ऑम्निचैनल ज्वेलरी स्टार्टअप Giva ने अपने सीरीज बी फंडिंग राउंड में 255 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस फंडिंग का नेतृत्व प्रेमजी इनवेस्ट, एपिक कैपिटल, एडेलवाइस डिस्कवर फंड और कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन ने किया। इस फंड में से 89 करोड़ रुपये प्राइमरी कैपिटल के रूप में जुटाए गए हैं, जबकि शेष राशि सेकेंडरी कैपिटल के रूप में आई है।
Giva: कंपनी का परिचय
GIVA एक ऑम्निचैनल ज्वेलरी स्टार्टअप है, जो डिज़ाइन और क्वालिटी पर खासा ध्यान देते हुए सोने, चांदी और अन्य कीमती धातुओं से बने आभूषण बेचता है। यह स्टार्टअप ग्राहकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से आभूषण खरीदने की सुविधा देता है। अपने बेहतरीन डिज़ाइनों और उपभोक्ताओं के प्रति बेहतरीन सेवा के चलते गिवा ने भारतीय बाजार में काफी लोकप्रियता हासिल की है।
संस्थापक और उनकी यात्रा
GIVA की स्थापना 2019 में श्रेया मूर्ति, विनायक रंगराजन, और नंदन बालासुब्रमण्यम ने की थी। कंपनी के संस्थापकों ने अपने अनुभव और विज़न का उपयोग करते हुए गिवा को एक उभरते हुए ब्रांड में तब्दील किया। उनका मुख्य उद्देश्य एक ऐसा ब्रांड बनाना था जो आधुनिक और पारंपरिक ज्वेलरी को एक साथ लाकर हर प्रकार के उपभोक्ताओं की जरूरतें पूरी कर सके।
फंडिंग डिटेल्स
इस फंडिंग राउंड में गिवा के पहले के निवेशकों ने भी हिस्सा लिया, जिसमें A91 पार्टनर्स और इंडिया कोटिएंट शामिल थे। यह निवेशकों की गिवा में बढ़ती विश्वसनीयता को दर्शाता है। गिवा ने पिछले साल सितंबर में सीरीज बी राउंड में फर्स्ट चेक द्वारा किए गए सीड इन्वेस्टमेंट पर 33 गुना रिटर्न हासिल किया था। इसके पहले के निवेशकों में टाइटन कैपिटल भी शामिल है, लेकिन अभी तक टाइटन कैपिटल ने अपने किसी भी हिस्से को नहीं बेचा है।
कैसे किया जाएगा फंड का उपयोग
गिवा ने इस फंड को अपने ऑपरेशन्स को बढ़ाने, उत्पादों के विकास में सुधार करने और नए बाजारों में विस्तार के लिए इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। यह निवेश कंपनी के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकता है, क्योंकि यह अपने ब्रांड को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है।
गिवा की विकास यात्रा
कंपनी ने अपने लॉन्च के बाद से तेजी से विकास किया है और वर्तमान में यह भारत में आभूषण के क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभर रही है। गिवा का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को एक शानदार और सुविधाजनक शॉपिंग अनुभव प्रदान करता है। इसके साथ ही, कंपनी अपने ऑफलाइन स्टोर्स के माध्यम से भी ग्राहकों तक पहुंच बना रही है, जिससे वह एक ऑम्निचैनल ब्रांड के रूप में अपनी पहचान बना रही है।
गिवा का राजस्व और मुनाफा
गिवा की वित्तीय सेहत भी लगातार मजबूत हो रही है। कंपनी के संस्थापक और निवेशक इसका श्रेय गिवा के डिज़ाइन और गुणवत्ता की प्राथमिकता को देते हैं, जो ग्राहकों को आकर्षित करता है। इस फंडिंग से कंपनी के राजस्व और मुनाफे में और वृद्धि की उम्मीद है, खासकर जब कंपनी ने अपने विस्तार की योजना बनाई है।
भारतीय आभूषण बाजार में गिवा का स्थान
भारतीय आभूषण बाजार एक बहुत बड़ा और प्रतिस्पर्धात्मक क्षेत्र है, जिसमें गिवा जैसी कंपनियां अपनी अनूठी सेवाओं और बेहतरीन डिज़ाइनों के माध्यम से उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित कर रही हैं। गिवा का फोकस डिज़ाइन और गुणवत्ता पर है, जो इसे अन्य ब्रांड्स से अलग बनाता है। कंपनी का उद्देश्य भारतीय बाजार में अपनी पकड़ को और मजबूत करना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करना है।
गिवा की भविष्य की योजनाएँ
गिवा के संस्थापकों का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में अपने ब्रांड को और अधिक लोकप्रिय बनाना और राजस्व में 10 गुना वृद्धि करना है। इस विस्तार की योजना में नए बाजारों में प्रवेश करना और अपने उत्पादों की रेंज को बढ़ाना शामिल है। कंपनी के लिए 2027 तक IPO की योजना भी बनाई जा रही है, जिससे यह सार्वजनिक रूप से भी निवेशकों को आकर्षित कर सकेगी।
निष्कर्ष
गिवा का यह फंडिंग राउंड कंपनी के भविष्य की योजनाओं और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। कंपनी ने अपने डिज़ाइन और गुणवत्ता के प्रति समर्पण के साथ बाजार में एक खास जगह बनाई है। आने वाले वर्षों में, गिवा का ध्यान अपने ब्रांड को और मजबूत करने, नए बाजारों में विस्तार करने और निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न देने पर रहेगा।
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