मुंबई स्थित upGrad (upGrad), एक स्किलिंग और लर्निंग प्लेटफॉर्म, ने वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में 1,876 करोड़ रुपये का सकल राजस्व दर्ज किया। इंड-AS अकाउंटिंग मानकों के तहत समायोजनों के बाद, कंपनी की कुल आय 1,547 करोड़ रुपये रही।
upGrad आने वाले वर्षों के लिए अग्रिम राजस्व
upGrad ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 507 करोड़ रुपये का अनरेकोग्नाइज्ड लेकिन कलेक्टेड एडवांस रेवेन्यू अगले वर्षों के लिए अग्रेषित किया गया है।
घाटे में भारी कमी
- EBITDA घाटा (Excluding one-time costs):
FY24 में, कंपनी का इंड-AS EBITDA घाटा (एकमुश्त लागतों को छोड़कर) 202 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष में 558 करोड़ रुपये था। - कुल घाटा:
एकमुश्त लागतों को शामिल करते हुए, EBITDA घाटा साल-दर-साल 50% घटकर 285 करोड़ रुपये रह गया।- कंपनी ने FY23 में 1,142 करोड़ रुपये के मुकाबले FY24 में कुल घाटे को 560 करोड़ रुपये तक घटा दिया।
विकास और लागत प्रबंधन का संतुलन
अपग्रेड ने यह दावा किया है कि उसने कर्मचारी लाभ, मार्केटिंग और डिलीवरी पर मामूली लागत वृद्धि के साथ अपने संचालन का विस्तार किया। साथ ही, तकनीकी और उत्पाद विकास पर निवेश भी जारी रखा।
अपग्रेड के सह-संस्थापक मयंक कुमार ने इस प्रदर्शन को लेकर कहा:
“यह हमारे लिए एक मजबूत समेकन (consolidation) का वर्ष रहा है। हमने कोर बिजनेस ऑपरेशंस और संस्थाओं को एकीकृत कर कुशल और स्केलेबल परिणाम प्राप्त किए। हम FY25 पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और मजबूत वृद्धि व लाभप्रदता की उम्मीद कर रहे हैं। हम अच्छी तरह से पूंजीकृत हैं, हमारे पास शून्य शुद्ध ऋण है, और हम मजबूत ROCE (Return on Capital Employed) उत्पन्न करना जारी रखते हैं।”
अपग्रेड की स्थापना और पेशकश
2015 में स्थापित अपग्रेड ऑनलाइन और हाइब्रिड स्किलिंग प्रोग्राम्स, सर्टिफिकेशन, और बूटकैंप्स प्रदान करता है। इसके अलावा, यह शीर्ष विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी में डिप्लोमा, मास्टर और डॉक्टरेट प्रोग्राम्स भी ऑफर करता है।
अपग्रेड की प्रमुख सेवाएं:
- स्किलिंग प्रोग्राम्स: प्रोफेशनल्स और छात्रों के लिए स्किल अपग्रेडेशन कोर्स।
- सर्टिफिकेशन और बूटकैंप्स: इंडस्ट्री-केंद्रित शॉर्ट-टर्म कोर्स।
- डिग्री प्रोग्राम्स: डिप्लोमा से लेकर डॉक्टरेट तक।
FY24 में अपग्रेड का प्रदर्शन
राजस्व और व्यय का प्रभावी प्रबंधन
अपग्रेड ने FY24 में अपने राजस्व में वृद्धि करते हुए घाटे में उल्लेखनीय कमी दर्ज की। यह उपलब्धि कई कारकों के कारण मुमकिन हो सकी:
- लागत में किफायती वृद्धि: कर्मचारी लाभ, मार्केटिंग और डिलीवरी में अनावश्यक खर्च से बचते हुए लक्षित निवेश।
- तकनीकी और उत्पाद विकास में निवेश: कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म और सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए तकनीकी उन्नयन पर जोर दिया।
- व्यवसाय संचालन का एकीकरण: कोर ऑपरेशंस को एकीकृत कर संचालन में कुशलता बढ़ाई।
शून्य ऋण और पूंजी की मजबूती
अपग्रेड के पास वर्तमान में शून्य शुद्ध ऋण (Zero Net Debt) है, जो इसे भविष्य की योजनाओं को लागू करने में स्वतंत्रता और स्थिरता प्रदान करता है।
भविष्य की रणनीति: FY25 पर फोकस
अपग्रेड ने FY25 में और मजबूत वृद्धि और लाभप्रदता का लक्ष्य रखा है। कंपनी अपने मौजूदा संसाधनों का कुशल प्रबंधन करते हुए नए बाजारों में विस्तार करने और अधिक छात्रों तक पहुंचने की योजना बना रही है।
प्रमुख फोकस एरिया:
- नई तकनीकों का समावेश: एआई और अन्य एडवांस्ड टेक्नोलॉजी को कोर्सेस में शामिल करना।
- वैश्विक विस्तार: अपग्रेड की नजर न केवल भारतीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर भी है।
- व्यावसायिक पाठ्यक्रम: उद्योग की मांग के अनुरूप स्किलिंग और अपस्किलिंग कोर्स तैयार करना।
एडटेक इंडस्ट्री में अपग्रेड की भूमिका
एडटेक का बढ़ता दायरा
- भारत में एडटेक इंडस्ट्री पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विकसित हुई है।
- डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म्स का उपयोग कोविड-19 महामारी के बाद से बढ़ा है।
अपग्रेड का योगदान
अपग्रेड ने भारतीय एडटेक सेक्टर में एक मजबूत स्थान बनाया है। यह न केवल प्रोफेशनल्स को अपस्किलिंग का मौका देता है, बल्कि छात्रों और संगठनों के लिए गुणवत्तापूर्ण और किफायती शिक्षा भी उपलब्ध कराता है।
निष्कर्ष
अपग्रेड का FY24 प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि सही रणनीतियों और कुशल प्रबंधन से एडटेक कंपनियां प्रभावशाली परिणाम प्राप्त कर सकती हैं। राजस्व में वृद्धि और घाटे में कमी ने कंपनी को FY25 के लिए एक मजबूत आधार प्रदान किया है।
अपग्रेड अब शिक्षा और स्किलिंग के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करते हुए छात्रों और प्रोफेशनल्स के लिए नए अवसर उत्पन्न करने की दिशा में अग्रसर है। एडटेक इंडस्ट्री के बढ़ते महत्व के साथ, अपग्रेड की ये प्रगति न केवल कंपनी के लिए बल्कि भारतीय शिक्षा प्रणाली के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।
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