Honasa Consumer ने Kaustav Guha को VP, R&D नियुक्त किया

Honasa Consumer

Honasa Consumer, जो Mamaearth, The Dream Co., Aqualogica, Bblunt, और Dr. Sheth जैसे ब्रांड्स का संचालन करती है, ने Kaustav Guha को रिसर्च और डेवलपमेंट (R&D) के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है। गुड़गांव स्थित यह कंपनी अपने ब्यूटी और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स के पोर्टफोलियो में निरंतर नवाचार और प्राकृतिक उत्पादों के विकास के लिए जानी जाती है।

Kaustav Guha का अनुभव और Honasa में उनकी भूमिका

Kaustav Guha को सौंदर्य और पर्सनल केयर उद्योग में एक दशक से अधिक का अनुभव है, जिसमें उन्होंने L’Oréal और Marico जैसी वैश्विक और भारतीय ब्रांड्स में उत्पाद विकास का नेतृत्व किया है। Honasa ने उन्हें अपने R&D विभाग का नेतृत्व करने के लिए चुना है ताकि कंपनी के उत्पादों और फॉर्मूलेशन को और बेहतर बनाया जा सके। Guha का उद्देश्य नई तकनीकों का विकास करना होगा, जो कंपनी के विभिन्न ब्रांड्स के उत्पादों की गुणवत्ता और प्रभावशीलता को बढ़ाएगी।

प्राकृतिक और टिकाऊ फॉर्मूलेशन की पेशकश में वृद्धि

Honasa Consumer का मुख्य उद्देश्य अपने ग्राहकों को सुरक्षित, प्रभावी और टिकाऊ ब्यूटी और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स प्रदान करना है। Kaustav Guha की नियुक्ति के साथ, कंपनी इस दिशा में और अधिक मजबूती से कदम बढ़ाने की तैयारी में है। Guha के मार्गदर्शन में, Honasa प्राकृतिक और स्थायी फॉर्मूलेशन पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिससे उपभोक्ताओं को सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद मिल सकें।

ब्यूटी और पर्सनल केयर उद्योग में नवाचार

Honasa ने यह स्पष्ट किया है कि Kaustav Guha की नियुक्ति कंपनी के अनुसंधान और विकास (R&D) को और आगे बढ़ाएगी, जिससे भारतीय ब्यूटी और वेलनेस उद्योग में नए मानक स्थापित किए जा सकें। कंपनी का मानना है कि Guha के नेतृत्व में, Honasa भारतीय सौंदर्य बाजार में नई श्रेणियों का अन्वेषण कर सकेगी, जिससे ग्राहकों को बेहतरीन उत्पाद उपलब्ध होंगे।

CosmoGenesis Labs का अधिग्रहण: R&D में विस्तार

इस साल मई में, Honasa ने CosmoGenesis Labs का अधिग्रहण किया था, जो एक कॉस्मेटिक फॉर्मूलेशन और डेवलपमेंट कंपनी है, जो प्रीमियम स्किनकेयर समाधानों में विशेषज्ञता रखती है। इस अधिग्रहण से Honasa की R&D क्षमताओं में और वृद्धि हुई है। कंपनी का कहना है कि इससे उसे नए उप-श्रेणियों का अन्वेषण करने और ग्राहकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने का अवसर मिला है। यह कदम Honasa के नवाचार-आधारित दृष्टिकोण को और मजबूती प्रदान करता है।

FMCG रिटेल और ओमनी-चैनल वितरण नेटवर्क की ताकत

Honasa Consumer ने अपने वितरण नेटवर्क को काफी व्यापक बना लिया है। कंपनी के उत्पाद अब भारत के 100,000 से अधिक FMCG खुदरा स्थानों पर उपलब्ध हैं और यह 18,000 से अधिक पिन कोड्स को कवर करता है। इस व्यापक वितरण नेटवर्क के जरिए Honasa के उत्पाद अब भारत के 700 से अधिक जिलों में आसानी से उपलब्ध हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उपभोक्ताओं को देश के हर हिस्से में कंपनी के उत्पाद मिल सकें।

नई तकनीकों का विकास और Honasa की रणनीति

Honasa Consumer के लिए यह नियुक्ति और अधिग्रहण न केवल उनके मौजूदा उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने का अवसर है, बल्कि यह कंपनी को नई तकनीकों और उत्पादों के विकास में भी सहायता करेगा। Kaustav Guha के नेतृत्व में, कंपनी नई तकनीकों को अपनाकर उपभोक्ताओं को बेहतर और प्रभावी ब्यूटी प्रोडक्ट्स उपलब्ध कराने की दिशा में काम करेगी।

ग्राहकों के लिए स्थायी और प्राकृतिक उत्पाद

आजकल उपभोक्ताओं के बीच प्राकृतिक और टिकाऊ उत्पादों की मांग बढ़ रही है। इस बदलते ट्रेंड को देखते हुए, Honasa ने अपने उत्पादों को प्राकृतिक और सुरक्षित बनाने की दिशा में काम किया है। Kaustav Guha की विशेषज्ञता के साथ, कंपनी अपने उत्पादों में और सुधार करने और उन्हें और भी सुरक्षित, प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल बनाने का प्रयास करेगी।

उपभोक्ता अनुभव को बेहतर बनाना

Kaustav Guha की नियुक्ति Honasa को अपने उपभोक्ताओं के लिए बेहतर अनुभव प्रदान करने का अवसर देगी। कंपनी अब अपने उत्पादों में और भी नवाचार कर सकती है, जिससे ग्राहकों को उनकी व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार कस्टमाइज किए गए उत्पाद मिल सकें। इससे न केवल ग्राहक संतुष्टि में वृद्धि होगी, बल्कि कंपनी की ब्रांड वफादारी भी मजबूत होगी।

निष्कर्ष

Kaustav Guha की नियुक्ति और CosmoGenesis Labs का अधिग्रहण Honasa Consumer के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो कंपनी को भारतीय ब्यूटी और पर्सनल केयर बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत करने में मदद करेगा। Honasa के व्यापक वितरण नेटवर्क और नवाचार-आधारित दृष्टिकोण से यह सुनिश्चित होता है कि उपभोक्ताओं को बेहतरीन गुणवत्ता और टिकाऊ उत्पाद मिलते रहें। Honasa का लक्ष्य न केवल भारतीय बाजार में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बनाना है, और इस नई रणनीति के साथ, वह अपने लक्ष्यों की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।

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Automoto ने जुटाए 100 करोड़ रुपये की फंडिंग

Automoto

भारतीय ऑटोमोटिव सेवा क्षेत्र में तेजी से उभर रही कंपनी Automoto ने अपने ताज़ा फंडिंग राउंड में 100 करोड़ रुपये ($12 मिलियन) की फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Venture Bridge ने किया, जिसमें एंजल निवेशकों और हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) की भी भागीदारी रही।

इस फंडिंग का मुख्य उद्देश्य Automoto का पहला अनुभव केंद्र (experience center) शुरू करना है, जो कंपनी के डिजिटल उत्पादों के लिए एक इंटीग्रेशन हब के रूप में काम करेगा। कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि यह केंद्र उपभोक्ताओं को एक ही जगह पर कई सेवाएं प्रदान करेगा और ऑटोमोटिव सेवाओं के क्षेत्र में उनकी यात्रा को सरल बनाएगा।

Automoto: एक नज़र में

2018 में श्रीराज द्वारा स्थापित Automoto का फोकस तेज सेवा (quick service) और ऑटोमोटिव देखभाल पर है, जो टू-व्हीलर्स से लेकर कमर्शियल ट्रकों तक सभी प्रकार के वाहनों के लिए सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी का मध्यम और दीर्घकालिक रणनीति में बीमा सेवाओं, IoT इंटीग्रेशन, कनेक्टेड व्हीकल्स, एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस, और ऑटोमोटिव एनालिटिक्स जैसी मूल्यवर्धित सेवाओं को शामिल करने की योजना है।

Automoto की इस फंडिंग का एक बड़ा हिस्सा अनुभव केंद्र को स्थापित करने में निवेश किया जाएगा। यह केंद्र कंपनी के डिजिटल उत्पादों को एकीकृत करेगा और रीयल-टाइम में ग्राहकों को उनकी व्यावहारिकता और उपयोगिता को दिखाने का माध्यम बनेगा।

अनुभव केंद्र: एक नई शुरुआत

Automoto का आगामी अनुभव केंद्र मुम्बई में स्थित होगा, जो कंपनी के B2B2C (बिजनेस टू बिजनेस टू कस्टमर) एंटरप्राइज़ मैनेजमेंट सिस्टम का केंद्र बनेगा। इस सिस्टम का उद्देश्य भारत में वाहन स्वामित्व की यात्रा को बेहतर बनाना है। अनुभव केंद्र उपभोक्ताओं को ऑटोमोटिव सेवाओं का एकीकृत अनुभव देगा, जहां वे डिजिटल सेवाओं और अन्य मूल्यवर्धित सेवाओं का प्रत्यक्ष लाभ उठा सकेंगे।

यह केंद्र न केवल ग्राहकों के लिए सेवाओं का प्रदर्शन करेगा, बल्कि Automoto की टीम को अपने डिजिटल उत्पादों की व्यावहारिकता और उनकी दक्षता का परीक्षण करने का भी मौका देगा। यह मॉडल कंपनी को भारतीय ऑटोमोटिव सेवा क्षेत्र में एक मजबूत स्थिति प्रदान कर सकता है, जहां लोग अपने वाहनों की देखभाल और मेंटेनेंस के लिए तेजी से डिजिटल समाधानों की ओर रुख कर रहे हैं।

Automoto की सेवाओं का विस्तार

Automoto का उद्देश्य न केवल त्वरित सेवा और वाहन देखभाल प्रदान करना है, बल्कि यह वाहन स्वामित्व की पूरी यात्रा को एक नए स्तर पर ले जाना चाहता है। कंपनी वर्तमान में बीमा, IoT इंटीग्रेशन, कनेक्टेड व्हीकल्स, और एनालिटिक्स जैसी मूल्यवर्धित सेवाएं जोड़ने पर काम कर रही है। इसका लक्ष्य वाहनों के मालिकों को न केवल नियमित सेवाओं की सुविधा प्रदान करना है, बल्कि उन्हें एक संपूर्ण डिजिटल अनुभव देना है जो उनकी वाहन संबंधी जरूरतों को पूरा कर सके।

B2B2C मॉडल की शक्ति

Automoto का B2B2C मॉडल इसे बाज़ार में एक विशिष्ट स्थिति प्रदान करता है। यह मॉडल कंपनी को व्यवसायों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए समाधान प्रदान करने में सक्षम बनाता है। इस मॉडल का मुख्य उद्देश्य उन व्यवसायों और सेवा प्रदाताओं के साथ साझेदारी करना है, जो अपने ग्राहकों को तेज और भरोसेमंद ऑटोमोटिव सेवाएं प्रदान करना चाहते हैं। साथ ही, यह उपभोक्ताओं को भी एक सुविधाजनक और डिजिटल सेवा अनुभव प्रदान करता है, जिससे उनके वाहन की देखभाल के लिए सभी सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हो जाती हैं।

IoT और कनेक्टेड वाहनों का भविष्य

Automoto का भविष्य-दृष्टि IoT इंटीग्रेशन और कनेक्टेड वाहनों पर आधारित है। IoT के माध्यम से कंपनी वाहनों की वास्तविक समय की निगरानी कर सकेगी, जिससे उन्हें तेजी से और सटीक सेवा प्रदान की जा सकेगी। इसके अलावा, कनेक्टेड वाहनों के जरिए ग्राहकों को उनके वाहन की स्थिति और देखभाल के बारे में लगातार अपडेट मिलता रहेगा।

यह सेवाएं न केवल ग्राहकों को समय पर सेवाएं प्राप्त करने में मदद करेंगी, बल्कि ऑटोमोटिव सेवा प्रदाताओं के लिए भी उनकी सेवाओं को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करना आसान बनाएंगी।

फंडिंग और वित्तीय स्थिति

Automoto की नवीनतम फंडिंग राउंड ने कंपनी को वित्तीय रूप से एक स्थिर स्थिति प्रदान की है। 100 करोड़ रुपये की फंडिंग के साथ, Automoto अब अपनी सेवाओं को बड़े पैमाने पर विस्तार कर सकेगी। इस फंडिंग का अधिकांश हिस्सा नए अनुभव केंद्र के निर्माण और कंपनी की डिजिटल सेवाओं के विस्तार में निवेश किया जाएगा।

इसके अलावा, कंपनी अपनी मूल्यवर्धित सेवाओं को भी विस्तार दे रही है, जो ग्राहकों को बीमा, IoT, और एनालिटिक्स जैसी सुविधाएं प्रदान करेंगी। यह सेवाएं कंपनी को भारत के ऑटोमोटिव सेवा बाजार में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेंगी।

स्थापना और विकास की यात्रा

2018 में श्रीराज द्वारा स्थापित Automoto ने शुरुआत से ही अपनी सेवाओं को तेजी से विकसित किया है। कंपनी ने टू-व्हीलर्स से लेकर ट्रकों तक सभी प्रकार के वाहनों के लिए सेवा प्रदान करने के साथ-साथ अपने डिजिटल प्लेटफार्म को भी लगातार अपडेट किया है। Automoto का ध्यान अपने ग्राहकों को तेज, सटीक और भरोसेमंद सेवाएं प्रदान करने पर है, जिससे वह इस प्रतिस्पर्धी बाजार में अपनी अलग पहचान बना सके।

भविष्य की योजनाएं

Automoto आने वाले समय में अपने अनुभव केंद्रों की संख्या बढ़ाने की योजना बना रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि वह भारत के प्रमुख शहरों में इस प्रकार के केंद्र स्थापित करे, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्राप्त हो सकें। इसके साथ ही, कंपनी IoT और कनेक्टेड वाहनों के माध्यम से अपनी सेवाओं को और अधिक तकनीकी रूप से उन्नत करने की योजना बना रही है।

निष्कर्ष

Automoto का नवीनतम फंडिंग राउंड और आगामी अनुभव केंद्र कंपनी के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल कंपनी के डिजिटल सेवाओं के विस्तार में मदद करेगा, बल्कि इसे भारतीय ऑटोमोटिव सेवा बाजार में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा।

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Zomato के सह-संस्थापक Deepinder Goyal ने शुरू की नई कंपनी ‘Continue’

Zomato

Zomato के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपिंदर गोयल ने एक नई वेंचर ‘Continue’ की स्थापना की है, जो स्वास्थ्य ट्रैकिंग और मानसिक वेलनेस पर ध्यान केंद्रित करेगी। हालांकि, यह नया वेंचर पूरी तरह से व्यक्तिगत है और इसका Zomato से कोई संबंध नहीं है।

अप्रैल 2024 में लॉन्च की गई इस नई कंपनी का कानूनी नाम Upslove Advisors Private Limited है। इस कंपनी के शेयरधारकों में दीपिंदर गोयल (99.9%) और आशीष गोताल (0.1%) शामिल हैं। दोनों ने मिलकर शुरुआती पूंजी के रूप में 50 लाख रुपये का योगदान दिया है, जैसा कि कंपनी के रेगुलेटरी फाइलिंग से पता चला है।

वेबसाइट और स्वास्थ्य ट्रैकर

Continue.com डोमेन, जिसे “The Ultimate Health Tracker” के रूप में मार्केट किया जा रहा है, वर्तमान में कोई अतिरिक्त विवरण प्रदान नहीं करता है। यह डोमेन नई इकाई Upslove Advisors Private Limited के तहत पंजीकृत है।

कंपनी के निदेशक मंडल

रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, दीपिंदर गोयल सक्रिय निदेशक के रूप में कार्य कर रहे हैं, जबकि सिमरनदीप सिंह और अकृति मेहता को Upslove Advisors Private Limited के अतिरिक्त निदेशकों के रूप में नियुक्त किया गया है। उनके LinkedIn प्रोफाइल के अनुसार, सिंह और मेहता पिछले 5 और 7 वर्षों से Zomato के साथ जुड़े हुए हैं।

कंपनी की स्थापना की पृष्ठभूमि

दीपिंदर गोयल ने हमेशा से स्वास्थ्य और वेलनेस के क्षेत्र में रुचि दिखाई है। ‘Continue’ का उद्देश्य लोगों को उनकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करना है। गोयल का मानना है कि वर्तमान समय में स्वास्थ्य ट्रैकिंग और मानसिक वेलनेस बेहद महत्वपूर्ण हो गए हैं, और इसी दिशा में ‘Continue’ काम करेगी।

स्वास्थ्य और मानसिक वेलनेस पर ध्यान

‘Continue’ का मुख्य उद्देश्य लोगों को उनके स्वास्थ्य और मानसिक वेलनेस को ट्रैक करने में मदद करना है। आज के तेजी से भागते जीवन में, स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन बनाए रखना एक चुनौती बन गया है। ‘Continue’ के जरिए, उपयोगकर्ता अपने स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न पहलुओं को ट्रैक कर सकेंगे और आवश्यकतानुसार सुधारात्मक कदम उठा सकेंगे।

दीपिंदर गोयल की दृष्टि

दीपिंदर गोयल ने Zomato के माध्यम से खाद्य वितरण उद्योग में क्रांति ला दी है। अब, ‘Continue’ के माध्यम से, वह स्वास्थ्य और वेलनेस के क्षेत्र में एक नई शुरुआत करना चाहते हैं। उनकी दृष्टि है कि लोग न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त हों।

स्वास्थ्य ट्रैकिंग की आवश्यकता

स्वास्थ्य ट्रैकिंग आज के समय में बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। कई लोग अपने व्यस्त जीवन में अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते हैं। ‘Continue’ जैसे प्लेटफार्म के माध्यम से, लोग अपने स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न पहलुओं को समझ सकेंगे और समय पर सुधारात्मक कदम उठा सकेंगे।

मानसिक वेलनेस की भूमिका

मानसिक वेलनेस भी स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। तनाव, चिंता, और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित अन्य मुद्दों का समय पर समाधान करना बेहद आवश्यक है। ‘Continue’ का उद्देश्य लोगों को मानसिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें उनकी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है।

‘Continue’ क्या है?

‘Continue’ एक हेल्थ और मेंटल फिटनेस प्लेटफार्म है जो लोगों को फिटनेस, स्वास्थ्य और मानसिक सशक्तिकरण से जुड़ी सेवाएं और सुझाव प्रदान करेगा। इसके माध्यम से, लोग अपने स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल कर पाएंगे, जिसमें योग, मेडिटेशन, फिटनेस ट्रेनिंग, न्यूट्रिशन प्लानिंग और मानसिक स्वास्थ्य के लिए टूल्स और तकनीकों की सुविधा दी जाएगी।

निष्कर्ष

‘Continue’ के माध्यम से दीपिंदर गोयल का उद्देश्य लोगों के स्वास्थ्य और वेलनेस पर ध्यान केंद्रित करना है। यह प्लेटफार्म उपयोगकर्ताओं को उनके स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न पहलुओं को समझने और सुधारात्मक कदम उठाने में मदद करेगा। गोयल का यह नया प्रयास समाज में स्वास्थ्य और वेलनेस के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक होगा।

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Stellapps Technologies ने सीरीज C फंडिंग राउंड में जुटाए $26 मिलियन

Stellapps Technologies

Stellapps Technologies ने अपने सीरीज C फंडिंग राउंड में $26 मिलियन (लगभग 215 करोड़ रुपये) जुटाए हैं, जिसमें इक्विटी और डेट फाइनेंसिंग दोनों शामिल थे। इस राउंड में मौजूदा निवेशकों जैसे Blume Ventures, Omnivore, और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ-साथ नए निवेशक Miledeep Capital ने भी योगदान दिया। इसके अतिरिक्त, यू.एस. इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन (DFC) ने डेट फाइनेंसिंग प्रदान की।

Stellapps Technologies तीन साल के बाद वापसी

बेंगलुरु स्थित Stellapps ने तीन साल के अंतराल के बाद इस नई फंडिंग राउंड को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इससे पहले, कंपनी ने अक्टूबर 2021 में Nutreco से प्री-सीरीज C राउंड में $18 मिलियन जुटाए थे। अब तक, Stellapps ने कुल मिलाकर लगभग $50 मिलियन (लगभग 400 करोड़ रुपये) की फंडिंग जुटाई है।

कंपनी की विस्तार योजनाएँ

Stellapps के संस्थापक और सीईओ रंजीत मुकुंदन ने कहा कि इस फंडिंग से कंपनी को पूरे भारत में ग्राहकों के लिए अपनी मूल्य-वर्धित डेयरी उत्पादों की पेशकश को टिकाऊ तरीके से विस्तार करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, यह कंपनी के निर्यात क्षेत्र को भी मजबूत करेगा। mooMark ब्रांड के तहत Stellapps का यह वर्टिकल कांट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग और प्राइवेट लेबल डेयरी उत्पादों पर केंद्रित है, जिसमें गुणवत्ता, स्थिरता और ट्रैसेबिलिटी को प्रमुखता दी जाती है।

Stellapps की शुरुआत और विकास

Stellapps की शुरुआत एक Dairy IoT सॉल्यूशन प्रोवाइडर के रूप में हुई थी, लेकिन समय के साथ यह कंपनी विकसित होकर मूल्य-वर्धित डेयरी उत्पादों की कांट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग और प्राइवेट लेबलिंग में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गई है। mooMark ब्रांड के तहत, कंपनी भारतीय और वैश्विक ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पाद प्रदान करती है। Stellapps की खास बात यह है कि यह एक लो-कैपेक्स और टेक-चालित दृष्टिकोण का उपयोग करती है, जिससे यह तकनीकी रूप से सक्षम और कम लागत पर उत्पाद वितरण करने में सक्षम होती है।

Stellapps का महत्व और भारतीय डेयरी उद्योग में योगदान

Stellapps का विकास भारतीय डेयरी उद्योग के डिजिटलीकरण और नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत में डेयरी उद्योग बहुत बड़ा है और Stellapps ने इस क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों के माध्यम से एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके IoT सॉल्यूशंस ने डेयरी फार्मों के लिए स्मार्ट ट्रैकिंग, मानीटरिंग और डेटा विश्लेषण को सक्षम किया है, जिससे डेयरी किसानों को अपनी उत्पादन दक्षता बढ़ाने में मदद मिली है।

इसके साथ ही, कंपनी का कांट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग और प्राइवेट लेबलिंग सेगमेंट mooMark ब्रांड के तहत ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले, टिकाऊ, और ट्रैसेबल डेयरी उत्पाद प्रदान करता है। Stellapps का ध्यान न केवल घरेलू बाजार पर है, बल्कि इसका उद्देश्य वैश्विक बाजारों में भी अपने उत्पादों का निर्यात करना है, जिससे भारतीय डेयरी उद्योग को वैश्विक स्तर पर पहचान मिल रही है।

फंडिंग का उपयोग और भविष्य की योजनाएँ

रंजीत मुकुंदन ने बताया कि नई फंडिंग से Stellapps अपनी तकनीकी क्षमताओं को और बढ़ाएगी और अपनी प्रोडक्ट लाइनों को और अधिक मजबूत करेगी। इस फंडिंग का उपयोग कंपनी के मौजूदा और नए प्रोडक्ट्स को भारत के विभिन्न हिस्सों में विस्तार देने के लिए किया जाएगा। इसके साथ ही, Stellapps का उद्देश्य भारतीय किसानों और डेयरी उद्योग के लिए टिकाऊ समाधान प्रदान करना है, जिससे उन्हें आधुनिक तकनीक का लाभ मिल सके।

कंपनी ने यह भी संकेत दिया है कि वह अपने निर्यात क्षेत्र को और मजबूत करेगी, जिससे mooMark के डेयरी उत्पाद वैश्विक बाजारों में और अधिक लोकप्रिय हो सकें। Stellapps की यह रणनीति न केवल भारतीय बाजार पर आधारित है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान बनाने की दिशा में है।

Stellapps का टेक्नोलॉजी-चालित दृष्टिकोण

Stellapps का टेक्नोलॉजी-चालित दृष्टिकोण इसे अन्य पारंपरिक डेयरी कंपनियों से अलग बनाता है। कंपनी का IoT आधारित ट्रैकिंग और मानीटरिंग सिस्टम किसानों को उनकी डेयरी उत्पादन प्रक्रिया पर पूरी तरह से नजर रखने की सुविधा प्रदान करता है। इसके साथ ही, यह तकनीक उत्पादन की गुणवत्ता को बनाए रखने और बढ़ाने में भी मदद करती है।

Stellapps का यह लो-कैपेक्स मॉडल उसे कम लागत पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करने में सक्षम बनाता है, जिससे कंपनी की प्रतिस्पर्धात्मकता और बाजार में पकड़ मजबूत होती है।

डेयरी उद्योग के लिए Stellapps की भूमिका

भारत में डेयरी उद्योग एक विशाल और तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र है। Stellapps जैसी कंपनियां इस उद्योग में आधुनिक तकनीक और नवाचारों को लागू करके न केवल उत्पादकता बढ़ा रही हैं, बल्कि किसानों की आय और जीवन स्तर में भी सुधार कर रही हैं।

Stellapps के mooMark ब्रांड के तहत कांट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग और प्राइवेट लेबलिंग सेगमेंट भारतीय डेयरी उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सहायक है। इसके उत्पादों की गुणवत्ता, टिकाऊपन और ट्रैसेबिलिटी इसे भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बनाते हैं।

निष्कर्ष

Stellapps Technologies का $26 मिलियन की फंडिंग जुटाना भारतीय डेयरी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। कंपनी का तकनीकी दृष्टिकोण, टिकाऊ उत्पाद और वैश्विक विस्तार की योजना इसे भविष्य में और अधिक सफल बनाएगी। Stellapps न केवल भारत में डेयरी किसानों की मदद कर रही है, बल्कि भारतीय डेयरी उत्पादों को वैश्विक स्तर पर भी स्थापित कर रही है।

इस फंडिंग से Stellapps को अपनी प्रोडक्ट लाइन का विस्तार करने, नई तकनीकें विकसित करने और भारतीय डेयरी उद्योग में स्थायी और स्मार्ट समाधान प्रदान करने में मदद मिलेगी।

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Titan Capital Winners फंड ने जुटाए 333 करोड़ रुपये

Titan Capital Winners

titan capital Winners Fund, जिसे स्नैपडील के सह-संस्थापक कुनाल बहल और रोहित बंसल का समर्थन प्राप्त है, ने अपने अंतिम समापन पर 333 करोड़ रुपये (लगभग $40 मिलियन) जुटाए हैं।

इससे पहले, अगस्त 2024 में, फंड ने अपने प्रारंभिक लक्ष्य 200 करोड़ रुपये को प्राप्त कर लिया था और अब ग्रीन-शू विकल्प का उपयोग करके अतिरिक्त प्रतिबद्धताओं को स्वीकार करने का निर्णय लिया है। यह राशि कंपनी के मौजूदा पोर्टफोलियो कंपनियों में बाद के चरणों में निवेश की जाएगी, कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा।

2011 से अब तक 250 से अधिक कंपनियों का समर्थन

2011 से, titan capital Winners Fund,ने 250 से अधिक कंपनियों का समर्थन किया है। कुछ प्रमुख सीड निवेशों में अर्बन कंपनी, मामा अर्थ, ऑफ़बिजनेस, रेजरपे, यूनिकॉमर्स, और ओला कैब्स शामिल हैं।

अगस्त में 200 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त किया

अगस्त में, टाइटन कैपिटल के विनर्स फंड ने 200 करोड़ रुपये का लक्ष्य प्राप्त किया था। इस फंड के माध्यम से, कंपनी ने अर्बन कंपनी, मामा अर्थ, ओला, और क्रेडजेनिक्स जैसी कंपनियों से महत्वपूर्ण निकास किए।

टाइटन कैपिटल का अर्बन कंपनी में शुरुआती 57 लाख रुपये का निवेश 111 करोड़ रुपये के पूर्ण निकास में परिणत हुआ। ओला में, प्रारंभिक $60,000 का निवेश काफी बढ़ गया, और दोनों ने 2021 में कंपनी के $7.3 बिलियन के उच्चतम मूल्यांकन पर पूरी तरह से निकास किया।

इंदिकॉर्न्स: नए और लाभकारी स्टार्टअप्स की सूची

हाल ही में, टाइटन कैपिटल ने इंदिकॉर्न्स नामक एक नया सूचकांक लॉन्च किया, जो 100 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व वाले लाभकारी स्टार्टअप्स को उजागर करता है। इस सूची में शामिल स्टार्टअप्स में ग्रो, इन्फ्रा.मार्केट, इंडिफी, कंफर्मटीकेटी, कैशई, फाइबे, एवरेस्ट फ्लीट, फाइंड, इंडीक्यूब, करजा, लेंडिंगकार्ट, ऑक्सिजो, और नोडविन शामिल हैं।

titan capital Winners Fund, और भविष्य की योजनाएं

टाइटन कैपिटल की निवेश रणनीति ने उसे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। कंपनी न केवल शुरुआती चरण के निवेशों पर ध्यान केंद्रित करती है, बल्कि अपने पोर्टफोलियो में बाद के चरणों में भी निवेश करना जारी रखती है। यह दृष्टिकोण कंपनी को अपने पोर्टफोलियो कंपनियों के विकास को समर्थन देने और उनके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।

टाइटन कैपिटल का यह कदम न केवल भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह दर्शाता है कि भारतीय निवेशक अब जोखिम लेने के लिए अधिक तैयार हैं और वे संभावित उच्च रिटर्न की तलाश में हैं।

निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संदेश

टाइटन कैपिटल का यह नया फंड निवेशकों को एक महत्वपूर्ण संदेश देता है: भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश के लिए अब एक बेहतर समय है। कंपनी का इंदिकॉर्न्स सूचकांक यह भी दर्शाता है कि भारत में कई स्टार्टअप्स अब लाभकारी हो रहे हैं और बड़े पैमाने पर राजस्व उत्पन्न कर रहे हैं।

निष्कर्ष

टाइटन कैपिटल विनर्स फंड का 333 करोड़ रुपये जुटाना न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी एक महत्वपूर्ण घटना है। यह दिखाता है कि भारतीय स्टार्टअप्स में अब भी बड़ी संभावनाएं हैं और वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हैं। कुनाल बहल और रोहित बंसल की दृष्टि और उनके निवेश के अनुभव ने टाइटन कैपिटल को एक प्रमुख निवेशक के रूप में स्थापित किया है, जो भविष्य में भी नए और उभरते हुए स्टार्टअप्स को समर्थन देता रहेगा।

भारतीय स्टार्टअप्स के लिए यह समय अत्यधिक महत्वपूर्ण है, और टाइटन कैपिटल का यह कदम इस बात का प्रमाण है कि भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है।

भविष्य की संभावनाएं

आने वाले समय में, टाइटन कैपिटल के निवेश और उनके द्वारा समर्थित स्टार्टअप्स पर नजर रखना दिलचस्प होगा। कंपनी की रणनीति और उनकी सफलताएं निश्चित रूप से अन्य निवेशकों और उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।

इस प्रकार, टाइटन कैपिटल का यह नया फंड न केवल कंपनी के लिए बल्कि पूरे भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है।

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Yu ने जुटाए 55 करोड़ रुपये, तेजी से बढ़ेगा वितरण और उत्पाद पोर्टफोलियो

Yu

Yu , एक कंज्यूमर फूड ब्रांड, ने हाल ही में 55 करोड़ रुपये (लगभग 6.5 मिलियन डॉलर) की सीरीज बी फंडिंग राउंड पूरी की है। इस राउंड का नेतृत्व प्रमुख निवेशक आशीष कचोलिया और एशियन प्रमोटर ग्रुप ने किया। इस फंडिंग से कंपनी ने अपने शुरुआती निवेशकों को बाहर निकलने का अवसर दिया, जिससे उन्हें 4 गुना से ज्यादा रिटर्न मिला है।

कंपनी की स्थापना और उत्पादों का विकास

Yu  की स्थापना 2021 में भारत भल्ला और वरुण कपूर ने की थी। यह एक ओमनी-चैनल कंज्यूमर ब्रांड है जो 100% प्राकृतिक सामग्री का उपयोग कर इंस्टेंट फूड और बेवरेजेस की एक विस्तृत रेंज पेश करता है। ब्रांड ने सबसे पहले इंस्टेंट कप नूडल्स और पास्ता से शुरुआत की थी, लेकिन अब इसने अपनी उत्पाद श्रृंखला को बढ़ाकर रेडी-टू-कुक नूडल्स, पास्ता और शुद्ध प्राकृतिक जूस तक विस्तार कर लिया है। Yu का मुख्य आकर्षण यह है कि इसके बेवरेजेस में कोई कंसन्ट्रेट या अतिरिक्त चीनी नहीं मिलाई जाती।

फंडिंग का उपयोग और विस्तार योजनाएँ

Yu ने कहा है कि इस नई फंडिंग का उपयोग अपने वितरण नेटवर्क को बढ़ाने, फूड पोर्टफोलियो को मजबूत करने और हाल ही में लॉन्च किए गए 100% फ्रूट जूस की बेवरेज रेंज को विस्तार देने के लिए किया जाएगा। कंपनी के पास पहले से ही इंस्टेंट फूड के क्षेत्र में अच्छी पहचान है, और अब वह बेवरेजेस के क्षेत्र में भी मजबूती से प्रवेश कर रही है। यह फंड कंपनी को नए उत्पाद विकसित करने और अपनी बाजार पहुंच को और मजबूत करने में सहायता करेगा।

ओमनी-चैनल वितरण नेटवर्क

Yu का दावा है कि उसने एक ओमनी-चैनल वितरण नेटवर्क तैयार किया है, जिसके जरिए कंपनी भारत भर में 7,500 से अधिक स्टोर्स में ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज करा चुकी है। इसके अलावा, ब्रांड Blinkit, Swiggy Instamart और Zepto जैसी क्विक कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी उपलब्ध है, साथ ही Amazon, Flipkart Grocery और Dmart Ready जैसे ई-कॉमर्स चैनलों पर भी इसका प्रोडक्ट आसानी से खरीदा जा सकता है। Yu ने संस्थागत बाजारों में भी अपनी पकड़ बनाई है, जहां इसके उत्पाद Akasa Air और SpiceJet जैसी एयरलाइनों में उपलब्ध हैं।

अंतरराष्ट्रीय विस्तार

भारत के बाजार में एक ठोस उपस्थिति बनाने के बाद, Yu ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी कदम रखा है। कंपनी के उत्पाद अब दक्षिण अफ्रीका के 2,000 से अधिक रिटेल आउटलेट्स में बेचे जा रहे हैं, जो इस बात का संकेत है कि Yu अपने ब्रांड को वैश्विक स्तर पर भी मजबूती से स्थापित करने के लिए प्रयासरत है।

फाउंडर्स की दृष्टि और उद्देश्य

Yu के फाउंडर्स, भारत भल्ला और वरुण कपूर, की दृष्टि यह है कि वे भारतीय और अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले, स्वस्थ और सुविधाजनक खाद्य और पेय उत्पाद प्रदान करें। उनकी प्राथमिकता यह है कि उपभोक्ता जल्दी से पकने वाले और तैयार किए जाने वाले खाद्य पदार्थों का आनंद ले सकें, जिसमें स्वास्थ्य और स्वाद का संतुलन बना रहे। कंपनी ने अपने उत्पादों में कोई हानिकारक तत्व नहीं डाला है, और इसके सभी उत्पाद पूरी तरह से प्राकृतिक और सुरक्षित हैं।

वित्तीय प्रदर्शन और निवेशकों का विश्वास

Yu का वित्तीय प्रदर्शन अब तक अच्छा रहा है, जिससे इसके शुरुआती निवेशकों को 4x रिटर्न मिला है। निवेशकों का इस ब्रांड में इतना विश्वास है कि उन्होंने इसके विस्तार के लिए नई फंडिंग प्रदान की है। सीरीज बी राउंड में जुटाए गए 55 करोड़ रुपये से कंपनी को अपने व्यवसाय को तेजी से बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे यह साफ है कि कंपनी का विकास पथ सही दिशा में है और आने वाले समय में यह और भी ऊंचाइयों को छू सकती है।

उपभोक्ता अनुभव और उत्पाद की गुणवत्ता

Yu के उत्पादों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे उपभोक्ताओं को तेज़, आसान और स्वास्थ्यवर्धक फूड ऑप्शंस प्रदान करते हैं। इंस्टेंट फूड कैटेगरी में होने के बावजूद, Yu ने अपने सभी उत्पादों को पूरी तरह से प्राकृतिक और पोषक तत्वों से भरपूर रखा है। उपभोक्ता अपने रोजमर्रा के जीवन में बिना किसी झंझट के इन उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं, जो उन्हें स्वादिष्ट और पोषण युक्त भोजन का अनुभव देता है।

भविष्य की योजनाएँ

Yu के फाउंडर्स की योजना है कि वे कंपनी के उत्पादों को और ज्यादा व्यापक बनाएं और नई बाजारों में प्रवेश करें। कंपनी आने वाले समय में और भी नई प्रोडक्ट रेंज लॉन्च कर सकती है, जिससे उसे फूड और बेवरेजेस इंडस्ट्री में और बड़ी पहचान मिलेगी। इसके साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपने पैर जमाने की योजना के तहत कंपनी दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य देशों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत कर सकती है।

निष्कर्ष

Yu ने भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी से अपनी जगह बनाई है। स्वस्थ, स्वादिष्ट और सुविधाजनक खाद्य उत्पादों की बढ़ती मांग के बीच, Yu ने अपनी गुणवत्ता और वितरण नेटवर्क के जरिए उपभोक्ताओं का विश्वास जीता है। नई फंडिंग से कंपनी अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करेगी और आने वाले समय में अपने उपभोक्ताओं को और भी बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए तत्पर रहेगी।

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PayU ने टाली IPO योजना, FY26 में हो सकता है पब्लिक लिस्टिंग

PayU

PayU, जो डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफ़ॉर्म है और Prosus के स्वामित्व में है, ने अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) की योजना को इस वित्तीय वर्ष में स्थगित कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, PayU इस साल या 2024 के दूसरे छमाही में अपने IPO की योजना बना रहा था, लेकिन अब इसे अगले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के बाद लाने पर विचार कर रहा है।

कंपनी की IPO योजना

PayU पिछले कुछ वर्षों से अपने IPO की योजना बना रही थी, लेकिन कंपनी को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से भुगतान एग्रीगेटर लाइसेंस वापस मिलने के बाद इसे टाल दिया गया। कंपनी ने अप्रैल 2024 में यह लाइसेंस फिर से प्राप्त कर लिया, जिसके बाद उसने नए व्यापारियों को ऑनबोर्ड करना शुरू कर दिया है। इससे पहले, जनवरी 2023 से अप्रैल 2024 के बीच व्यापारियों का ऑनबोर्डिंग प्रतिबंधित कर दिया गया था।

Goldman Sachs बनी प्रमुख बैंकिंग पार्टनर

सूत्रों के अनुसार, PayU ने Goldman Sachs को अपने IPO के लिए मुख्य बैंकिंग पार्टनर के रूप में चुना है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) को दायर नहीं किया है, लेकिन संभावना है कि 2025 की शुरुआत में इसे दाखिल किया जाएगा। इससे पहले कंपनी अपने कॉर्पोरेट ढांचे को और मजबूत करने में व्यस्त थी ताकि सार्वजनिक लिस्टिंग की प्रक्रिया को आसानी से अंजाम दिया जा सके।

PayU की भारतीय बाजार में स्थिति

भारत में PayU ने एक मजबूत स्थिति बनाई है। कंपनी के पास तीन प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों – पेमेंट्स, क्रेडिट, और PayTech में 500,000 से अधिक व्यापारी हैं। कंपनी हर साल $60 बिलियन से अधिक का ट्रांजैक्शन वॉल्यूम जनरेट करने का दावा करती है। हालांकि, FY23 के मुकाबले FY24 में कंपनी की राजस्व वृद्धि केवल 11% रही और उसका राजस्व $444 मिलियन तक पहुंचा।

धीमी वृद्धि और वित्तीय चुनौतियाँ

कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में गिरावट का मुख्य कारण RBI की पाबंदी रही, जिसके कारण नए व्यापारियों को ऑनबोर्ड नहीं किया जा सका। इसके अलावा, FY24 में कंपनी ने नुकसान झेला। यह धीमी वृद्धि और नकारात्मक मार्जिन कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण रहे हैं, और यह भी एक कारण है कि PayU ने अपने IPO को स्थगित कर दिया है।

RBI की पाबंदी और पुनः लाइसेंस प्राप्ति

PayU की IPO योजना को उस समय झटका लगा जब RBI ने उसकी जटिल कॉर्पोरेट संरचना के कारण भुगतान एग्रीगेटर लाइसेंस वापस कर दिया था। हालांकि, अप्रैल 2024 में यह लाइसेंस वापस मिलने के बाद, कंपनी ने अपनी सेवाओं को फिर से चालू कर दिया है और नए व्यापारियों को जोड़ना शुरू किया है। इस लाइसेंस की प्राप्ति के बाद कंपनी ने अपने विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया है और IPO के लिए खुद को तैयार किया है।

आगे की योजना

सूत्रों के अनुसार, PayU ने अपनी IPO योजना को इस वित्तीय वर्ष से आगे बढ़ा दिया है और अब इसका लक्ष्य है कि FY26 के पहले तिमाही के बाद पब्लिक लिस्टिंग की जाए। यह कदम कंपनी को अपने वित्तीय प्रदर्शन को सुधारने और राजस्व में तेजी लाने का समय देगा। कंपनी ने अपने वित्तीय ढांचे को मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, और उम्मीद है कि आने वाले समय में इसका प्रदर्शन बेहतर होगा।

PayU का वैश्विक विस्तार

PayU केवल भारत में ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी ने विभिन्न देशों में अपने पेमेंट सॉल्यूशंस का विस्तार किया है और वित्तीय सेवाओं में अपने पैर पसार रही है। PayU का फोकस उभरते बाजारों पर है, जहां डिजिटल पेमेंट्स और क्रेडिट सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। कंपनी अपनी सेवाओं को और भी अधिक व्यापारियों तक पहुंचाने की योजना बना रही है, जो इसके राजस्व को बढ़ाने में मदद करेगी।

वित्तीय प्रदर्शन और चुनौतियाँ

PayU ने FY23 में बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन RBI की पाबंदी और नए व्यापारियों को जोड़ने पर रोक के कारण FY24 में इसका प्रदर्शन धीमा रहा। कंपनी की राजस्व वृद्धि केवल 11% रही और इसका कुल राजस्व $444 मिलियन तक पहुंचा। इसके अलावा, कंपनी को नकारात्मक मार्जिन का भी सामना करना पड़ा, जिससे उसकी लाभप्रदता प्रभावित हुई।

निष्कर्ष

PayU की IPO योजना को स्थगित करना कंपनी के लिए एक रणनीतिक कदम है, जिससे वह अपने वित्तीय प्रदर्शन को सुधारने और बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत करने का समय हासिल कर सके। कंपनी ने Goldman Sachs जैसे प्रमुख बैंकों के साथ मिलकर अपने IPO की तैयारी शुरू कर दी है और उम्मीद है कि 2025 की शुरुआत में वह DRHP दायर करेगी। भारतीय बाजार में PayU की मजबूत स्थिति और उसके व्यापारियों का बढ़ता आधार इसे भविष्य में और भी अधिक सफलता की ओर ले जा सकता है।

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8i Ventures की M2P Fintech से 12x रिटर्न के साथ पूरी निकासी: एक बड़ी उपलब्धि

8i Ventures

8i Ventures, एक प्रमुख वेंचर कैपिटल फर्म, ने हाल ही में M2P Fintech में अपने निवेश से पूरी तरह से बाहर निकलने की घोषणा की है, जिसमें उन्होंने 4.5 वर्षों में 12x का रिटर्न हासिल किया है। यह निकासी M2P Fintech के हालिया $100 मिलियन पूंजी वृद्धि का हिस्सा थी, जिसमें प्राथमिक और द्वितीयक निवेश शामिल थे।

कंपनी और निवेश की शुरुआत

8i Ventures ने M2P Fintech में पहली बार 9.7 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जिसे अब 4.5 साल बाद 115.9 करोड़ रुपये में बदल दिया गया है। इस निवेश से 8i Ventures को 131% का आंतरिक रिटर्न दर (IRR) मिला है। यह एकल निवेश 8i के Fund I के कुल फंड का 1.27x रिटर्न देता है, और इसके लिए उन्होंने अपने कुल पूंजी का केवल 10% उपयोग किया था।

Fund I की सफलता

8i Ventures का Fund I मई 2019 में लॉन्च हुआ था और जुलाई 2021 में इसका क्लोजिंग हुआ था, जिसमें कुल $15.5 मिलियन जुटाए गए थे। यह फंड भी शानदार प्रदर्शन कर रहा है, जिसके मौजूदा आँकड़े 2.5x रिटर्न के साथ 37% IRR और MOIC (Multiple On Invested Capital) 3.3x पर खड़े हैं। यह फंड कई उभरते हुए स्टार्टअप्स में निवेश करता है, जो भविष्य में IPO लॉन्च करने की तैयारी में हैं।

पोर्टफोलियो में शामिल कंपनियाँ

8i Ventures का पोर्टफोलियो बेहद प्रभावशाली है, जिसमें कुछ प्रमुख कंपनियाँ शामिल हैं जैसे Blue Tokai, Slice, Easebuzz, और Bbetter। इनमें से Bbetter सबसे कम उम्र की कंपनी है, लेकिन यह पहले से ही मुनाफा कमा रही है। कंपनी इस साल $10 मिलियन रन रेट का लक्ष्य रख रही है और अपनी राजस्व को दोगुना करने की योजना बना रही है। ये कंपनियाँ अपने उद्योग में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और भविष्य में और भी उन्नति करने की ओर अग्रसर हैं।

M2P Fintech: एक सफल निवेश

M2P Fintech में 8i Ventures का निवेश वेंचर कैपिटल फर्म की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक रहा है। M2P Fintech एक अग्रणी फिनटेक प्लेटफॉर्म है जो डिजिटल पेमेंट्स और वित्तीय सेवाओं को आसान और सुलभ बनाने पर केंद्रित है। हाल ही में कंपनी ने $100 मिलियन की पूंजी जुटाई है, जो कंपनी के भविष्य के विस्तार और विकास को मजबूती देने वाली है। M2P Fintech का यह विकास दिखाता है कि 8i Ventures ने सही समय पर सही कंपनी में निवेश किया।

Fund II की शुरुआत

8i Ventures ने 2022 में अपना दूसरा फंड लॉन्च किया था, जिसमें पहली बार $25 मिलियन जुटाए गए थे। इस फंड के जरिए 8i Ventures और अधिक उभरते हुए स्टार्टअप्स में निवेश करने की योजना बना रहा है। इसके साथ ही, उन्होंने हाल ही में $10 मिलियन का सीड फंडिंग प्रोग्राम ‘Origami’ लॉन्च किया है, जो भारत में उभरते स्टार्टअप्स का समर्थन करेगा। यह प्रोग्राम उन स्टार्टअप्स को फंडिंग और मार्गदर्शन प्रदान करेगा, जिनके पास बड़ी क्षमता है, लेकिन शुरुआती दौर में उन्हें संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ता है।

8i Ventures के पीछे की सोच

8i Ventures का मुख्य उद्देश्य ऐसे स्टार्टअप्स में निवेश करना है, जिनमें उच्च विकास की संभावनाएँ हों। कंपनी न केवल पूंजी प्रदान करती है, बल्कि स्टार्टअप्स को व्यवसाय विकास, रणनीतिक मार्गदर्शन और नेटवर्किंग में भी मदद करती है। पिछले एक दशक में, 8i Ventures और उनके पार्टनर्स ने 60 से अधिक स्टार्टअप्स को शुरुआती चरणों में समर्थन दिया है। ये स्टार्टअप्स कई अलग-अलग क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जिनमें फिनटेक, ई-कॉमर्स, हेल्थटेक, और कई अन्य उद्योग शामिल हैं।

भविष्य की योजनाएँ

8i Ventures भविष्य में और अधिक स्टार्टअप्स में निवेश करने के लिए तत्पर है। उनका ध्यान भारत के उभरते हुए स्टार्टअप इकोसिस्टम पर केंद्रित है, जहां तकनीकी और वित्तीय नवाचारों की बहुत संभावनाएँ हैं। कंपनी की रणनीति यह है कि वे उभरते स्टार्टअप्स को शुरुआती दौर में समर्थन दें और उनके विकास की गति को बढ़ावा दें। इसके साथ ही, वे अपने फंड्स के जरिए अन्य उच्च प्रदर्शन करने वाले स्टार्टअप्स में भी निवेश जारी रखेंगे।

निवेशकों के लिए संदेश

8i Ventures का M2P Fintech से 12x रिटर्न प्राप्त करना न केवल कंपनी के लिए बल्कि उनके निवेशकों के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। यह दिखाता है कि सही समय पर सही निवेश कितना फायदेमंद साबित हो सकता है। 8i Ventures के पास उन निवेशकों के लिए एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है, जो उभरते स्टार्टअप्स में निवेश करना चाहते हैं और उच्च रिटर्न की उम्मीद रखते हैं।

निष्कर्ष

8i Ventures ने M2P Fintech में अपने निवेश से जबरदस्त लाभ प्राप्त किया है और यह फर्म की कुशलता और सही निवेश रणनीति को दर्शाता है। कंपनी का फंड I भी अच्छे परिणाम दिखा रहा है और फंड II की शुरुआत से वे और अधिक स्टार्टअप्स को समर्थन देने के लिए तैयार हैं। आने वाले समय में 8i Ventures भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है, जिससे और भी अधिक नवाचार और व्यवसायिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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Simplismart: बेंगलुरु स्थित SaaS स्टार्टअप ने $7 मिलियन सीरीज़ A फंडिंग जुटाई

Simplismart

बेंगलुरु स्थित SaaS स्टार्टअप Simplismart ने हाल ही में सीरीज़ A फंडिंग राउंड में $7 मिलियन जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Accel ने किया, जिसमें Shastra VC, Titan Capital और अन्य निवेशकों ने भी भाग लिया। कंपनी ने कहा है कि यह फंडिंग शोध एवं विकास (R&D) को बढ़ावा देने और कंपनी की वृद्धि में तेजी लाने के लिए उपयोग की जाएगी।

कंपनी का परिचय और मिशन

Simplismart की स्थापना 2022 में अमृतांशु जैन और देवांश घटक द्वारा की गई थी। यह स्टार्टअप एक AI-आधारित नो-कोड मशीन लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है, जो उपयोगकर्ताओं को बिना कोड लिखे अपने डेटा के आधार पर कस्टम मशीन लर्निंग मॉडल बनाने की सुविधा देता है। कंपनी का उद्देश्य AI को व्यवसायों के लिए सरल और सुलभ बनाना है, ताकि वे अपने निर्णय लेने और एप्लिकेशनों में AI का उपयोग आसानी से कर सकें।

संस्थापकों का परिचय

अमृतांशु जैन और देवांश घटक दोनों तकनीकी और उद्यमशीलता के क्षेत्र में अनुभव रखते हैं। अमृतांशु ने पहले भी विभिन्न AI और SaaS प्रोजेक्ट्स पर काम किया है, जबकि देवांश डेटा साइंस और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं। इन दोनों ने मिलकर सिंपलिस्मार्ट की स्थापना की, ताकि AI को व्यवसायों के लिए सरल और सुलभ बनाया जा सके।

फंडिंग का उपयोग

सिंपलिस्मार्ट इस फंडिंग का उपयोग अपने शोध एवं विकास (R&D) में तेजी लाने के लिए करेगा। कंपनी की योजना है कि वह अपने प्लेटफ़ॉर्म को और अधिक उन्नत और शक्तिशाली बनाए, ताकि वह व्यवसायों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार अधिक कस्टमाइज्ड समाधान प्रदान कर सके। इसके अलावा, कंपनी अपनी विस्तार योजनाओं पर भी ध्यान देगी और नए बाजारों में प्रवेश करेगी।

तकनीक और नवाचार

सिंपलिस्मार्ट का AI-आधारित नो-कोड प्लेटफ़ॉर्म व्यवसायों को बिना कोड लिखे मशीन लर्निंग मॉडल बनाने की सुविधा देता है। यह प्लेटफ़ॉर्म खासकर उन कंपनियों के लिए उपयोगी है, जिनके पास तकनीकी संसाधनों की कमी होती है। सिंपलिस्मार्ट का उद्देश्य है कि AI को सरल बनाया जाए और व्यवसायों को उनके डेटा का अधिकतम लाभ उठाने में मदद मिले। इसके जरिए वे AI के जटिल वर्कफ़्लो और उच्च लागत जैसी समस्याओं से निपट सकते हैं।

व्यवसायों के लिए लाभ

सिंपलिस्मार्ट का प्लेटफ़ॉर्म व्यवसायों को उच्च-प्रदर्शन, किफायती और उपयोग में आसान AI समाधान प्रदान करता है। यह प्लेटफ़ॉर्म उन समस्याओं को हल करता है, जो आमतौर पर AI को अपनाने में होती हैं, जैसे कि प्रदर्शन में समझौते, लागत की समस्या, ROI (रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट) में कमी, डेटा गोपनीयता और कस्टमाइजेशन की आवश्यकता।

AWS ML Elevate प्रोग्राम

2023 में, सिंपलिस्मार्ट को AWS और Accel द्वारा शुरू किए गए AWS ML Elevate प्रोग्राम के हिस्से के रूप में चुना गया था। यह प्रोग्राम उन 35 जनरेटिव स्टार्टअप्स के लिए था जो भारत से चयनित किए गए थे। इस कार्यक्रम में सिंपलिस्मार्ट ने अपनी तकनीक और बिजनेस मॉडल के लिए काफी सराहना प्राप्त की, जिससे उसकी ब्रांड वैल्यू और नेटवर्क को काफी बढ़ावा मिला।

विस्तार और भविष्य की योजनाएं

सिंपलिस्मार्ट की योजना है कि वह अपने उत्पादों और सेवाओं को और भी उन्नत बनाए और वैश्विक स्तर पर अपने प्लेटफ़ॉर्म का विस्तार करे। इसके लिए कंपनी नए बाजारों में प्रवेश कर रही है और अपनी सेवाओं को अधिक कस्टमाइज्ड बना रही है, ताकि वे विविध व्यवसायों की जरूरतों को पूरा कर सकें। कंपनी का उद्देश्य है कि वह AI को छोटे और बड़े व्यवसायों के लिए सुलभ बनाए, ताकि वे अपनी कार्यप्रणाली में AI का लाभ उठा सकें।

निवेशकों का समर्थन

Accel, Shastra VC, और Titan Capital जैसे प्रतिष्ठित निवेशकों का समर्थन सिंपलिस्मार्ट को प्राप्त है। इन निवेशकों का अनुभव और समर्थन कंपनी को उसके लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। निवेशकों ने कंपनी की तकनीक, उसके बिजनेस मॉडल और भविष्य की संभावनाओं में विश्वास जताया है, जिससे सिंपलिस्मार्ट को अपनी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने में मदद मिलेगी।

निष्कर्ष

सिंपलिस्मार्ट ने AI को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसके संस्थापक, अमृतांशु जैन और देवांश घटक, ने एक ऐसी कंपनी की स्थापना की है, जो व्यवसायों को AI अपनाने में मदद करती है। कंपनी की तकनीक और नवाचार उसे व्यवसायों के लिए एक प्रभावी समाधान बनाते हैं। नई फंडिंग से सिंपलिस्मार्ट को अपनी योजनाओं को और अधिक विस्तार करने का अवसर मिलेगा, जिससे वह वैश्विक स्तर पर अपने AI समाधान प्रदान कर सकेगा।

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Aerleum पेरिस स्थित क्लाइमेट टेक कंपनी ने $6 मिलियन सीड फंडिंग जुटाई

Aerleum

पेरिस, फ्रांस में स्थित एक क्लाइमेट टेक कंपनी, Aerleum ने हाल ही में $6 मिलियन की सीड फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व 360 कैपिटल और HTGF ने किया, जिसमें Norrsken, Bpifrance, और Marble ने भी भाग लिया। एरल्युम की स्थापना 2023 में स्टीवन बार्डे और सेबास्टियन फीडोरो द्वारा की गई थी। यह कंपनी मार्बल वेंचर स्टूडियो की एक स्पिन-आउट है, जो CO₂ को कैप्चर और कन्वर्ट करने की तकनीक प्रदान करती है।

कंपनी का परिचय और उद्देश्य

Aerleum का मिशन जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देना है। कंपनी ने एक विशेष समाधान विकसित किया है जो एक ही रिएक्टर में CO₂ को कैप्चर और कन्वर्ट करता है। इस प्रक्रिया में प्रोप्रीएटरी बाइफंक्शनल मटेरियल्स और प्रिसिजन हीटिंग का उपयोग किया जाता है। यह तकनीक ऊर्जा-गहन चरणों को खत्म करती है, जिससे कम लागत में बड़े पैमाने पर ई-फ्यूल्स और केमिकल्स का उत्पादन संभव हो पाता है और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती होती है।

संस्थापकों का योगदान

स्टीवन बार्डे और सेबास्टियन फीडोरो ने एरल्युम की स्थापना की थी। दोनों संस्थापक जलवायु परिवर्तन और हरित प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता रखते हैं। उनकी नेतृत्व में, एरल्युम ने जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए नवाचार और स्थिरता पर जोर दिया है। इनकी दूरदर्शी सोच और नवीन दृष्टिकोण ने एरल्युम को एक महत्वपूर्ण कंपनी बना दिया है।

फंडिंग का उद्देश्य

एरल्युम इस फंडिंग का उपयोग अपनी तकनीक के औद्योगिकीकरण में तेजी लाने के लिए करेगा। कंपनी का लक्ष्य है कि वह वातावरण से CO₂ और लो-कार्बन हाइड्रोजन को सिंथेटिक फ्यूल्स (ई-फ्यूल्स) और केमिकल्स में परिवर्तित कर सके। यह तकनीक कठिन-से-घटने वाले क्षेत्रों को कार्बन-न्यूट्रल भविष्य की ओर अग्रसर करेगी। इस फंडिंग से एरल्युम को अपने प्रोडक्शन क्षमताओं को बढ़ाने और नई तकनीकों को विकसित करने में मदद मिलेगी।

प्रौद्योगिकी और नवाचार

एरल्युम की तकनीक अद्वितीय है, क्योंकि यह एक ही रिएक्टर में CO₂ को कैप्चर और कन्वर्ट करती है। प्रोप्रीएटरी बाइफंक्शनल मटेरियल्स और प्रिसिजन हीटिंग का उपयोग करके, यह तकनीक ऊर्जा-गहन चरणों को कम करती है, जिससे उत्पादन लागत में कमी आती है। इस तकनीक का उपयोग बड़े पैमाने पर ई-फ्यूल्स और केमिकल्स के उत्पादन में किया जा सकता है, जिससे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में काफी कमी आएगी।

भविष्य की योजनाएं

एरल्युम का भविष्य उज्ज्वल है। कंपनी का उद्देश्य है कि वह अपने तकनीक को और विकसित करके बाजार में उतारे। इसके लिए वे नई फंडिंग का उपयोग अपने औद्योगिकीकरण और प्रोडक्शन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए करेंगे। इसके साथ ही, वे और अधिक शोध और विकास करेंगे, ताकि उनकी तकनीक और भी प्रभावी हो सके। कंपनी का लक्ष्य है कि वह जलवायु परिवर्तन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके।

वैश्विक विस्तार

एरल्युम का लक्ष्य वैश्विक स्तर पर अपनी तकनीक को फैलाना है। वे यूरोप, अमेरिका और अन्य क्षेत्रों में अपने प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए वे विभिन्न देशों में साझेदारियों और सहयोगियों के साथ काम कर रहे हैं। इस वैश्विक विस्तार से एरल्युम को अधिक बाजार और अवसर प्राप्त होंगे।

निवेशकों का समर्थन

एरल्युम को विभिन्न प्रतिष्ठित निवेशकों का समर्थन प्राप्त है। 360 कैपिटल, HTGF, Norrsken, Bpifrance, और Marble ने कंपनी में निवेश किया है। इन निवेशकों का अनुभव और समर्थन एरल्युम को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। निवेशकों ने कंपनी की तकनीक और उसके भविष्य की संभावनाओं में विश्वास जताया है।

निष्कर्ष

एरल्युम ने अपनी अनूठी तकनीक और नवाचार के साथ जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। स्टीवन बार्डे और सेबास्टियन फीडोरो के नेतृत्व में, कंपनी ने अपनी तकनीक को विकसित करके और औद्योगिकीकरण करके बाजार में अपनी पहचान बनाई है। नई फंडिंग से एरल्युम को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी और वह वैश्विक स्तर पर अपने तकनीक को फैला सकेगा। एरल्युम का मिशन है कि वह जलवायु परिवर्तन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए और एक हरित और स्थायी भविष्य की ओर अग्रसर हो।

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