Dream Aerospace, एक एयरोस्पेस और डिफेंस स्टार्टअप, ने इंफ्लेक्शन पॉइंट वेंचर्स (IPV) की अगुवाई में 3 करोड़ रुपये की प्री-सीड फंडिंग जुटाई है। इस निवेश का उपयोग कंपनी के ATOM थ्रस्टर के विकास को तेज करने, प्रोपल्शन सिस्टम की वैधता सुनिश्चित करने, और एक इन-हाउस हाई-एल्टीट्यूड टेस्ट फैसिलिटी स्थापित करने के लिए किया जाएगा।
Dream-Aerospace स्टार्टअप का उद्देश्य और दृष्टिकोण
Dream Aerospace की स्थापना 2022 में हरीकृष्णन केजे और रोगिथ एस द्वारा की गई थी। यह स्टार्टअप उपग्रह प्रोपल्शन सिस्टम्स को सशक्त बनाने के लिए उच्च प्रदर्शन, किफायती और स्केलेबल समाधान प्रदान करता है। कंपनी का मुख्य उद्देश्य भारत के “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियानों के साथ तालमेल बिठाते हुए घरेलू प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है।
ATOM थ्रस्टर: अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी
ड्रीम एयरोस्पेस का ATOM थ्रस्टर सैटेलाइट ऑपरेशंस और स्पेस मिशन्स को बेहतर बनाने के लिए एक कस्टमाइज़ेबल, किफायती, और कुशल समाधान है। यह थ्रस्टर पर्यावरण के अनुकूल और उन्नत प्रौद्योगिकी से लैस है, जो अंतरराष्ट्रीय विकल्पों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन प्रदान करता है।
- पर्यावरण के प्रति जागरूकता:
ड्रीम एयरोस्पेस के प्रोपल्शन सिस्टम्स पर्यावरण के अनुकूल होते हैं, जो भविष्य की एयरोस्पेस तकनीक के लिए टिकाऊ समाधान पेश करते हैं। - सुरक्षा में सुधार:
कंपनी ने ग्राउंड पर्सनल के लिए ईंधन हैंडलिंग प्रक्रिया को सुरक्षित और अधिक सुविधाजनक बनाने पर भी जोर दिया है।
भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र में योगदान
ड्रीम एयरोस्पेस ने भारत के एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में एक नई दिशा प्रदान की है।
- मिशन की विविध आवश्यकताओं के लिए समाधान:
कंपनी के समाधान को विभिन्न सैटेलाइट मिशन्स के लिए अनुकूलित किया जा सकता है। - घरेलू उत्पादन क्षमता:
वर्तमान में कंपनी उत्पादन की आउटसोर्सिंग कर रही है, लेकिन भविष्य में यह 40-50 थ्रस्टर्स की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ इन-हाउस उत्पादन स्थापित करने की योजना बना रही है। - व्यावसायिक और रक्षा अनुप्रयोगों में उपयोग:
ड्रीम एयरोस्पेस ने व्यावसायिक और रक्षा दोनों क्षेत्रों में उपयोग के लिए अपने उत्पादों को डिज़ाइन किया है।
ड्रीम एयरोस्पेस का प्रतिस्पर्धात्मक लाभ
ड्रीम एयरोस्पेस अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर और सस्ता समाधान प्रदान करता है।
- कम लागत:
अंतरराष्ट्रीय विकल्पों की तुलना में ड्रीम एयरोस्पेस के थ्रस्टर्स की लागत काफी कम है। - बेहतर प्रदर्शन:
कंपनी का दावा है कि उनके प्रोपल्शन सिस्टम्स प्रदर्शन के मामले में कहीं अधिक उन्नत हैं। - भारतीय तकनीक का उपयोग:
100% स्वदेशी तकनीक का उपयोग करते हुए, ड्रीम एयरोस्पेस भारत को वैश्विक एयरोस्पेस उद्योग में एक अग्रणी स्थान पर पहुंचाने की दिशा में काम कर रहा है।
फंडिंग का उपयोग: विकास और विस्तार पर जोर
ड्रीम एयरोस्पेस ने फंडिंग का उपयोग तीन प्रमुख क्षेत्रों में करने की योजना बनाई है:
- ATOM थ्रस्टर का विकास:
फंड का मुख्य हिस्सा ATOM थ्रस्टर के विकास को तेज करने में लगाया जाएगा। - प्रोपल्शन सिस्टम की वैधता सुनिश्चित करना:
कंपनी प्रोपल्शन सिस्टम की प्रभावशीलता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परीक्षण करेगी। - हाई-एल्टीट्यूड टेस्ट फैसिलिटी:
इन-हाउस टेस्ट फैसिलिटी स्थापित कर कंपनी उत्पादन और परीक्षण को अधिक प्रभावी और कुशल बनाएगी।
एयरोस्पेस में भारत की बढ़ती भूमिका
भारत का एयरोस्पेस क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ रहा है।
- इसरो और निजी क्षेत्र का सहयोग:
भारत का अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और निजी क्षेत्र साथ मिलकर देश को वैश्विक अंतरिक्ष उद्योग में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार कर रहे हैं। - नए स्टार्टअप्स का उदय:
ड्रीम एयरोस्पेस जैसे स्टार्टअप्स भारत के एयरोस्पेस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
“मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” के साथ तालमेल
ड्रीम एयरोस्पेस ने अपने उत्पादों और प्रौद्योगिकी में भारत के “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियानों को केंद्र में रखा है।
- स्वदेशी तकनीक का उपयोग:
कंपनी 100% स्वदेशी तकनीक पर काम कर रही है, जो भारत को अंतरराष्ट्रीय बाजार में आत्मनिर्भर बना रहा है। - नौकरी के अवसर:
इन-हाउस उत्पादन और टेस्ट फैसिलिटी स्थापित करने के साथ ही ड्रीम एयरोस्पेस स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहा है।
ड्रीम एयरोस्पेस का भविष्य और दृष्टिकोण
ड्रीम एयरोस्पेस का लक्ष्य न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर एयरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर में एक मजबूत पहचान बनाना है।
- वैश्विक विस्तार:
कंपनी अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी ले जाने की योजना बना रही है। - नवाचार पर ध्यान:
ड्रीम एयरोस्पेस उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकी के साथ नवाचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
निष्कर्ष
ड्रीम एयरोस्पेस ने भारत के एयरोस्पेस और डिफेंस क्षेत्र में एक नई शुरुआत की है। अपनी उन्नत प्रौद्योगिकी, स्वदेशी उत्पादन, और पर्यावरण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण के साथ, यह स्टार्टअप भारत को वैश्विक एयरोस्पेस उद्योग में एक महत्वपूर्ण स्थान पर स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है।
ड्रीम एयरोस्पेस का मिशन: “उपग्रह प्रौद्योगिकी को किफायती, कुशल और टिकाऊ बनाना, और भारत को एयरोस्पेस क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना।”
Read more :Eximius Ventures ने लॉन्च किया अपना दूसरा फंड, $30 मिलियन के कॉर्पस का लक्ष्य