भारत X (formerly Twitter) के सबसे बड़े बाजारों में से एक है, लेकिन एलन मस्क द्वारा इसके अधिग्रहण के बाद कंपनी को इसे मोनेटाइज करने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वित्त वर्ष 2024 (FY24) में X इंडिया का राजस्व लगभग 90% गिरकर Rs 21.16 करोड़ रह गया, जो वित्त वर्ष 2023 (FY23) में Rs 207.70 करोड़ था। इसके साथ ही, कंपनी का मुनाफा भी 94% की भारी गिरावट का शिकार हुआ।
X इंडिया की स्टैंडअलोन वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार, FY24 में कंपनी ने विभिन्न सेवाओं से मिलने वाले राजस्व में बड़ी कमी दर्ज की। मार्केटिंग सपोर्ट से मिलने वाला राजस्व 95%, रिसर्च एंड डेवलपमेंट से 85.6%, और यूजर सपोर्ट सेवाओं से 89% की गिरावट दर्ज की गई।
प्रमुख कारण: X (formerly Twitter) कर्मचारियों की भारी छंटनी
कंपनी ने इस भारी गिरावट के पीछे का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि नवंबर 2022 में हुई 90% कर्मचारियों की छंटनी इसके प्रमुख कारणों में से एक है। इन छंटनियों ने कंपनी के संचालन को गंभीर रूप से प्रभावित किया और खर्चों में भी भारी कटौती की।
कर्मचारियों के लाभों से जुड़े खर्चों में भी भारी गिरावट आई, जो FY23 में Rs 130.10 करोड़ थे, वहीं FY24 में यह सिर्फ Rs 6.20 करोड़ रह गए। इससे यह साफ हो जाता है कि कर्मचारियों की छंटनी का कंपनी के मानव संसाधन पर कितना गहरा प्रभाव पड़ा है।
अन्य खर्चों और लाभों में गिरावट
X इंडिया के अन्य खर्चों में भी कमी देखी गई। FY24 में डिप्रिसिएशन और एमॉर्टाइज़ेशन खर्च Rs 7.16 करोड़ रहा, जो FY23 में Rs 7.96 करोड़ था। इसी तरह, अन्य खर्च FY24 में Rs 5.38 करोड़ रहे, जबकि FY23 में यह Rs 30.19 करोड़ थे।
इसके बावजूद, कंपनी ने FY24 में कर-पहले मुनाफा Rs 2.42 करोड़ कमाया, जबकि FY23 में यह मुनाफा Rs 39.43 करोड़ था। टैक्स कटौती के बाद, X इंडिया का शुद्ध मुनाफा FY24 में Rs 3.18 करोड़ रहा।
X इंडिया की वित्तीय स्थिति और मौजूदा देनदारियां
FY24 में X इंडिया की नेट वर्थ में हल्की बढ़त दर्ज की गई और यह Rs 61.05 करोड़ तक पहुंच गई। हालांकि, कंपनी की मौजूदा देनदारियां FY23 के Rs 77.13 करोड़ से गिरकर FY24 में Rs 25.55 करोड़ रह गईं। इसके साथ ही, कंपनी की नकद आरक्षित राशि भी घटकर Rs 19.88 करोड़ रह गई, जो वित्त वर्ष 2023 में अधिक थी।
एलन मस्क के नेतृत्व में X का भारत में भविष्य
एलन मस्क द्वारा X का अधिग्रहण करने के बाद लागतों में की गई कटौती के चलते यह अनुमान पहले ही लगाया जा रहा था कि X इंडिया का परिचालन मुख्य रूप से अमेरिकी बाजार पर केंद्रित रहेगा और भारत जैसे देशों में इसका परिचालन सीमित हो जाएगा। और ठीक ऐसा ही हुआ है। हालांकि, इसके एकमात्र सकारात्मक पहलू के रूप में यह देखा जा सकता है कि मस्क के अधिग्रहण के बाद X इंडिया का भारत सरकार के साथ संबंध पहले की तरह तनावपूर्ण नहीं रहे हैं।
हालांकि, ब्राज़ील जैसे बाजारों में, X को न्यायपालिका के साथ गंभीर संघर्षों का सामना करना पड़ा है, लेकिन भारत में यह स्थिति मस्क के नेतृत्व में थोड़ी बेहतर रही है।
X का भारतीय बाजार में संघर्ष
X इंडिया का राजस्व इस समय भारी संकट में है। सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के लिए भारत एक बड़ा और महत्वपूर्ण बाजार है, लेकिन कंपनी को अपने प्लेटफार्म को मोनेटाइज करने में असफलता का सामना करना पड़ा है। राजस्व में इतनी बड़ी गिरावट से यह साफ है कि कंपनी को अपने खर्चों में कटौती के बावजूद वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में दिक्कत हो रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी को भारत में अपने संचालन को फिर से मजबूत करने के लिए नए रणनीतिक उपायों की आवश्यकता होगी। हालांकि, मस्क के नेतृत्व में X का मुख्य फोकस अमेरिका जैसे बड़े बाजारों पर है, जिससे भारत में इसका भविष्य अनिश्चित दिख रहा है।
X इंडिया के राजस्व में भारी गिरावट और कर्मचारियों की छंटनी ने कंपनी की स्थिति को और कमजोर कर दिया है। इसके बावजूद, कंपनी ने लागत कटौती के माध्यम से अपनी स्थिति को संभालने की कोशिश की है।
निष्कर्ष
भारत में X (ट्विटर) के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। एलन मस्क के नेतृत्व में कंपनी का मुख्य ध्यान अमेरिका और अन्य प्रमुख बाजारों पर है, जिससे भारत जैसे बाजारों में इसका प्रभाव कम होता जा रहा है। हालांकि, कंपनी ने वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन राजस्व में इतनी बड़ी गिरावट को देखते हुए यह देखना दिलचस्प होगा कि X इंडिया आने वाले समय में कैसे पुनर्गठन करेगा।
भारतीय सोशल मीडिया बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज हो रही है और X को इस दौड़ में बने रहने के लिए नई रणनीतियों पर विचार करना होगा।
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