Zomato का Blinkit में ₹1,500 करोड़ का निवेश,

Blinkit

भारत का फूडटेक दिग्गज Zomato अपनी क्विक कॉमर्स शाखा Blinkit में ₹1,500 करोड़ (~$178 मिलियन) का भारी निवेश कर चुका है। यह निवेश ₹500 करोड़ के फंडिंग राउंड को बंद करने के सिर्फ एक महीने बाद आया है, जिससे साफ संकेत मिलता है कि Zomato अपने क्विक कॉमर्स बिजनेस को लेकर कितनी गंभीर है।

लेकिन यह निवेश कितना प्रभावी होगा? क्या Zomato Blinkit को भारत का सबसे बड़ा क्विक कॉमर्स ब्रांड बना पाएगा? आइए विस्तार से समझते हैं।


Blinkit को फंडिंग कैसे मिली?

Zomato ने Blinkit में यह ₹1,500 करोड़ की राशि विशेष प्रस्ताव (special resolution) के तहत जुटाई

📌 Blinkit के बोर्ड ने 7,612 इक्विटी शेयर जारी किए, जिनका प्रत्येक का मूल्य ₹19,70,181 था।
📌 इससे कुल ₹1,500 करोड़ (~$178 मिलियन) जुटाए गए
📌 Zomato ने यह निवेश Blinkit की ग्रोथ और ऑपरेशनल विस्तार के लिए किया है

Zomato पहले भी ₹8,500 करोड़ जुटा चुका है

📌 तीन महीने पहले Zomato ने ₹8,500 करोड़ जुटाए थे
📌 Qualified Institutional Placement (QIP) के जरिए यह राशि मिली
📌 इसका मुख्य उद्देश्य वित्तीय स्थिति मजबूत करना और Blinkit को क्विक कॉमर्स सेगमेंट में लीडर बनाना था


Zomato और Blinkit का बिजनेस परफॉर्मेंस

📈 Zomato की रेवेन्यू ग्रोथ शानदार रही

Q3 FY25 में Zomato की ऑपरेशनल रेवेन्यू 64.4% बढ़कर ₹5,405 करोड़ हो गई
पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹3,288 करोड़ थी
लेकिन मुनाफे में गिरावट आई, जो 57.2% घटकर ₹59 करोड़ रह गया

🔥 Blinkit ने भी शानदार प्रदर्शन किया

Q3 FY25 में Blinkit का रेवेन्यू 117% बढ़कर ₹1,399 करोड़ हो गया
Q3 FY24 में यह सिर्फ ₹644 करोड़ था

📌 यह वृद्धि बताती है कि Blinkit भारत में तेजी से ग्रोथ कर रहा है
📌 अब Zomato इसे और बड़े स्तर पर ले जाना चाहता है


Swiggy और Zepto से कड़ी प्रतिस्पर्धा

भारत में क्विक कॉमर्स का बाजार बहुत प्रतिस्पर्धी हो चुका है।

Swiggy का बड़ा निवेश

📌 Swiggy ने भी पिछले हफ्ते अपनी सप्लाई चेन यूनिट Scootsy Logistics में ₹1,000 करोड़ (~$117 मिलियन) का निवेश किया
📌 Swiggy Instamart, Blinkit और Zepto से पिछड़ रही है
📌 इसलिए कंपनी नए निवेश और रणनीतियों पर काम कर रही है

Citi की रिपोर्ट में Blinkit सबसे आगे

📌 भारत के क्विक कॉमर्स मार्केट में Blinkit की बाजार हिस्सेदारी 41% है
📌 Zepto भी तेजी से बढ़ रहा है
📌 Swiggy Instamart 23% बाजार हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर है

इसका मतलब है कि फिलहाल Blinkit आगे है, लेकिन प्रतियोगिता बहुत तगड़ी है।


Zomato और Blinkit की रणनीति: क्या आगे होगा?

🚀 Blinkit की रणनीति यह सुनिश्चित करने पर आधारित है कि ग्राहक 10-15 मिनट में ग्रोसरी और अन्य सामान प्राप्त कर सकें।
🚀 नए निवेश का उपयोग डिलीवरी नेटवर्क को मजबूत करने, नए शहरों में विस्तार करने और सर्विस क्वालिटी बढ़ाने में किया जाएगा।

Zomato की क्विक कॉमर्स रणनीति में मुख्य बिंदु

📌 और अधिक डार्क स्टोर्स खोलना, जिससे डिलीवरी टाइम कम किया जा सके
📌 फ्लैश सेल और डिस्काउंट ऑफर्स के जरिए ग्राहकों को आकर्षित करना
📌 AI और डेटा एनालिटिक्स के जरिए डिमांड-फोरकास्टिंग को बेहतर बनाना
📌 Swiggy और Zepto को मात देने के लिए नए इनोवेशन लाना


क्या Zomato Blinkit को नंबर 1 बना पाएगा?

Zomato का Blinkit में ₹1,500 करोड़ का निवेश बताता है कि कंपनी क्विक कॉमर्स सेगमेंट में लीडर बनने के लिए पूरी तरह तैयार है।
Swiggy Instamart और Zepto के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है, लेकिन Blinkit की ग्रोथ इसे नंबर 1 बना सकती है।
आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि Zomato का यह निवेश कितना सफल साबित होता है!


निष्कर्ष

Zomato ने Blinkit में ₹1,500 करोड़ निवेश कर यह साफ कर दिया है कि क्विक कॉमर्स उसका प्रमुख फोकस एरिया है। हालांकि, Swiggy और Zepto जैसी कंपनियां भी बड़े निवेश कर रही हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा और तेज होगी। अब यह देखना बाकी है कि Zomato इस सेगमेंट में अपनी पकड़ को और मजबूत कर पाता है या नहीं! 🚀

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Blinkit 10 मिनट में एंबुलेंस सेवा शुरू, गुरुग्राम से हुई शुरुआत

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जोमैटो की क्विक कॉमर्स शाखा Blinkit, जो 10 मिनट में ग्रॉसरी डिलीवरी के लिए जानी जाती है, ने अब आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं में कदम रखा है। आज गुरुग्राम में अपनी पहली एंबुलेंस सेवा शुरू करके, ब्लिंकिट ने क्रिटिकल हेल्थकेयर जरूरतों के लिए 10 मिनट की रिस्पॉन्स टाइम का वादा किया है।

इस पहल की घोषणा ब्लिंकिट के सीईओ अल्बिंदर ढींडसा ने X (पूर्व में ट्विटर) पर की।


Blinkit एंबुलेंस सेवा की विशेषताएं

फ्लीट और उपकरण:

यह सेवा शुरुआत में पांच एंबुलेंस के बेड़े के साथ लॉन्च की गई है।

  • हर एंबुलेंस में आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे:
    • ऑक्सीजन सिलेंडर।
    • ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर्स (AEDs)।
    • ज़रूरी दवाइयां।
  • प्रत्येक वाहन में प्रशिक्षित पैरामेडिक्स और सहायक स्टाफ मौजूद होंगे, साथ ही एक कुशल चालक भी रहेगा, ताकि समय पर और पेशेवर देखभाल सुनिश्चित हो सके।

समय और गुणवत्ता:

Blinkit का मुख्य उद्देश्य 10 मिनट की रिस्पॉन्स टाइम के साथ मरीजों तक पहुंचना है।

  • इस पहल के माध्यम से कंपनी पारंपरिक एंबुलेंस सेवाओं की समस्याओं, जैसे देरी और उच्च लागत, को हल करने का लक्ष्य रखती है।

समाज पर प्रभाव और दीर्घकालिक दृष्टिकोण

ब्लिंकिट के सीईओ अल्बिंदर ढींडसा ने इस पहल को समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
उनके अनुसार:

“हम इस सेवा को ग्राहकों के लिए सुलभ और किफायती बनाएंगे। हमारा उद्देश्य इस महत्वपूर्ण समस्या का दीर्घकालिक समाधान ढूंढना है।”

परंपरागत एंबुलेंस सेवाओं की चुनौतियां:

  1. उच्च लागत: कई एंबुलेंस सेवाओं की कीमतें आम जनता के लिए वहन करना मुश्किल होती हैं।
  2. देरी: समय पर एंबुलेंस न पहुंचने के कारण आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों की स्थिति बिगड़ जाती है।

ब्लिंकिट का यह कदम इन दोनों समस्याओं को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।


ब्लिंकिट का नया विस्तार: चिकित्सा क्षेत्र में इनोवेशन

ब्लिंकिट, जो पहले केवल ग्रॉसरी और दैनिक आवश्यकताओं की डिलीवरी के लिए जाना जाता था, अब स्वास्थ्य क्षेत्र में अपने कदम बढ़ा रहा है।

  • कैसे यह सेवा अलग है?
    • क्विक डिलीवरी के सिद्धांत को स्वास्थ्य सेवा में शामिल करना।
    • उपयोगकर्ता अनुभव को सुधारने के लिए तकनीक और प्रशिक्षण का उपयोग।

स्वास्थ्य सेवा में संभावनाएं:

ब्लिंकिट की यह पहल दिखाती है कि क्विक कॉमर्स मॉडल को स्वास्थ्य सेवाओं में सफलतापूर्वक लागू किया जा सकता है।

  • भविष्य में, यह सेवा अन्य शहरों में भी विस्तार कर सकती है।
  • कंपनी द्वारा अधिक एंबुलेंस जोड़ने और सेवाओं को बेहतर बनाने की उम्मीद की जा रही है।

ग्राहकों के लिए किफायती सेवा का वादा

खर्च और लाभ:

ब्लिंकिट ने यह स्पष्ट किया है कि यह सेवा उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाओं के साथ किफायती रहेगी।

  • कम लागत: आम जनता की पहुंच में रहने वाली सेवाओं का वादा।
  • लंबी अवधि का समाधान: इस क्षेत्र में सुधार और सेवा की निरंतरता बनाए रखने के लिए निवेश।

समाज के लिए योगदान:

इस पहल के जरिए ब्लिंकिट ने दिखाया है कि सामाजिक योगदान और व्यवसाय को एक साथ कैसे जोड़ा जा सकता है।


भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं

ब्लिंकिट की यह नई पहल केवल एक शुरुआत है।

आने वाले समय में क्या हो सकता है?

  1. सेवा का विस्तार:
    • अन्य मेट्रो शहरों में एंबुलेंस सेवा की शुरुआत।
    • छोटे शहरों में भी इस सेवा का विस्तार।
  2. तकनीकी सुधार:
    • एंबुलेंस लोकेशन ट्रैकिंग और लाइव स्टेटस अपडेट।
    • मरीजों और परिवार के सदस्यों को वास्तविक समय में जानकारी।
  3. साझेदारी:
    • अस्पतालों और अन्य हेल्थकेयर प्रदाताओं के साथ साझेदारी।
  4. नए स्वास्थ्य सेवाओं का विकास:
    • दवाइयों की डिलीवरी।
    • डॉक्टर ऑन-कॉल सेवाएं।

स्वास्थ्य सेवा में प्रतिस्पर्धा और चुनौतियां

प्रतिस्पर्धा:

ब्लिंकिट की इस पहल से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।

  • प्रतिद्वंदी कंपनियां:
    • 1MG और Pharmeasy जैसे प्लेटफॉर्म भी अपनी सेवाओं का विस्तार कर सकते हैं।
  • ग्राहक के फायदे:
    • बेहतर सेवाओं और कम लागत का लाभ।

चुनौतियां:

  1. लॉजिस्टिक्स और मैनेजमेंट:
    • एंबुलेंस की त्वरित उपलब्धता सुनिश्चित करना।
  2. स्टाफ ट्रेनिंग:
    • पैरामेडिक्स और ड्राइवर्स के लिए लगातार प्रशिक्षण।
  3. कानूनी और नियामक चुनौतियां:
    • स्वास्थ्य सेवा से जुड़े नियमों का पालन।

निष्कर्ष: ब्लिंकिट का साहसिक कदम

ब्लिंकिट का 10 मिनट की एंबुलेंस सेवा शुरू करना एक साहसिक और नवाचारी कदम है।

  • यह पहल न केवल आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को तेज और सुलभ बनाएगी, बल्कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्विक कॉमर्स के नए मानक भी स्थापित करेगी।

ब्लिंकिट ने दिखा दिया है कि टेक्नोलॉजी और तेज़ डिलीवरी मॉडल का इस्तेमाल न केवल ई-कॉमर्स, बल्कि समाज की महत्वपूर्ण जरूरतों को पूरा करने में भी किया जा सकता है।

गुरुग्राम में इस सेवा की सफलता से प्रेरित होकर, उम्मीद है कि अन्य शहरों में भी यह पहल जल्द ही लागू होगी। ब्लिंकिट का यह कदम न केवल व्यवसायिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक जिम्मेदारी की दिशा में एक बड़ा योगदान भी है।

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क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Blinkit ने Vipin Kapooria को नया CFO नियुक्त किया

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Zomato के स्वामित्व वाले क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Blinkit  ने विपिन कपूरिया को अपना नया मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) नियुक्त किया है। यह नियुक्ति Blinkit के लिए पिछले दो वर्षों में पहली पूर्णकालिक CFO की नियुक्ति है।


Blinkit विपिन कपूरिया का प्रोफाइल

विपिन कपूरिया इससे पहले Flipkart में वाइस प्रेसिडेंट और बिज़नेस फाइनेंस हेड के रूप में काम कर चुके हैं। Flipkart में अपने चार साल से अधिक के कार्यकाल के दौरान, उन्होंने मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, और बड़े उपकरणों जैसी श्रेणियों के लिए बिज़नेस फाइनेंस का नेतृत्व किया।

Flipkart में योगदान

  • बिजनेस रणनीति:
    • कंपनी के प्रमुख उत्पाद खंडों की वित्तीय योजना और संचालन में सुधार किया।
  • आंकड़ों पर आधारित निर्णय:
    • डेटा एनालिटिक्स और वित्तीय दक्षता के आधार पर विकास को गति दी।

Kapooria का अनुभव Blinkit के वित्तीय प्रबंधन और दीर्घकालिक रणनीतियों को और मजबूत करेगा।


Blinkit में वित्तीय नेतृत्व में बदलाव

Blinkit ने पिछले दो वर्षों में अपने वित्तीय नेतृत्व में कई बदलाव देखे हैं:

  1. हेमल जैन का इस्तीफा:
    • हाल ही में, Zomato और Blinkit दोनों के वित्तीय संचालन की देखरेख करने वाली हेमल जैन ने इस्तीफा दे दिया।
    • जैन ने Blinkit में वित्तीय प्रबंधन और प्रक्रियाओं को मजबूत करने में योगदान दिया।
  2. अमित सचदेवा का कार्यकाल और इस्तीफा:
    • अगस्त 2022 में, Blinkit के तत्कालीन CFO अमित सचदेवा ने इस्तीफा दिया।
    • इस्तीफे के बाद, उन्होंने IGT Solutions में CFO की भूमिका संभाली।
    • 2023 में, सचदेवा को PhysicsWallah के CFO के रूप में नियुक्त किया गया।

वित्तीय स्थिरता की ओर कदम

Blinkit के लिए विपिन कपूरिया की नियुक्ति महत्वपूर्ण है, क्योंकि कंपनी वित्तीय स्थिरता और दीर्घकालिक विकास की दिशा में काम कर रही है।


Blinkit के लिए इस नियुक्ति का महत्व

1. वित्तीय रणनीति को मजबूत करना

Kapooria के अनुभव से Blinkit को लाभ होगा, विशेष रूप से:

  • वित्तीय प्रबंधन में सुधार।
  • लागत नियंत्रण और मुनाफे में वृद्धि।

2. Zomato के साथ तालमेल

Blinkit की स्वामित्व कंपनी Zomato ने हाल ही में कई बड़े वित्तीय और परिचालन बदलाव किए हैं।

  • Kapooria का अनुभव Zomato और Blinkit के बीच वित्तीय तालमेल बनाने में मदद करेगा।

3. प्रतिस्पर्धा में बढ़त

Blinkit को Swiggy Instamart और Dunzo जैसे प्रतियोगियों से कड़ी चुनौती मिल रही है।

  • नई CFO की नियुक्ति कंपनी को वित्तीय योजना और परिचालन में सुधार लाने में मदद करेगी।

Blinkit की वर्तमान स्थिति

Blinkit तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है।

सेवाएं और कार्यक्षेत्र

  • Blinkit 10-15 मिनट में किराने और दैनिक आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी के लिए जाना जाता है।
  • यह देश के कई प्रमुख शहरों में अपनी सेवाएं प्रदान करता है।

Zomato के साथ संबंध

Zomato ने 2022 में Blinkit का अधिग्रहण किया, जिसके बाद कंपनी ने कई परिचालन और रणनीतिक बदलाव किए।

  • वित्तीय नेतृत्व में स्थिरता लाने के लिए यह नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है।

क्विक कॉमर्स का बढ़ता बाजार

Blinkit जैसे प्लेटफॉर्म तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स बाजार का हिस्सा हैं।

प्रमुख कारक

  1. तेजी से डिलीवरी की मांग:
    • उपभोक्ताओं की जरूरतें तुरंत पूरी करने का चलन बढ़ रहा है।
  2. प्रतिस्पर्धा:
    • Swiggy Instamart, Zepto, और Dunzo जैसे प्लेटफॉर्म इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं।

चुनौतियां

  • परिचालन लागत को कम करना।
  • डिलीवरी की समयसीमा बनाए रखते हुए मुनाफे में वृद्धि।

वित्तीय नेतृत्व में स्थिरता का प्रभाव

लघु अवधि

  • Blinkit की वित्तीय प्रक्रियाओं में सुधार।
  • परिचालन लागत और मुनाफे के बीच संतुलन।

दीर्घकालिक

  • कंपनी के विस्तार और विकास के लिए मजबूत रणनीतियों का निर्माण।
  • निवेशकों और साझेदारों का विश्वास बढ़ाना।

निष्कर्ष

Blinkit में विपिन कपूरिया की नियुक्ति कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

  • उनकी विशेषज्ञता कंपनी को वित्तीय प्रबंधन और रणनीतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगी।
  • यह नियुक्ति न केवल Blinkit बल्कि Zomato के लिए भी फायदेमंद होगी।

क्विक कॉमर्स उद्योग में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए, Blinkit के लिए वित्तीय स्थिरता और परिचालन उत्कृष्टता की दिशा में काम करना अनिवार्य है। विपिन कपूरिया के नेतृत्व में, Blinkit अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने और बाजार में अपनी स्थिति को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाएगा।

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Blinkit ने ग्राहकों के लिए EMI विकल्प पेश किया, बड़ी खरीदारी होगी आसान

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क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Blinkit ने अपने ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा पेश की है। अब ग्राहक Rs 2,999 से अधिक की खरीदारी पर EMI (Equated Monthly Installments) के जरिए भुगतान कर सकते हैं। यह विकल्प सभी ऑर्डरों पर उपलब्ध होगा, सिवाय उन ऑर्डरों के जिनमें सोने और चांदी के सिक्के शामिल हैं।

ग्राहकों की सुविधा और बड़ी खरीदारी को प्रोत्साहन

EMI विकल्प Blinkit की रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करना और प्लेटफॉर्म पर बड़ी खरीदारी को प्रोत्साहित करना है। आजकल, तेजी से बढ़ती क्विक कॉमर्स सेवाओं के जरिए लोग किराना, घरेलू सामान और अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी कर रहे हैं। ऐसे में EMI विकल्प उन्हें बड़ी खरीदारी करने में सक्षम बना सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह सुविधा उपभोक्ताओं को समय के साथ भुगतान करने का विकल्प देकर उच्च मूल्य वाले ट्रांजेक्शन को बढ़ावा दे सकती है। इसके साथ ही, Blinkit की यह पहल उसके औसत ऑर्डर मूल्य को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती है, जो कंपनी की विकास रणनीति के लिए एक महत्वपूर्ण पहलू है।

बैंकों के साथ साझेदारी

फिलहाल, Blinkit ने कई बैंकों के साथ साझेदारी की है, जिसमें HDFC, SBI, ICICI, Kotak Mahindra, Axis, RBL और CITI Bank शामिल हैं। ये बैंक अपने ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड के जरिए EMI का विकल्प प्रदान करेंगे। इस साझेदारी के जरिए Blinkit ग्राहकों को सुविधाजनक भुगतान का मौका दे रहा है, जिससे वह बिना किसी वित्तीय दबाव के अपनी ज़रूरतों के मुताबिक खरीदारी कर सकते हैं।

ग्राहक वफादारी और वृद्धि पर ध्यान

EMI विकल्प पेश करना Blinkit की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य न केवल अपने ग्राहक आधार को बढ़ाना है, बल्कि उन्हें अपने प्लेटफॉर्म से जोड़े रखना भी है। क्विक कॉमर्स बाजार में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा है, जहां Swiggy Instamart, Zepto जैसी कंपनियां Blinkit को टक्कर दे रही हैं। ऐसे में EMI जैसे सुविधाजनक विकल्प Blinkit को न केवल ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद करेंगे, बल्कि प्लेटफॉर्म पर बार-बार आने वाले ग्राहकों की संख्या बढ़ाने में भी मददगार साबित होंगे।

Seller Hub की लॉन्चिंग

इसी सप्ताह Blinkit ने Seller Hub लॉन्च किया, जो ब्रांड्स को अपने उत्पादों की उपस्थिति को सीधे प्लेटफॉर्म पर प्रबंधित करने की सुविधा देता है। इस सुविधा का उपयोग 200 से अधिक ब्रांड्स पहले से ही कर रहे हैं, और यह ब्रांड्स को बिना किसी मध्यस्थ के अपनी क्विक कॉमर्स संचालन को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के उपकरण प्रदान करता है।

Blinkit की बाजार में स्थिति और भविष्य की संभावनाएं

Blinkit ने क्विक कॉमर्स स्पेस में एक मजबूत स्थिति बनाई है। हाल ही में, HSBC ने Blinkit की वैल्यूएशन लगभग $20.8 बिलियन आंकी, जो कि इसकी पेरेंट कंपनी Zomato की वैल्यूएशन ($9.2 बिलियन) से दो गुना अधिक है।

EMI विकल्प कंपनी के मार्जिन को बढ़ाने का एक और तरीका है, खासकर तब, जब Blinkit अपने ग्राहकों को इस सुविधा के माध्यम से अधिक खर्च करने के लिए प्रोत्साहित कर सके। क्विक कॉमर्स में मार्जिन कम होते हैं, इसलिए EMI जैसी सुविधाएं कंपनी के लिए अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करने में मददगार साबित हो सकती हैं।

EMI विकल्प के फायदे और चुनौतियां

EMI सुविधा से Blinkit न केवल उच्च मूल्य के ऑर्डरों को आकर्षित करेगा, बल्कि उन ग्राहकों को भी प्लेटफॉर्म से जोड़े रखेगा, जो सुविधा और लचीलापन चाहते हैं। इसके अलावा, Blinkit ने हाल ही में अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में विविधता लाते हुए सोने और मोबाइल जैसी वस्तुएं भी शामिल की हैं। ऐसे में EMI विकल्प उन ग्राहकों के लिए एक स्वाभाविक प्रगति के रूप में देखा जा सकता है, जो बड़ी खरीदारी करना चाहते हैं लेकिन तुरंत भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं।

हालांकि, कुछ शुरुआती चुनौतियां भी हो सकती हैं, जैसे कि EMI फीचर को लागू करने की प्रारंभिक लागत। लेकिन लंबे समय में, Blinkit के लिए इसका फायदा काफी ज्यादा हो सकता है, बशर्ते यह फीचर सफलतापूर्वक लागू हो जाए। अगर ऐसा होता है, तो यह फीचर जल्द ही बाजार में अन्य क्विक कॉमर्स कंपनियों द्वारा भी अपनाया जा सकता है, क्योंकि प्रतिस्पर्धा हमेशा आगे रहने के लिए नए रास्ते तलाशती है।

निष्कर्ष: Blinkit की नई पहल

EMI विकल्प की शुरुआत Blinkit के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल उसे ग्राहकों के बीच और अधिक लोकप्रिय बनाएगा, बल्कि प्लेटफॉर्म पर उच्च मूल्य वाले ऑर्डरों को भी आकर्षित करेगा। इसके अलावा, कंपनी के Seller Hub जैसी नई पहलों के साथ, Blinkit ने अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

क्विक कॉमर्स का बाजार तेजी से विकसित हो रहा है, और Blinkit अपनी अनूठी रणनीतियों के साथ इस प्रतिस्पर्धी क्षेत्र में अग्रणी बने रहने की कोशिश कर रहा है। EMI विकल्प और Seller Hub जैसी सुविधाएं कंपनी को दीर्घकालिक लाभ और स्थिरता प्रदान कर सकती हैं, जिससे वह भारतीय क्विक कॉमर्स स्पेस में अपनी पकड़ और मजबूत कर सके।

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