OYO Hiring , 5 प्रमुख पदों पर की नियुक्तियाँ

OYO

भारत की अग्रणी हॉस्पिटैलिटी कंपनी OYO ने हाल ही में अपने नेतृत्व दल में पांच महत्वपूर्ण नियुक्तियों की घोषणा की है। कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी गतिविधियों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से इन नियुक्तियों को किया है। इन नियुक्तियों से OYO के वैश्विक विस्तार और ऑपरेशनल दक्षता में और सुधार की उम्मीद है।

मुख्य नियुक्तियाँ

  1. सोनल सिन्हा को चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर – इंटरनेशनल नियुक्त किया गया है, जो OYO के अंतरराष्ट्रीय संचालन को और मजबूत करेंगी।
  2. रचित श्रीवास्तव को चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर – ओवोकेशन होम्स (OVH), यूरोप के रूप में नियुक्त किया गया है।
  3. शशांक जैन को हेड ऑफ टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन रेवेन्यू के रूप में पदोन्नत किया गया है, जो कंपनी के तकनीकी पहलुओं और ऑनलाइन रेवेन्यू को संभालेंगे।
  4. पंखुरी सकुजा OYO के जर्मनी में स्थित लिस्टिंग व्यवसाय ट्रॉम-फेरीएन्वोनंगन और फ्लेक्स-स्पेस बिजनेस Innov8 का नेतृत्व करेंगी।
  5. आशीष बाजपाई को हेड ऑफ रेवेन्यू एंड ग्लोबल OTA का पद सौंपा गया है, जो राजस्व वृद्धि और ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों के साथ संबंधों को और मजबूत करेंगे।

वैश्विक विस्तार पर जोर

OYO ने कहा है कि ये नेतृत्व नियुक्तियाँ कंपनी की नवाचार और वैश्विक विस्तार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। OYO अब विभिन्न मूल्य बिंदुओं पर होटल और वेकेशन होम्स की एक विस्तृत श्रृंखला को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इससे न केवल कंपनी की बाजार में पहुंच बढ़ेगी, बल्कि इसके संचालन की दक्षता भी बेहतर होगी।

OYO का उद्देश्य है कि वह नए बाजारों में अपनी उपस्थिति को बढ़ाकर और विविधता लाकर अपने वैश्विक व्यवसाय को और मजबूत करे। यह कदम कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मकता को और बढ़ाने में मदद करेगा और इसके ग्राहकों को अधिक विकल्प प्रदान करेगा।

स्टार्टअप इकोसिस्टम में OYO की भूमिका

OYO ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी के अनुसार, 60 से अधिक पूर्व OYO कर्मचारी अपनी स्टार्टअप कंपनियाँ शुरू करने में सफल हुए हैं। इससे स्पष्ट होता है कि OYO ने न केवल अपने कर्मचारियों को विकसित किया है, बल्कि उन्हें उद्यमिता के क्षेत्र में भी प्रोत्साहित किया है।

नया अधिग्रहण

हाल ही में OYO ने G6 हॉस्पिटैलिटी, जो मोटेल 6 और स्टूडियो 6 का संचालन करती है, का अधिग्रहण किया है। यह अधिग्रहण 525 मिलियन डॉलर के ऑल-कैश डील के माध्यम से हुआ है। इस अधिग्रहण के साथ OYO ने अमेरिकी बाजार में अपनी उपस्थिति को और मजबूत किया है।

वित्तीय प्रदर्शन

OYO ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 5,389 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया है, और 230 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया है। यह प्रदर्शन पिछले वर्ष के 1,286 करोड़ रुपये के घाटे से एक बड़ा परिवर्तन दर्शाता है। OYO की इस वित्तीय सफलता का श्रेय इसके संचालन में सुधार और व्यवसाय विस्तार को दिया जा सकता है।

संस्थापक और कंपनी की पृष्ठभूमि

OYO की स्थापना 2013 में रितेश अग्रवाल ने की थी, और तब से यह कंपनी भारत की सबसे प्रमुख हॉस्पिटैलिटी स्टार्टअप्स में से एक बन गई है। OYO अपने अभिनव बिजनेस मॉडल के कारण तेजी से विकास कर रही है, और इसके द्वारा विभिन्न बजट कैटेगरी में होटलों और वेकेशन होम्स की पेशकश की जा रही है। कंपनी ने न केवल भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाई है।

विस्तार योजनाएँ और रणनीति

OYO के नेतृत्व दल में किए गए ये बदलाव कंपनी की भविष्य की रणनीतियों का हिस्सा हैं। कंपनी अपने वैश्विक विस्तार की योजनाओं को और तेजी से अमल में लाना चाहती है और नए बाजारों में प्रवेश करके अपने व्यवसाय का दायरा बढ़ाना चाहती है। इसके साथ ही, OYO तकनीकी नवाचारों के माध्यम से अपने संचालन को और प्रभावी बनाने के लिए काम कर रही है।

निष्कर्ष

OYO के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है, जब कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ कर रही है और वैश्विक स्तर पर विस्तार के लिए नए कदम उठा रही है। नए नेतृत्व दल के साथ, OYO को उम्मीद है कि वह अपने ग्राहकों को बेहतर सेवाएँ प्रदान कर सकेगी और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में अपनी पकड़ और मजबूत कर सकेगी।

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Toplyne का परिचालन बंद, निवेशकों को पूंजी लौटाने का निर्णय

Toplyne

नई दिल्ली: स्टार्टअप की दुनिया में एक बड़ा कदम लेते हुए, प्लग-एंड-प्ले प्लेटफॉर्म Toplyne ने अपने परिचालन को बंद करने और निवेशकों को पूंजी लौटाने का निर्णय लिया है। सूत्रों के मुताबिक, इस फैसले ने उद्योग में हलचल मचा दी है, क्योंकि Toplyne ने Peak XV और Tiger Global जैसे प्रमुख निवेशकों से फंडिंग हासिल की थी। इस कदम के पीछे कंपनी की अपने विकास को एक निश्चित बिंदु से आगे नहीं बढ़ा पाने की चुनौती मुख्य कारण बताई जा रही है।

विकास की चुनौतियां और निर्णय

सूत्रों के अनुसार, हालांकि Toplyne ने प्रारंभिक चरण में उल्लेखनीय सफलता पाई, लेकिन कंपनी अपने उत्पाद के विकास और विस्तार में चुनौतियों का सामना कर रही थी। एक गुमनाम सूत्र ने बताया, “भारी फंडिंग के बावजूद, स्टार्टअप एक निश्चित स्तर से आगे स्केल नहीं कर पाया, जिसके कारण संस्थापक टीम ने परिचालन बंद करने और शेष पूंजी को निवेशकों को वापस करने का कठिन निर्णय लिया।”

कंपनी का परिचय

Toplyne एक प्लग-एंड-प्ले प्लेटफॉर्म है जो प्रोडक्ट-लेड ग्रोथ वाली कंपनियों में बिक्री टीमों को फ्रीमियम उपयोगकर्ताओं के बीच रूपांतरण दर बढ़ाने में मदद करता था। यह स्टार्टअप विभिन्न कंपनियों के उत्पादों में सीधे एकीकृत होकर उपयोगकर्ताओं के डेटा से कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता था, जिससे वे संभावित लीड्स को भुगतान करने वाले ग्राहकों में बदलने में सक्षम होते थे। Toplyne की स्थापना ऋषेन कपूर, रुचिन कुलकर्णी, और रोहित खन्ना ने की थी, और यह स्टार्टअप लगभग साढ़े तीन साल से परिचालन कर रहा था।

संस्थापकों का बयान

Toplyne के सह-संस्थापक ऋषेन कपूर ने अपने LinkedIn पोस्ट में कहा, “साढ़े तीन साल तक Toplyne का निर्माण करने के बाद, हमने परिचालन बंद करने और अपने निवेशकों को पूंजी लौटाने का कठिन निर्णय लिया है। हमारी पूरी कोशिशों के बावजूद, हम उस स्केल या प्रोडक्ट-मार्केट फिट को हासिल नहीं कर सके, जिसकी हमें उम्मीद थी।” इस बयान से स्पष्ट है कि संस्थापक टीम ने स्थिति का मूल्यांकन किया और यह निष्कर्ष निकाला कि कंपनी को आगे बढ़ाना अब व्यावहारिक नहीं था।

फंडिंग और निवेशक

Toplyne ने अपनी यात्रा के दौरान Peak XV और Tiger Global जैसे प्रसिद्ध निवेशकों से फंडिंग जुटाई थी। इन निवेशकों का कंपनी पर भरोसा और फंडिंग स्टार्टअप को अपने उद्देश्यों को पूरा करने में सहायता करने के लिए थी। लेकिन बावजूद इसके, कंपनी उस मुकाम तक नहीं पहुंच पाई, जहां से यह एक स्थायी और लाभदायक व्यवसाय के रूप में आगे बढ़ सके। अब, निवेशकों को शेष पूंजी वापस करने का निर्णय Toplyne के निवेशकों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

व्यापार मॉडल और प्रोडक्ट मार्केट फिट की कमी

Toplyne का बिजनेस मॉडल प्रोडक्ट-लेड ग्रोथ वाली कंपनियों के लिए उपयोगकर्ता डेटा से मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करने पर केंद्रित था। हालांकि, जैसा कि कपूर ने बताया, कंपनी उस बाजार में प्रवेश नहीं कर सकी जो उनके उत्पाद के लिए उपयुक्त हो। प्रोडक्ट मार्केट फिट की कमी के कारण कंपनी की वृद्धि रुक गई और उन्हें यह कठिन फैसला लेना पड़ा।

विकास के लिए प्रयास और असफलता

Toplyne ने अपने तीन सालों के सफर में कई विकासात्मक प्रयास किए। कंपनी ने अपने उत्पाद को बेहतर बनाने और इसे अधिक उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाने के लिए विभिन्न रणनीतियाँ अपनाई। हालांकि, इनमें से कई प्रयास अपेक्षित परिणाम नहीं दे सके। कंपनी ने बाजार में जो अंतर देखा था, वह उतना बड़ा नहीं था जितना उन्होंने सोचा था। इसके चलते उनके प्रोडक्ट-मार्केट फिट में कमी रही।

कर्मचारियों और बाजार पर प्रभाव

Toplyne के बंद होने का प्रभाव केवल निवेशकों पर ही नहीं, बल्कि कंपनी के कर्मचारियों और पूरे बाजार पर भी पड़ेगा। कंपनी में काम कर रहे कर्मचारी, जिन्होंने कंपनी के निर्माण और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, अब नई नौकरियों की तलाश करेंगे। इसके अलावा, Toplyne के बंद होने से भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में भी एक संदेश जाएगा कि सही प्रोडक्ट-मार्केट फिट और विकास रणनीति न होने पर बड़ी फंडिंग भी स्टार्टअप को सफल नहीं बना सकती।

भविष्य की योजनाएं

हालांकि Toplyne के बंद होने से कंपनी का सफर समाप्त हो गया है, लेकिन इसके संस्थापक और निवेशक भविष्य में नई संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे। ऋषेन कपूर, रुचिन कुलकर्णी, और रोहित खन्ना ने स्टार्टअप की दुनिया में जो अनुभव और ज्ञान हासिल किया है, वह उन्हें भविष्य में नई चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा। वहीं, निवेशक भी नई संभावनाओं की तलाश करेंगे, जो भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में नई ऊर्जा और नवाचार लाएगी।

निष्कर्ष

Toplyne का बंद होना यह दर्शाता है कि स्टार्टअप की सफलता केवल फंडिंग पर निर्भर नहीं होती, बल्कि सही प्रोडक्ट-मार्केट फिट और प्रभावी स्केलिंग रणनीति पर भी आधारित होती है। तीन वर्षों के प्रयासों और चुनौतियों के बावजूद, संस्थापकों ने निवेशकों को पूंजी वापस करने का निर्णय लिया है, जो उनकी नैतिक जिम्मेदारी और पारदर्शिता को दर्शाता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि संस्थापक और निवेशक भविष्य में किन नई चुनौतियों और अवसरों का सामना करेंगे।

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Servify  की राजस्व में 23.6% की वृद्धि, घाटे में 59% की कमी

Servify

भारत की प्रमुख पोस्ट-सेल्स सर्विस फर्म, सर्विफाई (Servify), ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में अपने राजस्व में मजबूत वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2023 (FY23) के मुकाबले FY24 में 23.6% की राजस्व वृद्धि हासिल की है। इसके साथ ही कंपनी ने अपने घाटे में 59% की कमी भी की है, जो इसके संचालन और रणनीतिक कदमों में सुधार का संकेत देती है।

राजस्व और वित्तीय प्रदर्शन

Servify के संचालन से होने वाला राजस्व FY24 में 755 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि FY23 में यह 611 करोड़ रुपये था। इस अवधि में कंपनी ने अपने घाटे को 59% तक घटा दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी न केवल अपने व्यवसाय में विस्तार कर रही है, बल्कि अपने घाटे को भी नियंत्रित करने में सफल हो रही है।

सेवा का दायरा

सर्विफाई मोबाइल डिवाइस, गैजेट्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरणों के लिए ब्रांड-अधिकृत आफ्टर-सेल्स सपोर्ट प्रदान करती है। कंपनी का प्रमुख उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को उनके उपकरणों के खरीद बिलों को संग्रहीत करने और वारंटी के दौरान और बाद में आधिकारिक सेवाओं तक पहुंचने की सुविधा देना है। इस सुविधा ने सर्विफाई को बाजार में एक मजबूत पकड़ दिलाने में मदद की है।

प्रमुख राजस्व स्रोत

सर्विफाई के राजस्व का 87.8% हिस्सा व्हाइट-लेबल्ड प्रोटेक्शन प्लान्स से आता है, जो मोबाइल ऐप्स और वेब पोर्टल्स के माध्यम से बेचे जाते हैं। FY24 में इस श्रेणी से होने वाला राजस्व 19.2% बढ़कर 663 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसके अलावा, मोबाइल हैंडसेट और स्पेयर पार्ट्स की बिक्री से होने वाली आय में भी 66% की वृद्धि दर्ज की गई, जो 91 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।

सेवा की विशेषताएँ

सर्विफाई ब्रांडों के साथ मिलकर उनके उपकरणों के लिए आफ्टर-सेल्स सर्विसेज प्रदान करता है। यह उपयोगकर्ताओं को उनके उपकरणों के लिए वारंटी योजनाओं, स्पेयर पार्ट्स, और मरम्मत सेवाओं तक पहुंचने की अनुमति देता है। सर्विफाई की सेवा में उपयोगकर्ताओं को अपने डिवाइस के सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ जैसे खरीद बिल को डिजिटल रूप से संग्रहीत करने का विकल्प भी मिलता है, जिससे वह वारंटी और मरम्मत सेवाओं का आसानी से लाभ उठा सकते हैं।

कंपनी का विस्तार और विकास

सर्विफाई ने अपने व्हाइट-लेबल्ड प्रोटेक्शन प्लान्स और मोबाइल पार्ट्स के साथ-साथ अन्य उत्पादों की बिक्री के जरिए मजबूत वृद्धि दर्ज की है। इसके अलावा, कंपनी ने अपने घाटे में भी कमी की है, जो यह दर्शाता है कि कंपनी अपने वित्तीय प्रदर्शन में सुधार की दिशा में कदम उठा रही है।

संस्थापक और नेतृत्व टीम

सर्विफाई की स्थापना सौरभ च्रिंगलकर ने की थी, जो वर्तमान में कंपनी के सीईओ भी हैं। सौरभ के नेतृत्व में, कंपनी ने आफ्टर-सेल्स सेवा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है और अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। सौरभ का अनुभव और रणनीतिक दृष्टिकोण कंपनी की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

वित्तीय संरचना और भविष्य की योजनाएं

FY24 के वित्तीय आंकड़ों के अनुसार, कंपनी की वित्तीय संरचना में सकारात्मक सुधार देखा गया है। घाटे में कमी और राजस्व में वृद्धि से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी वित्तीय स्थिरता की ओर बढ़ रही है। कंपनी भविष्य में अपने उत्पाद और सेवा पोर्टफोलियो को और अधिक विस्तार देने की योजना बना रही है, खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरणों के क्षेत्र में।

सर्विफाई की स्थिरता

सर्विफाई का स्थिर वित्तीय प्रदर्शन और मजबूत सेवाओं का पोर्टफोलियो इसे भारतीय आफ्टर-सेल्स सेवा बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी बनाता है। इसके व्हाइट-लेबल्ड प्रोटेक्शन प्लान्स और मोबाइल पार्ट्स की बिक्री ने कंपनी को एक स्थिर वित्तीय स्थिति में ला दिया है। इसके साथ ही, कंपनी ने अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे उसे बाजार में एक मजबूत प्रतिष्ठा मिली है।

निष्कर्ष

सर्विफाई ने FY24 में अपने वित्तीय प्रदर्शन में काफी सुधार किया है, जो इसके राजस्व में 23.6% की वृद्धि और घाटे में 59% की कमी से स्पष्ट होता है। कंपनी का उद्देश्य अपने आफ्टर-सेल्स सेवा पोर्टफोलियो को और विस्तार देना और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करना है। इसके संस्थापक सौरभ च्रिंगलकर के नेतृत्व में, कंपनी ने एक मजबूत व्यवसायिक ढांचा तैयार किया है और अपने भविष्य के लक्ष्यों की ओर मजबूती से बढ़ रही है।

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The Good Glamm Group ने Sirona Hygiene को 450 करोड़ रुपये में किया अधिग्रहित

Sirona Hygiene

सिरोना हाइजीन का परिचय
The Good Glamm Group ने हाल ही में एक बड़ी डील के तहत Sirona Hygiene का अधिग्रहण 450 करोड़ रुपये (लगभग 60 मिलियन डॉलर) में किया है। यह अधिग्रहण खास इसलिए है क्योंकि यह भारत में डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) सेक्टर में सबसे बड़ी नकद डील में से एक है, खासकर महिलाओं की स्वास्थ्य और स्वच्छता (फेमटेक) से जुड़े क्षेत्र में। सिरोना की स्थापना 2015 में दीप बजाज और मोहित बजाज द्वारा की गई थी। यह कंपनी महिलाओं की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए नवाचारी उत्पाद बनाती है, जैसे PeeBuddy, हर्बल पीरियड पेन पैच, मेंस्ट्रुअल कप, और एंटी-चैफिंग रैश क्रीम।

संस्थापकों की भूमिका और इस्तीफे
इस अधिग्रहण के बाद, सिरोना के सह-संस्थापक दीप बजाज और मोहित बजाज ने अपने सक्रिय पदों से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले इस साल की शुरुआत में ही उन्होंने सक्रिय भूमिकाओं से हटने का निर्णय लिया था और अब वे डायरेक्टर के पद से भी इस्तीफा दे चुके हैं। यह अधिग्रहण सिरोना के कर्मचारियों के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ है, क्योंकि उनके एस्क्लेटेड ESOP (कर्मचारियों के शेयर स्वामित्व योजना) वेस्टिंग के तहत पहले से आर्थिक लाभ मिला है।

अधिग्रहण की चुनौतियां और कानूनी विवाद
हालांकि इस अधिग्रहण के साथ कुछ विवाद भी जुड़े हुए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, सिरोना के सह-संस्थापकों के साथ-साथ The Moms Co और Indian Angel Network (IAN) ने The Good Glamm Group के खिलाफ कानूनी नोटिस दायर किया है। उनका आरोप है कि कंपनी ने अधिग्रहण से संबंधित अंतिम भुगतान समय पर नहीं किया। इस मामले में क्या परिणाम होगा, यह अभी देखा जाना बाकी है।

सिरोना का विकास और उत्पाद
सिरोना महिलाओं के जीवन के विभिन्न चरणों—जैसे किशोरावस्था से लेकर रजोनिवृत्ति तक—के लिए विशेष उत्पाद प्रदान करता है। कंपनी ने कई नवाचारी और महिलाओं की दैनिक समस्याओं का समाधान करने वाले उत्पादों को बाजार में उतारा है। इनमें सबसे प्रमुख हैं PeeBuddy, जो महिलाओं को खड़े होकर पेशाब करने की सुविधा देता है, हर्बल पीरियड पेन पैच, जो पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं, मेंस्ट्रुअल कप, पीरियड स्टेन रिमूवर्स, और सैनिटरी डिस्पोजल बैग। सिरोना के उत्पादों ने महिलाओं के स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।

The Good Glamm Group के अधिग्रहण की रणनीति
The Good Glamm Group, जो कंटेंट-टू-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, ने सिरोना को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करके अपने फेमटेक सेगमेंट को और मजबूत किया है। इस अधिग्रहण के साथ कंपनी का उद्देश्य महिलाओं की स्वास्थ्य और स्वच्छता से संबंधित समाधान को व्यापक बनाना है। कंपनी पहले से ही महिलाओं के लिए विभिन्न श्रेणियों में प्रोडक्ट्स और सेवाएं प्रदान कर रही है, और सिरोना के अधिग्रहण से वह अपनी पहुंच और प्रभाव को और बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है।

वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनाएं
यह अधिग्रहण The Good Glamm Group की वित्तीय ताकत को भी दर्शाता है, जो हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ी है। सिरोना की टीम को इस अधिग्रहण से काफी वित्तीय लाभ मिला है, खासकर एस्क्लेटेड ESOP वेस्टिंग के माध्यम से। इसके साथ ही, कंपनी अब महिला-स्वास्थ्य और स्वच्छता उत्पादों में और अधिक नवाचार लाने की योजना बना रही है।

सिरोना के कर्मचारियों के लिए अवसर
अधिग्रहण के साथ सिरोना के कर्मचारियों को तेजी से आर्थिक लाभ मिला है। ESOP के तहत उन्हें अपने शेयर पहले से वेस्ट करने का अवसर मिला, जिससे उन्हें वित्तीय लाभ भी मिला। यह अधिग्रहण कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है, खासकर एक ऐसे समय में जब स्टार्टअप्स में एक्सिट और वित्तीय लाभ हमेशा आसान नहीं होता।

फेमटेक में सिरोना का योगदान
सिरोना ने भारत के फेमटेक स्पेस में अपनी पहचान बनाई है। कंपनी के नवाचारी उत्पाद, जैसे PeeBuddy और हर्बल पीरियड पेन पैच, ने महिलाओं की स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़े मुद्दों का समाधान करने में अहम भूमिका निभाई है। कंपनी के उत्पाद भारत में लाखों महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं, और The Good Glamm Group के साथ जुड़ने के बाद इसका प्रभाव और भी बढ़ेगा।

निष्कर्ष
इस अधिग्रहण से The Good Glamm Group को महिला स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़े फेमटेक स्पेस में अपने प्रभाव को और बढ़ाने का अवसर मिलेगा। सिरोना के उत्पादों के साथ, कंपनी महिलाओं के लिए और अधिक नवाचारी समाधान लाने की दिशा में काम करेगी।

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Mobility फर्म Rapido $60 मिलियन जुटाने की तैयारी में,

Rapido

भारत की प्रमुख मूविलिटी कंपनी Rapido जल्द ही $60 मिलियन जुटाने की प्रक्रिया में है। यह राशि Prosus से मुख्य रूप से प्राइमरी और सेकेंडरी कैपिटल के मिश्रण के रूप में प्राप्त होगी। तीन सूत्रों के अनुसार, यह निवेश रैपिडो के चल रहे $200 मिलियन फंडिंग राउंड का हिस्सा होगा।

Prosus का निवेश और फंडिंग राउंड का विस्तार

एक सूत्र के अनुसार, Prosus रैपिडो में $60 मिलियन की हिस्सेदारी खरीदेगा। इस डील के नियमों को अंतिम रूप दिया जा चुका है और इससे रैपिडो के शुरुआती निवेशकों को आंशिक निकासी का मौका भी मिलेगा।” यह डील Rapido की वित्तीय रणनीतियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे कंपनी के भविष्य के विकास को समर्थन मिलेगा।

इससे पहले, रैपिडो ने WestBridge Capital से अपने सीरीज E फंडिंग राउंड में $120 मिलियन पहले ही प्राप्त किए हैं। यह निवेश सेटू AIF और Konark जैसे निवेश वाहनों के जरिए किया गया था।

फंडिंग राउंड के पूरा होने की प्रक्रिया

सूत्रों के अनुसार, Prosus के $60 मिलियन के साथ रैपिडो का सीरीज E फंडिंग राउंड पूरा हो जाएगा। एक अन्य सूत्र ने बताया, “Prosus के निवेश के बाद रैपिडो का सीरीज E राउंड सफलतापूर्वक संपन्न हो जाएगा।”

इस फंडिंग के बाद कंपनी के विकास और विस्तार की योजनाएं मजबूत होंगी, जिससे रैपिडो के बाजार में पकड़ और अधिक मजबूत हो जाएगी। हालांकि, सूत्रों ने यह भी संकेत दिया कि कंपनी का मूल्यांकन इस दौर के बाद भी अपरिवर्तित रहेगा।

रैपिडो का मूल्यांकन और पहले के निवेश

रैपिडो का अनुमानित मूल्यांकन TheKredible के आंकड़ों के अनुसार लगभग $1.02 बिलियन है। यह मूल्यांकन पहले के सीरीज E राउंड के दौरान तय किया गया था, जो पूरी तरह से WestBridge Capital के जरिए फंड किया गया था। इस नए निवेश के बाद, कंपनी की वैल्यूएशन को कोई बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि Prosus का निवेश कंपनी के वर्तमान विकास पर केंद्रित है।

कंपनी का परिचय

रैपिडो एक प्रमुख मूविलिटी फर्म है, जो बाइक टैक्सी सेवाओं और अन्य शहरी परिवहन समाधानों के लिए जानी जाती है। कंपनी का लक्ष्य तेज, सस्ती और सुरक्षित यात्रा सेवाएं प्रदान करना है। भारत के कई शहरों में अपनी सेवा के विस्तार के बाद, रैपिडो ने अपने उपयोगकर्ता आधार और सेवा की गुणवत्ता में लगातार सुधार किया है।

संस्थापक और कंपनी का नेतृत्व

रैपिडो की स्थापना 2015 में अरविंद संका, पवन गुंटुपल्ली, और आरविंदर सिंह द्वारा की गई थी। कंपनी के संस्थापकों का मानना है कि शहरी परिवहन की समस्याओं का समाधान बाइक टैक्सी सेवाओं के जरिए किया जा सकता है, जिससे यातायात के बढ़ते बोझ को कम किया जा सके। रैपिडो ने भारत के कई शहरों में अपनी सेवाओं का विस्तार किया है और यह तेजी से बढ़ती मूविलिटी कंपनियों में से एक बन चुकी है।

फंडिंग और वित्तीय स्थिति

रैपिडो ने अपने विकास के विभिन्न चरणों में कई महत्वपूर्ण निवेशकों से फंडिंग प्राप्त की है। WestBridge Capital और अब Prosus के साथ, कंपनी ने $200 मिलियन की बड़ी फंडिंग हासिल की है। इसके पहले दौर में, रैपिडो ने $120 मिलियन जुटाए थे, जो कंपनी के सेवा विस्तार और तकनीकी उन्नति में मददगार साबित हुए। अब, Prosus के साथ यह फंडिंग राउंड पूरा होने के बाद, रैपिडो के पास और अधिक संसाधन होंगे ताकि वे नए बाजारों में प्रवेश कर सकें और अपनी सेवाओं में सुधार कर सकें।

फंडिंग का उपयोग और भविष्य की योजनाएं

इस फंडिंग का उपयोग कंपनी के सेवा विस्तार, तकनीकी सुधार, और उपयोगकर्ता अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा। रैपिडो के पास पहले से ही कई भारतीय शहरों में एक मजबूत उपस्थिति है, और अब यह कंपनी छोटे शहरों और कस्बों में भी अपनी सेवा का विस्तार करने की योजना बना रही है। इसके साथ ही, रैपिडो अपने बाइक टैक्सी सेवा को अन्य वाहनों और सेवाओं के साथ जोड़ने पर भी विचार कर रही है, ताकि ग्राहकों को विविध परिवहन विकल्प मिल सकें।

निष्कर्ष

रैपिडो ने अपने सीरीज E फंडिंग राउंड में Prosus के $60 मिलियन के निवेश के साथ एक और मील का पत्थर हासिल किया है। इस फंडिंग से कंपनी को अपने व्यापार को और विस्तार देने और शहरी परिवहन के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छूने का अवसर मिलेगा। संस्थापकों के नेतृत्व में, रैपिडो ने एक मजबूत बाजार उपस्थिति बनाई है, और आने वाले समय में यह कंपनी भारतीय परिवहन क्षेत्र में और भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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