पुणे आधारित मोबाइल-फर्स्ट क्रेडिट कार्ड स्टार्टअप OneCard (OneCard) ने अपने नवीनतम फंडिंग राउंड में ₹239.4 करोड़ ($28.5 मिलियन) जुटाए हैं। इस राउंड का नेतृत्व Better Tomorrow Ventures, Peak XV Partners (पहले Sequoia Capital), और Z47 (पहले Matrix Partners) ने किया।
OneCard 2024 की पहली इक्विटी फंडिंग
महत्वपूर्ण विवरण:
- इक्विटी राउंड: यह 2024 में OneCard का पहला इक्विटी फंडिंग राउंड है।
- डेट फंडिंग: जनवरी 2024 में कंपनी ने डेट फंडिंग के जरिए पूंजी जुटाई थी।
कंपनी ने 72,048 क्यूमलेटिव प्रेफरेंस शेयर जारी किए हैं, जिनकी प्रति शेयर कीमत ₹33,228.3 रखी गई है। इस माध्यम से ₹239.4 करोड़ जुटाए गए हैं।
फंडिंग का वितरण
पहली किश्त:
वनकार्ड को अब तक ₹71.4 करोड़ प्राप्त हो चुके हैं:
- Better Tomorrow Ventures: ₹42 करोड़।
- Peak XV Partners: ₹8.4 करोड़।
- Matrix Ventures: ₹21 करोड़।
शेष राशि:
शेष ₹168 करोड़ की राशि एक या अधिक किश्तों में प्राप्त की जाएगी।
वनकार्ड की वैल्यूएशन और प्रदर्शन
वैल्यूएशन:
- फंडिंग के बाद, वनकार्ड की पोस्ट-इन्वेस्टमेंट वैल्यूएशन लगभग ₹11,747 करोड़ ($1.4 बिलियन) हो गई है।
- यह कंपनी को यूनिकॉर्न स्टार्टअप की श्रेणी में रखता है।
प्रदर्शन:
वनकार्ड अपने मोबाइल-फर्स्ट क्रेडिट कार्ड प्लेटफॉर्म के जरिए फाइनेंस टेक्नोलॉजी क्षेत्र में तेजी से उभरता हुआ ब्रांड बन गया है।
वनकार्ड का बिजनेस मॉडल और सेवाएं
मोबाइल-फर्स्ट प्लेटफॉर्म:
वनकार्ड अपने उपयोगकर्ताओं को डिजिटल क्रेडिट कार्ड प्रदान करता है, जो पूरी तरह से मोबाइल ऐप के माध्यम से संचालित होता है।
प्रमुख विशेषताएं:
- इंस्टेंट कार्ड जारी करना।
- स्पेंडिंग ट्रैकिंग और एनालिटिक्स।
- रीवार्ड पॉइंट्स और कैशबैक।
- नो-कॉन्टैक्ट पेमेंट विकल्प।
लक्ष्य उपयोगकर्ता:
- युवा प्रोफेशनल्स और नए क्रेडिट यूजर्स।
- उन उपभोक्ताओं के लिए भी उपयोगी जो पारंपरिक क्रेडिट कार्ड विकल्पों से संतुष्ट नहीं हैं।
फंडिंग का उद्देश्य
वनकार्ड ने इस नई पूंजी का उपयोग अपनी सेवाओं और प्रौद्योगिकी को और मजबूत करने के लिए करने की योजना बनाई है।
प्राथमिक उपयोग:
- मार्केट विस्तार: भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में सेवाओं का विस्तार।
- तकनीकी सुधार: डिजिटल अनुभव को और सहज और सुरक्षित बनाना।
- विस्तारित उत्पाद पोर्टफोलियो: अधिक उपयोगकर्ता-केंद्रित फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स का विकास।
भारत का फिनटेक इकोसिस्टम और OneCard की भूमिका
भारतीय फिनटेक का विकास:
- भारत का फिनटेक उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और 2025 तक ₹6 लाख करोड़ के आंकड़े को पार करने का अनुमान है।
- डिजिटलीकरण और मोबाइल-first सेवाओं की बढ़ती मांग ने इस सेक्टर को नई ऊंचाइयां दी हैं।
वनकार्ड की स्थिति:
- अपने अनूठे बिजनेस मॉडल और तकनीकी नवाचार के कारण, वनकार्ड ने इस प्रतिस्पर्धी बाजार में एक मजबूत स्थान बनाया है।
- फिनटेक स्टार्टअप्स की दौड़ में, यह कंपनी उपयोगकर्ता अनुभव और उत्पाद विविधता में अग्रणी है।
फंडिंग राउंड्स में निवेशकों की भूमिका
Better Tomorrow Ventures:
- फिनटेक स्टार्टअप्स में निवेश के लिए जानी जाती है।
- वनकार्ड की तकनीकी क्षमताओं और मार्केट पोटेंशियल पर भरोसा।
Peak XV Partners:
- पहले Sequoia Capital के नाम से जानी जाती थी।
- भारत में उभरते स्टार्टअप्स में निवेश करने का व्यापक अनुभव।
Matrix Ventures:
- विभिन्न उद्योगों में निवेश के लिए प्रसिद्ध।
- वनकार्ड को उनकी फंडिंग से तकनीकी और मार्केटिंग में मदद मिलने की संभावना है।
CEO का बयान
वनकार्ड के CEO, अनुराग सिन्हा, ने कहा:
“इस फंडिंग से हम अपने उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतर सेवाएं प्रदान करने और फिनटेक सेक्टर में नई ऊंचाइयों को छूने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। हमारा उद्देश्य वित्तीय सेवाओं को डिजिटल युग में सरल और सहज बनाना है।”
क्रेडिट कार्ड सेक्टर में डिजिटलीकरण की जरूरत
भारत में पारंपरिक क्रेडिट कार्ड सेवाओं की कई सीमाएँ हैं। इन्हें लेने की जटिल प्रक्रिया, उच्च ब्याज दरें, और सीमित ग्राहक सहायता के कारण उपयोगकर्ता अक्सर संतुष्ट नहीं होते।
वनकार्ड ने इन कमियों को समझते हुए एक ऐसा प्लेटफॉर्म पेश किया, जो पूरी तरह से डिजिटल और उपयोगकर्ता-केंद्रित है।
कैसे वनकार्ड अन्य फिनटेक स्टार्टअप्स से अलग है?
- सुविधाजनक ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया:
वनकार्ड उपयोगकर्ताओं को कागजी कार्रवाई से बचाने के लिए पूरी तरह से डिजिटल प्रक्रिया प्रदान करता है। - डेटा-संचालित सेवाएँ:
उपभोक्ताओं की खर्च करने की आदतों का विश्लेषण करके, यह प्लेटफॉर्म व्यक्तिगत फाइनेंशियल समाधान देता है। - रीवार्ड सिस्टम:
हर खरीदारी पर आकर्षक कैशबैक और रिवॉर्ड पॉइंट्स। - ग्राहक सहायता:
24×7 चैट और कॉल सपोर्ट, जिससे उपयोगकर्ता की सभी समस्याओं का तुरंत समाधान हो सके।
भारतीय बाजार में वनकार्ड का प्रभाव
उपयोगकर्ता की जरूरतों को पूरा करना:
- वनकार्ड ने भारत में युवाओं और टेक-सेवी उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रियता हासिल की है।
- इसका मुख्य कारण है ऐप-बेस्ड सेवाएँ, जो पारंपरिक क्रेडिट कार्ड कंपनियों से तेज़ और अधिक उपयोगकर्ता-केंद्रित हैं।
बाजार हिस्सेदारी:
- वनकार्ड ने छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी पहुँच बढ़ाई है।
- इसके ग्राहकों में पहली बार क्रेडिट कार्ड उपयोग करने वाले और युवा पेशेवरों की बड़ी संख्या है।
वनकार्ड की आगामी योजनाएँ
- टियर 2 और 3 शहरों में विस्तार:
डिजिटल सेवाओं की माँग अब केवल मेट्रो शहरों तक सीमित नहीं है। वनकार्ड ने इन छोटे शहरों में भी अपने पैर जमाने की योजना बनाई है। - इनोवेटिव प्रोडक्ट्स का विकास:
कंपनी “नो-इंटरस्ट ईएमआई कार्ड्स” और “स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड्स” जैसे नए उत्पाद लाने की योजना बना रही है। - अंतरराष्ट्रीय विस्तार:
भारत में सफलता के बाद, वनकार्ड अपनी सेवाओं को दक्षिण-पूर्व एशिया और मध्य-पूर्व के बाजारों में ले जाने की सोच रहा है। - सहयोग और साझेदारी:
वनकार्ड बैंक और ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ साझेदारी करके अपने उपयोगकर्ताओं को विशेष ऑफर्स प्रदान करेगा।
फिनटेक इंडस्ट्री और वनकार्ड के लिए चुनौतियाँ
प्रतिस्पर्धा का बढ़ता दबाव:
भारत में कई अन्य फिनटेक स्टार्टअप, जैसे RazorpayX, Cred, और Slice, इस क्षेत्र में पहले से ही मजबूत स्थिति में हैं।
ग्राहकों की सुरक्षा:
डिजिटल वित्तीय सेवाओं के साथ, डेटा सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। वनकार्ड को अपने प्लेटफॉर्म को सुरक्षित और भरोसेमंद बनाए रखने के लिए उन्नत साइबर सुरक्षा उपाय अपनाने होंगे।
सरकारी नीतियाँ:
फिनटेक कंपनियों को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और अन्य नियामक निकायों के साथ तालमेल बिठाकर चलना होगा।
वनकार्ड और भारतीय अर्थव्यवस्था का योगदान
वित्तीय समावेशन को बढ़ावा:
वनकार्ड उन लोगों तक वित्तीय सेवाएँ पहुँचा रहा है, जो पारंपरिक बैंकिंग सेवाओं का लाभ नहीं उठा पाते थे।
रोजगार का सृजन:
फिनटेक सेक्टर में बढ़ोतरी से आईटी और वित्तीय सेवा क्षेत्रों में नई नौकरियों का निर्माण हुआ है।
डिजिटल इंडिया मिशन का समर्थन:
वनकार्ड जैसे स्टार्टअप्स, भारत सरकार के “डिजिटल इंडिया” और “कैशलेस इकोनॉमी” के लक्ष्यों को साकार करने में सहायक हैं।
निवेशकों का भरोसा: एक महत्वपूर्ण संकेत
वनकार्ड के नए फंडिंग राउंड में प्रमुख वेंचर कैपिटल फर्मों का शामिल होना इस बात का प्रमाण है कि यह स्टार्टअप अपने बाजार में मजबूत स्थिति बनाए हुए है।
निवेशकों का भरोसा, कंपनी की स्थिरता और भविष्य की संभावनाओं को उजागर करता है।
Better Tomorrow Ventures का बयान:
“वनकार्ड भारत के फिनटेक स्पेस में नवाचार और उपयोगकर्ता अनुभव को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है। हमारा मानना है कि यह स्टार्टअप वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा।”
वनकार्ड का भविष्य: एक सकारात्मक दृष्टिकोण
नई ऊंचाइयाँ:
फंडिंग और इनोवेशन की मदद से, वनकार्ड भारत के फिनटेक इकोसिस्टम में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की ओर अग्रसर है।
उपभोक्ताओं का विश्वास:
अपने उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता के माध्यम से, वनकार्ड ने लाखों ग्राहकों का विश्वास अर्जित किया है।
वित्तीय क्रांति:
वनकार्ड न केवल डिजिटल क्रेडिट कार्ड सेवाओं में बल्कि वित्तीय जागरूकता और समावेशन में भी अहम भूमिका निभा रहा है।
निष्कर्ष
वनकार्ड की ₹239.4 करोड़ की फंडिंग और ₹11,747 करोड़ की वैल्यूएशन न केवल इसके लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय फिनटेक इकोसिस्टम की ताकत को भी दर्शाती है।
भारत में क्रेडिट कार्ड के डिजिटलीकरण के क्षेत्र में वनकार्ड ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वह आने वाले समय में इस क्षेत्र के विकास की दिशा तय करेगी।
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