाजार को और विस्तार देने के लिए तैयार है, विशेष रूप से छोटे शहरों और कस्बों में।
  • ग्राहक अनुभव:
    MakeO ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी और सेवा गुणवत्ता में सुधार कर रहा है।

भारतीय बाजार में MakeO की स्थिति

भारतीय बाजार में डेंटल और स्किनकेयर सेवाओं की बढ़ती मांग ने MakeO के लिए विकास के अवसर खोले हैं।

  • डेंटल और स्किनकेयर उद्योग का विस्तार:
    भारतीय उपभोक्ताओं के बीच डेंटल और स्किनकेयर सेवाओं की बढ़ती जागरूकता और अपनाने की दर से यह क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है।
  • उच्च-गुणवत्ता सेवाओं की मांग:
    MakeO के जैसे प्लेटफ़ॉर्म उच्च-गुणवत्ता और किफायती सेवाएँ प्रदान करके इस मांग को पूरा कर रहे हैं।

निष्कर्ष

FY24 में स्थिर राजस्व और घाटे में कमी के साथ, MakeO ने अपने संचालन को मजबूत किया है और भारतीय डेंटल और स्किनकेयर उद्योग में अपनी स्थिति को और सुदृढ़ किया है।

अपने ब्रांड Toothsi और Skinnsi के माध्यम से, MakeO ने एक व्यापक सेवा मंच विकसित किया है जो भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करता है। वित्तीय सुधार और भविष्य की योजनाओं के साथ, MakeO भारतीय स्वास्थ्य और सौंदर्य सेवा उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने के लिए तैयार है।

MakeO का मिशन: “प्रत्येक भारतीय को उच्च-गुणवत्ता वाली डेंटल और स्किनकेयर सेवाएँ प्रदान करना।”

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D2C skincare brand Deconstruct ने जुटाए ₹65 करोड़

Deconstruct

Deconstruct, एक डायरेक्ट-टू-कंज़्यूमर (D2C) स्किनकेयर ब्रांड, ने हाल ही में ₹65 करोड़ ($7.7 मिलियन) का निवेश जुटाया है। यह फंडिंग L’Oréal के वीसी फंड BOLD, V3 Ventures, और DSG Consumer Partners के नेतृत्व में हुई, जिसमें मौजूदा निवेशक Kalaari Capital और Beenext ने भी भाग लिया।

Deconstruct पिछले फंडिंग राउंड और उपयोग

अगस्त 2022 में, Deconstruct ने Kalaari Capital और Beenext के नेतृत्व में अपने सीड राउंड में $2 मिलियन जुटाए थे।

फंड का उपयोग

नवीनतम निवेश का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  1. उत्पाद नवाचार: मौजूदा उत्पाद श्रेणियों जैसे सन्सक्रीन और सीरम में नेतृत्व को मजबूत करना।
  2. जेंटल एक्टिव्स स्पेस में श्रेष्ठता: प्रभावी और हल्के उत्पादों को विकसित करना।
  3. क्विक कॉमर्स और रिटेल में विस्तार: उपभोक्ताओं के लिए ब्रांड की पहुंच को बढ़ाना।

Deconstruct: एक परिचय

Deconstruct की स्थापना मालिनी अडापुरेड्डी ने की थी। यह ब्रांड सभी प्रकार की त्वचा, विशेष रूप से संवेदनशील त्वचा, के लिए स्किनकेयर उत्पाद प्रदान करता है।

  • ब्रांड का फोकस: शुरुआती उपभोक्ताओं के लिए अनुकूल उत्पाद जैसे मैटिफाइंग, जेल-आधारित सन्सक्रीन।
  • भारतीय जरूरतों के अनुरूप: ब्रांड का मुख्य उद्देश्य भारतीय गर्म और आर्द्र जलवायु में उपयोगी उत्पाद बनाना है, जो वैश्विक प्रवृत्तियों पर आधारित बाजार में एक अलग पहचान बनाता है।

संस्थापक का विजन

Deconstruct की संस्थापक मालिनी अडापुरेड्डी ने कहा:

“पिछले साल, हमने 2 करोड़+ शुरुआती उपभोक्ताओं को भारत के सबसे दूरस्थ पिनकोड्स में स्किनकेयर यात्रा शुरू करने में मदद की। यह फंडिंग हमें अत्यधिक प्रभावी और हल्के उत्पाद बनाने पर केंद्रित रहने का अवसर देती है।”


ब्रांड की उपलब्धियां और ग्रोथ

  1. आर्थिक प्रदर्शन:
    • FY25 में Deconstruct ने 1,000% वृद्धि दर्ज की।
    • कंपनी ने ₹200 करोड़ का वार्षिक राजस्व अर्जित किया।
    • FY24 में, कंपनी की ऑपरेटिंग रेवेन्यू में 2.3X वृद्धि हुई, जो ₹6.67 करोड़ से बढ़कर ₹15.46 करोड़ हो गई।
    • इसी अवधि में, कंपनी ने अपने घाटे को 33% तक कम करके ₹4.9 करोड़ किया।
  2. उपभोक्ता पहुंच:
    • ब्रांड ने भारतीय बाजार में स्किनकेयर उत्पादों को दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाया।
    • ब्रांड की फोकस्ड रणनीति ने इसे भारतीय उपभोक्ताओं की विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाया।

भारतीय स्किनकेयर बाजार में Deconstruct की भूमिका

भारतीय स्किनकेयर बाजार तेजी से बढ़ रहा है और वैश्विक प्रवृत्तियों से प्रेरित है। हालांकि, Deconstruct का दृष्टिकोण इसे भीड़ से अलग बनाता है:

  • भारतीय जलवायु के अनुसार उत्पाद:
    Deconstruct के उत्पाद विशेष रूप से भारतीय गर्म और आर्द्र मौसम को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किए गए हैं।
  • शुरुआती उपभोक्ताओं पर ध्यान:
    ब्रांड के हल्के और प्रभावी उत्पाद पहली बार स्किनकेयर उपयोगकर्ताओं के लिए आदर्श हैं।
  • उत्पाद श्रेणियों का विस्तार:
    Deconstruct ने सन्सक्रीन और सीरम जैसी श्रेणियों में अपनी पहचान बनाई है और अब अन्य उत्पाद श्रेणियों में विस्तार कर रहा है।

फंडिंग में प्रमुख निवेशकों की भूमिका

  1. L’Oréal BOLD:
    • L’Oréal का वीसी फंड, BOLD, ब्रांड के उत्पाद नवाचार और वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करने में सहायक होगा।
  2. V3 Ventures और DSG Consumer Partners:
    • इन निवेशकों ने ब्रांड के विकास और भारतीय उपभोक्ता बाजार में इसके विस्तार को समर्थन दिया है।
  3. Kalaari Capital और Beenext:
    • मौजूदा निवेशकों ने Deconstruct की पिछली उपलब्धियों को देखते हुए नए राउंड में भी भाग लिया।

स्किनकेयर बाजार का भविष्य और Deconstruct की रणनीति

भारतीय स्किनकेयर बाजार का विस्तार कई कारणों से हो रहा है:

  1. बढ़ती जागरूकता:
    उपभोक्ता अब त्वचा की देखभाल के महत्व को बेहतर ढंग से समझ रहे हैं।
  2. वैयक्तिकृत उत्पादों की मांग:
    उपभोक्ता अब अपनी विशिष्ट त्वचा आवश्यकताओं के अनुरूप उत्पादों की तलाश कर रहे हैं।
  3. ऑनलाइन शॉपिंग का प्रभाव:
    क्विक कॉमर्स और रिटेल में विस्तार से Deconstruct अपने उत्पादों को अधिक सुलभ बना सकता है।

Deconstruct इन प्रवृत्तियों का लाभ उठाकर:

  • विस्तृत रिटेल नेटवर्क: उपभोक्ताओं तक अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचने के लिए रिटेल नेटवर्क का विस्तार करेगा।
  • नवाचार: हल्के और प्रभावी उत्पादों को विकसित करना जारी रखेगा।
  • उपभोक्ता जुड़ाव: ब्रांड अपने उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए तकनीक और डेटा का उपयोग करेगा।

निष्कर्ष

Deconstruct का दृष्टिकोण भारतीय स्किनकेयर उद्योग में एक नया मानक स्थापित कर रहा है। ₹65 करोड़ की इस नई फंडिंग से ब्रांड को उत्पाद नवाचार, विस्तार, और उपभोक्ता जुड़ाव में महत्वपूर्ण प्रगति करने में मदद मिलेगी।

भारतीय स्किनकेयर बाजार की अनूठी जरूरतों को पूरा करने और उपभोक्ताओं को प्रभावी समाधान प्रदान करने के लिए Deconstruct की प्रतिबद्धता इसे एक अग्रणी ब्रांड बनाती है।

Deconstruct का मिशन: “हर भारतीय उपभोक्ता की स्किनकेयर यात्रा को सरल और प्रभावी बनाना।”

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