क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Blinkit ने अपने ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा पेश की है। अब ग्राहक Rs 2,999 से अधिक की खरीदारी पर EMI (Equated Monthly Installments) के जरिए भुगतान कर सकते हैं। यह विकल्प सभी ऑर्डरों पर उपलब्ध होगा, सिवाय उन ऑर्डरों के जिनमें सोने और चांदी के सिक्के शामिल हैं।
ग्राहकों की सुविधा और बड़ी खरीदारी को प्रोत्साहन
EMI विकल्प Blinkit की रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करना और प्लेटफॉर्म पर बड़ी खरीदारी को प्रोत्साहित करना है। आजकल, तेजी से बढ़ती क्विक कॉमर्स सेवाओं के जरिए लोग किराना, घरेलू सामान और अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी कर रहे हैं। ऐसे में EMI विकल्प उन्हें बड़ी खरीदारी करने में सक्षम बना सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सुविधा उपभोक्ताओं को समय के साथ भुगतान करने का विकल्प देकर उच्च मूल्य वाले ट्रांजेक्शन को बढ़ावा दे सकती है। इसके साथ ही, Blinkit की यह पहल उसके औसत ऑर्डर मूल्य को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती है, जो कंपनी की विकास रणनीति के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है।
बैंकों के साथ साझेदारी
फिलहाल, Blinkit ने कई बैंकों के साथ साझेदारी की है, जिसमें HDFC, SBI, ICICI, Kotak Mahindra, Axis, RBL और CITI Bank शामिल हैं। ये बैंक अपने ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड के जरिए EMI का विकल्प प्रदान करेंगे। इस साझेदारी के जरिए Blinkit ग्राहकों को सुविधाजनक भुगतान का मौका दे रहा है, जिससे वह बिना किसी वित्तीय दबाव के अपनी ज़रूरतों के मुताबिक खरीदारी कर सकते हैं।
ग्राहक वफादारी और वृद्धि पर ध्यान
EMI विकल्प पेश करना Blinkit की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य न केवल अपने ग्राहक आधार को बढ़ाना है, बल्कि उन्हें अपने प्लेटफॉर्म से जोड़े रखना भी है। क्विक कॉमर्स बाजार में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा है, जहां Swiggy Instamart, Zepto जैसी कंपनियां Blinkit को टक्कर दे रही हैं। ऐसे में EMI जैसे सुविधाजनक विकल्प Blinkit को न केवल ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद करेंगे, बल्कि प्लेटफॉर्म पर बार-बार आने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ाने में भी मददगार साबित होंगे।
Seller Hub की लॉन्चिंग
इसी सप्ताह Blinkit ने Seller Hub लॉन्च किया, जो ब्रांड्स को अपने उत्पादों की उपस्थिति को सीधे प्लेटफॉर्म पर प्रबंधित करने की सुविधा देता है। इस सुविधा का उपयोग 200 से अधिक ब्रांड्स पहले से ही कर रहे हैं, और यह ब्रांड्स को बिना किसी मध्यस्थ के अपनी क्विक कॉमर्स संचालन को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के उपकरण प्रदान करता है।
Blinkit की बाजार में स्थिति और भविष्य की संभावनाएं
Blinkit ने क्विक कॉमर्स स्पेस में एक मजबूत स्थिति बनाई है। हाल ही में, HSBC ने Blinkit की वैल्यूएशन लगभग $20.8 बिलियन आंकी, जो कि इसकी पेरेंट कंपनी Zomato की वैल्यूएशन ($9.2 बिलियन) से दो गुना अधिक है।
EMI विकल्प कंपनी के मार्जिन को बढ़ाने का एक और तरीका है, खासकर तब, जब Blinkit अपने ग्राहकों को इस सुविधा के माध्यम से अधिक खर्च करने के लिए प्रोत्साहित कर सके। क्विक कॉमर्स में मार्जिन कम होते हैं, इसलिए EMI जैसी सुविधाएं कंपनी के लिए अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करने में मददगार साबित हो सकती हैं।
EMI विकल्प के फायदे और चुनौतियां
EMI सुविधा से Blinkit न केवल उच्च मूल्य के ऑर्डरों को आकर्षित करेगा, बल्कि उन ग्राहकों को भी प्लेटफॉर्म से जोड़े रखेगा, जो सुविधा और लचीलापन चाहते हैं। इसके अलावा, Blinkit ने हाल ही में अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में विविधता लाते हुए सोने और मोबाइल जैसी वस्तुएं भी शामिल की हैं। ऐसे में EMI विकल्प उन ग्राहकों के लिए एक स्वाभाविक प्रगति के रूप में देखा जा सकता है, जो बड़ी खरीदारी करना चाहते हैं लेकिन तुरंत भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं।
हालांकि, कुछ शुरुआती चुनौतियां भी हो सकती हैं, जैसे कि EMI फीचर को लागू करने की प्रारंभिक लागत। लेकिन लंबे समय में, Blinkit के लिए इसका फायदा काफी ज्यादा हो सकता है, बशर्ते यह फीचर सफलतापूर्वक लागू हो जाए। अगर ऐसा होता है, तो यह फीचर जल्द ही बाजार में अन्य क्विक कॉमर्स कंपनियों द्वारा भी अपनाया जा सकता है, क्योंकि प्रतिस्पर्धा हमेशा आगे रहने के लिए नए रास्ते तलाशती है।
निष्कर्ष: Blinkit की नई पहल
EMI विकल्प की शुरुआत Blinkit के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल उसे ग्राहकों के बीच और अधिक लोकप्रिय बनाएगा, बल्कि प्लेटफॉर्म पर उच्च मूल्य वाले ऑर्डरों को भी आकर्षित करेगा। इसके अलावा, कंपनी के Seller Hub जैसी नई पहलों के साथ, Blinkit ने अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
क्विक कॉमर्स का बाजार तेजी से विकसित हो रहा है, और Blinkit अपनी अनूठी रणनीतियों के साथ इस प्रतिस्पर्धी क्षेत्र में अग्रणी बने रहने की कोशिश कर रहा है। EMI विकल्प और Seller Hub जैसी सुविधाएं कंपनी को दीर्घकालिक लाभ और स्थिरता प्रदान कर सकती हैं, जिससे वह भारतीय क्विक कॉमर्स स्पेस में अपनी पकड़ और मजबूत कर सके।
Read More : Shiprocket ने FY24 में हासिल की शानदार वृद्धि, 1,316 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया