ALT Mobility ने सीरीज ए फंडिंग में जुटाए $10 मिलियन

ALT Mobility

दिल्ली स्थित कमर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) लीजिंग और एसेट मैनेजमेंट कंपनी Alt Mobility ने हाल ही में $10 मिलियन सीरीज ए फंडिंग जुटाई है। इस राउंड का नेतृत्व यूरोपीय वेंचर कैपिटल फर्म Eurazeo ने किया। मौजूदा निवेशकों Shell Ventures, Twynam Earth Fund, और EV2 Ventures ने भी भाग लिया।

कंपनी ने पहले $6.45 मिलियन अपने मौजूदा निवेशकों से जुटाए थे।


Alt Mobility फंडिंग का उपयोग

Alt Mobility इस निवेश का उपयोग अपने विभिन्न लक्ष्यों को पूरा करने के लिए करेगी:

  1. डिजिटल एसेट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म का विस्तार
    • प्लेटफॉर्म को और मजबूत और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने की योजना है।
  2. बैटरी तकनीक को मानकीकृत करना
    • बैटरी प्रदर्शन को बेहतर बनाकर लागत और दक्षता में सुधार।
  3. फ्लीट का विस्तार
    • मार्च 2026 तक कंपनी अपनी फ्लीट को 30,000 वाहनों तक बढ़ाने का लक्ष्य रखती है।
  4. एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM)
    • अगले 18 महीनों में ₹800 करोड़ के एसेट्स को प्रबंधित करने का लक्ष्य।

ALT Mobility: एक EV लीजिंग प्लेटफॉर्म

कंपनी की स्थापना 2021 में देव अरोड़ा, अनुज गुप्ता, हर्ष देव गोयल, जय गुप्ता, और मानस डी अरोड़ा ने की थी।
ALT Mobility एक फुल-स्टैक EV लीजिंग प्लेटफॉर्म है जो मूविलिटी-एज़-अ-सर्विस (MaaS) प्रदान करता है।

मुख्य सेवाएं:

  • लीजिंग और फाइनेंसिंग:
    • लीजिंग मॉडल का उपयोग करके इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को फ्लीट ऑपरेटर्स और ड्राइवर्स तक पहुंचाना।
  • सेवा और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर:
    • इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सेवा और चार्जिंग सुविधाएं प्रदान करना।
  • रियल-टाइम फ्लीट मॉनिटरिंग:
    • डेटा-चालित इनसाइट्स के माध्यम से वाहन प्रदर्शन और अपटाइम को सुनिश्चित करना।

लाभ:

  • कार्बन फुटप्रिंट कम करना:
    • इन-सीटी लॉजिस्टिक्स में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देकर पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव।
  • लागत में कमी:
    • कम टोटल कॉस्ट ऑफ ओनरशिप (TCO) और उच्च लाभप्रदता।

फ्लीट और विस्तार की योजनाएं

ALT Mobility वर्तमान में 20 भारतीय शहरों में 10,000 वाहनों की फ्लीट का प्रबंधन कर रही है। ये वाहन मुख्यतः फ्लीट ऑपरेटर्स और ड्राइवर्स को लीज पर दिए गए हैं।
कंपनी ने निम्नलिखित विस्तार योजनाएं बनाई हैं:

  1. ड्राइवर-कम-ओनर मॉडल
    • ड्राइवर्स को वाहन के मालिक बनने का विकल्प देने के लिए नया “ड्राइव-टू-ओन” मॉडल लॉन्च किया जाएगा।
  2. नए वाहन सेगमेंट पर ध्यान
    • चार-पहिया हल्के कमर्शियल वाहन (एलसीवी) और कारों के लिए लीजिंग उत्पाद लॉन्च करना।
  3. बैटरी-एज़-अ-सर्विस (BaaS) मॉडल
    • सेकेंड-लाइफ वाहनों के लिए यह मॉडल पेश किया जाएगा।

भारत में EV का बढ़ता बाजार

भारतीय EV बाजार तेजी से बढ़ रहा है, जिसमें इलेक्ट्रिक कमर्शियल वाहनों की मांग महत्वपूर्ण है।

  • सरकार की FAME योजना और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए दी जा रही सब्सिडी ने EV बाजार को बढ़ावा दिया है।
  • ALT Mobility जैसे प्लेटफॉर्म्स, जो वित्तीय समाधान और सेवा प्रदान करते हैं, EV अपनाने की प्रक्रिया को तेज कर रहे हैं।

निवेशकों का दृष्टिकोण

Eurazeo और अन्य निवेशकों ने ALT Mobility की व्यावसायिक रणनीति और इसकी दीर्घकालिक क्षमता पर विश्वास जताया है।

  • शेल वेंचर्स ने कहा, “ALT Mobility भारत में इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।”
  • Eurazeo ने कंपनी के स्थिरता-केंद्रित दृष्टिकोण और तकनीकी नवाचार की सराहना की।

चुनौतियां और अवसर

चुनौतियां:

  • बैटरी प्रदर्शन और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार।
  • फ्लीट ऑपरेटर्स के लिए सस्ते और टिकाऊ वित्तीय समाधान।

अवसर:

  • बढ़ते लॉजिस्टिक्स और ई-कॉमर्स उद्योग में EV की मांग।
  • बैटरी-एज़-अ-सर्विस मॉडल के लिए एक नया बाजार।

ALT Mobility का प्रभाव

कंपनी ने अब तक 2,500 ट्रकों और 1,500 अन्य सुविधाओं जैसे गोदाम, वाल्ट्स और रिटेल दुकानों को सुरक्षित करने में मदद की है।

उल्लेखनीय उत्पाद:

  1. पोर्टेबल iSeals:
    • एक साल की बैटरी लाइफ के साथ, ये प्लास्टिक सील्स को बदलने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
  2. स्मार्ट GPS ट्रक लॉक:
    • उन्नत सेंसर के साथ, यह अनधिकृत प्रवेश को रोकने में सक्षम है।

निष्कर्ष

ALT Mobility ने सीरीज ए फंडिंग में $10 मिलियन जुटाकर EV लीजिंग और एसेट मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है।

  • कंपनी की नवीन योजनाएं और विस्तार प्रयास न केवल इसकी ग्रोथ को तेज करेंगे, बल्कि भारतीय EV इकोसिस्टम को भी एक नई दिशा देंगे।
  • पर्यावरणीय स्थिरता, फ्लीट ऑपरेटरों के लिए आसान वित्तीय समाधान, और उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करके ALT Mobility भारतीय EV क्रांति में अपनी मजबूत भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है।

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Pratilipi

बेंगलुरु स्थित स्टोरीटेलिंग प्लेटफॉर्म Pratilipi ने वित्त वर्ष 2023-24 में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया। कंपनी ने अपने राजस्व में 66% की वृद्धि दर्ज की, जबकि घाटे को 62% तक कम करने में सफलता पाई।


Pratilipi प्रमुख वित्तीय आंकड़े

  1. ऑपरेशनल राजस्व
    • FY24 में Pratilipi का ऑपरेशनल राजस्व ₹57.8 करोड़ तक पहुंच गया, जो FY23 में ₹35 करोड़ था।
  2. घाटे में कमी
    • FY24 के दौरान कंपनी ने अपने घाटे को पिछले साल की तुलना में 62% कम किया।

प्रतिलिपि का व्यवसाय मॉडल

प्रतिलिपि एक ऑनलाइन स्टोरीटेलिंग प्लेटफॉर्म है, जो भारतीय भाषाओं में टेक्स्ट और ऑडियो स्टोरीटेलिंग पर केंद्रित है।

  • यह हिंदी, गुजराती, बंगाली, मराठी, और मलयालम जैसी भाषाओं में ऑडियोबुक्स, पॉडकास्ट्स, कॉमिक्स, वेब सीरीज़, और फिल्मों जैसे विभिन्न फॉर्मेट में कंटेंट प्रदान करता है।
  • प्लेटफॉर्म का उद्देश्य क्षेत्रीय भाषाओं के साहित्य और कहानियों को डिजिटल युग में व्यापक पहुंच प्रदान करना है।

FY24 के राजस्व स्रोत

1. कंटेंट और प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सेवाएं

  • FY24 में इस श्रेणी से राजस्व दोगुना बढ़कर ₹34.97 करोड़ हो गया।
  • कुल ऑपरेशनल राजस्व में इसका योगदान 60.5% था।
  • ऑडियोबुक्स और पॉडकास्ट्स की बढ़ती लोकप्रियता इस वृद्धि का मुख्य कारण है।

2. ब्रांड विज्ञापन सेवाएं

  • ब्रांड विज्ञापन से हुई आय 79% बढ़कर ₹7.53 करोड़ हो गई।
  • प्रतिलिपि ने विभिन्न ब्रांड्स के साथ साझेदारी की, जो इसकी कहानी कहने की पहुंच को और बढ़ाती है।

3. पुस्तकों की बिक्री

  • पुस्तकों की बिक्री से हुआ राजस्व 62% बढ़कर ₹10.62 करोड़ हो गया।
  • कंपनी ने प्रिंट और ई-बुक्स दोनों में अपनी पहुंच बढ़ाई है।

ग्राहकों के बीच बढ़ती लोकप्रियता

प्रतिलिपि के उपयोगकर्ता आधार में वृद्धि इसके वित्तीय प्रदर्शन का एक प्रमुख कारण रही है।

  1. स्थानीय भाषाओं का प्रभाव
    • भारतीय भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाले कंटेंट की बढ़ती मांग ने प्रतिलिपि को उपयोगकर्ताओं के बीच लोकप्रिय बनाया।
    • क्षेत्रीय कहानियों, साहित्य, और ऑडियोबुक्स ने विशेषकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के उपयोगकर्ताओं को आकर्षित किया।
  2. डिजिटल इनोवेशन
    • बेहतर यूजर इंटरफेस और एआई-संचालित अनुशंसा सिस्टम ने उपभोक्ताओं को लंबे समय तक प्लेटफॉर्म पर बनाए रखा।
  3. प्रीमियम कंटेंट की मांग
    • प्रीमियम सब्सक्रिप्शन सेवाओं का बढ़ता उपयोग इस बात का प्रमाण है कि उपभोक्ता गुणवत्तापूर्ण कंटेंट के लिए भुगतान करने को तैयार हैं।

खर्च और परिचालन लागत

हालांकि राजस्व में वृद्धि हुई, प्रतिलिपि ने अपने परिचालन खर्चों को नियंत्रित रखते हुए लाभप्रदता की दिशा में कदम बढ़ाए।

  • तकनीकी विकास
    • कंपनी ने अपनी तकनीकी क्षमता को बढ़ाने के लिए निवेश किया।
    • इससे न केवल यूजर अनुभव बेहतर हुआ, बल्कि कंटेंट क्रिएशन और वितरण में भी सुधार हुआ।
  • कर्मचारी लाभ खर्च
    • प्लेटफॉर्म ने नए टैलेंट को जोड़कर अपनी टीम को और मजबूत किया।

भविष्य की योजनाएं

1. नए कंटेंट प्रारूपों पर ध्यान

  • प्रतिलिपि ने घोषणा की है कि वह आने वाले समय में वेब सीरीज़ और फिल्मों के लिए और अधिक सामग्री विकसित करेगी।
  • इसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं के मनोरंजन विकल्पों को बढ़ाना है।

2. क्षेत्रीय भाषाओं में विस्तार

  • कंपनी नई भाषाओं को प्लेटफॉर्म में जोड़ने की योजना बना रही है।
  • यह कदम उपयोगकर्ताओं के और व्यापक समूह तक पहुंचने में मदद करेगा।

3. वैश्विक बाजार में प्रवेश

  • प्रतिलिपि का लक्ष्य भारतीय डायस्पोरा तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार करना है।

प्रतिस्पर्धा में स्थान

प्रतिलिपि का मुकाबला स्टोरीटेल और आडिबल जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म्स से है।

  • जहां प्रतिलिपि स्थानीय भाषाओं और कहानियों पर ध्यान केंद्रित करता है, वहीं इसके प्रतिस्पर्धी मुख्य रूप से अंग्रेजी कंटेंट में विशेषज्ञता रखते हैं।
  • इस अनूठे बिजनेस मॉडल ने प्रतिलिपि को भारतीय उपयोगकर्ताओं के बीच एक मजबूत स्थान बनाने में मदद की है।

निष्कर्ष

प्रतिलिपि ने FY24 में राजस्व और उपयोगकर्ता आधार दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की।

  • प्रीमियम कंटेंट और क्षेत्रीय भाषाओं पर जोर ने इसे एक प्रमुख स्टोरीटेलिंग प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित किया है।
  • कंपनी का ध्यान तकनीकी उन्नयन, कंटेंट विस्तार, और उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने पर है।

आने वाले समय में, प्रतिलिपि का उद्देश्य अपने वित्तीय प्रदर्शन को और बेहतर करना और भारतीय स्टोरीटेलिंग के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूना है।

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Google ने Flipkart में $350 मिलियन का निवेश किया, CCI से मिली मंजूरी

Flipkart

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने गूगल द्वारा वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Flipkart में $350 मिलियन (लगभग ₹2,900 करोड़) के निवेश को मंजूरी दे दी है। इस डील को मई 2024 से मंजूरी का इंतजार था।

गूगल का यह निवेश फ्लिपकार्ट के $1 बिलियन फंडिंग राउंड का हिस्सा है, जिसका नेतृत्व वॉलमार्ट ने किया है। इस निवेश के साथ, फ्लिपकार्ट का मूल्यांकन $36 बिलियन (लगभग ₹2.9 लाख करोड़) हो गया।


CCI से मंजूरी क्यों थी जरूरी?

CCI भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए बड़े निवेश और अधिग्रहण की जांच करता है।

  • Flipkart और गूगल दोनों ही भारतीय डिजिटल और ई-कॉमर्स स्पेस में बड़े खिलाड़ी हैं।
  • CCI ने यह सुनिश्चित किया कि यह निवेश प्रतिस्पर्धा को बाधित नहीं करेगा और भारतीय उपभोक्ताओं के हित में होगा।

Flipkart ने इस निवेश को लेकर कहा था कि इसे दोनों पक्षों की नियामक और अन्य मंजूरियों की आवश्यकता होगी।


फ्लिपकार्ट के लिए क्या मायने रखता है यह निवेश?

  1. डिजिटल इनोवेशन में मदद
    गूगल के साथ यह साझेदारी फ्लिपकार्ट को अपनी डिजिटल सेवाओं को और उन्नत बनाने में मदद करेगी।
    • AI और मशीन लर्निंग आधारित टूल्स को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में शामिल किया जा सकता है।
    • उपभोक्ताओं के लिए अधिक व्यक्तिगत अनुभव प्रदान करने की क्षमता।
  2. वित्तीय मजबूती
    $1 बिलियन फंडिंग राउंड से मिली राशि फ्लिपकार्ट को अपने संचालन का विस्तार करने और प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने में मदद करेगी।
  3. छोटे शहरों में विस्तार
    फ्लिपकार्ट का ध्यान टियर II और टियर III शहरों में उपभोक्ताओं तक पहुंच बढ़ाने पर है।

गूगल का फ्लिपकार्ट में निवेश क्यों?

  1. भारतीय बाजार में बढ़ती मांग
    भारत का ई-कॉमर्स सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है, और गूगल इस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी को मजबूत करना चाहता है।
  2. डिजिटल पेमेंट का विस्तार
    गूगल पे जैसे प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट की सेवाओं से जुड़कर डिजिटल पेमेंट को और सरल बना सकते हैं।
  3. प्रभावी डेटा साझेदारी
    फ्लिपकार्ट के साथ साझेदारी से गूगल को भारतीय उपभोक्ताओं के व्यवहार और आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी।

रेबल फूड्स को भी मिला निवेश का समर्थन

CCI ने रेबल फूड्स में जोंगसॉन्ग इन्वेस्टमेंट्स (सिंगापुर स्थित टेमासेक की सहायक कंपनी) द्वारा किए गए निवेश को भी मंजूरी दी है।

  • रेबल फूड्स, जिसे पहले फासोस के नाम से जाना जाता था, भारत और अन्य देशों में क्लाउड किचन चलाने वाली प्रमुख कंपनी है।
  • कंपनी ने हाल ही में $100-140 मिलियन जुटाने की योजना बनाई है।

रेबल फूड्स का प्रदर्शन और योजनाएं

वित्तीय प्रदर्शन

  • FY24 में रेबल फूड्स की ऑपरेशनल आय ₹1,420 करोड़ तक पहुंच गई।
  • इस अवधि में कंपनी का नुकसान 42% घटकर ₹378 करोड़ रह गया।
  • पिछले दो वर्षों में कंपनी ने ₹50 करोड़ का कर्ज उठाया था।

विस्तार की योजना

रेबल फूड्स ने अपने क्लाउड किचन नेटवर्क को मजबूत किया है:

  • 450+ क्लाउड किचन दुनिया भर में।
  • भारत के 75 शहरों के साथ-साथ MENA (मिडल ईस्ट और नॉर्थ अफ्रीका), इंडोनेशिया, यूके में मौजूदगी।

कंपनी की योजना:

  1. नई निवेश रणनीति
    • ताजा इक्विटी फंडिंग का उपयोग नए ब्रांड्स और टेक्नोलॉजी में किया जाएगा।
  2. ग्राहक अनुभव में सुधार
    • फूड डिलीवरी को अधिक तेज और भरोसेमंद बनाने पर ध्यान।
  3. वैश्विक विस्तार
    • नए बाजारों में प्रवेश और विदेशी ग्राहकों तक पहुंच बढ़ाने की योजना।

CCI की मंजूरी का महत्व

भारतीय स्टार्टअप्स के लिए अच्छा संकेत

CCI द्वारा दी गई मंजूरी भारतीय स्टार्टअप्स और निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है।

  • फ्लिपकार्ट और रेबल फूड्स जैसे कंपनियों को नए निवेश से अपने संचालन का विस्तार करने में मदद मिलेगी।

प्रतिस्पर्धा का संरक्षण

CCI ने यह सुनिश्चित किया है कि ये निवेश भारतीय बाजार में प्रतिस्पर्धा को बाधित नहीं करेंगे।


निष्कर्ष

गूगल और रेबल फूड्स में निवेश से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय डिजिटल और ई-कॉमर्स सेक्टर में वैश्विक निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है।

  • फ्लिपकार्ट को मिला गूगल का समर्थन डिजिटल इनोवेशन को बढ़ावा देगा और छोटे शहरों में इसके विस्तार को गति देगा।
  • रेबल फूड्स का वैश्विक विस्तार और क्लाउड किचन मॉडल भारतीय फूडटेक उद्योग में नए आयाम जोड़ सकता है।

फ्यूचर विजन: इन दोनों कंपनियों के लिए FY25 में इन निवेशों का प्रभाव देखना दिलचस्प होगा, जो भारतीय डिजिटल और फूडटेक क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।

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Cars24 ने FY24 में 25% वृद्धि दर्ज की, नुकसान ₹498.4 करोड़ पर स्थिर

Cars24

CARS24, प्री-ओन्ड वाहनों के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, ने वित्त वर्ष 2024 (FY24) में 25% सालाना वृद्धि दर्ज की है। हालांकि, इस दौरान कंपनी को ₹498.4 करोड़ का शुद्ध नुकसान हुआ।

कंपनी की भारतीय इकाई ने FY24 में ₹6,917 करोड़ का सकल राजस्व अर्जित किया, जो पिछले वित्त वर्ष (FY23) में ₹5,530 करोड़ था। इस दौरान, Cars24 ने 2,00,000 कारों की बिक्री का दावा किया है।


CARS24 कंपनी के राजस्व के मुख्य स्रोत

CARS24 ने अपनी आय के विभिन्न स्रोतों का खुलासा किया है:

  1. वित्तीय सेवाओं से आय:
    • लगभग ₹300 करोड़।
  2. सेवा शुल्क और अन्य सेवाएं:
    • इनमें बीमा सहायता, वारंटी, पार्किंग शुल्क और अन्य वैल्यू-एडेड सेवाएं शामिल हैं।

कारों की खरीद प्रमुख लागत केंद्र

प्री-ओन्ड वाहनों के विक्रेता के रूप में, कारों की खरीद कंपनी के लिए सबसे बड़ा लागत केंद्र रही।

  • FY24 में इस लागत में 23.8% की वृद्धि हुई और यह ₹6,106 करोड़ तक पहुंच गई।
  • यह कंपनी की कुल लागत का 81.8% है।

कंपनी ने अन्य खर्चों में भी वृद्धि देखी:

  1. कर्मचारी लाभ और प्रौद्योगिकी खर्च
  2. विज्ञापन और मार्केटिंग
  3. ब्रोकर कमीशन और कानूनी शुल्क

इन सब ने कुल खर्च को FY23 के ₹6,053 करोड़ से बढ़ाकर FY24 में ₹7,461 करोड़ कर दिया।


कंपनी की वैश्विक मौजूदगी

Cars24 की होल्डिंग कंपनी सिंगापुर में स्थित है, जो चार देशों में 12 सहायक कंपनियों का संचालन करती है:

  1. भारत
  2. ऑस्ट्रेलिया
  3. यूएई
  4. थाईलैंड

हालांकि, कंपनी के समेकित वित्तीय परिणाम अभी तक जारी नहीं हुए हैं, और भारतीय इकाई द्वारा रिपोर्ट किए गए आंकड़े भिन्न हो सकते हैं।


FY24 के मुख्य आंकड़े

मापदंडFY24FY23वृद्धि (%)
सकल राजस्व₹6,917 करोड़₹5,530 करोड़25%
कारों की बिक्री2,00,000
कार खरीद लागत₹6,106 करोड़23.8%
कुल खर्च₹7,461 करोड़₹6,053 करोड़23.3%
शुद्ध नुकसान₹498.4 करोड़
समायोजित EBITDA₹318.8 करोड़

Cars24 की व्यावसायिक रणनीति

ग्राहक अनुभव पर फोकस

Cars24 ने अपने प्लेटफॉर्म पर ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं।

  • आसान और तेज़ कार बिक्री प्रक्रिया।
  • पारदर्शी मूल्य निर्धारण।
  • वित्तीय सेवाओं का विस्तार, जैसे ऋण और बीमा।

नई सेवाओं का विस्तार

कंपनी ने बीमा सहायता, वारंटी और पार्किंग शुल्क सेवाएं जैसी नई सुविधाओं को जोड़ा है।

  • यह कदम ग्राहक आधार को मजबूत करने और राजस्व धाराओं को विविध बनाने में मदद करेगा।

आगे की चुनौतियां और संभावनाएं

नुकसान कम करने की चुनौती

हालांकि Cars24 ने FY24 में मजबूत राजस्व वृद्धि दर्ज की, लेकिन ₹498.4 करोड़ के नुकसान को कम करना एक बड़ी चुनौती है।

वैश्विक विस्तार

Cars24 की वैश्विक मौजूदगी इसके विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।

  • ऑस्ट्रेलिया और यूएई जैसे बाजारों में बढ़ती मांग इसका प्रमुख अवसर है।

प्रतिस्पर्धा से निपटना

भारत में Cars24 को OLX और Spinny जैसे प्रतिस्पर्धियों से कड़ी टक्कर मिल रही है।

  • इसके लिए कंपनी को ग्राहक जुड़ाव और तकनीकी नवाचार पर जोर देना होगा।

Cars24: FY24 में विकास के संकेत और चुनौतियां

Cars24 की FY24 में प्रदर्शन ने स्पष्ट रूप से दिखाया कि कंपनी ने प्री-ओन्ड वाहन बाजार में अपनी जगह मजबूत की है। हालांकि, नुकसान कम करना और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच आगे बढ़ना अभी भी इसकी प्रमुख चुनौतियां बनी हुई हैं।


आय के स्रोत और वृद्धि

Cars24 के सकल राजस्व में वृद्धि मुख्य रूप से इसके आय स्रोतों की विविधता और ग्राहकों को दी जाने वाली नई सेवाओं के कारण हुई।

1. वित्तीय सेवाएं

  • FY24 में Cars24 ने लगभग ₹300 करोड़ की आय वित्तीय सेवाओं से अर्जित की।
  • इनमें वाहन ऋण, बीमा सहायता और गारंटी सेवाएं शामिल हैं।

2. सेवा शुल्क और अन्य वेल्यू-एडेड सेवाएं

  • सेवा शुल्क और अन्य सेवाओं ने राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • बीमा, वारंटी और पार्किंग फीस जैसी सेवाओं ने ग्राहकों को अधिक आकर्षित किया।

मुख्य लागत केंद्र

कंपनी का सबसे बड़ा खर्च कारों की खरीद पर हुआ।

  1. कार खरीद लागत: ₹6,106 करोड़, FY24 के कुल खर्च का 81.8%।
  2. अन्य लागतें: कर्मचारी लाभ, प्रौद्योगिकी, विज्ञापन और ब्रोकर कमीशन ने कुल खर्च को ₹7,461 करोड़ तक पहुंचा दिया।

विस्तार की रणनीति

Cars24 की वैश्विक विस्तार योजना और नई सेवाओं का परिचय कंपनी के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

1. नए बाजारों में प्रवेश

  • Cars24 भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूएई और थाईलैंड जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है।
  • सिंगापुर स्थित होल्डिंग कंपनी इसके वैश्विक संचालन का प्रबंधन करती है।

2. तकनीकी नवाचार

  • Cars24 अपने प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों के लिए तकनीकी सुधार कर रहा है।
  • एआई आधारित मूल्यांकन और तेज़ भुगतान जैसी सुविधाएं इसे प्रतिस्पर्धा में आगे रख सकती हैं।

3. ग्राहक अनुभव में सुधार

  • पारदर्शी मूल्य निर्धारण और आसान बिक्री प्रक्रिया ने ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाया है।
  • नई सेवाओं, जैसे बीमा और वारंटी, ने उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ाया है।

चुनौतियां

1. बढ़ती प्रतिस्पर्धा

  • Cars24 को Spinny, OLX Autos, और अन्य स्टार्टअप्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
  • बाजार में बने रहने के लिए कंपनी को कीमत, ग्राहक सेवा और तकनीकी सुधार पर ध्यान देना होगा।

2. नुकसान कम करना

  • ₹498.4 करोड़ का शुद्ध नुकसान कंपनी के लिए चिंता का विषय है।
  • लागत प्रबंधन और अधिक राजस्व धाराओं की आवश्यकता है।

3. वैश्विक संचालन का प्रबंधन

  • अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार के साथ संचालन में जटिलताएं बढ़ सकती हैं।
  • प्रभावी प्रबंधन और स्थानीय आवश्यकताओं को समझना आवश्यक होगा।

संभावनाएं

1. बढ़ती मांग

  • भारत में प्री-ओन्ड वाहनों की बढ़ती मांग Cars24 के लिए एक बड़ा अवसर है।
  • लोग किफायती और भरोसेमंद सेकंड-हैंड कारों को प्राथमिकता दे रहे हैं।

2. वित्तीय सेवाओं में वृद्धि

  • वित्तीय सेवाओं में अधिक निवेश और नवाचार Cars24 को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है।
  • बीमा और वारंटी सेवाओं की बढ़ती लोकप्रियता इसका प्रमाण है।

3. अंतरराष्ट्रीय विस्तार

  • ऑस्ट्रेलिया और यूएई जैसे बाजारों में बढ़ती उपस्थिति कंपनी के राजस्व में योगदान कर सकती है।
  • Cars24 इन क्षेत्रों में अपने ब्रांड को मजबूत कर सकती है।

FY25 का दृष्टिकोण

Cars24 का लक्ष्य FY25 में अपने राजस्व में और वृद्धि करना और नुकसान को कम करना है।

  • मजबूत ग्राहक आधार और नए उत्पाद कंपनी की भविष्य की योजनाओं का हिस्सा हैं।
  • कंपनी तकनीकी नवाचारों और बाजार की मांग को समझने पर जोर दे रही है।

निष्कर्ष

Cars24 ने FY24 में 25% राजस्व वृद्धि दर्ज की, जो इसके विकास की क्षमता को दर्शाता है। हालांकि, लागत और नुकसान को नियंत्रित करना अभी भी एक चुनौती है।

  • कंपनी का ध्यान ग्राहक अनुभव को सुधारने, तकनीकी नवाचार लाने और नई सेवाओं को पेश करने पर है।
  • यदि Cars24 अपनी रणनीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करता है, तो यह प्री-ओन्ड वाहन बाजार में अग्रणी बन सकता है।

FY25 में, Cars24 के प्रदर्शन पर नजर रखना दिलचस्प होगा क्योंकि यह अपने संचालन का विस्तार करता है और प्रतिस्पर्धा का सामना करता है।

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NeoGrowth ने UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर से जुटाए ₹42 करोड़

NeoGrowth

MSME-केंद्रित डिजिटल लेंडिंग फर्म NeoGrowth ने हाल ही में UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर से ₹42 करोड़ (लगभग $5 मिलियन) का डेट फंडिंग जुटाया है। यह इस वर्ष कंपनी को मिला दूसरा डेट निवेश है।


NeoGrowth डेट फंडिंग की जानकारी

NeoGrowth ने 4,200 नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) जारी करने और आवंटित करने की मंजूरी दी है।

  • इन NCDs पर 11.7% प्रति वर्ष ब्याज दर होगी।
  • फंडिंग का उद्देश्य कंपनी के विकास लक्ष्यों को पूरा करना है।
  • UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर 4, मुंबई स्थित UTI एसेट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा प्रबंधित एक डेट फंड है।

कंपनी के विकास लक्ष्य

NeoGrowth वर्तमान में ₹500 करोड़ का विकास पूंजी जुटाने के लिए प्राइवेट इक्विटी निवेश की योजना बना रही है।

  • फर्म ने पिछले वित्तीय वर्ष के अंत तक ₹2,750 करोड़ की संपत्तियों का प्रबंधन किया।
  • इसका लक्ष्य है कि वित्त वर्ष 2025 (FY25) तक ₹4,000 करोड़ AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) हासिल किया जाए।

NeoGrowth: MSMEs को डिजिटल ऋण प्रदान करने वाला NBFC

कंपनी की स्थापना और दृष्टिकोण

NeoGrowth की स्थापना ध्रुव खेतान और पियूष खेतान ने की थी। यह कंपनी लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को डिजिटल ऋण प्रदान करने में विशेषज्ञ है।

  • कंपनी 75 लाख रुपये तक के अल्पकालिक असुरक्षित ऋण प्रदान करती है।
  • ऋण की अवधि अधिकतम 100 महीनों तक होती है।

ग्राहकों को लाभ

NeoGrowth का उद्देश्य छोटे व्यवसायों को तेजी से बढ़ने में मदद करना है।

  • इसका फोकस ऐसे MSMEs पर है, जिन्हें परंपरागत बैंकिंग प्रणाली से ऋण प्राप्त करने में कठिनाई होती है।
  • डिजिटल लेंडिंग प्रक्रिया के जरिए ऋण वितरण में पारदर्शिता और सरलता लाई गई है।

अब तक की फंडिंग और निवेशक

फंडिंग का इतिहास

NeoGrowth ने अब तक लगभग $138 मिलियन की राशि जुटाई है।

  • इसमें इक्विटी और डेट फंडिंग दोनों शामिल हैं।
  • कंपनी के प्रमुख निवेशकों में शामिल हैं:
    • MicroVest
    • FMO (Netherlands Development Finance Company)
    • Omidyar Network
    • DFC (U.S. International Development Finance Corporation)

डेट और इक्विटी का मिश्रण

NeoGrowth ने फंडिंग के एक संतुलित मिश्रण के जरिए अपने परिचालन का विस्तार किया है।

  • कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में लाखों MSMEs को ऋण देकर उनका सशक्तिकरण किया है।

डेट फंडिंग का महत्व

विकास के लिए पूंजी जुटाना

NeoGrowth की यह नई फंडिंग इसे MSME सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करने और बाजार विस्तार में मदद करेगी।

  • इस फंडिंग से NeoGrowth अपनी लेंडिंग कैपेसिटी बढ़ाएगी।
  • साथ ही, डिजिटल टेक्नोलॉजी में निवेश कर ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करेगी।

भारत के MSME सेक्टर पर प्रभाव

  • MSMEs भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं, जो रोजगार और उत्पादन में प्रमुख योगदान करते हैं।
  • NeoGrowth का फोकस है इन व्यवसायों को वित्तीय सहायता देकर उनके विकास को प्रोत्साहित करना।

NeoGrowth के प्रोडक्ट्स और सेवाएं

NeoGrowth का मुख्य प्रोडक्ट पोर्टफोलियो:

  1. अल्पकालिक ऋण:
    • छोटे व्यवसायों के लिए तेज़ और सरल ऋण प्रक्रिया।
  2. डिजिटल भुगतान आधारित लोन:
    • डिजिटल लेन-देन डेटा का उपयोग कर ऋण स्वीकृति।
  3. कस्टमाइज़्ड लोन समाधान:
    • व्यवसाय की ज़रूरतों के अनुसार ऋण पैकेज।

डिजिटल लेंडिंग का लाभ

NeoGrowth ने उन्नत डिजिटल तकनीकों का उपयोग करके MSMEs को पारंपरिक बैंकिंग बाधाओं से मुक्त किया है।

  • तेज़ स्वीकृति प्रक्रिया
  • कागजी कार्रवाई में कमी
  • डिजिटल भुगतान और डेटा का उपयोग कर ऋण प्रोफाइलिंग।

भविष्य की योजनाएं

₹500 करोड़ प्राइवेट इक्विटी जुटाने का लक्ष्य

  • NeoGrowth ने अगले दौर की फंडिंग के लिए ₹500 करोड़ का लक्ष्य तय किया है।
  • यह राशि कंपनी को नए बाजारों में प्रवेश और अपनी सेवाओं को उन्नत करने में मदद करेगी।

MSME सेक्टर को और सशक्त बनाना

  • कंपनी का उद्देश्य MSMEs को वित्तीय स्वतंत्रता और विकास के अवसर प्रदान करना है।
  • NeoGrowth डिजिटल लेंडिंग प्रक्रिया को और सरल और प्रभावी बनाने की योजना पर काम कर रही है।

निष्कर्ष

NeoGrowth की नई फंडिंग कंपनी को अपने विकास लक्ष्यों को पूरा करने और MSMEs के लिए बेहतर समाधान प्रदान करने में मदद करेगी।

  • UTI इंटरनेशनल वेल्थ क्रिएटर से मिली फंडिंग न केवल वित्तीय स्थिरता प्रदान करती है, बल्कि कंपनी के भरोसे को भी बढ़ाती है।
  • NeoGrowth भारतीय MSME सेक्टर को डिजिटल क्रांति के जरिए नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।

NeoGrowth का यह कदम भारतीय MSMEs के लिए एक उज्जवल भविष्य की नींव रखता है।

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IoT स्मार्ट लॉक ब्रांड Ikin Global ने जुटाए $1 मिलियन

Ikin Global

Ikin Global जो एक प्रमुख IoT स्मार्ट लॉक ब्रांड है, ने अपने प्री-सीरीज ए फंडिंग राउंड में $1 मिलियन (लगभग ₹8.3 करोड़) जुटाए हैं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व Unicorn India Ventures और Callapina Capital ने किया, जिसमें मौजूदा निवेशकों ने भी हिस्सा लिया।


Ikin Global फंडिंग का उपयोग और योजनाएं

Ikin Global ने फंडिंग से प्राप्त धनराशि का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करने की योजना बनाई है:

  1. नई प्रोडक्ट लाइन का विस्तार:
    • AI-पावर्ड एनालिटिक्स और उन्नत सेंसर टेक्नोलॉजी वाले प्रोडक्ट्स लॉन्च किए जाएंगे।
    • इंडस्ट्री-विशिष्ट समाधानों को विकसित किया जाएगा।
  2. वैश्विक उपस्थिति का विस्तार:
    • भारत, अमेरिका और यूरोप जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपनी टीम को मजबूत करेंगे।
    • सेल्स, मार्केटिंग, ऑपरेशंस, और सपोर्ट टीम्स को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
  3. प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में सुधार:
    • कंपनी ने हाल ही में पोर्टेबल iSeals और स्मार्ट GPS ट्रक लॉक जैसे प्रोडक्ट्स लॉन्च किए हैं।
    • iSeals में 1 साल की बैटरी लाइफ है और यह कंटेनर्स के लिए एक बार उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक सील्स की जगह लेता है।
    • स्मार्ट GPS ट्रक लॉक में उन्नत सेंसर का उपयोग किया गया है जो घुसपैठ का पता लगाने में सक्षम है।

Ikin Global की उपलब्धियां

सुरक्षा में अग्रणी भूमिका

  • Ikin Global ने अब तक 2,500 ट्रकों और 1,500 सुविधाओं (जैसे बड़े गोदाम, वॉल्ट्स और रिटेल शॉप्स) को सुरक्षित किया है।
  • कंपनी के स्मार्ट लॉक समाधान ने लॉजिस्टिक्स सेक्टर में विशेष पहचान बनाई है।

आर्डर बुक और राजस्व लक्ष्य

  • कंपनी के पास 20,000 स्मार्ट लॉक का आर्डर बुक है।
  • Ikin Global ने लॉजिस्टिक्स सेक्टर से ₹30 करोड़ का राजस्व लक्ष्य रखा है।

इको-फ्रेंडली समाधान

  • पोर्टेबल iSeals के लॉन्च ने एक बार उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक सील्स की जगह ली है।
  • यह पहल न केवल लागत को कम करती है, बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है।

Ikin Global: IoT स्मार्ट लॉक टेक्नोलॉजी का अग्रणी

स्मार्ट लॉक टेक्नोलॉजी

Ikin Global का IoT स्मार्ट लॉक सिस्टम विभिन्न उद्योगों में उपयोगी है।

  • लॉजिस्टिक्स और परिवहन में इन प्रोडक्ट्स का बड़ा महत्व है।
  • उन्नत सेंसर और GPS तकनीक के जरिए रियल-टाइम ट्रैकिंग और सुरक्षा सुनिश्चित होती है।

AI और IoT का संगम

Ikin के नए प्रोडक्ट्स में AI-पावर्ड एनालिटिक्स और IoT इंटीग्रेशन की सुविधा है, जिससे उपयोगकर्ताओं को बेहतर डेटा एनालिसिस और सुरक्षा समाधान मिलते हैं।


वैश्विक विस्तार और टीम की भूमिका

भविष्य के बाजार

  • Ikin Global भारत के अलावा अमेरिका और यूरोप जैसे बाजारों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की योजना बना रहा है।
  • वैश्विक स्तर पर अपने प्रोडक्ट्स और सेवाओं का विस्तार करना कंपनी के लिए प्राथमिकता है।

टीम विस्तार

  • कंपनी ने सेल्स, मार्केटिंग, और ग्राहक समर्थन टीमों को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर भर्ती की योजना बनाई है।
  • ये टीमें उत्पादों के व्यापक पहुंच और ग्राहक अनुभव में सुधार सुनिश्चित करेंगी।

IoT और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में प्रभाव

लॉजिस्टिक्स सेक्टर का डिजिटलीकरण

Ikin Global का ध्यान लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री को डिजिटलीकरण और ऑटोमेशन की दिशा में आगे बढ़ाने पर है।

  • स्मार्ट लॉक और GPS ट्रैकिंग सॉल्यूशन इस इंडस्ट्री में सुरक्षा और दक्षता को बढ़ावा देते हैं।

इंडस्ट्री-विशिष्ट समाधान

कंपनी विभिन्न उद्योगों के लिए अनुकूलित समाधानों पर काम कर रही है, जैसे:

  • गोदाम प्रबंधन
  • रिटेल स्टोर सुरक्षा
  • वॉल्ट और कैश मैनेजमेंट सिस्टम

भविष्य की योजनाएं

नवाचार में निवेश

Ikin Global अपने प्रोडक्ट्स में नवाचार लाने और नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

  • AI और IoT के संयोजन से और अधिक स्मार्ट सॉल्यूशन प्रदान किए जाएंगे।
  • सुरक्षा में सुधार के लिए उन्नत सेंसर टेक्नोलॉजी का उपयोग होगा।

सतत विकास और पर्यावरणीय प्रभाव

  • Ikin Global पर्यावरण के अनुकूल प्रोडक्ट्स बनाने पर जोर दे रहा है।
  • iSeals जैसे प्रोडक्ट्स से प्लास्टिक कचरे को कम करने में मदद मिल रही है।

निष्कर्ष

Ikin Global ने IoT और AI टेक्नोलॉजी के माध्यम से स्मार्ट लॉक इंडस्ट्री में एक मजबूत पहचान बनाई है।

  • $1 मिलियन की फंडिंग से कंपनी को अपने प्रोडक्ट्स में नवाचार और वैश्विक विस्तार की दिशा में कदम बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
  • लॉजिस्टिक्स और सुरक्षा के क्षेत्र में Ikin Global का योगदान न केवल उद्योग के लिए, बल्कि पर्यावरण के लिए भी एक सकारात्मक बदलाव लेकर आ रहा है।

Ikin Global का यह सफर स्मार्ट लॉक टेक्नोलॉजी और IoT आधारित समाधानों में एक नई क्रांति का संकेत देता है।

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True Diamond ने जुटाए $1 मिलियन, लैब-ग्रोन डायमंड्स के क्षेत्र में विस्तार का ऐलान

True Diamond

True Diamond, जो लैब-ग्रोन डायमंड्स में विशेषज्ञता रखने वाला एक उभरता हुआ स्टार्टअप है, ने हाल ही में $1 मिलियन (लगभग ₹8.3 करोड़) की सीड फंडिंग जुटाई है। यह निवेश Titan Capital के नेतृत्व में हुआ, जिसमें Huddle Ventures, Zeropearl Ventures, और अन्य व्यक्तिगत निवेशकों ने भाग लिया।

इन निवेशकों में Mamaearth की फाउंडर ग़ज़ल अलघ, Ashutosh Valani, Priyank Shah, Aashka Goradia Goble, Abhishek Goyal, और Anmol Jain शामिल हैं।


True Diamond नए फंड्स का उपयोग

True Diamond ने अपने प्रेस रिलीज़ में बताया कि इस फंडिंग का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:

  1. विशेषज्ञ टीम का निर्माण:
    • ज्वेलरी विशेषज्ञ, डिज़ाइनर्स, और सेल्स टीम को जोड़ने के लिए।
  2. ब्रांड की पहचान बढ़ाना:
    • ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए निवेश।
  3. एक्सक्लूसिव बुटीक लॉन्च:
    • मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में विशेष स्टोर खोलने के लिए।
  4. ग्राहक अनुभव को नया आयाम देना:
    • कस्टमाइज्ड ज्वेलरी डिज़ाइन और प्रीमियम गुणवत्ता वाले उत्पाद।

True Diamond की पृष्ठभूमि

True Diamond की स्थापना जनवरी 2024 में पारिन शाह और दरायुस मेहता ने की थी। यह स्टार्टअप पर्यावरण-संवेदनशीलता, नवाचार, और उत्कृष्ट गुणवत्ता के जरिए ज्वेलरी इंडस्ट्री में बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है।

उत्पाद श्रेणी

True Diamond निम्नलिखित उत्पादों की पेशकश करता है:

  • रिंग्स
  • इयररिंग्स
  • पेंडेंट्स
  • नेकलेस
  • मंगलसूत्र
  • ब्रेसलेट्स और टेनिस ब्रेसलेट्स
  • पुरुषों के लिए विशेष ज्वेलरी कलेक्शन
  • कस्टमाइज्ड ज्वेलरी

लैब-ग्रोन डायमंड्स: एक स्थायी समाधान

कैसे बनते हैं लैब-ग्रोन डायमंड्स?

True Diamond ने बताया कि उनके डायमंड्स प्रयोगशाला में विकसित किए जाते हैं।

  • यह प्रक्रिया प्राकृतिक डायमंड्स के निर्माण की प्रक्रिया की नकल करती है।
  • इनके रासायनिक गुण, भौतिक विशेषताएं, और ऑप्टिकल गुणवत्ता प्राकृतिक डायमंड्स के समान ही होती हैं।

स्थायित्व और नैतिकता

  • ये डायमंड्स पर्यावरण के अनुकूल और नैतिक रूप से निर्मित हैं।
  • प्राकृतिक डायमंड माइनिंग के मुकाबले, लैब-ग्रोन डायमंड्स का पर्यावरणीय प्रभाव बहुत कम है।

निवेशकों की भूमिका

Titan Capital का समर्थन

Titan Capital, जो शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को सपोर्ट करता है, ने इस फंडिंग का नेतृत्व किया।

प्रमुख व्यक्तिगत निवेशक

  • ग़ज़ल अलघ (Mamaearth की सह-संस्थापक)
  • Ashutosh Valani और Priyank Shah (Beardo के सह-संस्थापक)
  • Aashka Goradia Goble (अभिनेत्री और उद्यमी)
  • अन्य अनुभवी निवेशकों का सहयोग True Diamond को इंडस्ट्री में आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

ज्वेलरी उद्योग में True Diamond का महत्व

लक्ज़री को नए तरीके से परिभाषित करना

True Diamond का उद्देश्य ज्वेलरी को न केवल प्रीमियम बनाना है, बल्कि इसे नैतिक और पर्यावरणीय दृष्टि से भी उपयुक्त बनाना है।

सस्टेनेबल ज्वेलरी की बढ़ती मांग

  • पर्यावरण के प्रति जागरूक उपभोक्ता अब सस्टेनेबल उत्पादों की ओर बढ़ रहे हैं।
  • True Diamond इस बढ़ती मांग का फायदा उठाने के लिए तैयार है।

पारंपरिक और आधुनिक का संगम

  • मंगलसूत्र जैसे पारंपरिक डिज़ाइन से लेकर टेनिस ब्रेसलेट जैसे आधुनिक डिज़ाइन तक, True Diamond की रेंज सभी वर्गों के ग्राहकों को आकर्षित कर रही है।

भविष्य की योजनाएं और दृष्टिकोण

वैश्विक विस्तार

True Diamond अपने उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ले जाने की योजना बना रहा है।

  • ब्रांड को वैश्विक स्तर पर एक पहचान दिलाने के लिए मार्केटिंग और ब्रांडिंग में निवेश किया जाएगा।

इंडस्ट्री में अग्रणी बनने का लक्ष्य

  • True Diamond का उद्देश्य लैब-ग्रोन डायमंड्स के क्षेत्र में अग्रणी बनना है।
  • इसके लिए कंपनी उच्च गुणवत्ता, अनूठे डिज़ाइन, और ग्राहक-केंद्रित सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

सस्टेनेबिलिटी पर जोर

  • कंपनी का मुख्य लक्ष्य पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए लक्ज़री ज्वेलरी का अनुभव प्रदान करना है।

निष्कर्ष

True Diamond ने लैब-ग्रोन डायमंड्स के जरिए ज्वेलरी उद्योग में एक नया आयाम जोड़ा है।

  • $1 मिलियन की फंडिंग और प्रमुख निवेशकों के सहयोग से कंपनी ने अपने विकास और विस्तार की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं।
  • सस्टेनेबिलिटी, नैतिकता, और उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करते हुए, True Diamond न केवल उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा कर रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहा है।

True Diamond का यह सफर भारतीय ज्वेलरी उद्योग के लिए एक प्रेरणा साबित हो सकता है।

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Meesho ने लॉन्च किया AI-पावर्ड मल्टीलिंगुअल वॉयस बॉट

Meesho

Meesho, भारत के अग्रणी हॉरिजॉन्टल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने एक नया जनरेटिव AI-समर्थित मल्टीलिंगुअल वॉयस बॉट लॉन्च किया है।

  • यह बॉट व्यक्तिगत और मानव-समान ग्राहक सहायता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • Meesho का लक्ष्य इसे बड़े पैमाने पर उपयोग में लाकर ग्राहक संतुष्टि को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।

Meesho ग्रामीण और टियर II शहरों के ग्राहकों के लिए खास

साधारण स्मार्टफोन पर भी कार्यशील

Meesho के मुताबिक:

  • इसके 80% उपयोगकर्ता टियर II शहरों और उससे आगे के क्षेत्रों से आते हैं।
  • यह वॉयस बॉट विशेष रूप से साधारण स्मार्टफोन्स और शोरगुल भरे वातावरण में भी प्रभावी तरीके से काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

बॉट की विशेषताएं

  1. इंटरप्शन हैंडलिंग:
    • बॉट बातचीत के दौरान रुकावटों को प्रभावी ढंग से संभालता है।
    • यह “जी”, “ओके” जैसे सामान्य शब्दों और वास्तविक रुकावटों में अंतर कर सकता है।
  2. भाषाई समर्थन:
    • वर्तमान में, यह हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं का समर्थन करता है।
    • Meesho ने छह अतिरिक्त क्षेत्रीय भाषाओं को जोड़ने की योजना बनाई है।
  3. इमोशन रिकग्निशन:
    • कंपनी ने इस बॉट में भावना पहचान क्षमता जोड़ने की योजना बनाई है, जिससे ग्राहक अनुभव और बेहतर होगा।

कस्टमर सपोर्ट में सुधार

उच्च कॉल हैंडलिंग क्षमता

  • Meesho का वॉयस बॉट प्रतिदिन लगभग 60,000 ग्राहक कॉल संभालता है।
  • 95% की प्रभावशाली समाधान दर के साथ, यह ग्राहकों के लिए तेज़ और कुशल सेवा सुनिश्चित करता है।

ग्राहक संतुष्टि में वृद्धि

  • वॉयस बॉट ने Meesho की ग्राहक संतुष्टि स्कोर (CSAT) में 10% की वृद्धि की है।
  • कंपनी का दावा है कि औसत कॉल हैंडलिंग समय (AHT) में 50% सुधार हुआ है।

Meesho का ई-कॉमर्स में योगदान

Meesho एक ऐप-आधारित मार्केटप्लेस है जो ग्राहकों और सप्लायर्स को जोड़ता है।

  • यह सप्लायर्स को रीसैलर्स से जोड़ता है, जिससे वे अपने उत्पादों को Facebook, WhatsApp, और अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर बेच सकते हैं।

Meesho का वित्तीय प्रदर्शन

FY24 में राजस्व में वृद्धि

  • Meesho के संचालन से प्राप्त राजस्व 32.8% बढ़कर ₹7,615 करोड़ हो गया।
  • FY23 में यह ₹5,734 करोड़ था।

घाटे में कमी

  • कंपनी ने अपने घाटे को 81.8% तक घटाकर ₹305 करोड़ कर लिया।
  • Meesho ने जून 2023 में लाभप्रदता हासिल करने का दावा भी किया है।

Meesho की रणनीतियां और भविष्य की योजनाएं

ग्राहकों के लिए बेहतर अनुभव

  • AI-पावर्ड वॉयस बॉट का लॉन्च ग्राहकों को तेज़, व्यक्तिगत, और सटीक सेवा प्रदान करने का लक्ष्य रखता है।
  • भावनाओं की पहचान और क्षेत्रीय भाषाओं का समर्थन जोड़ने से यह ग्राहक अनुभव को और बेहतर करेगा।

टियर II और III बाजारों में विस्तार

  • Meesho का ध्यान मुख्य रूप से ग्रामीण और छोटे शहरों में अपने ग्राहक आधार को बढ़ाने पर है।

स्थिर वित्तीय प्रदर्शन

  • FY24 में कंपनी ने राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि और घाटे में भारी कमी दर्ज की।
  • भविष्य में Meesho का लक्ष्य स्थायी लाभप्रदता बनाए रखना है।

Meesho का महत्व भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में

छोटे व्यवसायों के लिए प्लेटफॉर्म

  • Meesho ने छोटे व्यवसायों, किराना दुकानों, और व्यक्तिगत विक्रेताओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने में अहम भूमिका निभाई है।

प्रतिस्पर्धा में बढ़त

  • Meesho ने अपने ग्राहकों को किफायती कीमत और बेहतर सेवा प्रदान करके Flipkart, Amazon, और अन्य प्लेटफॉर्म्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा में अपनी जगह बनाई है।

सोशल कॉमर्स का नेतृत्व

  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए बिक्री को बढ़ावा देना Meesho की अनूठी रणनीति है।

निष्कर्ष

Meesho का AI-पावर्ड वॉयस बॉट न केवल एक तकनीकी नवाचार है, बल्कि ग्राहक सेवा को और अधिक कुशल और व्यक्तिगत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

  • FY24 में वित्तीय सुधारों और वॉयस बॉट जैसी नई तकनीकों के साथ, Meesho ने खुद को एक आधुनिक और प्रभावी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित किया है।
  • भविष्य में, यह नवाचार और विस्तार रणनीतियां Meesho को भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में अग्रणी बनने में मदद करेंगी।

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B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ApnaKlub ने FY24 में राजस्व किया दोगुना, घाटे में 14% की कमी

ApnaKlub

ApnaKlub, जो कि एक B2B ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में अपनी ग्रोथ को बनाए रखा।

  • कंपनी ने अपने सकल राजस्व को लगभग दोगुना किया।
  • साथ ही, अपने घाटे को 14% तक घटाकर 50 करोड़ रुपये से कम कर लिया।

ApnaKlub राजस्व में दोगुनी वृद्धि

FY24 में ApnaKlub का प्रदर्शन

  • FY23 में ₹278.32 करोड़ का राजस्व कमाने वाली कंपनी ने FY24 में इसे बढ़ाकर ₹536.78 करोड़ कर लिया।
  • कंपनी मुख्य रूप से रिटेलर्स, किराना स्टोर्स, और FMCG ब्रांड्स को जोड़ने का काम करती है।

प्रमुख राजस्व स्रोत

FY24 में ApnaKlub के लिए सबसे ज्यादा योगदान देने वाले उत्पाद श्रेणियां निम्नलिखित रहीं:

  • पर्सनल केयर उत्पादों की बिक्री: ₹250 करोड़।
  • बेवरेजेस (पेय पदार्थ): ₹95.34 करोड़।
  • होम केयर उत्पाद: ₹82 करोड़।
  • प्रोसेस्ड फूड्स: ₹80.6 करोड़।

गैर-परिचालन आय

  • ApnaKlub ने दीर्घकालिक निवेश पर ब्याज से ₹5 करोड़ कमाए।
  • कुल मिलाकर, FY24 में कंपनी का कुल राजस्व ₹541 करोड़ रहा।

खर्चों का विश्लेषण

कच्चे माल की लागत

  • FY24 में ApnaKlub की कुल खर्च का 86% हिस्सा कच्चे माल की लागत में गया।
  • कच्चे माल की लागत FY23 में ₹278 करोड़ थी, जो FY24 में 84.83% बढ़कर ₹508.05 करोड़ हो गई।

कर्मचारी लाभ खर्च

  • FY24 में कंपनी का कर्मचारी लाभ खर्च 33.84% बढ़कर ₹31.60 करोड़ हो गया।
  • इसमें नए कर्मचारियों की नियुक्ति और वेतन वृद्धि का बड़ा योगदान रहा।

परिवहन खर्च

  • परिवहन पर होने वाला खर्च FY24 में 41.56% बढ़कर ₹11.41 करोड़ हो गया।
  • यह बढ़ी हुई बिक्री और माल के वितरण की अधिक लागत के कारण हुआ।

अन्य खर्चे

  • FY24 में अन्य खर्चों में ₹38.69 करोड़ जुड़े।
  • कुल मिलाकर, ApnaKlub का कुल खर्च FY24 में 77.4% बढ़कर ₹589.75 करोड़ हो गया।

घाटे में कमी का कारण

बेहतर लागत प्रबंधन

  • FY24 में ApnaKlub ने अपने लागत प्रबंधन को सुधारते हुए घाटे को 14% तक कम कर लिया।
  • FY23 की तुलना में, FY24 में कंपनी ने बेहतर परिचालन दक्षता का प्रदर्शन किया।

उच्च राजस्व वृद्धि

  • कंपनी की आय में दोगुनी वृद्धि ने घाटे को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ApnaKlub की व्यवसाय रणनीति

किराना और रिटेलर्स का जोड़

ApnaKlub मुख्य रूप से किराना दुकानों और रिटेलर्स को FMCG ब्रांड्स से जोड़ने का काम करता है।

  • यह उन्हें थोक में उत्पाद खरीदने और लागत कम करने का मौका देता है।

विस्तारित उत्पाद श्रेणियां

  • FY24 में, ApnaKlub ने पर्सनल केयर, होम केयर, बेवरेजेस, और प्रोसेस्ड फूड्स में अपनी पकड़ मजबूत की।
  • इन श्रेणियों ने कंपनी के राजस्व में बड़ा योगदान दिया।

डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग

  • ApnaKlub ने अपनी सेवाओं को डिजिटल माध्यमों से आसान और तेज बनाया।
  • यह रणनीति छोटे रिटेलर्स और किराना स्टोर्स के लिए उपयोगी साबित हुई।

भविष्य की योजनाएं और चुनौतियां

विस्तार की योजना

  • ApnaKlub FY25 में अपने उत्पाद पोर्टफोलियो और ग्राहक आधार को और विस्तार देने की योजना बना रहा है।
  • कंपनी का लक्ष्य छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पहुंच बढ़ाना है।

लाभप्रदता हासिल करना

  • FY25 में, ApnaKlub का प्राथमिक लक्ष्य घाटे को पूरी तरह खत्म करना और लाभप्रदता हासिल करना होगा।

बढ़ती प्रतिस्पर्धा

  • B2B ई-कॉमर्स क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा कंपनी के लिए एक चुनौती हो सकती है।
  • ApnaKlub को किफायती मूल्य और तेज डिलीवरी के जरिए अपने ग्राहकों को संतुष्ट रखना होगा।

भारतीय B2B ई-कॉमर्स बाजार में ApnaKlub की स्थिति

बाजार में हिस्सेदारी

  • ApnaKlub ने भारतीय B2B ई-कॉमर्स बाजार में अपनी एक मजबूत स्थिति बनाई है।
  • यह छोटे और मध्यम रिटेलर्स के बीच लोकप्रिय है।

प्रतिस्पर्धा से आगे

  • ApnaKlub ने Udaan, Jumbotail, और Bizongo जैसे प्रतिस्पर्धियों को कड़ी टक्कर दी है।
  • इसका डिजिटल प्लेटफॉर्म और किफायती मूल्य इसकी प्रमुख ताकत हैं।

निष्कर्ष

FY24 में ApnaKlub ने अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार किया:

  • सकल राजस्व दोगुना हुआ
  • घाटे में 14% की कमी आई।
  • FMCG उत्पाद श्रेणियों में मजबूत पकड़ के साथ, कंपनी ने अपने ग्राहकों का विश्वास जीता।

भविष्य में, ApnaKlub की योजना है कि वह अपनी सेवाओं को और बेहतर बनाए और नए बाजारों में विस्तार करे।
इसकी रणनीतियां इसे B2B ई-कॉमर्स में अग्रणी बनाने के लिए तैयार हैं।

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ShareChat ने FY24 में दर्ज की 33% की वृद्धि,

ShareChat

वर्नाक्युलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ShareChat और शॉर्ट वीडियो ऐप Moj की पेरेंट कंपनी Mohalla Tech ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में शानदार प्रदर्शन किया है।

  • कंपनी ने 33% की सालाना वृद्धि दर्ज की।
  • इसके साथ ही, एडजस्टेड EBITDA घाटा में भी 67% की कमी आई।

ShareChat आमदनी के प्रमुख स्रोत और प्रदर्शन

लाइव स्ट्रीमिंग का बड़ा योगदान

FY24 में लाइव स्ट्रीमिंग से हुई आय Mohalla Tech की कुल परिचालन आय का 56% रही।

  • लाइव स्ट्रीमिंग से आय में 41.4% की वृद्धि दर्ज की गई और यह बढ़कर ₹403 करोड़ हो गई।

विज्ञापन से आय

  • Mohalla Tech की आय का शेष हिस्सा विज्ञापन से आया।
  • FY24 में विज्ञापन आय में 23.5% की वृद्धि हुई और यह ₹315 करोड़ रही।

गैर-परिचालन आय

  • कंपनी ने ₹29 करोड़ की गैर-परिचालन आय भी दर्ज की।
  • यह आय मुख्य रूप से ब्याज और वित्तीय संपत्तियों पर लाभ से प्राप्त हुई।
  • कुल मिलाकर, FY24 में Mohalla Tech की कुल आय ₹747 करोड़ रही।

EBITDA घाटे में बड़ी कमी

क्या है EBITDA घाटा?

  • EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization) कंपनी के संचालन की दक्षता को मापता है।
  • FY24 में Mohalla Tech का एडजस्टेड EBITDA घाटा 67% तक कम हुआ
  • यह दर्शाता है कि कंपनी ने अपने खर्चों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया और परिचालन दक्षता में सुधार किया।

ShareChat और Moj की भूमिका

ShareChat का प्रदर्शन

  • ShareChat भारत में वर्नाक्युलर (स्थानीय भाषा) सोशल मीडिया का बड़ा प्लेटफॉर्म है।
  • यह यूजर्स को 15 से अधिक भाषाओं में सामग्री प्रदान करता है।
  • FY24 में, ShareChat ने लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन के जरिए अपनी आय बढ़ाई।

Moj की बढ़ती लोकप्रियता

  • Moj, शॉर्ट वीडियो ऐप, ने भारतीय बाजार में तेजी से अपनी जगह बनाई।
  • TikTok के बंद होने के बाद Moj ने बड़ा उपयोगकर्ता आधार प्राप्त किया।
  • इसकी सामग्री मुख्य रूप से क्षेत्रीय भाषाओं में है, जिससे यह अधिक यूजर्स को आकर्षित करता है।

व्यय और लागत प्रबंधन

खर्चों में कटौती

  • Mohalla Tech ने FY24 में अपने खर्चों को नियंत्रित करने पर ध्यान दिया।
  • कंपनी ने संचालन लागत में कटौती की और मार्केटिंग व अन्य खर्चों का कुशल प्रबंधन किया।

उपयोगकर्ता-अधिग्रहण लागत

  • FY24 में, कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को जोड़ने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग किया।
  • हालांकि, उपयोगकर्ता-अधिग्रहण लागत में स्थिरता बनाए रखी गई।

लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन का महत्व

लाइव स्ट्रीमिंग की ताकत

  • लाइव स्ट्रीमिंग से Mohalla Tech को सबसे अधिक आय प्राप्त हुई।
  • यह फीचर यूजर्स को रियल-टाइम इंटरैक्शन का मौका देता है।
  • FY24 में, लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए ₹403 करोड़ की आय हुई।

विज्ञापन आय में वृद्धि

  • FY24 में विज्ञापन आय ₹315 करोड़ रही, जो 23.5% अधिक थी।
  • ब्रांड्स ने ShareChat और Moj जैसे प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके बड़े पैमाने पर अपने उत्पादों को प्रमोट किया।

गैर-परिचालन आय और इसके प्रभाव

ब्याज और वित्तीय संपत्तियों का लाभ

  • Mohalla Tech ने ₹29 करोड़ की गैर-परिचालन आय दर्ज की।
  • यह कंपनी के कुल राजस्व को बढ़ाने में सहायक रहा।

अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

  • गैर-परिचालन आय ने Mohalla Tech को अपने घाटे को कम करने में मदद की।
  • इससे कंपनी को FY25 में और बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है।

Mohalla Tech की रणनीति और भविष्य की योजना

स्थानीय भाषा पर फोकस

  • ShareChat और Moj, दोनों प्लेटफॉर्म्स ने स्थानीय भाषाओं में सामग्री प्रदान करके बड़े उपयोगकर्ता आधार को आकर्षित किया है।
  • यह रणनीति कंपनी को प्रतिस्पर्धी बाजार में अलग पहचान देती है।

वैश्विक विस्तार की योजना

  • Mohalla Tech भारतीय बाजार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी विस्तार करने की योजना बना रही है।
  • FY25 में, कंपनी अपने प्रोडक्ट्स और सेवाओं को और बेहतर बनाने पर काम करेगी।

तकनीकी सुधार

  • कंपनी ने FY24 में अपने प्लेटफॉर्म्स को तकनीकी रूप से बेहतर बनाया।
  • उपयोगकर्ता अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए AI और मशीन लर्निंग तकनीकों का उपयोग किया गया।

भारतीय सोशल मीडिया बाजार में Mohalla Tech की स्थिति

बाजार में हिस्सेदारी

  • ShareChat और Moj ने FY24 में भारतीय सोशल मीडिया बाजार में मजबूत पकड़ बनाई।
  • TikTok के प्रतिस्थापन के रूप में Moj ने बड़ी संख्या में उपयोगकर्ता जोड़े।

प्रतिस्पर्धा से आगे

  • Mohalla Tech ने Josh, Roposo, और MX TakaTak जैसे प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ दिया है।
  • यह इसकी प्रभावी रणनीति और बाजार में गहरी समझ का नतीजा है।

निष्कर्ष

Mohalla Tech ने FY24 में मजबूत प्रदर्शन के साथ अपनी स्थिति को और सुदृढ़ किया है।

  • लाइव स्ट्रीमिंग और विज्ञापन जैसे आय स्रोतों ने कंपनी की वृद्धि में अहम भूमिका निभाई।
  • 67% घाटे में कमी और 33% राजस्व वृद्धि कंपनी की कुशल संचालन रणनीति को दर्शाते हैं।

FY25 में Mohalla Tech के पास और भी बड़ी संभावनाएं हैं। ShareChat और Moj जैसे प्लेटफॉर्म्स भारतीय और वैश्विक बाजारों में अपनी पकड़ को और मजबूत करने के लिए तैयार हैं।

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