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Ninjacart

भारत की अग्रणी एग्रीटेक कंपनी Ninjacart ने FY24 में अपने सकल राजस्व में 74% की वृद्धि दर्ज की है। इसके साथ ही, कंपनी ने अपने घाटे को 20% तक कम करने में भी सफलता पाई है। हालांकि, यह एक समायोजित घाटा है, जिसमें तकनीकी और इंफ्रास्ट्रक्चर लागत शामिल नहीं हैं।

FY24 में राजस्व और लाभ

Ninjacart का सकल राजस्व FY23 के ₹1,153.4 करोड़ से बढ़कर FY24 में ₹2,002.7 करोड़ हो गया। कंपनी के अनुसार, प्रीमियम प्रोडक्ट लाइनों ने वॉल्यूम ग्रोथ और ग्रॉस मार्जिन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कंपनी की प्रगति से यह स्पष्ट होता है कि निंजाकार्ट अपने उत्पादों की गुणवत्ता और व्यापारिक रणनीति पर विशेष ध्यान दे रही है।

निंजाकार्ट का बिजनेस मॉडल और मार्केटप्लेस

निंजाकार्ट एक मार्केटप्लेस है जो किसानों, व्यापारियों और रिटेलर्स को जोड़ने का कार्य करता है। इसके बिजनेस मॉडल का उद्देश्य सप्लाई चेन से जुड़ी चुनौतियों को हल करना है। इसके लिए, निंजाकार्ट ने कुछ विशेष समाधान भी तैयार किए हैं, जैसे कि निंजा मंडी (व्यापारियों के लिए) और निंजा किसान (किसानों के लिए)। इसके अतिरिक्त, कंपनी स्थानीय व्यापारियों और रिटेलर्स के साथ भी साझेदारी करती है ताकि उनका नेटवर्क और मजबूत हो और स्थानीय व्यवसायों को समर्थन मिले।

लागत प्रबंधन और संचालन में सुधार

कंपनी ने अपने खर्चों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उनका दावा है कि कई ऑपरेशनल सुधार किए गए हैं। इनमें AI-संचालित गुणवत्ता मूल्यांकन, मूल्य निर्धारण एल्गोरिदम जैसे उपाय शामिल हैं, जिन्होंने कंपनी की सप्लाई चेन लागत को बेहतर बनाने में मदद की। निंजाकार्ट का लक्ष्य है कि वह सप्लाई चेन की लागत को अधिकतम स्तर तक वैरिएबल बना सके, जिससे लागत में स्थिरता और दक्षता आए।

FY24 में समायोजित घाटे में कमी

निंजाकार्ट ने FY24 में समायोजित घाटे को घटाकर ₹259.6 करोड़ कर दिया है, जो कि FY23 में ₹326.3 करोड़ था। यह घाटे में 20% की कमी दर्शाता है और कंपनी के लाभप्रदता हासिल करने की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। निंजाकार्ट ने यह भी संकेत दिया है कि वह अपने ऑपरेशनल एफिशिएंसी और कस्ट मैनेजमेंट के जरिए लाभप्रदता की दिशा में आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है।

निंजाकार्ट की वैश्विक विस्तार योजनाएं

भारत में अपनी स्थिति मजबूत करने के अलावा, निंजाकार्ट अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भी विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस साल अप्रैल में कंपनी ने फिलीपींस स्थित Mayani में निवेश किया, जो फिलीपींस के कृषि बाजार में सक्रिय एक प्रमुख कंपनी है। निंजाकार्ट का यह कदम उनके सप्लाई चेन इकोसिस्टम के विभिन्न उपयोग मामलों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने की दिशा में है।

कंपनी की भविष्य की रणनीति और लक्ष्य

निंजाकार्ट का लक्ष्य भारतीय कृषि क्षेत्र में सुधार लाना और किसानों के लिए एक बेहतर सप्लाई चेन व्यवस्था उपलब्ध कराना है। इसके लिए कंपनी ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर नए-नए उत्पाद और सेवाएं लॉन्च की हैं। AI-आधारित गुणवत्ता मूल्यांकन और मूल्य निर्धारण एल्गोरिदम जैसे समाधान न केवल किसानों और व्यापारियों के लिए मूल्य वर्धित सेवाएं प्रदान करते हैं, बल्कि कंपनी की सप्लाई चेन लागत को भी नियंत्रित करते हैं।

कंपनी के अधिकारी के अनुसार, निंजाकार्ट का लक्ष्य भविष्य में अपनी सप्लाई चेन दक्षता को और बेहतर बनाना है और ग्राहकों को उत्कृष्ट सेवा देना है। कंपनी ने अपने संचालन में सुधार और बेहतर वित्तीय स्थिति की ओर बढ़ने की योजना बनाई है। इसके अलावा, निंजाकार्ट का इरादा है कि वह स्थिरता और गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करते हुए कृषि में डिजिटलीकरण को बढ़ावा दे।

निष्कर्ष

निंजाकार्ट का FY24 का प्रदर्शन भारतीय कृषि उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेत है। कंपनी की 74% राजस्व वृद्धि और घाटे में 20% की कमी यह दर्शाती है कि निंजाकार्ट अपनी वित्तीय स्थिरता और व्यापार मॉडल को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय कृषि बाजार में डिजिटलीकरण और तकनीकी विकास के साथ, निंजाकार्ट का भविष्य उज्ज्वल प्रतीत होता है।

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