Swiggy का शानदार आईपीओ डेब्यू: पहले ही दिन शेयर में उछाल

Swiggy IPO

फूडटेक कंपनी Swiggy ने आज स्टॉक मार्केट में धमाकेदार एंट्री की, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 420 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट होकर 7.69% की बढ़त दर्ज की। Swiggy के आईपीओ का प्राइस बैंड 371-390 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था और इसकी कीमत 390 रुपये थी। शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद पहले ही दिन 7.69% का प्रीमियम देखने को मिला।

IPO के जरिए Swiggy ने जुटाए 4,499 करोड़ रुपये

Swiggy के आईपीओ को निवेशकों ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दी। IPO को 3.6 गुना अधिक सब्सक्राइब किया गया, जिसमें 4,499 करोड़ रुपये की नई इश्यू और 17.51 करोड़ शेयरों की ओएफएस (ऑफर फॉर सेल) शामिल थी। ओएफएस के जरिए 6,828 करोड़ रुपये की रकम जुटाई गई।

Swiggy में निवेशकों का भारी मुनाफा

Swiggy का आईपीओ कई बड़े निवेशकों के लिए एक मजबूत निवेश साबित हुआ। Prosus, Accel, Elevation, Tencent, और SoftBank जैसे निवेशकों ने Swiggy में निवेश किया था। स्विग्गी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, Prosus ने 9,055 करोड़ रुपये (लगभग 1.07 बिलियन डॉलर) का निवेश किया था और आईपीओ में 26,927 करोड़ रुपये (3.2 बिलियन डॉलर) का मुनाफा कमाया। इस तरह Prosus ने अपने निवेश पर 2.12 बिलियन डॉलर का लाभ हासिल किया है।

Tencent और SoftBank को भी हुआ अच्छा रिटर्न

Tencent ने Swiggy में लगभग 1,343 करोड़ रुपये का निवेश किया और आईपीओ में 3,166 करोड़ रुपये कमाए, यानी 2.35X रिटर्न मिला। इसी तरह, SoftBank और Tencent का निवेश क्रमशः 6,743 करोड़ रुपये ($800 मिलियन) और 3,165 करोड़ रुपये ($377 मिलियन) था, जो एक महत्वपूर्ण रिटर्न साबित हुआ। ये आंकड़े 390 रुपये के इश्यू प्राइस पर आधारित हैं, लेकिन स्टॉक की कीमत में बदलाव के साथ ये संख्या बदल सकती है।

Swiggy के IPO से कर्मचारियों को भी होगा बड़ा लाभ

Swiggy के IPO से कंपनी के लगभग 500 कर्मचारियों को भी बड़ा फायदा होगा। ESOP (Employee Stock Ownership Plan) के माध्यम से कर्मचारियों को लगभग 9,000 करोड़ रुपये का लाभ मिलने की संभावना है। यह उनके लिए एक बड़ी आर्थिक उपलब्धि साबित हो सकती है, जो उन्हें दीर्घकालिक विकास में मदद करेगी।

Swiggy का शेयर मार्केट में मजबूत प्रदर्शन

Swiggy का शेयर इस समय 445.45 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, जिससे कंपनी का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 99,745 करोड़ रुपये ($11.87 बिलियन) हो गया है। यह पिछली $10 बिलियन की वैल्यूएशन से 18.4% अधिक है, जो कंपनी ने अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस फाइलिंग के समय हासिल की थी।

CEO श्रीहर्ष माजेटी ने जताई Swiggy के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद

Swiggy के CEO श्रीहर्ष माजेटी ने कंपनी के भविष्य को लेकर आशावाद व्यक्त किया। लिस्टिंग सेरेमनी के दौरान माजेटी ने कहा, “हम अगले 3-5 वर्षों में बहुत मजबूत विकास की उम्मीद कर रहे हैं। हम अपने Instamart व्यवसाय के लिए भौगोलिक विस्तार और स्टोर नेटवर्क में वृद्धि कर रहे हैं।” कंपनी का इरादा है कि वह अपनी सेवाओं को और अधिक स्थानों तक पहुंचाए और Instamart के जरिए किराना डिलीवरी को नए स्तर तक ले जाए।

लिस्टिंग से पहले Swiggy ने जुटाए 600 मिलियन डॉलर

Swiggy की लिस्टिंग से पहले कंपनी ने कुछ बड़े एंकर निवेशकों से 600 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटाई थी। इनमें BlackRock, Fidelity, SBI Mutual Fund, ICICI Prudential Mutual Fund, HSBC, Nomura, BNP Paribas, और Allianz Global जैसे प्रमुख संस्थागत निवेशक शामिल थे। इन निवेशकों का समर्थन Swiggy के मजबूत बिजनेस मॉडल और उसके विकास की संभावनाओं पर भरोसे को दर्शाता है।

प्रतिद्वंद्वी Zomato से मार्केट कैप में पीछे

Swiggy का सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी Zomato है, जिसका बाजार पूंजीकरण इस समय 27.23 बिलियन डॉलर है, जो Swiggy की वर्तमान मार्केट कैप से लगभग दोगुना है। Swiggy और Zomato के बीच यह मुकाबला भारतीय फूड डिलीवरी बाजार में ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।

Swiggy का आईपीओ भारत के टेक और फूड डिलीवरी सेक्टर के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। यह न केवल कंपनी के निवेशकों के लिए लाभदायक रहा, बल्कि कंपनी के कर्मचारियों और इसके बिजनेस विस्तार के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।

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Swiggy ने घटाई अपने IPO की वैल्यूएशन उम्मीदें, अब $11.3-11.5 बिलियन पर नजर

Swiggy

भारत की अग्रणी फूड डिलीवरी और क्विक-कॉमर्स प्लेटफार्म Swiggy ने अपने आगामी आईपीओ (IPO) के लिए वैल्यूएशन उम्मीदों में बदलाव किया है। बेंगलुरु स्थित इस कंपनी ने पहले अपने आईपीओ से $12-15 बिलियन वैल्यूएशन का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब इसे $11.3-11.5 बिलियन तक सीमित कर दिया है।

आईपीओ का ताजा आकार और संरचना

कंपनी की फाइलिंग के अनुसार, Swiggy ने फ्रेश इश्यू के आकार को 20% बढ़ाकर ₹4,499 करोड़ कर दिया है, जो पहले ₹3,750 करोड़ था। साथ ही, कंपनी ने अपने ऑफर फॉर सेल (OFS) के आकार को 5.5% घटाकर इसे 17,50,87,863 इक्विटी शेयर कर दिया है, जो पहले 18,52,86,265 शेयर था।

शेयर की कीमत और कुल आईपीओ साइज

सूत्रों के अनुसार, Swiggy का लक्ष्य प्रति शेयर का प्राइस बैंड ₹371-390 रखना है। इस प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर को देखते हुए OFS का मूल्य ₹6,828.4 करोड़ बैठेगा, और कुल आईपीओ का आकार लगभग ₹11,327.4 करोड़ (लगभग $1.35 बिलियन) होगा।

बाजार में अस्थिरता और OFS के आकार का असर

Swiggy की वैल्यूएशन में कमी का एक कारण बाजार में मौजूदा अस्थिरता को माना जा रहा है। इसके अलावा, कंपनी द्वारा OFS के आकार में किए गए बदलाव ने भी नए निवेशकों को थोड़ा सतर्क कर दिया है। माना जा रहा है कि OFS के बड़े आकार की वजह से कंपनी की वैल्यूएशन में कमी आई है, क्योंकि इससे निवेशकों के बीच शेयर की मांग और आपूर्ति को लेकर कुछ चिंताएं बढ़ी हैं।

आईपीओ की संभावित तिथि

Swiggy का आईपीओ नवंबर के पहले सप्ताह में खुलने की उम्मीद है, और प्राइस बैंड की घोषणा इस महीने के अंत तक होने की संभावना है। इस आईपीओ के साथ, Swiggy भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाने के साथ-साथ अपनी बाजार उपस्थिति को और मजबूत करने का प्रयास कर रहा है।

Swiggy का बिजनेस मॉडल और विस्तार की योजना

Swiggy का बिजनेस मॉडल फूड डिलीवरी और क्विक-कॉमर्स सेवाओं पर केंद्रित है, जिसमें ज़ोमैटो जैसी कंपनियों से मुकाबला करने के साथ ही मार्केट में स्थिरता बनाए रखना शामिल है। Swiggy ने अपने ‘Instamart’ प्लेटफॉर्म के माध्यम से क्विक-कॉमर्स में भी अपनी उपस्थिति दर्ज की है, जो कि उपभोक्ताओं को मिनटों में ग्रॉसरी और आवश्यक वस्तुएं प्रदान करता है।

Swiggy का यह आईपीओ कंपनी को अपनी मार्केटिंग, तकनीकी उन्नयन, और नए शहरों में विस्तार के लिए पूंजी जुटाने में मदद करेगा। कंपनी का लक्ष्य है कि वह अपने मौजूदा ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ नए ग्राहकों को भी जोड़ सके।

क्यों घटाई गई वैल्यूएशन उम्मीदें?

Swiggy ने अपने आईपीओ के लिए वैल्यूएशन को घटाने का निर्णय बाजार की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए लिया है। निवेशकों के बीच स्टार्टअप की वैल्यूएशन को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं, क्योंकि कई कंपनियों की वैल्यूएशन पिछले साल के मुकाबले गिर गई है। इसीलिए Swiggy ने अपने वैल्यूएशन को यथार्थवादी रखा है ताकि नए और मौजूदा निवेशक इसमें निवेश करने के लिए प्रोत्साहित हो सकें।

इसके अतिरिक्त, Swiggy ने OFS के आकार को भी घटाया है ताकि यह संकेत दिया जा सके कि मौजूदा निवेशकों का कंपनी में विश्वास बरकरार है और वे अपने शेयर को कम मात्रा में बेचने के लिए तैयार हैं।

Swiggy की भविष्य की रणनीति

Swiggy की भविष्य की रणनीति मुख्य रूप से सर्विस एक्सपेंशन, क्वालिटी इंप्रूवमेंट, और टेक्नोलॉजी उन्नयन पर आधारित है। कंपनी का लक्ष्य है कि वह अपने फूड डिलीवरी और क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अधिक उपभोक्ताओं को आकर्षित करे। Swiggy ने अपने प्लेटफार्म पर AI-ड्रिवन लॉजिस्टिक्स, रियल-टाइम ट्रैकिंग, और कस्टमाइज़्ड ऑफर्स जैसी तकनीकी सुविधाएं शामिल की हैं, जो कि उपभोक्ताओं को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करती हैं।

Swiggy का यह आईपीओ बाजार में कंपनी की स्थिति को और मजबूत करेगा और नए अवसरों के लिए उसे तैयार करेगा। कंपनी का उद्देश्य अपनी बिजनेस वैल्यू बढ़ाने के साथ-साथ उपभोक्ताओं को उनके दरवाजे तक जल्दी और कुशल सेवा प्रदान करना है।

निष्कर्ष

Swiggy का आगामी आईपीओ भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। बाजार में अस्थिरता के बावजूद कंपनी ने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाए रखा है और यह संकेत देती है कि कंपनी अपने विस्तार और सेवा सुधार की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है। Swiggy का यह आईपीओ निवेशकों को एक अवसर प्रदान करता है कि वे एक तेजी से बढ़ते स्टार्टअप के विकास में साझेदार बन सकें।

आने वाले महीनों में, यह देखना दिलचस्प होगा कि Swiggy के आईपीओ को निवेशकों से कैसा प्रतिसाद मिलता है, और क्या यह कंपनी को उसके भविष्य के लक्ष्यों को हासिल करने में सहायक साबित होता है।

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Swiggy में हिस्सेदारी बेचकर Meituan ने कमाए $200 मिलियन

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चीन की फूड डिलीवरी और ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म Meituan ने भारतीय फूड डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म Swiggy में अपनी हिस्सेदारी का एक बड़ा हिस्सा बेचकर $200 मिलियन से अधिक कमाए हैं। इस हिस्सेदारी को एक अमेरिकी निवेशक को बेचा गया है, जैसा कि Entrackr की रिपोर्ट में तीन सूत्रों ने बताया। Meituan ने पहली बार 2018 में बेंगलुरु स्थित Swiggy में निवेश किया था और 2020 में एक अन्य फंडिंग राउंड में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई थी।

हालांकि, Meituan ने Swiggy में कितनी हिस्सेदारी बेची है और सटीक वैल्यूएशन के आंकड़े अभी तक सार्वजनिक नहीं हुए हैं। फिर भी, सूत्रों का कहना है कि यह बिक्री Swiggy की अनुमानित $10 बिलियन की वैल्यूएशन पर आधारित थी।

Meituan के पास Swiggy में कितनी हिस्सेदारी?

वर्तमान में, Meituan (Inspired Elite Investments के माध्यम से) के पास Swiggy में लगभग 3.88% हिस्सेदारी है, जैसा कि स्टार्टअप डेटा इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म TheKredible की रिपोर्ट में बताया गया है।

Meituan चीन में एक विविधीकृत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म संचालित करता है, जिसमें फूड डिलीवरी, होटल बुकिंग और राइड-हेलिंग जैसी सेवाएं शामिल हैं। “सुपर ऐप” के रूप में चर्चित Meituan उच्च-वॉल्यूम और कम-मार्जिन वाली रणनीति पर काम करता है, जो भारत में Swiggy के मॉडल से काफी मेल खाती है।

Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग से पहले Meituan समेत कई निवेशकों ने बेची हिस्सेदारी

Meituan उन कई निवेशकों में से एक है जिन्होंने Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग से पहले अपनी हिस्सेदारी बेची है। Elevation Capital और Norwest जैसे निवेशकों ने भी अपने हिस्से बेच दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, Swiggy के अन्य प्रमुख शेयरधारक जैसे Prosus और Accel भी सेकेंडरी सेल्स के माध्यम से अपनी हिस्सेदारी घटा सकते हैं।

Swiggy और Meituan से इस पर पूछताछ की गई थी, लेकिन उनकी तरफ़ से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। यदि उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त होती है, तो इस कहानी को अपडेट किया जाएगा।

Swiggy की पब्लिक डेब्यू की तैयारी

Swiggy अगले तीन हफ्तों के भीतर अपनी पब्लिक लिस्टिंग करने जा रहा है। अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, कंपनी $450 मिलियन जुटाने की योजना बना रही है। साथ ही, यह भी संभावना है कि कंपनी एक ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से एक अतिरिक्त राशि जुटाएगी, हालांकि इसकी सटीक जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है।

Swiggy की इस लिस्टिंग से निवेशकों को अपने हिस्से का लाभ उठाने का अवसर मिलेगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय बाजार में इसकी पब्लिक लिस्टिंग का प्रदर्शन कैसा रहेगा।

Meituan ने क्यों बेची Swiggy में हिस्सेदारी?

Meituan का Swiggy में हिस्सेदारी बेचने का फैसला एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम माना जा रहा है। भारत के ऑनलाइन फूड डिलीवरी बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और नए सरकारी नियमों के चलते कई अंतरराष्ट्रीय निवेशक अपनी हिस्सेदारी कम कर रहे हैं। Meituan पहले से ही चीन में फूड डिलीवरी और लाइफस्टाइल सर्विसेज में अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए है, लेकिन इसके लिए उसे अपने घरेलू बाजार में भी पर्याप्त निवेश की जरूरत है। चीन के डिजिटल इकोनॉमी में तेजी से बदलते माहौल और बढ़ते प्रतिस्पर्धी दबाव के कारण, Meituan भारत में अपनी उपस्थिति घटाकर चीन पर अधिक फोकस कर रहा है।

इसके अतिरिक्त, Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग से पहले हिस्सेदारी बेचने का एक और कारण मूल्यांकन का फायदा उठाना हो सकता है। Swiggy की $10 बिलियन की अनुमानित वैल्यूएशन को देखते हुए, यह Meituan के लिए लाभदायक अवसर साबित हो सकता है, जिससे उन्हें अपनी प्रारंभिक निवेश का अच्छा लाभ मिल सके।

Swiggy की लिस्टिंग से क्या होगा लाभ?

Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग के बाद भारत के शेयर बाजार में एक नया और बड़ा फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जुड़ जाएगा, जो निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है। Swiggy की प्रमुख प्रतिस्पर्धी कंपनी, Zomato, पहले से ही पब्लिक मार्केट में है और इसके प्रदर्शन का आकलन करना आसान हो गया है। Zomato की पब्लिक लिस्टिंग को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखते हुए Swiggy की भी लिस्टिंग से लाभ होने की संभावना है।

Swiggy की योजना पब्लिक लिस्टिंग के जरिए जुटाई गई धनराशि का उपयोग अपनी तकनीकी क्षमताओं को बेहतर बनाने, नए ग्राहकों को जोड़ने, और अपने डिलीवरी नेटवर्क को और मजबूत करने में करने की है। कंपनी की इस योजना से ग्राहकों को बेहतर सेवा मिल सकेगी और कंपनी की बाजार में हिस्सेदारी बढ़ेगी।

Swiggy की बाजार हिस्सेदारी और कारोबार में विस्तार

Swiggy ने पिछले कुछ वर्षों में भारत के फूड डिलीवरी सेक्टर में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाई है। इसकी 53% आय ट्रेन वर्टिकल से आती है, जिसमें ट्रेन टिकट बुकिंग के साथ-साथ ई-कैटरिंग सेवाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा, Swiggy ने छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में भी अपने कारोबार का विस्तार किया है, जिससे उसे नए ग्राहक जुड़ने में मदद मिली है।

Swiggy का बिजनेस मॉडल एकीकृत लाइफस्टाइल सर्विसेज पर आधारित है, जो इसे Meituan के मॉडल से मेल खाता है। Swiggy ने भी अब केवल फूड डिलीवरी पर निर्भर रहने के बजाय किराना सामान डिलीवरी, इंस्टामार्ट, और मेगास्पर्श जैसी सेवाएं शुरू की हैं, जो ग्राहकों को एक ही ऐप पर विविध सेवाएं उपलब्ध कराता है। इसके साथ ही, Swiggy लगातार अपने प्लेटफ़ॉर्म को इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के माध्यम से बेहतर बना रहा है, जिससे उसे प्रतिस्पर्धी बढ़त हासिल करने में मदद मिलती है।

Swiggy की लिस्टिंग और निवेशकों के लिए अवसर

Swiggy की लिस्टिंग से पहले कई निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं, जो दर्शाता है कि पब्लिक मार्केट में एंट्री के बाद कंपनी में नए निवेशकों के शामिल होने का अवसर बढ़ेगा। Zomato की सफलता और निवेशकों की उसमें दिलचस्पी को देखते हुए, Swiggy के भी निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनने की संभावना है। Swiggy का योजना निवेश को बढ़ावा देने और राजस्व बढ़ाने पर है, जो इसे दीर्घकालिक विकास के लिए मजबूत बना सकता है।

भारतीय फूड डिलीवरी बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा

भारत में Swiggy के सामने Zomato और नए उभरते स्टार्टअप्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। यह देखते हुए कि भारतीय उपभोक्ताओं की खाने की आदतों में परिवर्तन आ रहा है और वे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ज्यादा निर्भर हो रहे हैं, Swiggy ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर किराना डिलीवरी, हेल्थ सप्लीमेंट्स, और क्विक कॉमर्स जैसी सेवाओं को जोड़ा है। इससे न केवल ग्राहक अनुभव बेहतर हुआ है, बल्कि यह Swiggy को अन्य प्रतिस्पर्धियों से अलग भी बनाता है।

Swiggy की यह रणनीति उसे मार्केट में दीर्घकालिक स्थिरता और प्रतिस्पर्धा में मजबूती देने में मदद कर सकती है। ग्राहकों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से Swiggy का विस्तारित बिजनेस मॉडल निवेशकों के लिए भी आकर्षक साबित हो सकता है।

निष्कर्ष

Meituan का Swiggy में हिस्सेदारी बेचने का फैसला भारतीय फूड डिलीवरी बाजार के बदलते स्वरूप और Meituan की वैश्विक रणनीति को दर्शाता है। Swiggy की पब्लिक लिस्टिंग से संभावित निवेशकों और बाजार में सकारात्मकता की उम्मीद की जा रही है। भारतीय उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग और डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ते कदमों को देखते हुए, Swiggy का विस्तार और बाजार में प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है।

Swiggy का यह कदम न केवल भारतीय फूड डिलीवरी बाजार को प्रभावित करेगा, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत में ऑनलाइन सेवाओं का भविष्य उज्ज्वल है। निवेशकों और ग्राहकों के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि Swiggy अपनी पब्लिक लिस्टिंग के बाद किस तरह से भारतीय बाजार में अपने वर्चस्व को बनाए रखता है।

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Swiggy IPO: जानिए सभी जरूरी बातें और टाइमलाइन

Swiggy

Swiggy, ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी, नवंबर 2024 में अपना IPO (Initial Public Offering) लेकर आ रही है, जिसमें SoftBank और Prosus जैसे बड़े निवेशकों का सपोर्ट है। इस IPO का सब्सक्रिप्शन 13 नवंबर से शुरू होगा, लेकिन बाजार के हालात को देखते हुए तारीखों में थोड़ा बदलाव भी हो सकता है। कंपनी 30 अक्टूबर से IPO के लिए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए रोडशो भी शुरू करेगी।

क्या है IPO का Structure?

Swiggy के इस IPO में नए इक्विटी शेयरों की बिक्री के जरिए 3,750 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है। इसके अलावा, 18.52 करोड़ शेयरों का “ऑफर फॉर सेल” (OFS) होगा, जिससे कंपनी के शुरुआती निवेशकों को कुछ हिस्सेदारी बेचने का मौका मिलेगा। Swiggy के पास IPO से पहले अतिरिक्त फंड जुटाने का भी विकल्प है, और अगर इस राउंड में फंडिंग सफल होती है, तो नए शेयरों की बिक्री के आकार में बदलाव हो सकता है।

किस तरह के निवेशकों को मिलेगा मौका?

इस IPO में कई तरह के निवेशकों को भाग लेने का मौका मिलेगा, जैसे:

  • क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs)
  • एंकर निवेशक
  • म्यूचुअल फंड
  • नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशक

नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों में एक हिस्सा उन लोगों के लिए आरक्षित होगा जो 2 लाख से 10 लाख रुपये तक के शेयर लेना चाहते हैं। इसके अलावा, जो निवेशक 10 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश करेंगे, उनके लिए भी शेयर अलग से रखे जाएंगे। रिटेल निवेशकों के लिए भी एक अलग हिस्सेदारी रखी गई है।

Swiggy की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस पर एक नजर

Swiggy भारतीय फूड डिलीवरी मार्केट में एक बड़ी कंपनी मानी जाती है, लेकिन अभी भी उसे कुछ वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। मार्च 2024 तक, Swiggy का सालाना नेट लॉस घटकर 2,350.24 करोड़ रुपये रह गया, जो कि पिछले साल 4,179.30 करोड़ रुपये था। कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू FY24 में बढ़कर 11,247.39 करोड़ रुपये हो गया, जो FY23 में 8,264.59 करोड़ रुपये और FY22 में 5,704.89 करोड़ रुपये था।

IPO में कौन-कौन सी कंपनियां Swiggy का साथ देंगी?

इस IPO में कई बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स (BRLMs) Swiggy का साथ देंगे, जैसे कि:

  • कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी
  • सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
  • जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
  • अवेंदस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड

Link Intime India Private Ltd को इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। Swiggy ने इस IPO के लिए अप्रैल में एक ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस फाइल किया था, जिसे सितंबर में SEBI ने मंजूरी दे दी।

Swiggy की फंडिंग हिस्ट्री

Swiggy ने अपने सफर के दौरान कई बड़े निवेशकों का समर्थन हासिल किया है। कंपनी ने अब तक 15 फंडिंग राउंड्स के जरिए लगभग $3.62 बिलियन जुटाए हैं। 2022 में, Swiggy ने Invesco के नेतृत्व में 700 मिलियन डॉलर जुटाए थे, जिससे इसकी वैल्यूएशन $10 बिलियन तक पहुंच गई थी। IPO के लिए भी Swiggy का लक्ष्य $10 बिलियन वैल्यूएशन का है।

निष्कर्ष

Swiggy का IPO निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है, खासकर भारतीय फूड डिलीवरी सेक्टर में इसके मजबूत पकड़ को देखते हुए। हालांकि, कंपनी को अभी भी अपने घाटे को कम करने और ऑपरेशंस में स्थिरता लाने की जरूरत है। IPO की लॉन्च डेट और फाइनल प्राइसिंग का सभी को बेसब्री से इंतजार है।

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फूडटेक दिग्गज Swiggy ने लॉन्च की 10-मिनट फूड डिलीवरी सर्विस ‘Bolt’

फूडटेक कंपनी Swiggy ने अपने ग्राहकों के लिए एक नई और क्रांतिकारी फूड डिलीवरी सेवा ‘Bolt’ लॉन्च की है। यह सेवा चुनिंदा शहरों में उपलब्ध है, जिसका उद्देश्य ग्राहकों को 10 मिनट के भीतर भोजन पहुंचाना है। ‘Bolt’ का मुख्य आकर्षण यह है कि यह सेवा 2 किलोमीटर के दायरे में स्थित रेस्तरां और क्यूएसआर (Quick-Service Restaurants) से खाना डिलीवर करती है।

त्वरित और गुणवत्ता युक्त सेवा पर जोर

Swiggy का कहना है कि ‘Bolt’ सेवा के माध्यम से वे त्वरित डिलीवरी की पेशकश कर रहे हैं, जिसमें भोजन की गुणवत्ता और ताजगी को प्राथमिकता दी गई है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ग्राहक को न केवल तेजी से बल्कि स्वादिष्ट और ताजगी युक्त भोजन मिले।

2,700 से अधिक रेस्तरां से जुड़ा

‘Bolt’ सेवा के तहत Swiggy पहले ही 2,700 से अधिक रेस्तरां से जुड़ चुका है। इनमें KFC, McDonald’s और Starbucks जैसे प्रमुख रेस्तरां शामिल हैं, जो Swiggy के जरिए केवल 10 मिनट में ग्राहकों तक पहुंचते हैं। यह सेवा फिलहाल बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, नई दिल्ली, मुंबई और पुणे जैसे महत्वपूर्ण शहरों में संचालित हो रही है। आने वाले हफ्तों में इसे और भी अधिक स्थानों पर विस्तारित करने योजना है।

Swiggy: एक अग्रणी फूडटेक कंपनी

Swiggy, जो भारत की अग्रणी फूडटेक कंपनियों में से एक है, ने अपनी शुरुआत 2014 में की थी। यह कंपनी तेजी से फूड डिलीवरी में विशेषज्ञ मानी जाती है। Swiggy ने अपने प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों को त्वरित और सुविधाजनक सेवा प्रदान करने के लिए लगातार नए प्रयोग किए हैं। Bolt इसी दिशा में उठाया गया एक और कदम है, जहां ग्राहक की सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

कंपनी के संस्थापक

Swiggy की स्थापना नंदन रेड्डी, राहुल जैमिनी और श्रीहर्ष मजेटी ने मिलकर की थी। श्रीहर्ष मजेटी कंपनी के सीईओ हैं और उन्होंने Swiggy को भारत के सबसे प्रमुख फूड डिलीवरी प्लेटफार्मों में से एक के रूप में स्थापित किया है। नंदन रेड्डी और राहुल जैमिनी ने कंपनी की तकनीकी और संचालन संबंधी नींव को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनकी नेतृत्व क्षमता और नवाचार की सोच ने कंपनी को बाजार में एक अग्रणी स्थान दिलाया है।

वित्तीय स्थिति

Swiggy की वित्तीय स्थिति बेहद मजबूत है। कंपनी ने कई फंडिंग राउंड में निवेशकों से भारी मात्रा में फंड जुटाया है। वर्ष 2023 में, Swiggy ने एक और फंडिंग राउंड के तहत $800 मिलियन का निवेश प्राप्त किया। इस फंडिंग के बाद कंपनी का मूल्यांकन करीब $5.5 बिलियन तक पहुंच गया। Swiggy का राजस्व भी हर साल तेजी से बढ़ रहा है, और Bolt जैसी नई सेवाओं से कंपनी की आय में और भी वृद्धि की उम्मीद है।

विस्तार की योजना

Swiggy की ‘Bolt’ सेवा को लेकर कंपनी की योजना इसे भारत के और भी अधिक शहरों में लॉन्च करने की है। फिलहाल यह सेवा केवल प्रमुख महानगरों में उपलब्ध है, लेकिन आने वाले समय में इसे छोटे शहरों और कस्बों में भी शुरू किया जा सकता है। Swiggy का यह कदम ग्राहकों के अनुभव को और भी बेहतर बनाने के लिए है, जहां समय की पाबंदी और गुणवत्ता दोनों को प्राथमिकता दी जा रही है।

Bolt का भविष्य

Swiggy की इस नई सेवा Bolt को लेकर ग्राहकों में उत्सुकता देखी जा रही है। त्वरित डिलीवरी और बेहतरीन भोजन की गारंटी इसे एक खास सेवा बनाती है। Swiggy की रणनीति साफ है—वे अपने ग्राहकों को प्रतिस्पर्धी बाजार में सर्वश्रेष्ठ अनुभव देने की दिशा में काम कर रहे हैं।

Swiggy का मार्केट पर प्रभाव

Swiggy पहले से ही भारत के फूड डिलीवरी मार्केट में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है, और ‘Bolt’ सेवा इसे और भी मजबूत बना रही है। कंपनी का यह नया कदम उसे Zomato जैसे प्रतिस्पर्धियों के साथ सीधे मुकाबले में एक बढ़त दिला सकता है। Bolt जैसी सेवाएं बाजार में Swiggy की पकड़ को और भी मजबूत करने में मददगार साबित हो सकती हैं।

Swiggy Instamart Appoints Sairam Krishnamurthy as COO

Swiggy Instamart has named Sairam Krishnamurthy as senior vice president and chief operating officer. With over 18 years of experience, Krishnamurthy will oversee dark store operations, infrastructure, and city growth. Previously, he held leadership roles at More Retail, Ola Mobility, and Hindustan Unilever Limited.