पिछले दशक में भारत में बिरयानी संस्कृति ने अभूतपूर्व विकास किया है। हाइब्रिड किचन और विशेष मेन्यू ने इस लोकप्रियता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। इन्हीं में से एक प्रमुख ब्रांड है Biryani by Kilo (BBK)। FY24 में BBK ने अपनी निरंतर विकास यात्रा को जारी रखते हुए एक मजबूत वित्तीय प्रदर्शन किया है।
FY24 में Biryani by Kilo की आय में 22.9% की वृद्धि
Biryani by Kilo ने FY24 में अपने ऑपरेटिंग राजस्व में 22.9% की वृद्धि दर्ज की। यह FY23 के ₹218 करोड़ से बढ़कर FY24 में ₹268 करोड़ हो गया।
- प्रमुख उत्पादों का योगदान:
- बिरयानी, कबाब, कोरमा, और करी जैसे उत्पादों ने कुल आय का 94.76% योगदान दिया।
- इनकी आय 23.3% बढ़कर FY24 में ₹254 करोड़ तक पहुंच गई।
- डिलीवरी सेवाओं से आय:
- FY24 में डिलीवरी सेवाओं से ₹14 करोड़ की आय हुई।
कुल राजस्व में अन्य स्रोतों का योगदान
BBK ने ब्याज से ₹4 करोड़ की आय अर्जित की, जिससे कंपनी का कुल राजस्व ₹272 करोड़ तक पहुंच गया।
खर्चों में वृद्धि और नियंत्रण
कंपनी के बढ़ते पैमाने के साथ, कुछ खर्चों में वृद्धि हुई, जबकि कुछ में कटौती की गई।
1. मटीरियल कॉस्ट में बढ़ोतरी
- मटीरियल की लागत:
- FY24 में कुल खर्च का 32% हिस्सा मटीरियल कॉस्ट का था।
- FY23 के ₹95 करोड़ से यह खर्च 16.8% बढ़कर FY24 में ₹111 करोड़ हो गया।
2. कर्मचारियों से संबंधित खर्च में कमी
- आश्चर्यजनक रूप से, कर्मचारी लाभ खर्च में 11.4% की गिरावट देखी गई।
- FY23 के ₹79 करोड़ से यह FY24 में ₹70 करोड़ तक आ गया।
3. विज्ञापन खर्च में कटौती
- मार्केटिंग और ब्रांडिंग:
- कंपनी ने अपने विज्ञापन खर्चों में 15.2% की कटौती की।
4. अन्य खर्चों का योगदान
- ओवरहेड खर्च (किराया, कमीशन, ट्रांसपोर्टेशन):
- इन खर्चों के कारण कंपनी का कुल व्यय FY23 के ₹321 करोड़ से बढ़कर FY24 में ₹346 करोड़ हो गया।
BBK की ग्रोथ के प्रमुख कारण
1. हाइब्रिड (ओमनीचैनल) मॉडल
Biryani By Kilo का हाइब्रिड बिजनेस मॉडल (ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों) कंपनी की ग्रोथ का एक मुख्य कारण है।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मजबूत उपस्थिति:
- ऑनलाइन ऑर्डर के जरिए कंपनी ने बड़े पैमाने पर ग्राहकों को आकर्षित किया।
- आउटलेट्स का विस्तार:
- कंपनी के पास विभिन्न शहरों में आउटलेट्स की श्रृंखला है, जो ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करती है।
2. प्रोडक्ट क्वालिटी और विविधता
BBK अपने उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों और विविध मेन्यू के लिए जाना जाता है।
- बिरयानी के साथ-साथ कबाब, कोरमा, और करी जैसे अन्य विकल्पों ने ग्राहकों का ध्यान आकर्षित किया।
3. लागत प्रबंधन और संचालन कुशलता
- कंपनी ने अपने कर्मचारी और विज्ञापन खर्च को नियंत्रित करके अपनी लाभप्रदता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया।
- मटीरियल लागत का प्रबंधन:
- बढ़ती मांग के बावजूद, मटीरियल लागत को प्रभावी तरीके से प्रबंधित किया गया।
भारत में बिरयानी का बढ़ता बाजार
बिरयानी कल्चर का विकास
भारत में बिरयानी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है।
- यह सिर्फ एक फूड आइटम नहीं बल्कि एक संस्कृति का हिस्सा बन गया है।
- खासकर, हाइब्रिड किचन मॉडल और डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स ने इस वृद्धि को बढ़ावा दिया है।
उपभोक्ताओं की बदलती पसंद
- आज के उपभोक्ता गुणवत्ता, स्वाद और सुविधा पर ज्यादा ध्यान देते हैं।
- BBK जैसे ब्रांड ने इन तीनों पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अपने उत्पादों को डिजाइन किया है।
चुनौतियां और आगे की राह
1. प्रतिस्पर्धा का बढ़ता स्तर
भारत में फूड डिलीवरी और हाइब्रिड किचन सेगमेंट में कई कंपनियां उभर रही हैं।
- BBK को अपनी प्रतिस्पर्धा से आगे रहने के लिए नवाचार और ग्राहक अनुभव पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
2. परिचालन लागत में वृद्धि
- बढ़ते ऑपरेशन के साथ लागत का प्रबंधन एक बड़ी चुनौती हो सकती है।
- कंपनी को प्रौद्योगिकी का उपयोग करके दक्षता में सुधार करना होगा।
3. वैश्विक विस्तार की संभावना
- भारतीय बिरयानी की लोकप्रियता को देखते हुए, BBK के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में विस्तार का एक बड़ा अवसर है।
निष्कर्ष: BBK का बढ़ता प्रभाव
Biryani By Kilo ने FY24 में अपने मजबूत प्रदर्शन के साथ बिरयानी कल्चर में एक नई पहचान बनाई है।
- बढ़ती आय और कुशल लागत प्रबंधन से यह स्पष्ट है कि कंपनी अपने लंबी अवधि के विकास की ओर अग्रसर है।
- हालांकि, बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और परिचालन लागत को देखते हुए, कंपनी को अपनी रणनीतियों को और अधिक सशक्त बनाने की आवश्यकता है।
आने वाले वर्षों में, Biryani By Kilo न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बिरयानी के लिए एक प्रमुख ब्रांड बन सकता है।
Read more : D2C स्लीप सॉल्यूशन कंपनियों का बढ़ता बाजार, The Sleep Company ने FY24