राइड-हेलिंग फर्म Ola ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए 14 नवंबर को अपनी पेरेंट कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के सदस्यों के लिए एक विशेष बैठक का आयोजन किया है। इस बात की जानकारी कंपनी सेक्रेटरी के 23 अक्टूबर को भेजे गए एक ईमेल में दी गई है, जिसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि ओला वर्तमान में IPO की संभावना पर विचार कर रही है, जो बाजार की स्थिति, नियामक अनुमतियों, कानूनी सहमति और अन्य प्रासंगिक आवश्यकताओं पर निर्भर करेगा।
Ola का IPO: ताज़ा इक्विटी और शेयरधारकों की बिक्री का हो सकता है मिश्रण
सूत्रों के मुताबिक, Ola की योजना IPO में ताज़ा इक्विटी जारी करने और योग्य मौजूदा शेयरधारकों के द्वारा हिस्सेदारी बेचने का विकल्प शामिल करने की है। यह माना जा रहा है कि कंपनी अगले तीन से चार सप्ताह के भीतर ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर सकती है। एक स्रोत ने बताया, “योजना के अनुसार, ओला अगले तीन से चार सप्ताह में DRHP दाखिल करेगी।” हालांकि, इस पर ओला ने अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं दी है।
निवेशकों की मंजूरी से सार्वजनिक कंपनी बनने की ओर कदम
हाल ही में, द आर्क की रिपोर्ट में बताया गया कि Ola ने सार्वजनिक कंपनी बनने के लिए अपने निवेशकों से मंजूरी मांगी थी। अगस्त में Ola के सीईओ भविश अग्रवाल ने घोषणा की थी कि ओला कैब्स का नाम बदलकर ओला कंज्यूमर रखा जाएगा, जिसमें वित्तीय सेवाएँ, क्लाउड किचन और इलेक्ट्रिक लॉजिस्टिक्स को एक ही ब्रांड के तहत शामिल किया जाएगा।
वित्तीय वर्ष 2023 में आय में 42% की वृद्धि, घाटे में कमी
Ola की पेरेंट कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज ने FY23 में 42% की वृद्धि के साथ Rs 2,799 करोड़ का राजस्व दर्ज किया, साथ ही अपने घाटे को लगभग 50% घटाकर Rs 772 करोड़ कर दिया। हालांकि, कंपनी ने अभी तक FY24 के वित्तीय आंकड़े आधिकारिक रूप से नहीं प्रस्तुत किए हैं।
वेंगार्ड ने ओला का मूल्यांकन घटाकर किया $2 बिलियन
वेंगार्ड की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त के अंत में ओला का मूल्यांकन लगभग $2 बिलियन रहा। इससे पहले नवंबर 2023 में वेंगार्ड ने ओला का मूल्यांकन $1.88 बिलियन तक घटाया था। यह ध्यान देने योग्य है कि वर्ष 2021 में ओला का मूल्यांकन $7.3 बिलियन था। इस मूल्यांकन में गिरावट से यह स्पष्ट होता है कि ओला के सामने कुछ चुनौतियाँ हैं, खासकर तब जब उसकी सब्सिडियरी ओला इलेक्ट्रिक ने भी अपने स्टॉक मूल्य में उतार-चढ़ाव देखा है।
ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में गिरावट: IPO से पहले जोखिम
ओला इलेक्ट्रिक का अगस्त में लिस्टिंग के समय प्रति शेयर मूल्य Rs 76 था, लेकिन यह मूल्य घटकर Rs 72.6 पर आ गया, जो इसके उच्चतम स्तर Rs 157.53 से काफी कम है। ओला का IPO इस संबंध में दूसरा होगा जो कि भविश अग्रवाल के नेतृत्व में सार्वजनिक होने जा रहा है। हाल के रुझानों को देखते हुए, ओला का यह कदम चुनौतियों भरा हो सकता है, लेकिन अग्रवाल के नेतृत्व में ओला ने नई दिशा में कदम बढ़ाया है, जिससे इसे बाजार में स्थिरता प्राप्त हो सके।
14 नवंबर की बैठक का एजेंडा
कंपनी के सेक्रेटरी गगनदीप सिंह द्वारा भेजे गए ईमेल में उल्लेख किया गया है कि “एएनआई टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (कंपनी) के सदस्यों की एक विशेष बैठक गुरुवार, 14 नवंबर, 2024 को दोपहर 4:00 बजे कंपनी के रजिस्टर्ड कार्यालय में आयोजित की जाएगी।” यह बैठक ओला की IPO प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिसमें निवेशकों और शेयरधारकों के साथ चर्चा कर IPO को अंतिम रूप देने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
भविष्य की रणनीति और संभावित विकास
ओला का IPO इसके व्यवसाय को एक नया आयाम दे सकता है, क्योंकि कंपनी ने अपने राइड-हेलिंग प्लेटफ़ॉर्म के साथ-साथ वित्तीय सेवाओं और लॉजिस्टिक्स में भी विस्तार किया है। कंपनी का फोकस न केवल राइड-हेलिंग सेवाओं में बल्कि इसके नए वर्टिकल में भी मजबूत उपस्थिति बनाना है। यह भी उम्मीद की जा रही है कि IPO से प्राप्त पूंजी से ओला अपने विस्तार और नवाचार योजनाओं को गति देगा।
निष्कर्ष
ओला के लिए IPO एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है, विशेष रूप से वर्तमान बाजार स्थितियों और प्रतिस्पर्धी चुनौतियों के बीच। कंपनी की योजना अपने राजस्व को बढ़ाने और घाटे को कम करने की है, और IPO के माध्यम से सार्वजनिक बनने से इसे नई ऊँचाइयों पर पहुँचने का अवसर मिल सकता है।
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