Titan Capital Winners फंड ने जुटाए 333 करोड़ रुपये

Titan Capital Winners

titan capital Winners Fund, जिसे स्नैपडील के सह-संस्थापक कुनाल बहल और रोहित बंसल का समर्थन प्राप्त है, ने अपने अंतिम समापन पर 333 करोड़ रुपये (लगभग $40 मिलियन) जुटाए हैं।

इससे पहले, अगस्त 2024 में, फंड ने अपने प्रारंभिक लक्ष्य 200 करोड़ रुपये को प्राप्त कर लिया था और अब ग्रीन-शू विकल्प का उपयोग करके अतिरिक्त प्रतिबद्धताओं को स्वीकार करने का निर्णय लिया है। यह राशि कंपनी के मौजूदा पोर्टफोलियो कंपनियों में बाद के चरणों में निवेश की जाएगी, कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा।

2011 से अब तक 250 से अधिक कंपनियों का समर्थन

2011 से, titan capital Winners Fund,ने 250 से अधिक कंपनियों का समर्थन किया है। कुछ प्रमुख सीड निवेशों में अर्बन कंपनी, मामा अर्थ, ऑफ़बिजनेस, रेजरपे, यूनिकॉमर्स, और ओला कैब्स शामिल हैं।

अगस्त में 200 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त किया

अगस्त में, टाइटन कैपिटल के विनर्स फंड ने 200 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त किया था। इस फंड के माध्यम से, कंपनी ने अर्बन कंपनी, मामा अर्थ, ओला, और क्रेडजेनिक्स जैसी कंपनियों से महत्वपूर्ण निकास किए।

टाइटन कैपिटल का अर्बन कंपनी में शुरुआती 57 लाख रुपये का निवेश 111 करोड़ रुपये के पूर्ण निकास में परिणत हुआ। ओला में, प्रारंभिक $60,000 का निवेश काफी बढ़ गया, और दोनों ने 2021 में कंपनी के $7.3 बिलियन के उच्चतम मूल्यांकन पर पूरी तरह से निकास किया।

इंदिकॉर्न्स: नए और लाभकारी स्टार्टअप्स की सूची

हाल ही में, टाइटन कैपिटल ने इंदिकॉर्न्स नामक एक नया सूचकांक लॉन्च किया, जो 100 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व वाले लाभकारी स्टार्टअप्स को उजागर करता है। इस सूची में शामिल स्टार्टअप्स में ग्रो, इन्फ्रा.मार्केट, इंडिफी, कंफर्मटीकेटी, कैशई, फाइबे, एवरेस्ट फ्लीट, फाइंड, इंडीक्यूब, करजा, लेंडिंगकार्ट, ऑक्सिजो, और नोडविन शामिल हैं।

titan capital Winners Fund, और भविष्य की योजनाएं

टाइटन कैपिटल की निवेश रणनीति ने उसे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। कंपनी न केवल शुरुआती चरण के निवेशों पर ध्यान केंद्रित करती है, बल्कि अपने पोर्टफोलियो में बाद के चरणों में भी निवेश करना जारी रखती है। यह दृष्टिकोण कंपनी को अपने पोर्टफोलियो कंपनियों के विकास को समर्थन देने और उनके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।

टाइटन कैपिटल का यह कदम न केवल भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह दर्शाता है कि भारतीय निवेशक अब जोखिम लेने के लिए अधिक तैयार हैं और वे संभावित उच्च रिटर्न की तलाश में हैं।

निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संदेश

टाइटन कैपिटल का यह नया फंड निवेशकों को एक महत्वपूर्ण संदेश देता है: भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश के लिए अब एक बेहतर समय है। कंपनी का इंदिकॉर्न्स सूचकांक यह भी दर्शाता है कि भारत में कई स्टार्टअप्स अब लाभकारी हो रहे हैं और बड़े पैमाने पर राजस्व उत्पन्न कर रहे हैं।

निष्कर्ष

टाइटन कैपिटल विनर्स फंड का 333 करोड़ रुपये जुटाना न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना है। यह दिखाता है कि भारतीय स्टार्टअप्स में अब भी बड़ी संभावनाएं हैं और वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हैं। कुनाल बहल और रोहित बंसल की दृष्टि और उनके निवेश के अनुभव ने टाइटन कैपिटल को एक प्रमुख निवेशक के रूप में स्थापित किया है, जो भविष्य में भी नए और उभरते हुए स्टार्टअप्स को समर्थन देता रहेगा।

भारतीय स्टार्टअप्स के लिए यह समय अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और टाइटन कैपिटल का यह कदम इस बात का प्रमाण है कि भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है।

भविष्य की संभावनाएं

आने वाले समय में, टाइटन कैपिटल के निवेश और उनके द्वारा समर्थित स्टार्टअप्स पर नजर रखना दिलचस्प होगा। कंपनी की रणनीति और उनकी सफलताएं निश्चित रूप से अन्य निवेशकों और उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।

इस प्रकार, टाइटन कैपिटल का यह नया फंड न केवल कंपनी के लिए बल्कि पूरे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है।

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Yu ने जुटाए 55 करोड़ रुपये, तेजी से बढ़ेगा वितरण और उत्पाद पोर्टफोलियो

Yu

Yu , एक कंज्यूमर फूड ब्रांड, ने हाल ही में 55 करोड़ रुपये (लगभग 6.5 मिलियन डॉलर) की सीरीज बी फंडिंग राउंड पूरी की है। इस राउंड का नेतृत्व प्रमुख निवेशक आशीष कचोलिया और एशियन प्रमोटर ग्रुप ने किया। इस फंडिंग से कंपनी ने अपने शुरुआती निवेशकों को बाहर निकलने का अवसर दिया, जिससे उन्हें 4 गुना से ज्यादा रिटर्न मिला है।

कंपनी की स्थापना और उत्पादों का विकास

Yu  की स्थापना 2021 में भारत भल्ला और वरुण कपूर ने की थी। यह एक ओमनी-चैनल कंज्यूमर ब्रांड है जो 100% प्राकृतिक सामग्री का उपयोग कर इंस्टेंट फूड और बेवरेजेस की एक विस्तृत रेंज पेश करता है। ब्रांड ने सबसे पहले इंस्टेंट कप नूडल्स और पास्ता से शुरुआत की थी, लेकिन अब इसने अपनी उत्पाद श्रृंखला को बढ़ाकर रेडी-टू-कुक नूडल्स, पास्ता और शुद्ध प्राकृतिक जूस तक विस्तार कर लिया है। Yu का मुख्य आकर्षण यह है कि इसके बेवरेजेस में कोई कंसन्ट्रेट या अतिरिक्त चीनी नहीं मिलाई जाती।

फंडिंग का उपयोग और विस्तार योजनाएँ

Yu ने कहा है कि इस नई फंडिंग का उपयोग अपने वितरण नेटवर्क को बढ़ाने, फूड पोर्टफोलियो को मजबूत करने और हाल ही में लॉन्च किए गए 100% फ्रूट जूस की बेवरेज रेंज को विस्तार देने के लिए किया जाएगा। कंपनी के पास पहले से ही इंस्टेंट फूड के क्षेत्र में अच्छी पहचान है, और अब वह बेवरेजेस के क्षेत्र में भी मजबूती से प्रवेश कर रही है। यह फंड कंपनी को नए उत्पाद विकसित करने और अपनी बाजार पहुंच को और मजबूत करने में सहायता करेगा।

ओमनी-चैनल वितरण नेटवर्क

Yu का दावा है कि उसने एक ओमनी-चैनल वितरण नेटवर्क तैयार किया है, जिसके जरिए कंपनी भारत भर में 7,500 से अधिक स्टोर्स में ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज करा चुकी है। इसके अलावा, ब्रांड Blinkit, Swiggy Instamart और Zepto जैसी क्विक कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी उपलब्ध है, साथ ही Amazon, Flipkart Grocery और Dmart Ready जैसे ई-कॉमर्स चैनलों पर भी इसका प्रोडक्ट आसानी से खरीदा जा सकता है। Yu ने संस्थागत बाजारों में भी अपनी पकड़ बनाई है, जहां इसके उत्पाद Akasa Air और SpiceJet जैसी एयरलाइनों में उपलब्ध हैं।

अंतरराष्ट्रीय विस्तार

भारत के बाजार में एक ठोस उपस्थिति बनाने के बाद, Yu ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कदम रखा है। कंपनी के उत्पाद अब दक्षिण अफ्रीका के 2,000 से अधिक रिटेल आउटलेट्स में बेचे जा रहे हैं, जो इस बात का संकेत है कि Yu अपने ब्रांड को वैश्विक स्तर पर भी मजबूती से स्थापित करने के लिए प्रयासरत है।

फाउंडर्स की दृष्टि और उद्देश्य

Yu के फाउंडर्स, भारत भल्ला और वरुण कपूर, की दृष्टि यह है कि वे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले, स्वस्थ और सुविधाजनक खाद्य और पेय उत्पाद प्रदान करें। उनकी प्राथमिकता यह है कि उपभोक्ता जल्दी से पकने वाले और तैयार किए जाने वाले खाद्य पदार्थों का आनंद ले सकें, जिसमें स्वास्थ्य और स्वाद का संतुलन बना रहे। कंपनी ने अपने उत्पादों में कोई हानिकारक तत्व नहीं डाला है, और इसके सभी उत्पाद पूरी तरह से प्राकृतिक और सुरक्षित हैं।

वित्तीय प्रदर्शन और निवेशकों का विश्वास

Yu का वित्तीय प्रदर्शन अब तक अच्छा रहा है, जिससे इसके शुरुआती निवेशकों को 4x रिटर्न मिला है। निवेशकों का इस ब्रांड में इतना विश्वास है कि उन्होंने इसके विस्तार के लिए नई फंडिंग प्रदान की है। सीरीज बी राउंड में जुटाए गए 55 करोड़ रुपये से कंपनी को अपने व्यवसाय को तेजी से बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे यह साफ है कि कंपनी का विकास पथ सही दिशा में है और आने वाले समय में यह और भी ऊंचाइयों को छू सकती है।

उपभोक्ता अनुभव और उत्पाद की गुणवत्ता

Yu के उत्पादों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे उपभोक्ताओं को तेज़, आसान और स्वास्थ्यवर्धक फूड ऑप्शंस प्रदान करते हैं। इंस्टेंट फूड कैटेगरी में होने के बावजूद, Yu ने अपने सभी उत्पादों को पूरी तरह से प्राकृतिक और पोषक तत्वों से भरपूर रखा है। उपभोक्ता अपने रोजमर्रा के जीवन में बिना किसी झंझट के इन उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं, जो उन्हें स्वादिष्ट और पोषण युक्त भोजन का अनुभव देता है।

भविष्य की योजनाएँ

Yu के फाउंडर्स की योजना है कि वे कंपनी के उत्पादों को और ज्यादा व्यापक बनाएं और नई बाजारों में प्रवेश करें। कंपनी आने वाले समय में और भी नई प्रोडक्ट रेंज लॉन्च कर सकती है, जिससे उसे फूड और बेवरेजेस इंडस्ट्री में और बड़ी पहचान मिलेगी। इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपने पैर जमाने की योजना के तहत कंपनी दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य देशों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत कर सकती है।

निष्कर्ष

Yu ने भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी से अपनी जगह बनाई है। स्वस्थ, स्वादिष्ट और सुविधाजनक खाद्य उत्पादों की बढ़ती मांग के बीच, Yu ने अपनी गुणवत्ता और वितरण नेटवर्क के जरिए उपभोक्ताओं का विश्वास जीता है। नई फंडिंग से कंपनी अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करेगी और आने वाले समय में अपने उपभोक्ताओं को और भी बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए तत्पर रहेगी।

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PayU ने टाली IPO योजना, FY26 में हो सकता है पब्लिक लिस्टिंग

PayU

PayU, जो डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफ़ॉर्म है और Prosus के स्वामित्व में है, ने अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) की योजना को इस वित्तीय वर्ष में स्थगित कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, PayU इस साल या 2024 के दूसरे छमाही में अपने IPO की योजना बना रहा था, लेकिन अब इसे अगले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के बाद लाने पर विचार कर रहा है।

कंपनी की IPO योजना

PayU पिछले कुछ वर्षों से अपने IPO की योजना बना रही थी, लेकिन कंपनी को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से भुगतान एग्रीगेटर लाइसेंस वापस मिलने के बाद इसे टाल दिया गया। कंपनी ने अप्रैल 2024 में यह लाइसेंस फिर से प्राप्त कर लिया, जिसके बाद उसने नए व्यापारियों को ऑनबोर्ड करना शुरू कर दिया है। इससे पहले, जनवरी 2023 से अप्रैल 2024 के बीच व्यापारियों का ऑनबोर्डिंग प्रतिबंधित कर दिया गया था।

Goldman Sachs बनी प्रमुख बैंकिंग पार्टनर

सूत्रों के अनुसार, PayU ने Goldman Sachs को अपने IPO के लिए मुख्य बैंकिंग पार्टनर के रूप में चुना है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) को दायर नहीं किया है, लेकिन संभावना है कि 2025 की शुरुआत में इसे दाखिल किया जाएगा। इससे पहले कंपनी अपने कॉर्पोरेट ढांचे को और मजबूत करने में व्यस्त थी ताकि सार्वजनिक लिस्टिंग की प्रक्रिया को आसानी से अंजाम दिया जा सके।

PayU की भारतीय बाजार में स्थिति

भारत में PayU ने एक मजबूत स्थिति बनाई है। कंपनी के पास तीन प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों – पेमेंट्स, क्रेडिट, और PayTech में 500,000 से अधिक व्यापारी हैं। कंपनी हर साल $60 बिलियन से अधिक का ट्रांजैक्शन वॉल्यूम जनरेट करने का दावा करती है। हालांकि, FY23 के मुकाबले FY24 में कंपनी की राजस्व वृद्धि केवल 11% रही और उसका राजस्व $444 मिलियन तक पहुंचा।

धीमी वृद्धि और वित्तीय चुनौतियाँ

कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में गिरावट का मुख्य कारण RBI की पाबंदी रही, जिसके कारण नए व्यापारियों को ऑनबोर्ड नहीं किया जा सका। इसके अलावा, FY24 में कंपनी ने नुकसान झेला। यह धीमी वृद्धि और नकारात्मक मार्जिन कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं, और यह भी एक कारण है कि PayU ने अपने IPO को स्थगित कर दिया है।

RBI की पाबंदी और पुनः लाइसेंस प्राप्ति

PayU की IPO योजना को उस समय झटका लगा जब RBI ने उसकी जटिल कॉर्पोरेट संरचना के कारण भुगतान एग्रीगेटर लाइसेंस वापस कर दिया था। हालांकि, अप्रैल 2024 में यह लाइसेंस वापस मिलने के बाद, कंपनी ने अपनी सेवाओं को फिर से चालू कर दिया है और नए व्यापारियों को जोड़ना शुरू किया है। इस लाइसेंस की प्राप्ति के बाद कंपनी ने अपने विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया है और IPO के लिए खुद को तैयार किया है।

आगे की योजना

सूत्रों के अनुसार, PayU ने अपनी IPO योजना को इस वित्तीय वर्ष से आगे बढ़ा दिया है और अब इसका लक्ष्य है कि FY26 के पहले तिमाही के बाद पब्लिक लिस्टिंग की जाए। यह कदम कंपनी को अपने वित्तीय प्रदर्शन को सुधारने और राजस्व में तेजी लाने का समय देगा। कंपनी ने अपने वित्तीय ढांचे को मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, और उम्मीद है कि आने वाले समय में इसका प्रदर्शन बेहतर होगा।

PayU का वैश्विक विस्तार

PayU केवल भारत में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी ने विभिन्न देशों में अपने पेमेंट सॉल्यूशंस का विस्तार किया है और वित्तीय सेवाओं में अपने पैर पसार रही है। PayU का फोकस उभरते बाजारों पर है, जहां डिजिटल पेमेंट्स और क्रेडिट सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। कंपनी अपनी सेवाओं को और भी अधिक व्यापारियों तक पहुंचाने की योजना बना रही है, जो इसके राजस्व को बढ़ाने में मदद करेगी।

वित्तीय प्रदर्शन और चुनौतियाँ

PayU ने FY23 में बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन RBI की पाबंदी और नए व्यापारियों को जोड़ने पर रोक के कारण FY24 में इसका प्रदर्शन धीमा रहा। कंपनी की राजस्व वृद्धि केवल 11% रही और इसका कुल राजस्व $444 मिलियन तक पहुंचा। इसके अलावा, कंपनी को नकारात्मक मार्जिन का भी सामना करना पड़ा, जिससे उसकी लाभप्रदता प्रभावित हुई।

निष्कर्ष

PayU की IPO योजना को स्थगित करना कंपनी के लिए एक रणनीतिक कदम है, जिससे वह अपने वित्तीय प्रदर्शन को सुधारने और बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत करने का समय हासिल कर सके। कंपनी ने Goldman Sachs जैसे प्रमुख बैंकों के साथ मिलकर अपने IPO की तैयारी शुरू कर दी है और उम्मीद है कि 2025 की शुरुआत में वह DRHP दायर करेगी। भारतीय बाजार में PayU की मजबूत स्थिति और उसके व्यापारियों का बढ़ता आधार इसे भविष्य में और भी अधिक सफलता की ओर ले जा सकता है।

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8i Ventures की M2P Fintech से 12x रिटर्न के साथ पूरी निकासी: एक बड़ी उपलब्धि

8i Ventures

8i Ventures, एक प्रमुख वेंचर कैपिटल फर्म, ने हाल ही में M2P Fintech में अपने निवेश से पूरी तरह से बाहर निकलने की घोषणा की है, जिसमें उन्होंने 4.5 वर्षों में 12x का रिटर्न हासिल किया है। यह निकासी M2P Fintech के हालिया $100 मिलियन पूंजी वृद्धि का हिस्सा थी, जिसमें प्राथमिक और द्वितीयक निवेश शामिल थे।

कंपनी और निवेश की शुरुआत

8i Ventures ने M2P Fintech में पहली बार 9.7 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जिसे अब 4.5 साल बाद 115.9 करोड़ रुपये में बदल दिया गया है। इस निवेश से 8i Ventures को 131% का आंतरिक रिटर्न दर (IRR) मिला है। यह एकल निवेश 8i के Fund I के कुल फंड का 1.27x रिटर्न देता है, और इसके लिए उन्होंने अपने कुल पूंजी का केवल 10% उपयोग किया था।

Fund I की सफलता

8i Ventures का Fund I मई 2019 में लॉन्च हुआ था और जुलाई 2021 में इसका क्लोजिंग हुआ था, जिसमें कुल $15.5 मिलियन जुटाए गए थे। यह फंड भी शानदार प्रदर्शन कर रहा है, जिसके मौजूदा आँकड़े 2.5x रिटर्न के साथ 37% IRR और MOIC (Multiple On Invested Capital) 3.3x पर खड़े हैं। यह फंड कई उभरते हुए स्टार्टअप्स में निवेश करता है, जो भविष्य में IPO लॉन्च करने की तैयारी में हैं।

पोर्टफोलियो में शामिल कंपनियाँ

8i Ventures का पोर्टफोलियो बेहद प्रभावशाली है, जिसमें कुछ प्रमुख कंपनियाँ शामिल हैं जैसे Blue Tokai, Slice, Easebuzz, और Bbetter। इनमें से Bbetter सबसे कम उम्र की कंपनी है, लेकिन यह पहले से ही मुनाफा कमा रही है। कंपनी इस साल $10 मिलियन रन रेट का लक्ष्य रख रही है और अपनी राजस्व को दोगुना करने की योजना बना रही है। ये कंपनियाँ अपने उद्योग में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और भविष्य में और भी उन्नति करने की ओर अग्रसर हैं।

M2P Fintech: एक सफल निवेश

M2P Fintech में 8i Ventures का निवेश वेंचर कैपिटल फर्म की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक रहा है। M2P Fintech एक अग्रणी फिनटेक प्लेटफॉर्म है जो डिजिटल पेमेंट्स और वित्तीय सेवाओं को आसान और सुलभ बनाने पर केंद्रित है। हाल ही में कंपनी ने $100 मिलियन की पूंजी जुटाई है, जो कंपनी के भविष्य के विस्तार और विकास को मजबूती देने वाली है। M2P Fintech का यह विकास दिखाता है कि 8i Ventures ने सही समय पर सही कंपनी में निवेश किया।

Fund II की शुरुआत

8i Ventures ने 2022 में अपना दूसरा फंड लॉन्च किया था, जिसमें पहली बार $25 मिलियन जुटाए गए थे। इस फंड के जरिए 8i Ventures और अधिक उभरते हुए स्टार्टअप्स में निवेश करने की योजना बना रहा है। इसके साथ ही, उन्होंने हाल ही में $10 मिलियन का सीड फंडिंग प्रोग्राम ‘Origami’ लॉन्च किया है, जो भारत में उभरते स्टार्टअप्स का समर्थन करेगा। यह प्रोग्राम उन स्टार्टअप्स को फंडिंग और मार्गदर्शन प्रदान करेगा, जिनके पास बड़ी क्षमता है, लेकिन शुरुआती दौर में उन्हें संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ता है।

8i Ventures के पीछे की सोच

8i Ventures का मुख्य उद्देश्य ऐसे स्टार्टअप्स में निवेश करना है, जिनमें उच्च विकास की संभावनाएँ हों। कंपनी न केवल पूंजी प्रदान करती है, बल्कि स्टार्टअप्स को व्यवसाय विकास, रणनीतिक मार्गदर्शन और नेटवर्किंग में भी मदद करती है। पिछले एक दशक में, 8i Ventures और उनके पार्टनर्स ने 60 से अधिक स्टार्टअप्स को शुरुआती चरणों में समर्थन दिया है। ये स्टार्टअप्स कई अलग-अलग क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जिनमें फिनटेक, ई-कॉमर्स, हेल्थटेक, और कई अन्य उद्योग शामिल हैं।

भविष्य की योजनाएँ

8i Ventures भविष्य में और अधिक स्टार्टअप्स में निवेश करने के लिए तत्पर है। उनका ध्यान भारत के उभरते हुए स्टार्टअप इकोसिस्टम पर केंद्रित है, जहां तकनीकी और वित्तीय नवाचारों की बहुत संभावनाएँ हैं। कंपनी की रणनीति यह है कि वे उभरते स्टार्टअप्स को शुरुआती दौर में समर्थन दें और उनके विकास की गति को बढ़ावा दें। इसके साथ ही, वे अपने फंड्स के जरिए अन्य उच्च प्रदर्शन करने वाले स्टार्टअप्स में भी निवेश जारी रखेंगे।

निवेशकों के लिए संदेश

8i Ventures का M2P Fintech से 12x रिटर्न प्राप्त करना न केवल कंपनी के लिए बल्कि उनके निवेशकों के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। यह दिखाता है कि सही समय पर सही निवेश कितना फायदेमंद साबित हो सकता है। 8i Ventures के पास उन निवेशकों के लिए एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है, जो उभरते स्टार्टअप्स में निवेश करना चाहते हैं और उच्च रिटर्न की उम्मीद रखते हैं।

निष्कर्ष

8i Ventures ने M2P Fintech में अपने निवेश से जबरदस्त लाभ प्राप्त किया है और यह फर्म की कुशलता और सही निवेश रणनीति को दर्शाता है। कंपनी का फंड I भी अच्छे परिणाम दिखा रहा है और फंड II की शुरुआत से वे और अधिक स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए तैयार हैं। आने वाले समय में 8i Ventures भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है, जिससे और भी अधिक नवाचार और व्यवसायिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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Simplismart: बेंगलुरु स्थित SaaS स्टार्टअप ने $7 मिलियन सीरीज़ A फंडिंग जुटाई

Simplismart

बेंगलुरु स्थित SaaS स्टार्टअप Simplismart ने हाल ही में सीरीज़ A फंडिंग राउंड में $7 मिलियन जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Accel ने किया, जिसमें Shastra VC, Titan Capital और अन्य निवेशकों ने भी भाग लिया। कंपनी ने कहा है कि यह फंडिंग शोध एवं विकास (R&D) को बढ़ावा देने और कंपनी की वृद्धि में तेजी लाने के लिए उपयोग की जाएगी।

कंपनी का परिचय और मिशन

Simplismart की स्थापना 2022 में अमृतांशु जैन और देवांश घटक द्वारा की गई थी। यह स्टार्टअप एक AI-आधारित नो-कोड मशीन लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है, जो उपयोगकर्ताओं को बिना कोड लिखे अपने डेटा के आधार पर कस्टम मशीन लर्निंग मॉडल बनाने की सुविधा देता है। कंपनी का उद्देश्य AI को व्यवसायों के लिए सरल और सुलभ बनाना है, ताकि वे अपने निर्णय लेने और एप्लिकेशनों में AI का उपयोग आसानी से कर सकें।

संस्थापकों का परिचय

अमृतांशु जैन और देवांश घटक दोनों तकनीकी और उद्यमशीलता के क्षेत्र में अनुभव रखते हैं। अमृतांशु ने पहले भी विभिन्न AI और SaaS प्रोजेक्ट्स पर काम किया है, जबकि देवांश डेटा साइंस और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं। इन दोनों ने मिलकर सिंपलिस्मार्ट की स्थापना की, ताकि AI को व्यवसायों के लिए सरल और सुलभ बनाया जा सके।

फंडिंग का उपयोग

सिंपलिस्मार्ट इस फंडिंग का उपयोग अपने शोध एवं विकास (R&D) में तेजी लाने के लिए करेगा। कंपनी की योजना है कि वह अपने प्लेटफ़ॉर्म को और अधिक उन्नत और शक्तिशाली बनाए, ताकि वह व्यवसायों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार अधिक कस्टमाइज्ड समाधान प्रदान कर सके। इसके अलावा, कंपनी अपनी विस्तार योजनाओं पर भी ध्यान देगी और नए बाजारों में प्रवेश करेगी।

तकनीक और नवाचार

सिंपलिस्मार्ट का AI-आधारित नो-कोड प्लेटफ़ॉर्म व्यवसायों को बिना कोड लिखे मशीन लर्निंग मॉडल बनाने की सुविधा देता है। यह प्लेटफ़ॉर्म खासकर उन कंपनियों के लिए उपयोगी है, जिनके पास तकनीकी संसाधनों की कमी होती है। सिंपलिस्मार्ट का उद्देश्य है कि AI को सरल बनाया जाए और व्यवसायों को उनके डेटा का अधिकतम लाभ उठाने में मदद मिले। इसके जरिए वे AI के जटिल वर्कफ़्लो और उच्च लागत जैसी समस्याओं से निपट सकते हैं।

व्यवसायों के लिए लाभ

सिंपलिस्मार्ट का प्लेटफ़ॉर्म व्यवसायों को उच्च-प्रदर्शन, किफायती और उपयोग में आसान AI समाधान प्रदान करता है। यह प्लेटफ़ॉर्म उन समस्याओं को हल करता है, जो आमतौर पर AI को अपनाने में होती हैं, जैसे कि प्रदर्शन में समझौते, लागत की समस्या, ROI (रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट) में कमी, डेटा गोपनीयता और कस्टमाइजेशन की आवश्यकता।

AWS ML Elevate प्रोग्राम

2023 में, सिंपलिस्मार्ट को AWS और Accel द्वारा शुरू किए गए AWS ML Elevate प्रोग्राम के हिस्से के रूप में चुना गया था। यह प्रोग्राम उन 35 जनरेटिव स्टार्टअप्स के लिए था जो भारत से चयनित किए गए थे। इस कार्यक्रम में सिंपलिस्मार्ट ने अपनी तकनीक और बिजनेस मॉडल के लिए काफी सराहना प्राप्त की, जिससे उसकी ब्रांड वैल्यू और नेटवर्क को काफी बढ़ावा मिला।

विस्तार और भविष्य की योजनाएं

सिंपलिस्मार्ट की योजना है कि वह अपने उत्पादों और सेवाओं को और भी उन्नत बनाए और वैश्विक स्तर पर अपने प्लेटफ़ॉर्म का विस्तार करे। इसके लिए कंपनी नए बाजारों में प्रवेश कर रही है और अपनी सेवाओं को अधिक कस्टमाइज्ड बना रही है, ताकि वे विविध व्यवसायों की जरूरतों को पूरा कर सकें। कंपनी का उद्देश्य है कि वह AI को छोटे और बड़े व्यवसायों के लिए सुलभ बनाए, ताकि वे अपनी कार्यप्रणाली में AI का लाभ उठा सकें।

निवेशकों का समर्थन

Accel, Shastra VC, और Titan Capital जैसे प्रतिष्ठित निवेशकों का समर्थन सिंपलिस्मार्ट को प्राप्त है। इन निवेशकों का अनुभव और समर्थन कंपनी को उसके लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। निवेशकों ने कंपनी की तकनीक, उसके बिजनेस मॉडल और भविष्य की संभावनाओं में विश्वास जताया है, जिससे सिंपलिस्मार्ट को अपनी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने में मदद मिलेगी।

निष्कर्ष

सिंपलिस्मार्ट ने AI को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसके संस्थापक, अमृतांशु जैन और देवांश घटक, ने एक ऐसी कंपनी की स्थापना की है, जो व्यवसायों को AI अपनाने में मदद करती है। कंपनी की तकनीक और नवाचार उसे व्यवसायों के लिए एक प्रभावी समाधान बनाते हैं। नई फंडिंग से सिंपलिस्मार्ट को अपनी योजनाओं को और अधिक विस्तार करने का अवसर मिलेगा, जिससे वह वैश्विक स्तर पर अपने AI समाधान प्रदान कर सकेगा।

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Aerleum पेरिस स्थित क्लाइमेट टेक कंपनी ने $6 मिलियन सीड फंडिंग जुटाई

Aerleum

पेरिस, फ्रांस में स्थित एक क्लाइमेट टेक कंपनी, Aerleum ने हाल ही में $6 मिलियन की सीड फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व 360 कैपिटल और HTGF ने किया, जिसमें Norrsken, Bpifrance, और Marble ने भी भाग लिया। एरल्युम की स्थापना 2023 में स्टीवन बार्डे और सेबास्टियन फीडोरो द्वारा की गई थी। यह कंपनी मार्बल वेंचर स्टूडियो की एक स्पिन-आउट है, जो CO₂ को कैप्चर और कन्वर्ट करने की तकनीक प्रदान करती है।

कंपनी का परिचय और उद्देश्य

Aerleum का मिशन जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देना है। कंपनी ने एक विशेष समाधान विकसित किया है जो एक ही रिएक्टर में CO₂ को कैप्चर और कन्वर्ट करता है। इस प्रक्रिया में प्रोप्रीएटरी बाइफंक्शनल मटेरियल्स और प्रिसिजन हीटिंग का उपयोग किया जाता है। यह तकनीक ऊर्जा-गहन चरणों को खत्म करती है, जिससे कम लागत में बड़े पैमाने पर ई-फ्यूल्स और केमिकल्स का उत्पादन संभव हो पाता है और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती होती है।

संस्थापकों का योगदान

स्टीवन बार्डे और सेबास्टियन फीडोरो ने एरल्युम की स्थापना की थी। दोनों संस्थापक जलवायु परिवर्तन और हरित प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता रखते हैं। उनकी नेतृत्व में, एरल्युम ने जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए नवाचार और स्थिरता पर जोर दिया है। इनकी दूरदर्शी सोच और नवीन दृष्टिकोण ने एरल्युम को एक महत्वपूर्ण कंपनी बना दिया है।

फंडिंग का उद्देश्य

एरल्युम इस फंडिंग का उपयोग अपनी तकनीक के औद्योगिकीकरण में तेजी लाने के लिए करेगा। कंपनी का लक्ष्य है कि वह वातावरण से CO₂ और लो-कार्बन हाइड्रोजन को सिंथेटिक फ्यूल्स (ई-फ्यूल्स) और केमिकल्स में परिवर्तित कर सके। यह तकनीक कठिन-से-घटने वाले क्षेत्रों को कार्बन-न्यूट्रल भविष्य की ओर अग्रसर करेगी। इस फंडिंग से एरल्युम को अपने प्रोडक्शन क्षमताओं को बढ़ाने और नई तकनीकों को विकसित करने में मदद मिलेगी।

प्रौद्योगिकी और नवाचार

एरल्युम की तकनीक अद्वितीय है, क्योंकि यह एक ही रिएक्टर में CO₂ को कैप्चर और कन्वर्ट करती है। प्रोप्रीएटरी बाइफंक्शनल मटेरियल्स और प्रिसिजन हीटिंग का उपयोग करके, यह तकनीक ऊर्जा-गहन चरणों को कम करती है, जिससे उत्पादन लागत में कमी आती है। इस तकनीक का उपयोग बड़े पैमाने पर ई-फ्यूल्स और केमिकल्स के उत्पादन में किया जा सकता है, जिससे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में काफी कमी आएगी।

भविष्य की योजनाएं

एरल्युम का भविष्य उज्ज्वल है। कंपनी का उद्देश्य है कि वह अपने तकनीक को और विकसित करके बाजार में उतारे। इसके लिए वे नई फंडिंग का उपयोग अपने औद्योगिकीकरण और प्रोडक्शन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए करेंगे। इसके साथ ही, वे और अधिक शोध और विकास करेंगे, ताकि उनकी तकनीक और भी प्रभावी हो सके। कंपनी का लक्ष्य है कि वह जलवायु परिवर्तन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके।

वैश्विक विस्तार

एरल्युम का लक्ष्य वैश्विक स्तर पर अपनी तकनीक को फैलाना है। वे यूरोप, अमेरिका और अन्य क्षेत्रों में अपने प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए वे विभिन्न देशों में साझेदारियों और सहयोगियों के साथ काम कर रहे हैं। इस वैश्विक विस्तार से एरल्युम को अधिक बाजार और अवसर प्राप्त होंगे।

निवेशकों का समर्थन

एरल्युम को विभिन्न प्रतिष्ठित निवेशकों का समर्थन प्राप्त है। 360 कैपिटल, HTGF, Norrsken, Bpifrance, और Marble ने कंपनी में निवेश किया है। इन निवेशकों का अनुभव और समर्थन एरल्युम को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। निवेशकों ने कंपनी की तकनीक और उसके भविष्य की संभावनाओं में विश्वास जताया है।

निष्कर्ष

एरल्युम ने अपनी अनूठी तकनीक और नवाचार के साथ जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्टीवन बार्डे और सेबास्टियन फीडोरो के नेतृत्व में, कंपनी ने अपनी तकनीक को विकसित करके और औद्योगिकीकरण करके बाजार में अपनी पहचान बनाई है। नई फंडिंग से एरल्युम को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी और वह वैश्विक स्तर पर अपने तकनीक को फैला सकेगा। एरल्युम का मिशन है कि वह जलवायु परिवर्तन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए और एक हरित और स्थायी भविष्य की ओर अग्रसर हो।

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Eruditus : एडटेक यूनिकॉर्न ने $150 मिलियन की सीरीज F फंडिंग जुटाई

Eruditus

एडटेक यूनिकॉर्न एरुडिटस ने हाल ही में $150 मिलियन की सीरीज F फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व टीपीजी के ग्लोबल इम्पैक्ट इन्वेस्टिंग प्लेटफॉर्म, The Rise Fund, ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशक जैसे सॉफ्टबैंक विजन फंड 2, लीड्स इल्यूमिनेट, एक्सेल, CPP इन्वेस्टमेंट्स, और चान ज़करबर्ग इनिशिएटिव ने भी भाग लिया। यह मुम्बई स्थित कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण फंडिंग राउंड है, जिसने तीन साल के अंतराल के बाद इक्विटी फंडिंग जुटाई है।

कंपनी का परिचय और उद्देश्य

Eruditus एक अग्रणी एडटेक कंपनी है, जो दुनिया भर के 80 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी में शॉर्ट कोर्स, डिग्री प्रोग्राम और प्रोफेशनल सर्टिफिकेट्स प्रदान करती है। कंपनी का उद्देश्य उच्च शिक्षा को अधिक सुलभ और प्रासंगिक बनाना है, ताकि छात्र और पेशेवर आधुनिक दुनिया की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल और ज्ञान प्राप्त कर सकें। Eruditus अब तक 1 मिलियन से अधिक व्यक्तियों को 80 से अधिक देशों में शिक्षित कर चुका है और इसका संचालन अमेरिका, यूरोप, और एशिया जैसे प्रमुख बाजारों में है।

संस्थापकों का योगदान

एरुडिटस की स्थापना अश्विन डमेरा ने की थी, जो वर्तमान में कंपनी का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में, कंपनी ने वैश्विक स्तर पर अपना विस्तार किया और एडटेक उद्योग में एक अग्रणी स्थान प्राप्त किया। अश्विन डमेरा और उनकी टीम ने एडटेक प्लेटफॉर्म को एक वैश्विक मंच पर विकसित करने के लिए कई रणनीतिक साझेदारियां की हैं।

फंडिंग का उद्देश्य

कंपनी इस नई फंडिंग का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक में निवेश करने, छात्रों के अनुभव को और बेहतर बनाने, और सरकारी और एंटरप्राइज सेवाओं को बढ़ाने के लिए करेगी। इसके अलावा, कंपनी भारत और एशिया पैसिफिक (APAC) क्षेत्रों में अपने निवेश को मजबूत करने की भी योजना बना रही है। एरुडिटस ने यह भी कहा कि वे भविष्य में अधिग्रहण और निवेश की ओर ध्यान देंगे, जो कंपनी की शीर्ष पंक्ति में वृद्धि और रणनीतिक बाजारों में विस्तार के लिए महत्वपूर्ण रहे हैं।

वित्तीय स्थिति

कंपनी ने अपने हाल के वित्तीय आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए हैं, लेकिन FY23 में एरुडिटस का राजस्व 70.39% बढ़कर Rs 3,343 करोड़ हो गया है। वहीं, कंपनी ने अपने घाटे में भी 66.1% की कमी की है, जो Rs 1,049 करोड़ रहा, जबकि FY22 में यह घाटा Rs 3,094 करोड़ था। इन आंकड़ों से यह साफ है कि कंपनी ने वित्तीय रूप से सुधार किया है और घाटे को नियंत्रित किया है, जिससे उसकी विकास यात्रा में मजबूती आई है।

विस्तार और अधिग्रहण की योजना

एरुडिटस का भविष्य का दृष्टिकोण कंपनी के वैश्विक विस्तार और अधिग्रहण के जरिए रणनीतिक बाजारों में वृद्धि पर केंद्रित है। कंपनी ने पहले भी अधिग्रहण और निवेश के माध्यम से अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाई है, और आगे भी इसी दिशा में बढ़ने की योजना बना रही है। यह फंडिंग राउंड कंपनी को और अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगा, जिससे वह नए बाजारों में प्रवेश कर सके और अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंच सके।

वैश्विक उपस्थिति

एरुडिटस का मुख्यालय मुंबई में है, लेकिन यह दुनिया भर में फैला हुआ है। इसके कार्यालय न्यूयॉर्क, लंदन, सिंगापुर, शंघाई, पेलो ऑल्टो, और दुबई जैसे महत्वपूर्ण शहरों में हैं। कंपनी के पास वर्तमान में 1,750 से अधिक कर्मचारी हैं, जो वैश्विक स्तर पर काम कर रहे हैं। इस वैश्विक उपस्थिति ने कंपनी को दुनिया भर के छात्रों और विश्वविद्यालयों से जुड़ने में मदद की है।

सीखने का अनुभव और प्रोग्राम

एरुडिटस ने छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा देने के लिए 80 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी की है। इन विश्वविद्यालयों में हार्वर्ड, एमआईटी, कोलंबिया और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स जैसी प्रतिष्ठित संस्थान शामिल हैं। यह विविध पाठ्यक्रमों और प्रमाणपत्रों के माध्यम से छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए तैयार करता है, जिससे उन्हें अपनी प्रोफेशनल और व्यक्तिगत क्षमताओं को बढ़ाने का मौका मिलता है।

निष्कर्ष

एरुडिटस ने अपनी नवीनतम फंडिंग के साथ वैश्विक एडटेक बाजार में एक मजबूत स्थिति प्राप्त की है। अश्विन डमेरा के नेतृत्व में, कंपनी ने अपनी सेवाओं को लगातार उन्नत किया है और छात्रों को बेहतर अनुभव प्रदान किया है। नए निवेश से एरुडिटस के पास और अधिक विस्तार के अवसर हैं, जो उसे वैश्विक एडटेक उद्योग में एक अग्रणी खिलाड़ी बनाए रखने में मदद करेंगे।

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Diesta: बी2बी SaaS कंपनी ने सीड फंडिंग में $3.8M जुटाए

Diesta

परिचय
Diesta, एक लंदन स्थित B2B SaaS कंपनी है, जिसने हाल ही में सीड फंडिंग के रूप में $3.8 मिलियन जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व FinTech Collective ने किया, जिसमें Commerce Ventures और मौजूदा निवेशक Restive Ventures और SixThirty ने भी भाग लिया। इस निवेश से कंपनी अपने विस्तार को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की योजना बना रही है, खासकर यूके, यूरोप और यूएस के नए भौगोलिक क्षेत्रों में।

कंपनी का उद्देश्य और सेवाएँ
Diesta विशेष रूप से बीमा उद्योग के लिए डिज़ाइन की गई एक पेमेंट ऑपरेशंस प्लेटफॉर्म है। यह प्लेटफॉर्म बीमा प्रीमियम की प्रोसेसिंग को आसान बनाता है, जिससे बीमा कंपनियों को नए उत्पादों और भौगोलिक क्षेत्रों में वृद्धि करने में मदद मिलती है। Diesta का उद्देश्य बीमा क्षेत्र में होने वाली भारी अकुशलताओं को दूर करना और उद्योग को अरबों डॉलर की बचत कराना है।

Diesta की स्थापना
Diesta की स्थापना 2022 में Julian Schoemig और Christopher Davis द्वारा की गई थी। दोनों संस्थापकों का उद्देश्य बीमा उद्योग के वित्तीय संचालन को सुव्यवस्थित करना था, ताकि यह तेज़ी से विकास कर सके और उद्योग की जटिलताओं को हल किया जा सके। कंपनी ने अपने प्लेटफार्म के ज़रिए बीमा क्षेत्र के वित्तीय लेन-देन और पेमेंट्स की प्रक्रिया को सरल और कुशल बनाया है।

फंडिंग और निवेशक
इससे पहले, Diesta ने 2022 में $2 मिलियन की प्री-सीड फंडिंग जुटाई थी। कंपनी ने अपनी सेवाओं में विस्तार करने और तकनीकी नवाचार के लिए उस फंडिंग का उपयोग किया। अब, $3.8 मिलियन की सीड फंडिंग से Diesta को और अधिक विस्तार करने का अवसर मिला है। FinTech Collective, जो इस राउंड का मुख्य निवेशक है, ने बीमा और वित्तीय तकनीक के क्षेत्र में कई सफल कंपनियों को समर्थन दिया है। अन्य निवेशक Commerce Ventures और Restive Ventures भी वित्तीय तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी हैं।

भविष्य की योजनाएँ
Diesta इस नई फंडिंग का उपयोग अपने विस्तार के लिए करेगी, खासकर बीमा के नए वर्गों और क्षेत्रों में। कंपनी का मुख्य फोकस यूके, यूरोप और यूएस के बाज़ारों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करना है। इसके अलावा, कंपनी नई भौगोलिक क्षेत्रों में भी अपनी सेवाओं का विस्तार करने की योजना बना रही है, ताकि अधिक से अधिक बीमा कंपनियाँ उनके प्लेटफार्म का लाभ उठा सकें।

बीमा उद्योग में प्रभाव
बीमा उद्योग में Diesta के प्लेटफॉर्म ने प्रीमियम प्रोसेसिंग को बहुत ही सरल और कुशल बना दिया है। बीमा कंपनियाँ अब अपने वित्तीय लेन-देन को तेज़ी से और बिना किसी जटिलता के पूरा कर सकती हैं। इससे उन्हें न केवल समय की बचत होती है, बल्कि वे नए उत्पादों और सेवाओं में भी विस्तार कर पाती हैं। Diesta का यह प्लेटफॉर्म बीमा उद्योग में बड़ी संख्या में अकुशलताओं को दूर कर रहा है, जिससे कंपनियों को अरबों डॉलर की बचत हो रही है।

संस्थापकों की दृष्टि
Julian Schoemig और Christopher Davis का मानना है कि बीमा उद्योग में अभी भी कई क्षेत्र हैं जहाँ वित्तीय लेन-देन को अधिक कुशल बनाया जा सकता है। उन्होंने Diesta की स्थापना इसी उद्देश्य से की थी कि वे एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार कर सकें जो बीमा कंपनियों के वित्तीय संचालन को सरल और तेज़ बना सके। उनकी दृष्टि है कि Diesta का प्लेटफार्म बीमा कंपनियों को नई ऊँचाइयाँ छूने में मदद करेगा।

टेक्नोलॉजी का उपयोग
Diesta का प्लेटफॉर्म अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करता है, जिससे बीमा कंपनियों के पेमेंट ऑपरेशंस को स्वचालित (ऑटोमेट) किया जा सके। यह प्लेटफॉर्म बीमा कंपनियों को वास्तविक समय में अपने वित्तीय लेन-देन पर नजर रखने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे वे अधिक सटीक और तेज़ निर्णय ले सकें। इसके साथ ही, यह प्लेटफॉर्म नए उत्पादों के लॉन्च और नए बाजारों में प्रवेश को भी सुगम बनाता है।

निष्कर्ष
Diesta एक अग्रणी B2B SaaS कंपनी है जो बीमा उद्योग के वित्तीय संचालन को कुशल बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। $3.8 मिलियन की सीड फंडिंग के बाद, कंपनी अपने विस्तार की योजनाओं को गति देगी और बीमा क्षेत्र में नई क्रांति लाएगी। संस्थापकों की दूरदर्शिता और निवेशकों के समर्थन के साथ, Diesta का भविष्य उज्ज्वल दिखता है।

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Tetr College of Business: छात्र उद्यमियों के लिए $10 मिलियन का फंड लॉन्च

Tetr College of Business

परिचय
Tetr College of Business, एक वैश्विक बिजनेस स्कूल, ने हाल ही में छात्र उद्यमियों में निवेश के लिए $10 मिलियन के ‘Tetr – Under 20’ फंड की घोषणा की है। यह फंड छात्रों के नवीन विचारों में निवेश करेगा, जिससे उन्हें अपने बिजनेस आइडियाज को हकीकत में बदलने का मौका मिलेगा। यह फंड खासकर उन युवा उद्यमियों के लिए है जो अपनी पढ़ाई के दौरान ही व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं।

Tetr College of Business,में प्रमुख हस्तियां
Tetr College of Business, फंड का नेतृत्व कई प्रमुख बिजनेस लीडर्स कर रहे हैं, जिनमें मनोज कोहली, विनय साहनी, प्रतम मित्तल, नितिन गौर, मिहिर मांकड़, और देबेश शर्मा शामिल हैं। इनका उद्देश्य छात्रों को उन क्षेत्रों में समर्थन देना है जो भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), उभरती हुई तकनीकें, सततता (सस्टेनेबिलिटी), डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) ब्रांड्स, हेल्थकेयर, और अन्य नवाचारी क्षेत्र।

Tetr का वैश्विक नेटवर्क
इस फंड के जरिए छात्रों को Tetr College of Business, के वैश्विक नेटवर्क से जुड़ने का अवसर मिलेगा। यह नेटवर्क विश्वभर में फैले उनके इनक्यूबेशन सेंटर्स के माध्यम से छात्रों को एक्सपर्ट मार्गदर्शन, उन्नत सुविधाएं, और विभिन्न उद्योगों से जुड़े अंतरराष्ट्रीय संपर्क प्रदान करेगा। छात्रों को उत्पाद विकास, मार्केटिंग, टैलेंट एक्विज़िशन और रेग्युलेटरी दिशा-निर्देशों में भी मदद मिलेगी, जिससे उनका व्यवसाय तेजी से विकसित हो सके।

कैसे काम करेगा फंड
‘Tetr – Under 20’ फंड का मुख्य लक्ष्य कम से कम 20 नवीन विचारों में निवेश करना है, जो किसी भी सेक्टर से संबंधित हो सकते हैं। इसका दृष्टिकोण सेक्टर-अज्ञेयवादी (sector-agnostic) होगा, जिसका मतलब है कि यह फंड किसी एक विशेष क्षेत्र तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में छात्रों के उद्यमों का समर्थन करेगा। इस फंड के लिए आवेदन करने के लिए छात्रों को अपना पिच डेक (व्यवसाय योजना) जमा करनी होगी।

Tetr College का वैश्विक शिक्षा मॉडल
Tetr College of Business एक ऐसा बिजनेस स्कूल है जहाँ हर साल 120 अंडरग्रेजुएट छात्र दुनियाभर से आते हैं और व्यवसाय बनाने के माध्यम से बिजनेस की शिक्षा प्राप्त करते हैं। इन छात्रों को 7 विभिन्न देशों—अमेरिका, इटली, सिंगापुर, ब्राज़ील, यूएई, भारत, और घाना—में सीखने और व्यवसाय का निर्माण करने का अवसर मिलेगा। यह वैश्विक दृष्टिकोण छात्रों को एक बहु-सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेगा, जो उन्हें एक बेहतर वैश्विक उद्यमी बनने में मदद करेगा।

चार वर्षीय बैचलर कार्यक्रम
Tetr College का चार साल का बैचलर कार्यक्रम छात्रों को न केवल बिजनेस की थ्योरी सिखाएगा, बल्कि उन्हें वास्तविक जीवन में बिजनेस निर्माण का अनुभव भी देगा। इस प्रोग्राम के तहत, छात्र दुनिया के कुछ सबसे प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थानों में पढ़ाई करेंगे और उन्हें उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन मिलेगा। इससे वे अपने व्यावसायिक विचारों को और अधिक परिष्कृत और सफल बना सकेंगे।

Tetr – Under 20 का महत्व
इस फंड का मुख्य उद्देश्य युवा उद्यमियों को शुरुआती स्टेज पर निवेश और समर्थन प्रदान करना है। यह फंड छात्रों को व्यवसाय शुरू करने के लिए आवश्यक संसाधनों के साथ ही उन्हें उन चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम बनाएगा, जिनका सामना उन्हें बिजनेस की दुनिया में करना पड़ता है। इस प्रकार, यह फंड छात्रों के सपनों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

वैश्विक उद्यमिता का समर्थन
Tetr College का यह फंड वैश्विक स्तर पर छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित करेगा। यह प्लेटफ़ॉर्म केवल पढ़ाई पर केंद्रित नहीं है, बल्कि छात्रों को वास्तविक व्यावसायिक चुनौतियों का सामना करने और उन्हें हल करने का अनुभव प्रदान करता है। इससे वे सिर्फ एक छात्र नहीं, बल्कि एक उद्यमी के रूप में तैयार होते हैं।

निष्कर्ष
Tetr College of Business के ‘Tetr – Under 20’ फंड का लॉन्च छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर है। यह फंड न केवल उन्हें शुरुआती चरण में निवेश प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने के लिए आवश्यक स्किल्स और नेटवर्किंग का भी अवसर देगा। फंड की मदद से, छात्र अपने व्यावसायिक सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं और वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बना सकते हैं।

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Febi.ai: अकाउंटिंग और टैक्स मैनेजमेंट का भविष्य

Febi.ai

परिचय
Febi.ai एक उभरती हुई अकाउंटिंग और टैक्स मैनेजमेंट प्लेटफ़ॉर्म, ने हाल ही में $2 मिलियन की प्री-सीरीज A फंडिंग जुटाई है। यह फंडिंग Lumis Partners, Virender Rana, Lenskart के सह-संस्थापक अमित चौधरी, Padmaja Ruparel, Cashkaro के सह-संस्थापक रोहन भार्गव, और अन्य निवेशकों द्वारा सह-नेतृत्व में की गई। इस फंडिंग का उद्देश्य Febi.ai के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षमताओं को और मजबूत करना, ग्राहक अधिग्रहण में तेजी लाना, और कंपनी के कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना है।

कंपनी के फाउंडर्स और उनकी भूमिका
Febi.ai की स्थापना 2022 में अमित जिंदल, सौरभ जैन, आशु गोयल, और राहुल बंसल ने मिलकर की थी। इन चारों फाउंडर्स ने कंपनी को इस उद्देश्य से शुरू किया ताकि छोटे और बड़े व्यवसायों के लिए अकाउंटिंग और टैक्स कॉम्प्लायंस की प्रक्रिया को आसान और स्वचालित बनाया जा सके। उनके AI-आधारित प्लेटफ़ॉर्म ने मैन्युअल डेटा एंट्री और इनवॉयस वेरिफिकेशन जैसी जटिलताओं को हल करने में मदद की है, जिससे व्यापारियों को समय की बचत हो रही है और उनके अकाउंटिंग प्रोसेस में गलतियों की संभावना घट गई है।

Febi.ai का बिजनेस मॉडल
Febi.ai एक AI-आधारित प्लेटफ़ॉर्म है जो अकाउंटिंग और टैक्स मैनेजमेंट में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य मैन्युअल प्रक्रियाओं को समाप्त करके अकाउंटिंग और टैक्स कंप्लायंस को ऑटोमेट करना है। Febi.ai का दावा है कि उनकी तकनीक बिजनेस के रियल-टाइम डाटा को प्रोसेस करके एंटरप्रेन्योर और फाउंडर्स को तुरंत व्यावसायिक निर्णय लेने में मदद करती है। यह प्लेटफ़ॉर्म डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट और टैक्स रिपोर्टिंग को भी स्वचालित करता है, जिससे व्यावसायिक परिचालन अधिक सुगम बन जाते हैं।

निवेश और कंपनी की प्रगति
प्री-सीरीज A फंडिंग राउंड में जुटाए गए $2 मिलियन का मुख्य उद्देश्य Febi.ai के AI-संचालित समाधानों में और सुधार करना है। इस धनराशि का उपयोग नई तकनीकों के विकास, ग्राहक आधार को बढ़ाने, और कंपनी की टीम का विस्तार करने में किया जाएगा। कंपनी के फाउंडर्स का मानना है कि इस नए निवेश से उन्हें अपने उत्पादों की गुणवत्ता और सेवा में सुधार करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनके ग्राहकों को बेहतर अनुभव मिल सकेगा।

कंपनी की सेवाएँ और फीचर्स
Febi.ai प्लेटफ़ॉर्म का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह रियल-टाइम बिजनेस इनसाइट्स प्रदान करता है, जिससे व्यवसायों को सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद मिलती है। साथ ही, यह प्लेटफ़ॉर्म अकाउंटिंग और टैक्स के जटिल कार्यों को ऑटोमेट करके उन्हें सरल बनाता है। टैक्स फाइलिंग, जीएसटी कंप्लायंस, और इनवॉयस वेरिफिकेशन जैसी सेवाएं Febi.ai की प्रमुख विशेषताएँ हैं। इसके साथ ही, यह प्लेटफ़ॉर्म चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) समुदाय के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है, ताकि वे भी अपने ग्राहकों की जरूरतों को अधिक प्रभावी तरीके से पूरा कर सकें।

Febi.ai का बाजार में प्रभाव
Febi.ai का उद्देश्य उन व्यवसायों की मदद करना है जो मौजूदा अकाउंटिंग और टैक्स कंप्लायंस सॉल्यूशंस से असंतुष्ट हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है, जो अकाउंटिंग प्रोसेस को सरल और तेज़ बनाना चाहते हैं। Febi.ai की तकनीक ने ऐसे कई व्यापार मालिकों और सीए समुदाय के लिए समाधान पेश किए हैं, जो मैन्युअल अकाउंटिंग प्रक्रियाओं से जूझ रहे थे। यह प्लेटफ़ॉर्म मैन्युअल त्रुटियों को कम करता है और व्यापारियों को अपने वित्तीय डेटा को अधिक प्रभावी तरीके से प्रबंधित करने में मदद करता है।

AI और टेक्नोलॉजी का महत्व
Febi.ai के फाउंडर्स का मानना है कि AI भविष्य की अकाउंटिंग और टैक्स प्रबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। Febi.ai के जरिए, व्यवसायों को न केवल टैक्स और अकाउंटिंग से संबंधित समस्याओं को हल करने में मदद मिल रही है, बल्कि उन्हें अपने व्यवसाय को बेहतर ढंग से चलाने के लिए महत्वपूर्ण डेटा भी मिल रहा है। AI आधारित ऑटोमेशन ने न केवल समय की बचत की है, बल्कि व्यापारियों को उनके डेटा पर बेहतर नियंत्रण प्रदान किया है।

भविष्य की योजनाएँ
Febi.ai आने वाले समय में अपने प्लेटफ़ॉर्म में और अधिक उन्नत AI फीचर्स जोड़ने की योजना बना रहा है। इसके अलावा, कंपनी भारत के प्रमुख शहरों में अपने ग्राहकों की संख्या बढ़ाने और अपनी टीम का विस्तार करने की दिशा में काम कर रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि वे अपने उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से व्यवसायों को और अधिक सशक्त बना सकें और टैक्स और अकाउंटिंग से जुड़ी समस्याओं को पूरी तरह से खत्म कर सकें।

निष्कर्ष
Febi.ai ने अकाउंटिंग और टैक्स मैनेजमेंट को AI-आधारित तकनीक से आसान और तेज़ बना दिया है। इसके फाउंडर्स ने इस प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से व्यवसायों को वित्तीय डेटा के बेहतर प्रबंधन के लिए उपकरण और सेवाएँ प्रदान की हैं। इस नए निवेश से कंपनी को अपने उत्पादों को और उन्नत करने का अवसर मिलेगा, जिससे यह और भी ज्यादा व्यवसायों की मदद कर सकेगा। Febi.ai का भविष्य उज्जवल है और यह भारतीय बाजार में अपनी महत्वपूर्ण पहचान बनाने की ओर अग्रसर है।

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